लखनऊ, 13 दिसंबर। POCSO Act : उत्तराखंड में चम्पावत जिले के तल्लादेश भाजपा मंडल अध्यक्ष, बीडीसी सदस्य कमल रावत पर क्षेत्र की एक किशोरी ने रेप का आरोप लगाया है। शुक्रवार को रेप पीड़िता परिजनों संग कोतवाली पहुंची थी। पुलिस को दी तहरीर में पीड़ित पक्ष ने बताया कि आरोपी उनके परिवार का पुराना परिचित है। आरोप लगाया कि कमल रावत ने किशोरी को बहला-फुसलाकर उसका शारीरिक शोषण किया। मुंह खोलने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी। परिजनों की सुरक्षा के खातिर पीड़िता कई दिन चुप रही। वहीं, दूसरी ओर कमल रावत इसका फायदा उठाकर दुष्कर्म करता रहा।
आरोपी का विवादों से है नाता
दुराचार का आरोपी कमल रावत पूर्व में चम्पावत पीजी कॉलेज में छात्रसंघ का अध्यक्ष भी रहा है। वह सल्ली क्षेत्र से बीडीसी सदस्य भी है। पेशे से ठेकेदार कमल पहले भी विवादों में रहा है। करीब पांच साल पहले कमल रावत ने सरेबाजार मीट विक्रेता को लात घूसों से पीटा था। ये मामला काफी सुर्खियों में रहा था। कुछ माह पूर्व उसने लोनिवि में टेंडर प्रक्रिया के दौरान सरेआम टेंडर तक फाड़ डाले थे। रावत से जुड़े गांव की सड़क पर घटिया डामरीकरण का मुद्दा भी चर्चाओं रहा।
कद्दावर नेता को हराकर बना था बीडीसी सदस्य
पिछले त्रिस्तरीय चुनाव में कमल रावत चम्पावत के कद्दावर भाजपा नेता गोविंद सामंत को हराकर बीडीसी सदस्य बना था। गोविंद सामंत उस दौरान विधायकी के लिए भाजपा के प्रमुख दावेदारों में शामिल थे। उस हार की वजह से गोविंद सामंत का ब्लॉक प्रमुख बनने का सपना भी टूट गया था। हालांकि गोविंद सामंत ने अपने गुट की नेता को ब्लॉक प्रमुख बनाकर कई धुरंधरों के अरमानों पर पानी फेर दिया था।
आठ घंटे तक थाने में डटी रही रेप पीड़िता
बताया जा रहा है कि पीड़ित पक्ष ने सुबह ही पुलिस को तहरीर सौंप दी थी। मुकदमे को लेकर भारी दबाव पड़ रहा था। इस बीच कोतवाली में ही समझौते का भी प्रयास चलता रहा है। आखिरकार शाम को पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज कर ही लिया था। क्योंकि, रेप पीड़िता, उसकी मां और परिजन सुबह दस बजे से पहले ही कोतवाली पहुंच गए थे। इस दौरान पीड़ित पक्ष पर समझौते को लेकर काफी दबाव बन रहा था। बावजूद इसके रेप पीड़िता मुकदमे की मांग पर डटी रही। बाद में कमल रावत के विरोधी गुट ने मुकदमे का दबाव बनाना शुरू कर दिया था।