EOW-ACB Raids : शराब घोटाले में बड़ा अपडेट…! नए सुराग मिले…ठेकेदार के घर से 19 लाख नकद जब्त

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रायपुर/जगदलपुर, 18 मई। EOW-ACB Raids : छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी के लगभग चार माह बाद, शनिवार को ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) और एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की संयुक्त टीम ने उनके करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों के 13 ठिकानों पर छापेमारी की। इन ठिकानों में रायपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और जगदलपुर के स्थान शामिल थे।

मुख्य बिंदु

रायपुर में ठेकेदार के घर से 19 लाख रुपये नकद जब्त : रायपुर में एक ठेकेदार के घर की तलाशी के दौरान 19 लाख रुपये नकद, प्रॉपर्टी के दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और लेन-देन से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। सभी जब्त सामग्री को कानूनी प्रक्रिया के तहत जब्त कर लिया गया है।

कांग्रेसी पार्षद उम्मीदवार श्रीनिवास राव के घर पर छापेमारी : ईओडब्ल्यू की टीम ने देवेंद्र नगर में कांग्रेसी पार्षद उम्मीदवार श्रीनिवास राव के घर पहुंची। श्रीनिवास के साथ उनके भाई जी नागेश रहते हैं, जो कवासी लखमा के करीबी माने जाते हैं। उनके मंत्री रहने के दौरान वह अक्सर कवासी के बंगले में बैठते थे।

कमलेश नाहटा के घर की तलाशी : रायपुर में ठेकेदार कमलेश नाहटा के घर की भी तलाशी ली गई। कमलेश मूलत: सुकमा का रहने वाला है और पिछली सरकार के कार्यकाल में रायपुर शिफ्ट हुआ है।

पृष्ठभूमि

यह शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच का है, जब भूपेश बघेल की सरकार सत्ता में थी और कवासी लखमा (EOW-ACB Raids) राज्य के आबकारी मंत्री थे। आयकर विभाग ने 11 मई 2022 को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा और CM सचिवालय की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ रिश्वत और अवैध दलाली का आरोप लगाया गया था।

इसके आधार पर ED ने 18 नवंबर 2022 को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया। ED की चार्जशीट में दावा किया गया कि लखमा को हर महीने 1.5 से 2 करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर मिलते थे, जो तीन साल (36 महीने) में कुल 72 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।