मुंबई, 12 फरवरी। Maharashtra : बिहारी में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच महाराष्ट्र से बड़ी खबर सामने आ रही है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण जल्द ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को भेजे अपने पत्र में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया।
उन्होंने कांग्रेस ही नहीं बल्कि विधानसभा के सदस्य के रूप में भी इस्तीफा दे दिया है। इसके तुरंत बाद अशोक चव्हाण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना बायो बदल दिया। पहले उनके बायो में सीडब्ल्यूसी सदस्य और कांग्रेस पार्टी का नाम था जिसे अब हटा लिया गया है।
अशोक चव्हाण के कदम पर शिवसेना UBT उद्धव ठाकरे ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा, ‘मैं अशोक चव्हाण को लेकर हैरान हूं, वह कल तक सीट बंटवारे में हिस्सा ले रहे थे और अचानक उन्होंने क्या बदल लिया। मुझे लगता है कि वह राज्यसभा के लिए गए हैं, हर कोई अपने बारे में सोच रहा है।’
10-12 विधायक भी बदल सकते हैं पाला
अशोक चव्हाण ने आज सुबह 11.24 बजे विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को विधायक पद से अपना इस्तीफा सौंपा। स्पीकर कार्यालय ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। स्पीकर राहुल नार्वेकर ने इंडिया टुडे को इसकी पुष्टि की है।
कहा जा रहा है कि वह बीजेपी से राज्यसभा जा सकते हैं। उनके साथ 10 से 12 विधायक भी पाला बदल सकते हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब महाराष्ट्र कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा कुछ समय पहले कांग्रेस को छोड़ चुके हैं।
उन्होंने महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी को अभी अपना इस्तीफा नहीं भेजा है। उन्होंने कल ही महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला से मुलाकात की थी और कुछ मुद्दे उनके सामने रखे थे। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अभी रायपुर में हैं। चर्चा है कि चव्हाण बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस में लगी इस्तीफों की झड़ी
पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है। पार्षद और मुंबई जिला अध्यक्ष जगदीश अमीन ने अपने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है और डीसीएम देवेंद्र फडणवीस और भाजपा मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व एमएलसी और नांदेड़ शहर उपाध्यक्ष अमर राजुरकर ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कौन हैं अशोक चव्हाण
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण महाराष्ट्र में कांग्रेस का ऐसा चेहरा माने जाते हैं जो हर मुश्किल में पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। मोदी लहर होने के बावजूद 2014 में नांदेड सीट से उन्होंने कांग्रेस को जीत भी दिलाई थी। अशोक चव्हाण मूलतः औरंगाबाद जिले की पैठण तहसील के रहने वाले हैं, लेकिन उनके पूर्वज नांदेड़ में आकर बसे और तब से वो नांदेडकर कहलाने लगे। उन्हें राजनीतिक विरासत पिता शंकरराव चव्हाण से मिली जो दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। शंकरराव चव्हाण की ही बदौलत मराठवाड़ा में कांग्रेस मजबूत हुई और सत्ता विरोधी लहर होने के बावजूद कांग्रेस को कोई यहां से हिला नहीं पाया।
अशोक चव्हाण 8 दिसंबर 2008 से 9 नवंबर 2010 तक डेढ़ साल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। उनका नाम आदर्श इमारत घोटाले में आने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा। उस वक्त राजनीतिक जानकारों का कहना था कि मुख्यमंत्री पद जाने के बाद अशोक चव्हाण का राजनीतिक वनवास शुरू हो गया, लेकिन उन्होंने वापसी की और 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। यहां तक कि वो महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस (Maharashtra) के अध्यक्ष भी बनाए गए।