रायपुर, 18 मार्च। Vinay Jaiswal : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाकर मनेन्द्रगढ़ के कांग्रेस विधायक डॉ विनय जायसवाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। जायसवाल ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़े नेताओं पर टिकिट के लिए मोटी रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। विनय ने कांग्रेस के प्रभारी सचिव चन्दन यादव को भी नहीं बख्शा था। चन्दन का नाम लेकर उन पर पैसा मांगने का आरोप लगाया।
2018 में सरकार बनाने के लिए चन्दन यादव ने बड़ी मेहनत की थी। इसलिए पार्टी ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद विनय को कांग्रेस से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि इस्तीफे के बाद विनय ने बीजेपी में शामिल होने के लिए अपने स्तर पर भरपूर कोशिशे की, किन्तु वहाँ बात जमी नहीं। लिहाजा, कांग्रेस में वापसी के लिए प्रयास शुरू किया।
कांग्रेस भी लोकसभा चुनाव को देखते ज्यादा अड़ी नहीं। मगर लिखित माफ़ी मांगनी पड़ी विनय को। तब जाकर उनका निष्कासन समाप्त हुआ। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिख विनय ने माना है कि आवेश में मुझसे चूक हो गई और मैंने अपने ही नेताओं पर झूठे आरोप लगा डाले। अध्यक्ष जी, मुझे क्षमा कीजिए। इस गिड़गिड़ाने वाले पत्र के बाद विनय का दो दिन पहले निष्कासन समाप्त (Vinay Jaiswal) किया गया।