नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान सुरंग के अंदर दिन-दहाड़े चौंकाने वाली लूट के महज 3 दिन बाद, मंगलवार देर शाम राष्ट्रीय राजधानी के कश्मीरी गेट इलाके में बदमाशों ने एक और लूट को अंजाम दिया. इस बार बाइक सवार दो बदमाश एक बिजनेसमैन से करीब 3 लाख रुपये कैश समेत उसकी स्कूटी लूटकर ले गए. दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘सूचना मिली कि कल शाम दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में एक व्यापारी से लगभग 4 लाख रुपये लूट लिए गए हैं. जांच की जा रही है.’ लूट की घटना इलाके में लगे सुरक्षा कैमरों में कैद हो गई, जहां लुटेरों को पीड़ित के स्कूटर पर भागते देखा जा सकता है.
पिछले 10 दिनों में दिल्ली में लूट का यह तीसरा मामला है. बावजूद इसके कि दिल्ली पुलिस ने सड़क पर होने वाले अपराधों को रोकने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपनी रात्रि गश्त तेज कर दी है और कड़ी निगरानी रखी है. महज तीन दिन पहले 24 जून को प्रगति मैदान सुरंग के अंदर एक डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी से बंदूक की नोक पर 2 लाख रुपये लूट लिए गए थे. दिल्ली पुलिस को मिले सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में देखा जा सकता है कि मोटरसाइकिल सवार 4 लोगों ने कार को रोका और बंदूक की नोक पर चांदनी चौक के ओमिया एंटरप्राइजेज के डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी को लूट लिया.
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को बताया कि प्रगति मैदान टनल लूट के सिलसिले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गत 19 जून को एक और लूट की सूचना मिली, जब तीन बदमाशों ने मंडोली इलाके में एक व्यक्ति से कथित तौर पर 1 लाख रुपये लूट लिए. दिल्ली पुलिस के मुताबिक 27 जून को दोपहर 1ः15 बजे थाना कश्मीरी गेट पर 2 लाख रुपये और एक स्कूटी की लूट के संबंध में एक पीसीआर कॉल मिली. पुलिस कर्मी मौके युधिष्ठिर सेतु पर पहुंचे और सुनील कुमार जैन 56 वर्ष जो शाहदरा के रहने वाले हैं उनसे मिले, जिन्होंने बताया कि वह खोया मंडी कश्मीरी गेट से अपने आवास पर जाने के लिए आ रहे थे. वह किसी कॉल को सुनने के लिए रुके.
इसी बीच एक स्कूटी पर सवार 2 लोगों ने पिस्तौल जैसी चीज दिखाकर पैसे मांगे. तभी एक मोटरसाइकिल आई और एक व्यक्ति उनके पास आया और चाबी देने को कहा. जब उन्होंने चाबी दी तो बदमाश स्कूटी पर सवार होकर भाग गए. उनका कहना है कि स्कूटी की डिग्गी में उनके करीब साढ़े चार लाख रुपये थे. थाना कश्मीरी गेट में आईपीसी 394/34 की धारा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दीगई है. मामले को सुलझाने और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए स्थानीय सब डिवीजन और जिले के स्टाफ की कई टीमों को लगाया गया है.