Traffic E-Challan : Interesting...! E-challan was sent to the woman without helmet 'car' driver... see for yourself...?
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नई दिल्ली, 10 जुलाई। Traffic E-Challan : एक विचित्र घटना में, ग्रेटर नोएडा की एक महिला पर हेलमेट पहने बिना कार चलाने के लिए जुर्माना लगाया गया है। एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका और वाहन मालिक शैलजा चौधरी को 27 जून को नोएडा के होशियारपुर इलाके में बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के लिए गौतमबुद्धनगर ट्रैफिक पुलिस से 1000 का ई-चालान मिला। दिलचस्प बात यह है कि उनके पास उसके नाम पर कोई दोपहिया वाहन पंजीकृत नहीं है।

चालान में लिखा

चौधरी को ई-चालान के लिए ट्रैफिक पुलिस (Traffic E-Challan) से जो संदेश मिला, उसमें उनकी कार का रजिस्ट्रेशन नंबर लिखा था, लेकिन एक बाइक की फोटो संलग्न थी। संदेश में जिक्र किया गया था कि बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के लिए उन पर जुर्माना लगाया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चौधरी ने कहा, “मुझे अपने मोबाइल फोन पर ट्रैफिक पुलिस से एक संदेश मिला। शुरू में, मैंने सोचा कि मेरे घर आए एक रिश्तेदार ने मेरी कार चलाते समय यातायात नियमों का उल्लंघन किया होगा। हालांकि, जब मैंने संदेश खोला, तो मैं यह देखकर चौंक गई कि चालान के साथ एक बाइक की तस्वीर भेजी गई है और मेरी कार का पंजीकरण नंबर 27 जून को सुबह 8.29 बजे बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने के लिए उल्लेखित है।”

महिला के पास नहीं है दोपहिया वाहन

उसने कहा कि वह होशियारपुर में बताए गए समय और तारीख पर गाड़ी नहीं चला रही थी। उन्होंने कहा, ”मेरे पास कोई दोपहिया वाहन नहीं है क्योंकि मेरे नाम पर सिर्फ ह्यूंदै आई20 पंजीकृत है।” उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से ट्रैफिक पुलिस की ओर से एक गलती है और उन्हें उनके नाम पर जारी किया चालान रद्द करना चाहिए।

चालान में यह भी उल्लेख किया गया है कि उल्लंघनकर्ता को नियत तारीख से पहले नोएडा सेक्टर 14ए में यातायात नियंत्रण कक्ष कार्यालय का दौरा करना होगा, अन्यथा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। चौधरी ने कहा कि वह उस अपराध के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष तक गाड़ी चलाकर जाने को तैयार नहीं हैं जो उन्होंने किया ही नहीं है।

पुलिस की सफाई

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस उपायुक्त, यातायात, प्रीति यादव (Traffic E-Challan) ने कहा कि कभी-कभी इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) पंजीकरण संख्या को गलत तरीके से पढ़ लेती है और ऐसी शिकायतें ईमेल के जरिये या सीधे कार्यालय में जाकर की जा सकती हैं।