दमोह, 10 जनवरी। Sisters Fire Bath : मध्य प्रदेश के दमोह में दर्दनाक घटना हो गई। खेत में बनी झोपड़ी में बुधवार को अचानक आग भड़क गई।
मौके पर दो की मौत
आग में तीन बहनें झुलस गईं। लोगों ने जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। बच्चियों को अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने जांच के बाद दो को मृत घोषित कर दिया। गुरुवार को पांच माह की तीसरी बच्ची ने दम तोड़ दिया। मासूम का इलाज जबलपुर में चल रहा था। घटना हटा ब्लॉक के बरोदा गांव की है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने मृतक बच्चियों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
जानकारी के मुताबिक, तारौली गांव (सागर) के रहने वाले गोविंद आदिवासी ने हटा ब्लॉक के बरोदा गांव में खेती की सिंचाई का ठेका लिया है। गोविंद अपनी पत्नी और बच्चों के साथ खेत में ही झोपड़ी बनाकर रहते हैं। बुधवार शाम को गोविंद खेत में प्याज की छिलाई करने गए थे। झोपड़ी में उनकी पत्नी और तीनों बेटियां जाह्नवी (5 साल), कीर्ति (3 साल) और हीर (5 माह) थीं।
पति पत्नी गए थे खेत
गोविंद की पत्नी कुछ देर के लिए अचानक खेत पहुंच गईं। गोविंद से बात करने लगी। तभी अचानक झोपड़ी में आग लग गई। गोविंद और उनकी पत्नी दौड़ते हुए झोपड़ी के पास पहुंचे। आसपास के लोग भी आ गए। लोगों ने जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। तीनों बेटियां आग में बुरी तहर जल गईं। बच्चों अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने जांच के बाद जाह्नवी और कीर्ति को मृत घोषित कर दिया। 5 माह की हीर ने जबलपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज (Sisters Fire Bath) के दौरान गुरुवार को दम तोड़ दिया।