Education

CM Vishnu: Chief Minister Vishnudev Sai gave a big gift of 24 new hostel buildings to the district, approved Rs 41 crore 59 lakh for the construction of 24 new hostel buildings, construction work will start soon.
Chhattisgarh, Education

CM Vishnu : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी जिले को 24 नए छात्रावास भवनों की बड़ी सौगात, 24 नए छात्रावास भवनों के निर्माण के लिए  41 करोड़ 59 लाख रुपए की दी मंजूरी, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य

रायपुर, 16 सितंबर। CM Vishnu : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले को 24 नए छात्रावास भवनों की बड़ी सौगात दी है।  शिक्षा और विद्यार्थियों के हित में निर्णय लेते हुए अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के लिए जिले के विभिन्न विकासखंडों एवं ग्रामों में नए छात्रावास भवनों के निर्माण की स्वीकृति दी है। छात्रावास भवनों के निर्माण से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा क्योकि विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों और वंचित वर्गों के छात्रों को एक सुरक्षित और अनुकूल वातावरण मिलेगा । जिले में 24 नए छात्रावास भवनों के निर्माण के लिए  41 करोड़ 59 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने छात्रावास भवनों के निर्माण में पूर्ण गुणवत्ता और समयसीमा का पालन करने निर्देश दिए हैं। निर्माण कार्यों की नियमित निगरानी के लिए विभागीय अधिकारियों और सहायक आयुक्तों को निर्देशित किया है। छात्रावास भवनों के निर्माण के लिए मंजूरी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और विद्यार्थियों के लिए सुरक्षित आवासीय सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। जिले में नए छात्रावास भवन निर्माण के लिए पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास जशपुर के लिए 1 करोड़ 92 लाख रूपए, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास लोदाम के लिए 1 करोड़ 53 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास पैकु के लिए 1 करोड़ 53 लाख रूपए, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास मनोरा के लिए 1 करोड़ 92 लाख रूपए, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास बगीचा के लिए 1 करोड़ 92 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास रौनी के लिए 1 करोड़ 53 लाख,पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कांसाबेल के लिए 2 करोड़ 89 लाख रूपए, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास दोकड़ा के लिए 1 करोड़ 92 लाख रूपए, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास पतराटोली के लिए 1 करोड़ 92 लाख रूपए, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास भवन दुलदुला  के लिए 1 करोड़ 92 लाख रूपए की स्वीकृति जारी की गई है।  इसी प्रकार प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास दुलदुला 1 करोड़ 53 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कुनकुरी वार्ड 2 में 1 करोड़ 53 लाख,पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास पंडरीपानी 1 करोड़ 92 लाख,पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास तपकरा 1 करोड़ 92 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास लवाकेरा 1 करोड़ 53 लाख रूपए की स्वीकृति शामिल हैं। प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास पंडरीपानी 1 करोड़ 53 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कांसाबेल 1 करोड़ 53 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास बटाईकेला 1 करोड़ 53 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास दोकड़ा 1 करोड़ 53 लाख रूपए, पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कोतबा 1 करोड़ 92 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कोतबा 1 करोड़ 53 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास बागबहार 1 करोड़ 53 लाख रूपए, प्री मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास भवन गाला के लिए 1 करोड़ 53 लाख रूपए की स्वीकृति दी गई है,जिसका निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ किया जाएगा। जर्जर भवन से विद्यार्थियों को मिलेगी मुक्ति, सर्व सुविधायुक्त भवन का किया जाएगा निर्माण इन छात्रावास भवनों के बन जाने से जशपुर जिले के हजारों छात्र-छात्राओं को सुरक्षित और आधुनिक आवासीय सुविधा मिलेगी। खासतौर पर आदिवासी एवं सुदूर अंचल के बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ रहने और भोजन की सुविधा भी बेहतर ढंग से उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का जिले वासियों ने जताया आभार जिले के जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणा,  विद्यार्थियों  के अभिभावकों और सामाजिक संगठनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार जताया है। उनका कहना है कि यह निर्णय शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा और आदिवासी बच्चों के भविष्य को नई दिशा प्रदान करेगा।

Rationalization: 366 teachers posted in Durg district
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Rationalization : दुर्ग जिले में 366 शिक्षक पदांकित

रायपुर, 15 सितंबर। Rationalization : दुर्ग जिले में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है। काउंसलिंग के उपरांत 366 शिक्षकों को पदांकित किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी अरविन्द कुमार मिश्रा से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में युक्ति युक्तिकरण और काउंसलिंग के बाद, कुल 631 अतिरिक्त शिक्षकों की पहचान की गई थी। जिनमें 86 व्याख्याता, 01 प्र.पा.पू.मा.शाला, 329 शिक्षक, 06 प्र.पा.प्राथ.शाला एवं 209 सहायक शिक्षक शामिल है। कुल 366 शिक्षक काउंसलिंग उपरांत जिले में पंदाकित किए जा चुके हैं। जिनमें 75 व्याख्याता, 01 प्र.पा.पू.मा.शाला, 75 शिक्षक, 06 प्र.पा.प्राथ.शाला एवं 209 सहायक शिक्षक शामिल है। जबकि 17 शिक्षकों ने पदभार ग्रहण नहीं किया। जिनमें 02 व्याख्याता, 06 शिक्षक, 02 प्र.पा.प्राथ.शाला एवं 07 सहायक शिक्षक शामिल है। पदभार ग्रहण नहीं करने पर संबंधित शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है और अकार्य दिवस के संबंध में पत्र भी जारी किया गया है।

DAV School: DAV School of Surguja shook humanity…! Made a class-2 student do 100 sit-ups… girl's leg muscles cracked… unable to walk
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DAV School : सरगुजा के इस स्कूल ने मानवता को झकझोर दिया…! क्लास-2 की छात्रा से 100 बार कराई उठक-बैठक…पैरों के मसल्स क्रैक…चलने-फिरने से लाचार

सरगुजा/प्रतापगढ़ 06 सितंबर। DAV School : छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के प्रतापगढ़ स्थित DAV पब्लिक स्कूल से मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां दूसरी कक्षा की 8 साल की छात्रा समृद्धि गुप्ता को उसकी महिला शिक्षिका ने सिर्फ टॉयलेट जाने के कारण 100 बार उठक-बैठक कराई और डंडे से मारा, जिससे बच्ची की हालत गंभीर हो गई। बच्ची की हालत बेहद नाजुक पीड़िता समृद्धि गुप्ता, DAV पब्लिक स्कूल प्रतापगढ़ की दूसरी कक्षा की छात्रा है। उसे उसकी शिक्षिका नम्रता गुप्ता ने सजा के तौर पर क्लास में 100 बार उठक-बैठक कराई। इसके बाद बच्ची के पैरों में असहनीय दर्द शुरू हुआ और वह खड़ी तक नहीं हो पा रही है। निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, पैरों के मसल्स क्रैक हो चुके हैं, और बच्ची चलने-फिरने की हालत में नहीं है। क्या हुआ था? समृद्धि जब टॉयलेट जा रही थी, तो रास्ते में शिक्षिका मोबाइल चला रही थीं। शिक्षक ने टोकते हुए पूछा कि वह कहां जा रही है। जब छात्रा ने टॉयलेट जाने की बात बताई, तो उसे दो डंडे मारे गए और क्लास में वापस बुलाकर 100 बार उठक-बैठक करने की सजा दी गई। फ़िलहाल समृद्धि का इलाज निजी अस्पताल में किया जा रहा है। उसके पिता मनोज गुप्ता अंबिकापुर में काम करते हैं, जबकि समृद्धि अपने बड़े पिता अनुराग गुप्ता के साथ प्रतापगढ़ के गुतुरमा गांव में रहकर पढ़ाई कर रही है। प्रशासन की प्रतिक्रिया बहरहाल, DEO दिनेश झा ने कहा, हमें इस मामले की कोई जानकारी नहीं मिली है और न ही कोई शिकायत मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो जांच कराई जाएगी। सीतापुर BEO इंदु तिर्की ने कहा, हमें घटना की जानकारी मिली है। शिक्षा विभाग की टीम दो दिनों के भीतर मामले की जांच करेगी। अगर शिक्षिका दोषी पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इधर परिजनों ने इस अमानवीय व्यवहार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही विद्यालय प्रबंधन और शिक्षा विभाग से शिक्षिका के निलंबन की मांग की गई है। यह घटना छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और संवेदनशीलता को लेकर एक बार फिर बहस शुरू हो गई है।  बच्चों पर शारीरिक दंड पर सुप्रीम कोर्ट की राय भारत में बच्चों को शारीरिक दंड देना गैरकानूनी है। Right to Education Act, 2009 की धारा 17 के अनुसार, “किसी भी बच्चे को मानसिक या शारीरिक रूप से प्रताड़ित नहीं किया जा सकता।

CSVTU: Sad news from Bhilai...! Deputy-registrar went into the pond to pluck flowers...could not come out as he got stuck in the roots of lotus and swamp...painful death
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CSVTU : भिलाई से दुखद खबर…! फूल तोड़ने तालाब में उतरे डिप्टी-रजिस्ट्रार…कमल की जड़ों और दलदल में फंसने से नहीं आ सके बाहर…दर्दनाक मौत

दुर्ग, 05 सितंबर। CSVTU : भिलाई स्थित स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के उप-कुलसचिव भास्कर चंद्राकर की असमय मौत हो गई। यह दुखद घटना ग्राम पतोरा (उतई) में उस वक्त हुई, जब वे तालाब में कमल का फूल तोड़ने उतरे थे और डूब गए। मिली जानकारी के अनुसार, 4 सितंबर की शाम कार्यालयीन समय के बाद भास्कर चंद्राकर मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) के साथ अपने उतई स्थित प्लॉट का निरीक्षण कर रायपुर लौट रहे थे। इसी दौरान ग्राम पतोरा से गुजरते हुए तालाब में कमल का फूल तोड़ते हुए वे डूब गए। तालाब में कमल की जड़ों और दलदल में फंसने की वजह से वे बाहर नहीं आ सके। सहकर्मी व गांव वालों की मदद से उन्हें जल्दी तालाब से निकाला गया और CPR दिया गया। उन्हें तुरंत निजी अस्पताल पहुंचाया गया, फिर बीएसपी सेक्टर 9 हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भावुक विदाई उनके पार्थिव शरीर को दुर्ग से पोस्टमॉर्टम के बाद उनके निवास स्थान पचपेड़ी नाका नवजीवन कॉलोनी, रायपुर ले जाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर 2 बजे किया जाएगा। प्रो. चंद्राकर के बारे में वे स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के उप-कुलसचिव थे। मूल रूप से रायपुर निवासी थे। अपनी सेवा की शुरुआत शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय, जगदलपुर से की। तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में उन्होंने करीब 15 वर्षों तक सेवाएं दी। पिछले 4 वर्षों से सीएसवीटीयू में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत थे। कुलपति डॉ. अरुण अरोरा ने उन्हें सरल, सहज, विनम्र स्वभाव और दक्ष प्रशासनिक व अकादमिक व्यक्तित्व के रूप में याद किया। कुलपति का शोक संदेश डॉ. अरुण अरोरा ने कहा, उप रजिस्ट्रार चंद्राकर का असमय निधन तकनीकी शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। वे अपने सहज व्यवहार और प्रशासनिक दक्षता के लिए सभी के बीच सम्मानित थे। यह दुःखद घटना तकनीकी शिक्षा जगत और परिवार के लिए गहरा सदमा है। हम दिवंगत आत्मा की शांति और उनके परिवार को इस कठिन समय में धैर्य की कामना करते हैं।

Education Ambassador: Sad news...! Education ambassador returning home from school was murdered... How many education ambassadors have been targeted in Bastar so far... See the list here
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Education Ambassador : दुखद खबर…! स्कूल से घर लौट रहे शिक्षा दूत की हत्या…बस्तर में अब तक कितने शिक्षा दूतों को किया टारगेट…यहां देखें List

बीजापुर, 30 अगस्त। Education Ambassador : बस्तर क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों को नक्सलियों के द्वारा लगातार चुनौती दी जा रही है। एक ओर जहां सरकार और प्रशासन शिक्षा के माध्यम से बस्तर को बदलने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नक्सली समूह लगातार शिक्षादूतों की हत्या कर इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र में एक और शिक्षादूत कल्लू ताती को नक्सलियों ने अगवा कर उनकी हत्या कर दी। यह घटना 29-30 अगस्त की रात की है, जब कल्लू ताती अपनी स्कूल से घर लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार, कल्लू ताती को स्कूल से लौटते समय अगवा कर लिया गया था और देर रात उनकी हत्या कर शव को सड़क पर फेंक दिया गया। उनका शव शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने देखा और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बीजापुर पुलिस के ASP चंद्रकांत गवर्ना ने बताया, हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। इस घटना से शिक्षा दूतों की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं, और हम अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। इस साल अब तक 9 शिक्षादूतों की हत्या नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में इस साल अब तक 9 शिक्षादूतों की हत्या हो चुकी है। ये घटनाएँ नक्सलियों की ओर से शिक्षा के प्रसार को रोकने के प्रयासों का हिस्सा मानी जा रही हैं। शिक्षादूतों की हत्या की लिस्ट इन घटनाओं से यह साफ हो जाता है कि नक्सली लगातार स्थानीय शिक्षकों और शिक्षादूतों को निशाना बना रहे हैं ताकि वे शिक्षा के प्रसार में रुकावट डाल सकें। शिक्षा क्षेत्र में बढ़ी चिंता बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में बंद पड़े स्कूलों का संचालन फिर से शुरू किया गया है, और इसके लिए स्थानीय युवाओं को शिक्षादूत के रूप में काम पर रखा गया है। लेकिन नक्सलियों द्वारा इन शिक्षादूतों की हत्या से इन युवाओं के बीच डर का माहौल है। यह कदम न सिर्फ बच्चों की शिक्षा के लिए चुनौतीपूर्ण है, बल्कि इन स्थानीय युवाओं की जान को भी खतरे में डाल रहा है। इस दौरान, पुलिस प्रशासन ने आरोप लगाया है कि नक्सली शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे इस बदलाव को अपनी ताकत के लिए खतरा मानते हैं और इसलिए इस तरह की हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बस्तर में शिक्षा की स्थिति में बदलाव की आवश्यकता शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों के बीच यह घटनाएँ बस्तर क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति और शिक्षा के संवर्द्धन के लिए एक बड़ा प्रश्न खड़ा करती हैं। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में और सख्ती से कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि शिक्षादूतों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही, सरकार और शिक्षा विभाग को (Education Ambassador) यह भी विचार करना होगा कि स्थानीय समुदायों और शिक्षकों के साथ मिलकर काम करने से ही बस्तर की शिक्षा व्यवस्था को स्थिर और सुरक्षित बनाया जा सकता है।

Mid-Day Meal: Big news from Sukma...! Conspiracy to kill small children...teacher's involvement...poison mixed in mid-day meal vegetable...High Court takes suo motu cognizance
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Mid-Day Meal : सुकमा से बड़ी खबर…! छोटे बच्चों को मारने की साजिश…शिक्षक की संलिप्तता…मिड-डे मील की सब्जी में मिलाया ज़हर…हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान

सुकमा, 27 अगस्त। Mid-Day Meal : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पकेला पोटाकेबिन स्कूल में बच्चों की जान से खिलवाड़ की एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। सोमवार को मिड-डे मील तैयार किए जाने के दौरान कर्मचारियों को खाने की गंध में गड़बड़ी का संदेह हुआ। सतर्कता दिखाते हुए खाना तुरंत बच्चों को परोसने से रोक दिया गया, जिससे करीब 400 बच्चों की जान बचाई जा सकी। क्या हुआ था? मिड-डे मील (दोपहर का भोजन) की सब्जी में फिनाइल जैसी जहरीली वस्तु की गंध पाई गई। कर्मचारियों ने समय रहते भोजन वितरण रोक दिया। बच्चों ने भी गंध की शिकायत की थी। यदि यह साजिश पकड़ में न आती, तो सैकड़ों बच्चों की जान पर बन सकती थी। जांच और प्रशासन की कार्रवाई सुकमा कलेक्टर ने घटना पर संज्ञान लेते हुए जांच समिति गठित की। जिसमें 21 अगस्त को घटी इस घटना का सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ कि, एक शिक्षक की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इस शिक्षक से गंभीर पूछताछ जारी है। पुलिस ने साक्ष्य जुटाए हैं और केस की आपराधिक जांच शुरू की गई है। शिक्षक की संलिप्तता का संदेह घटना के बाद प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जानबूझकर सब्जी में फिनाइल मिलाई गई थी। शिक्षक की संदिग्ध भूमिका को लेकर बच्चों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं। शिक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभिभावकों का गुस्सा फूटा घटना के बाद अभिभावकों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा गया। लोगों का कहना है कि अगर समय पर रोक नहीं लगती, तो बड़ा जनहानि का मामला हो सकता था। उन्होंने प्रशासन पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया। हाईकोर्ट का दखल छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने इस मामले पर स्वतः संज्ञान लिया है। कोर्ट ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा: “बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता (Mid-Day Meal) बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Obscene act by Lecturer: Obscene act of teacher during studies... used to do objectionable acts with girl students by closing doors and windows
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Obscene act by Lecturer : पढ़ाई के दौरान शिक्षक की अश्लील करतूत…दरवाजे-खिड़कियां बंद कर छात्राओं से करता था आपत्तिजनक हरकतें

सरायपाली/महासमुंद, 14 अगस्त। Obscene act by Lecturer : सरायपाली ब्लॉक के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल, लिमगांव में पदस्थ व्याख्याता संदीप साहू पर छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें और अनुचित व्यवहार करने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। मामले की शिकायत के बाद सरायपाली थाना पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है और जांच प्रारंभ कर दी है। चरित्र प्रमाण पत्र को खराब करने की धमकी ग्रामीणों और पीड़ित छात्राओं के पालकों के अनुसार, आरोपी शिक्षक कक्षा में पढ़ाई के दौरान जानबूझकर दरवाजे और खिड़कियां बंद कर देता था और छात्राओं के साथ आपत्तिजनक व्यवहार करता था। विरोध करने पर वह छात्राओं को धमकी देता था कि उनके चरित्र प्रमाण पत्र को खराब कर देगा, जिससे उनका आगे का भविष्य प्रभावित हो सकता है। बड़ी संख्या में पालक और ग्रामीण थाने पहुंचे थाना इस घटना के सामने आने के बाद बुधवार को बड़ी संख्या में पालक और ग्रामीण थाने पहुंचे और आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी की पत्नी घटना की जानकारी मिलने के बाद गांव में रहकर पालकों पर “एक मौका और देने” की अपील करती रही और समझौते का प्रयास करती रही, ताकि मामला पुलिस तक न पहुंचे। लेकिन पीड़ितों के परिजनों ने साफ इनकार करते हुए थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। सरायपाली थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि शिकायत और बयान के आधार पर आरोपी शिक्षक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने कहा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष जांच की जा रही है और दोष सिद्ध होने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों की मांग ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे शिक्षकों को तत्काल निलंबित किया जाए और जेल भेजा जाए, ताकि शैक्षणिक संस्थानों में बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और अन्य साक्ष्य भी एकत्रित किए जा रहे हैं। मामले की जांच जारी है

SK Memorial Hall: YouTube sensation 'Khan Sir' made third record on Rakshabandhan...! Emotional salute of 15,000 Rakhis... watch the video here
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SK Memorial Hall : यूट्यूब सेंसेशन ‘खान सर’ ने रक्षाबंधन पर बनाया तीसरा रिकॉर्ड…! 15,000 राखियों का भावनात्मक सैल्यूट…यहां देखें VIDEO

पटना, 10 अगस्त। SK Memorial Hall : एसके मेमोरियल हॉल में प्रसिद्ध शिक्षक और YouTuber सेंसेशन खान सर ने इस रक्षाबंधन को एक भव्य उत्सव में तब्दील कर दिया। लगभग 15,000 छात्राओं ने उनकी कलाई पर राखी बांधी। ऐसा आयोजन जिसने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया। दरअसल, पटना में, इस साल रक्षाबंधन प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर खान सर के नेतृत्व में एक विशाल सांस्कृतिक समारोह में बदल गया, जिसमें उनके हज़ारों छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर 15,000 से ज़्यादा छात्राएँ शामिल हुईं और इस कार्यक्रम की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से लोकप्रिय हुए, जिससे इस आयोजन की व्यापकता और उत्साह का पता चला। हास्य और भावनात्मकता का मिश्रण खान सर ने भावुक अंदाज़ में कहा, “इतनी राखियाँ कि मैं अब हाथ भी नहीं उठा पा रहा हूँ।” उनकी इस मज़ाकिया प्रतिक्रिया ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियाँ बटोरी। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि राखियाँ इतनी भारी थीं कि उनके हाथों में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो गया। खान सर ने कहा कि छात्राएँ अपने घर से दूर, उन्हें अपनी बहन मानकर राखी बांधने आईं, इसने जाति, धर्म और प्रदेश जैसी सीमाओं को पार कर मानवता का प्रतीक प्रस्तुत किया। इस आयोजन में स्नेहपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए 156 प्रकार के व्यंजन की व्यवस्था की गई थी, जिससे सभी छात्राओं को सांस्कृतिक और भावनात्मक रूप से समृद्ध अनुभव मिला। क्यों है खास “हैट्रिक” इसलिए क्योंकि खान सर ने पिछले वर्षों (SK Memorial Hall) के रिकॉर्ड 7,000 और 10,000 के बाद इस साल एक नया 15,000+ राखी रिकॉर्ड बनाया। यह प्रेम और अपनत्व का प्रतीक बन गया, जहाँ छात्राओं ने उन्हें सिर्फ शिक्षक नहीं बल्कि ‘भाई’ के रूप में स्वीकारा साथ ही, खान सर के इस आयोजन ने रक्षाबंधन उत्सव में सांस्कृतिक सौहार्द की एक मिसाल कायम की।

Principal Suspended: The principal's negligence is at its peak...! The windows, doors and iron grills of the school building were being stolen for a long time...! The principal hid it... DPI suspended him... Order Copy
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Principal Suspended : प्राचार्य की लापरवाही की हद…! लंबे समय से स्कूल भवन की खिड़कियां-दरवाजे-लोहे की ग्रिल हो रही थीं चोरी…! प्रिंसिपल ने छिपाया…DPI ने किया निलंबित…आदेश Copy

बिलासपुर, 07 अगस्त। Principal Suspended : छत्तीसगढ़ के बिल्हा ब्लॉक के शासकीय हाई स्कूल बेलतरा में लगभग ₹65 लाख मूल्य की सरकारी सामग्री की चोरी, प्रभारी प्राचार्य कावेरी यादव द्वारा रिपोर्ट न करना और विभाग को सूचना न देना, तथा इसके परिणामस्वरूप उनकी तत्काल निलंबन की कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार, शासकीय हाईस्कूल बेलतरा में सरकारी मद से विद्यालय भवन निर्माण और मरम्मत के लिए लाखों रुपये की सामग्रियां, जैसे खिड़कियां, दरवाजे, लोहे की ग्रिल, फिटिंग्स संग्रहित थीं, लेकिन एक दिन स्कूल निरीक्षण के दौरान पता चला कि ये सभी सामग्री गायब है। जब विभागीय जांच कराई गई तो पता चला कि यह चोरी काफी समय पहले हुई थी, लेकिन प्रभारी प्रधानाचार्य ने न तो इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई और न ही कानूनी प्रक्रिया का पालन किया। मामला जब लोक शिक्षण संचालक ऋतुराज रघुवंशी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने इस पर सख्त रुख अपनाया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि प्रभारी प्राचार्य कावेरी यादव (मूल पद: व्याख्याता, एलबी) ने पद की गरिमा के विपरीत आचरण किया है। उन्होंने न केवल चोरी की घटना को छिपाया बल्कि विभाग और शासन को वित्तीय नुकसान भी पहुँचाया। इस आधार पर संचालक ने कावेरी यादव को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के उल्लंघन का दोषी मानते हुए गंभीर कदाचार की श्रेणी में रखा है। आदेश में कहा गया है कि उन्होंने अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन नहीं किया और शासन को 65 लाख की हानि पहुँचने दी। हालांकि, लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि निलंबन की अवधि में कावेरी यादव का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बिल्हा कार्यालय (Principal Suspended) रहेगा। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा। आदेश Copy

Ex DEO Passed Away : Sad news from Korba...! Ex DEO Satish Pandey passed away... Wave of mourning in the education world
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Ex DEO Passed Away : कोरबा से दुखद खबर…! Ex DEO सतीश पांडेय का निधन…शिक्षा जगत में शोक की लहर

कोरबा/रायगढ़, 03 अगस्त। Ex DEO Passed Away : शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार के माध्यम से विशेष पहचान बनाने वाले पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पांडेय का निधन हो गया है। वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और उपचार हेतु बेंगलुरु के एक बड़े अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से शिक्षा जगत, प्रशासनिक सेवा और उनके परिजनों में गहरा शोक व्याप्त है। मूलतः रायगढ़ जिले के ग्राम पंडरीपानी निवासी श्री पांडेय ने कोरबा जिले में डीईओ के पद पर कार्य करते हुए शिक्षा व्यवस्था में कई अभिनव प्रयोग किए। ‘शिक्षा मड़ई’, ‘हर विद्यालय का एक लक्ष्य’, विद्यालय ग्रेडिंग व्यवस्था, और विद्यार्थियों को प्रतिदिन 6 पृष्ठ का गृहकार्य जैसी पहलें उन्हीं के मार्गदर्शन में प्रारंभ हुईं। वे शिक्षकों और शिक्षा विभाग के लिए एक प्रेरणास्रोत के रूप में जाने जाते रहे। श्री पांडेय की अंतिम पदस्थापना मुंगेली जिले में डीईओ के रूप में हुई थी। धर्मपत्नी के निधन के उपरांत उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। तब से वे लगातार स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। स्व. पांडेय तहसीलदार तपिश पांडेय (Ex DEO Passed Away) के बड़े भाई थे। उनकी पार्थिव देह को बेंगलुरु से रायगढ़ लाया जा रहा है, जहां अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षकगण और उनके पूर्व सहकर्मी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।