भिलाई, 4 नवंबर। Resignation Breaking : जिला कांग्रेस कमेटी भिलाई की पूर्व अध्यक्ष तुलसी साहू ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। चुनावी माहौल में अचानक से इस्तीफा देना कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकता है। कांग्रेस नेत्री ने पार्टी के प्राथमिक सदस्यता व सभी पदों से शुक्रवार की शाम इस्तीफा देकर चौंका दिया है।
बता दें, प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर गरमा-गरमी का माहौल है। ऐसे में किसी वरिष्ठ सदस्य का इस तरह से इस्तीफा देना पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। तुलसी साहू ने इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को भेजा है।
पत्र में उन्होंने साफ उल्लेख किया है कि उनके द्वारा तीन दशक तक सच्चे सिपाही की तरह पार्टी की पूरी निष्ठा के साथ सेवा की है। परंतु पार्टी के प्रति समर्पण एवं निष्ठा का कोई मोल मौजूदा दौर में नहीं है। पार्टी में निष्ठा के बजाय व्यक्तिगत निष्ठा को अधिक महत्व दिया जा रहा है। इस्तीफा उन्होंने भिलाई कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर को प्रति प्रेषित की है।
पार्टी से टिकट न मिलने पर थी नाराज
तुलसी साहू ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि पार्टी के द्वारा लगातार उनकी भावनाओं के साथ छल किया गया है। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने वैशाली नगर से दावेदारी की थी। अंतिम समय तक सर्वे में नाम होने के बावजूद भी षडयंत्र पूर्वक रिश्तेदारों निगम मंडल व संगठन में स्थान दिया गया। उन्हें ही मैदान में उतार दिया गया। ऐसी स्थिति में पार्टी में बने रहना असंभव हो गया है। इसलिए इस्तीफा दे रही हूं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को लिखे पत्र में तुलसी ने कहा है कि 32 साल से पार्टी कार्यकर्ता के रूप में विभिन्न पदों की जिम्मेदारी संभालने के बावजूद उन्हें हमेशा उपेक्षा का शिकार होना पड़ा।
वर्ष 2000 में भिलाई नगर निगम के महापौर की टिकट के लिए कांग्रेस कमेटी ने प्रमुखता से उनका नाम रखा। 2010 में भी जिला और प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा टिकट देने की सिफारिश की गई, 2018 के वैशालीनगर विधानसभा में भी विधायक प्रत्याशी के रूप में दावेदारी के बावजूद ऐन वक्त पर प्रत्याशी बदल दिया गया था। इसी प्रकार 2023 में भी वैशालीनगर से उनका नाम था, पर टिकट नहीं (Resignation Breaking) मिली।