कोरबा। KORBA BREAKING : डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक के वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कोरबा जिले के कोरबा जनपद जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले रजगामार ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती रामूला राठिया को निलंबित कर दिया गया है। अनुशंसा और अनुमोदन के पश्चात निलंबन की यह कार्रवाई की गई है। इसके पूर्व लगातार लगते आरोपों और शिकायतों के बीच जिला प्रशासन द्वारा आरोपों की जांच कराई गई थी। जांच- पड़ताल में आरोप सही पाए जाने पर पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। श्रीमती रामूला राठिया के विरुद्ध एफआईआर दर्ज होने के बाद प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की गई। एक करोड़ 56 लाख 79 रूपये की वित्तीय अनियमितता के मामले में श्रीमती रामूला राठिया को सरपंच पद से निलंबित किये जाने की अनुशंसा सहित प्रकरण अनुविभागीय दंडाधिकारी कोरबा के द्वारा कलेक्टर की ओर प्रेषित किया गया। कलेक्टर द्वारा सरपंच को निलंबित किये जाने हेतु अनुमोदन के आधार पर श्रीमती रमूला राठिया को निलंबित किया गया है।
कार्यवाहक सरपंच की तलाश
इस निलंबन के बाद अब ग्राम पंचायत रजगामार में स्थानापन्न सरपंच (कार्यवाहक सरपंच) नियुक्त करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इस संबंध में कोरबा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देश जारी किए गए हैं। बता दें कि रजगामार ग्राम पंचायत आदिवासी वर्ग महिला के लिए आरक्षित है, इस लिहाज से यहां स्थानापन्न सरपंच के रूप में आदिवासी वर्ग से ही तलाश पूरी करनी होगी।
मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन
दूसरी तरफ सरपंच श्रीमती रामूला राठिया के द्वारा अपने विरुद्ध की गई कार्यवाही, दर्ज कराई गई एफआईआर के विरुद्ध उच्च न्यायालय में प्रकरण लाया गया है। उच्च न्यायालय में उक्त प्रकरण विचाराधीन है और इस बीच सरपंच के निलंबन की कार्यवाही से ग्राम पंचायत रजगामार में एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। बता दें कि सरपंच पूर्व से कहती रही है कि विरुद्ध में की गई कार्यवाही पूर्ण रूप से गलत है, वह बेकसूर हैं। उपसरपंच जितेंद्र राठौर द्वारा मिलीभगत से झूठा आरोप लगाकर शिकायत की गई है। उसके विरुद्ध मेरे द्वारा की गई शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। हालांकि प्रशासन ने जांच में सरपंच को दोषी पाया है।