Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Governor Haribhau Bagde: Akbar was married to a maid, not a princess…! Governor's claim on historical facts
Politics

Governor Haribhau Bagde : अकबर की शादी प्रिंसेज से नहीं मेड से हुई थी…! राज्यपाल का ऐतिहासिक तथ्यों पर दावा

जयपुर, 30 मई। Governor Haribhau Bagde : राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने उदयपुर में आयोजित महाराणा प्रताप जयंती समारोह में ऐतिहासिक तथ्यों पर विवादास्पद बयान दिए। उन्होंने दावा किया कि जोधा और अकबर की शादी कभी नहीं हुई थी और यह विदेशी इतिहासकारों द्वारा फैलाया गया झूठ है। उन्होंने यह भी कहा कि आमेर के राजा भारमल ने अपनी एक दासी की बेटी की शादी अकबर से कराई थी, न कि किसी राजकुमारी से। इससे 1569 में आमेर शासक भारमल की बेटी और अकबर के बीच विवाह की ऐतिहासिक जानकारी पर नई बहस छिड़ गई है। राज्यपाल ने यह भी कहा कि अंग्रेजों ने हमारे नायकों का इतिहास बदल दिया और इसे ठीक से नहीं लिखा। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें अपने गौरवशाली इतिहास को सही रूप में सामने लाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी अकबर को संधि पत्र नहीं लिखा था, और यह पूरी तरह से ‘भ्रामक’ है। राज्यपाल ने महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज को देशभक्ति का प्रतीक बताया और कहा कि उनके जन्म में 90 साल का अंतर था, लेकिन अगर वे समकालीन होते तो देश का इतिहास कुछ और होता। राज्यपाल के इन बयानों ने इतिहास के कई पहलुओं पर एक नई चर्चा छेड़ दी है। बहरहाल, राज्यपाल ने इस बयान(Governor Haribhau Bagde) के माध्यम से भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता की भी बात की है, ताकि ऐतिहासिक तथ्यों को सही तरीके से प्रस्तुत किया जा सके। यह बयान ऐतिहासिक तथ्यों की पुनः समीक्षा की आवश्यकता को उजागर करता है और भारतीय इतिहास के पुनर्लेखन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

MP High Court: Unnatural sex with wife...! FIR lodged against husband...HC upheld it
National

MP High Court : पत्नी के साथ अननैचुरल Sex…! पति के खिलाफ FIR दर्ज…HC ने ठहराया सही

भोपाल, 30 मई। MP High Court : मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय में कहा है कि पत्नी की इच्छा के खिलाफ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाना और उसके साथ मारपीट करना भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 498A के तहत क्रूरता की श्रेणी में आता है। कोर्ट ने पत्नी द्वारा पति के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को सही ठहराया है। मामला ग्वालियर बेंच का है मामला ग्वालियर बेंच का है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को चुनौती दी थी। पुलिस ने उस व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 377, 323 और 498 (ए) के तहत मामला दर्ज किया था। व्यक्ति का कहना था कि पत्नी के साथ अप्राकृतिक संबंध भारतीय कानून में अपराध नहीं है। उसने यह भी कहा कि एफआईआर में दहेज उत्पीड़न का कोई आरोप नहीं है, इसलिए 498 (ए) भी लागू नहीं होता। जस्टिस जीएस अहलूवालिया ने इस मामले पर फैसला सुनाया। उन्होंने कहा कि पत्नी की इच्छा के विरुद्ध और उसके विरोध करने पर उसके साथ अप्राकृतिक संबंध बनाना, मारपीट करना और शारीरिक क्रूरता करना निश्चित रूप से क्रूरता की परिभाषा में आएगा। उन्होंने यह भी कहा कि क्रूरता के लिए दहेज की मांग जरूरी नहीं है। जस्टिस जीएस अहलूवालिया ने कहा कि यदि पति अपनी पत्नी के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाता है और उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता है, तो यह क्रूरता की श्रेणी में आता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि क्रूरता के लिए दहेज की मांग आवश्यक नहीं है। IPS की धारा 498A क्या है? आईपीसी की धारा 498A के तहत, यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर ऐसा कोई कार्य करता है जिससे किसी महिला के जीवन, अंग या स्वास्थ्य (मानसिक या शारीरिक) को गंभीर खतरा पहुंचे, तो वह क्रूरता मानी जाएगी। महत्वपूर्ण बिंदु इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय न्याय व्यवस्था (MP High Court) महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार की शारीरिक या मानसिक प्रताड़ना को सहन नहीं किया जाएगा।

Out of Term Promotion: Excellence in anti-Naxal operations in Bastar...! 295 policemen got out of turn promotion...see jumbo list here
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

Out of Term Promotion : बस्तर में नक्सल विरोधी अभियानों में उत्कृष्टता…! 295 पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन…यहां देखें जंबो List

रायपुर, 30 मई। Out of Term Promotion : छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में तैनात 295 पुलिसकर्मियों को नक्सल विरोधी अभियानों में उनकी बहादुरी और समर्पण के लिए आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है। पुलिस मुख्यालय रायपुर से 295 पुलिसकर्मियों के संबंध में जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि इन जवानों ने नक्सल अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रमोशन की श्रेणियां महिला कर्मियों को भी सम्मान इस प्रमोशन में दो महिला कांस्टेबल, रेशमा कश्यप और सुनैना ठाकुर, को भी शामिल किया गया है। यह पहली बार है जब बस्तर क्षेत्र में महिला कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है, जो उनके साहस और समर्पण को दर्शाता है। मुख्यमंत्री की पहल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलवाद के खिलाफ जारी अभियान में इन कर्मियों की भूमिका की सराहना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है और सुरक्षा बलों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। नक्सलियों के लिए चेतावनी बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (Out of Term Promotion) पी. सुंदरराज ने नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि नक्सली आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उन्हें कठोर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि नक्सल आंदोलन अब कमजोर हो चुका है और नक्सलियों के पास कोई दिशा नहीं बची है। यहां देखें जंबो List

Violation of Law: Big news...! SDOP beat up government employees after stripping them of their clothes over a minor dispute... tension in the area
Chhattisgarh

Violation of Law : बड़ी खबर…! SDOP ने मामूली विवाद पर सरकारी कर्मचारियों को कपड़े उतरवाकर पिटाई…क्षेत्र में तनाव

बीजापुर, 30 मई। Violation of Law : कुटरू क्षेत्र में कानून व्यवस्था को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि एसडीओपी ब्रजकिशोर यादव ने मामूली सड़क विवाद के चलते ग्राम पंचायत उसकापटनम के सचिव बाबूराव पुलसे और तकनीकी सहायक संतोष कुंजाम के साथ बेरहमी से मारपीट की। बताया जा रहा है कि विवाद इस बात को लेकर हुआ कि सड़क पर साइड नहीं दी गई, जिसके बाद एसडीओपी ने आपा खो दिया। घटना का विवरण प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एसडीओपी ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर दोनों कर्मचारियों के कपड़े उतरवाकर सड़क पर ही पिटाई कर दी। इस घटना में बंदूक की नोंक पर मारपीट करने और गोली मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है।घटना के विरोध में भैरमगढ़ जनपद के सभी पंचायत एवं तकनीकी कर्मचारियों ने एकजुट होकर विरोध जताया है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जब तक एसडीओपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती और उचित कार्रवाई नहीं की जाती, वे कार्य बहिष्कार करेंगे। क्षेत्र में तनाव की स्थिति यह मामला अब क्षेत्र में तनाव का कारण बन गया है। कर्मचारी संघों और जनप्रतिनिधियों ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह घटना सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा (Violation of Law) और उनके अधिकारों की रक्षा की आवश्यकता को उजागर करती है। समाज में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

Planned Murder: Teacher murdered in Balod...! Two months later it was discovered that her husband and colleague had committed the planned murder...see here
Chhattisgarh

Planned Murder : बालोद में शिक्षिका की मौत…! दो महीने बाद पता चला पति और सहयोगी ने मिलकर की थी सुनियोजित हत्या…यहां देखें

बालोद, 30 मई। Planned Murder : छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के हितकसा गांव में 22 मार्च को हुई एक सड़क दुर्घटना की जांच में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। शुरुआत में यह मामला एक सामान्य सड़क हादसा प्रतीत हो रहा था, लेकिन दो महीने की गहन जांच के बाद यह सामने आया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी। मायके पक्ष का संदेह यह मौत सामान्य नहीं है, ऐसी आशंका मृतक के माता-पिता ने जताई और पुलिस को शिकायत दी। परिवार ने शक जताते हुए पति शीशपाल पर हत्या का आरोप लगाया और पुनः जांच की मांग की। मृतका के मायके पक्ष ने हत्या का शक जताया, जिसके बाद पुलिस ने मामले की पुनः जांच की। जांच में सामने आया यह पूरा मामला 22 मार्च का है, जब दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र के हितकसा गांव के पास स्कूटी सवार बरखा की मौत की खबर आई थी। पुलिस को लगा कि किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारकर फरार हो गया है। पुलिस ने पाया कि शीशपाल वाशनिक ने अपने सहयोगी कयामुद्दीन को 60,000 रुपये की सुपारी देकर इस हत्या की योजना बनाई। हत्या के दिन शीशपाल ने बोलेरो वाहन से अपनी पत्नी को टक्कर मारी, और जब वह सड़क पर गिरी, तो कयामुद्दीन ने लोहे की रॉड से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों की गिरफ्तारी लगातार दो महीने की सघन जांच के बाद बालोद पुलिस ने इस हत्याकांड की परतें खोलीं और आरोपी पति शीशपाल वाशनिक और उसके सहयोगी कयामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। यूट्यूब से सीखा हत्या करने के तरीका चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी शीशपाल ने यूट्यूब से हत्या (Planned Murder) करने के तरीके सीखे और साथ ही पुलिस जांच से कैसे बचा जाए, इसकी भी तैयारी कर रखी थी। वारदात वाले दिन उसने अपना मोबाइल फोन भिलाई में अपने ऑफिस के एक कर्मचारी के पास छोड़ दिया और बोलेरो की नंबर प्लेट निकाल कर बालोद पहुंचा, ताकि किसी को शक न हो। यह मामला घरेलू विवाद और अविश्वास के कारण एक सुनियोजित हत्या में बदल गया, जो समाज में रिश्तों की जटिलताओं और विश्वास की अहमियत को दर्शाता है।

Reliance Digital Store: 17 iPhones stolen from Reliance Digital Store in Raipur...! Burglary worth more than 11 lakhs... See the incident captured in CCTV here
Crime, Raipur

Reliance Digital Store : रायपुर के रिलायंस डिजिटल स्टोर से 17 आईफोन चोरी…! 11 लाख से ज्यादा की सेंध…CCTV में कैद वारदात यहां देखें Video

रायपुर, 29 मई। Reliance Digital Store : रायपुर शहर के व्यस्ततम मार्ग जीई रोड स्थित अनुपम गार्डन के पास मौजूद रिलायंस डिजिटल स्टोर में 25-26 मई की दरम्यानी रात एक नकाबपोश चोर ने फिल्मी स्टाइल में घुसकर 17 आईफोन चोरी कर लिए, जिनकी कीमत ₹11 लाख से अधिक बताई जा रही है। घटना का CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें चोर बांस के सहारे स्टोर में दाखिल होता नजर आ रहा है। पूरी वारदात की CCTV में कैद चोर ने रिलायंस डिजिटल स्टोर के पास स्थित एक रिपेयरिंग शोरूम में लगे बांस के सहारे चढ़कर स्टोर की पहली मंजिल पर प्रवेश किया। फिर कांच तोड़कर अंदर दाखिल हुआ और सीढ़ियों के रास्ते ग्राउंड फ्लोर पर पहुंचा। वहां एप्पल मोबाइल के काउंटर से 17 आईफोन एक झोले में डालकर फरार हो गया। चोरी की गई स्कूटी भी मिली चोरी की वारदात के बाद घटनास्थल के पास एक सफेद रंग की एक्टिवा स्कूटी संदिग्ध अवस्था में मिली। जांच में पता चला कि यह एक्टिवा चौबे कॉलोनी से चोरी हुई थी। दिलचस्प बात यह है कि स्कूटी की चाबी स्टोर के भीतर गिर गई, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि चोर भागते वक्त हड़बड़ाहट में चाबी गिरा बैठा और स्कूटी वहीं छोड़कर भाग निकला। काले मास्क और कपड़ों में था चोर चोर ने काली ड्रेस और काले मास्क से खुद को पूरी तरह से ढंका हुआ था। यह पूरी वारदात सुरक्षा अलार्म से बचने के लिए मेन गेट से नहीं बल्कि बगल की बिल्डिंग के रास्ते से अंजाम दी गई। नेपाल में बिकते हैं चोरी के आईफोन पुलिस के मुताबिक, ऐसे महंगे आईफोन अक्सर नेपाल के काले बाजार में बेचे जाते हैं, जिससे उनकी ट्रेसिंग मुश्किल हो जाती है। हालांकि, आईफोन का EMI नंबर (आईएमईआई) ट्रेस करके पुलिस चोरी हुए फोन को ढूंढ सकती है। पुलिस जांच और गिरफ्तारी मामले की जांच सरस्वती नगर थाना और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम कर रही है।डिपार्टमेंट मैनेजर सोमनाथ लसेर की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ।CCTV फुटेज की मदद से पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जल्द ही इस मामले (Reliance Digital Store) का खुलासा हो सकता है। इस केस के प्रमुख बिंदु चोरी गई वस्तुएं : 17 iPhones (₹11+ लाख)चोर का तरीका : बांस से चढ़कर, कांच तोड़कर प्रवेशवाहन : चोरी की एक्टिवा स्कूटीसुरक्षा में चूक : रात के समय स्टोर की निगरानी नहींसंभावित बिक्री स्थल : नेपाल का काला बाजार

Ranu Sahu Case: Troubles increase for Ranu Sahu, who is stuck in coal scam...! PWD has been given the responsibility of investigating the properties located in Tulsi village... Assessment of cost and current value has started
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

Supreme Court से बड़ी राहत…! रानू साहू-सौम्या चौरसिया-सूर्यकांत तिवारी को अंतरिम जमानत…आगे की कानूनी प्रक्रिया यहां देखें

रायपुर, 29 मई। Supreme Court : सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के चर्चित कोयला लेवी घोटाला मामले में निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया और प्रमुख कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को अंतरिम जमानत प्रदान की है। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन. कोटेश्वर सिंह की पीठ ने इन आरोपियों को परीक्षण के आधार पर जमानत दी, यह कहते हुए कि यदि वे गवाहों को प्रभावित करने या साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ में संलिप्त पाए जाते हैं, तो जमानत रद्द की जा सकती है। कोयला लेवी घोटाला का विवरण जांच में सामने आया है कि जुलाई 2020 से जून 2022 के बीच कोयला परिवहन से जुड़े व्यक्तियों से प्रति टन ₹25 की अवैध वसूली की गई, जिससे लगभग ₹540 करोड़ की राशि एकत्रित हुई। यह राशि सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत देने, चुनावों में खर्च करने और विभिन्न संपत्तियों की खरीद में उपयोग की गई। आगे की कानूनी प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट ने राज्य को निर्देश दिया है कि वह आरोपियों की जमानत पर उनकी गतिविधियों की रिपोर्ट दाखिल करे। इसके अलावा, कोर्ट ने मामले की सुनवाई छह सप्ताह बाद तय की है। छत्तीसगढ़ सरकार के वकील ने दी जानकारी अदालत ने माना हैं कि भ्रष्टाचार के इस मामले में गंभीरता है। सुप्रीम कोर्ट में छत्तीसगढ़ सरकार के अधिवक्ता रवि शर्मा ने कहा कि, हां इन्हें अंतरिम ज़मानत मिली है, और यह केवल अंतरिम जमानत है। अदालत ने यह कहा है कि पूर्ण जमानत पर विचार और निर्णय आने वाले समय में होगा, और उस फैंसले में यह अंतरिम जमानत आधार नहीं होगी। महत्वपूर्ण बिंदु रानू साहू और सौम्या चौरसिया पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दर्ज मामले में जमानत प्राप्त कर चुके थे।ईओडब्ल्यू द्वारा दर्ज मामले में भी इन दोनों अधिकारियों को अंतरिम जमानत मिली है, लेकिन डीएमएफ घोटाले में उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इन (Supreme Court) आरोपियों को अंतरिम जमानत प्रदान की है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी। यह निर्णय सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं के भ्रष्टाचार के खिलाफ न्यायिक प्रणाली की सक्रियता को दर्शाता है।

Medicinal Vatika Chori: Sensational theft of 27 lakhs in Raipur...! The accused turned out to be an insider...Big disclosure by the police
Raipur

Medicinal Vatika Chori : रायपुर में सनसनीखेज 27 लाख की चोरी…! आरोपी निकला अंदर का आदमी…पुलिस का बड़ा खुलासा

रायपुर, 29 मई। Medicinal Vatika Chori : रायपुर के डुमरतराई स्थित औषधि वाटिका में 27 लाख रुपये की चोरी की गुत्थी को पुलिस ने महज कुछ घंटों में सुलझा लिया। दुकान संचालक संजय आहूजा ने थाना माना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 27 मई की रात किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनकी दुकान का ताला खोलकर दराज में रखी नकदी चुरा ली। जांच में सामने आया कि आरोपी कोई और नहीं, बल्कि पूर्व कर्मचारी विजय कश्यप उर्फ गुड्डा था, जो पहले चालक के रूप में काम करता था और दुकान की गतिविधियों से परिचित था। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान कर उसे ग्राम मलदा कला (जिला सक्ती) से पकड़ा। पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी की पूरी नकदी ₹27 लाख और एक दोपहिया वाहन भी बरामद किया। इस कार्रवाई में रायपुर पुलिस के साथ-साथ जांजगीर-चांपा और सक्ती जिलों की पुलिस की संयुक्त भूमिका रही। पूछताछ में आरोपी ने पैसों की जरूरत के चलते चोरी करना स्वीकार किया है। गिरफ्तार आरोपी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (Medicinal Vatika Chori) की धारा 380 (घर में घुसकर चोरी) और 457 (रात के समय घर में घुसकर चोरी) के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी विजय कश्यप उर्फ गुड्डा (26 वर्ष), निवासी ग्राम मलदा कला, थाना हसौद, जिला सक्ती को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बरामद संपत्ति इस सफल कार्रवाई में एंटी क्राइम और साइबर यूनिट, थाना माना, थाना बिर्रा, थाना हसौद और संबंधित जिलों की पुलिस टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

School Admission Festival 2025 : Big Breaking...! New beginning of education... School admission festival from this day... See order copy here
Chhattisgarh, Education

School Admission Festival 2025 : बिग ब्रेकिंग…! शिक्षा की नई शुरुआत…इस दिन से शाला प्रवेश उत्सव…यहां देखें आदेश Copy

रायपुर, 29 मई। School Admission Festival 2025 : छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने आगामी शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के लिए शाला प्रवेश उत्सव के आयोजन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह उत्सव 16 जून 2025 से प्रत्येक स्तर पर आयोजित किया जाएगा। शाला प्रवेश उत्सव की तिथि: तैयारी के मुख्य बिंदु: प्रवेश उत्सव के दौरान की जाने वाली कार्यवाहियां: ये अफसर करेंगे निरीक्षण संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक, प्राचार्य डाईट, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक शालाओं का सतत निरीक्षण करेंगे एवं आवश्यकतानुसार अकादमिक मार्गदर्शन करेंगें। जारी आदेश में प्रवेश उत्सव भलीभांति संपन्न हो इस दष्टिकोण से जिला, ब्लॉक एवं संकुल स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करने कहा गया है। प्रवेश उत्सव के दिन न्योता भोज का करेंगे आयोजन शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि, शाला विकास समिति, पालक एवं गणमान्य नागरिकों को शाला प्रवेश उत्सव हेतु आमंत्रित करना। निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, निःशुल्क गणवेश, सायकल का वितरण पात्र हितग्राहियों को किया जाना। नन्हें-मुन्हें नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर अभिनंदन करना।प्रवेश उत्सव के दिन न्योता भोज का आयोजन करना होगा। बोर्ड परीक्षा/स्थानीय परीक्षा में मेधावी अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित करना। शाला परिवार के द्वारा उत्कृष्ट पालकों का सम्मान करना। इन निर्देशों के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन का उद्देश्य है कि विद्यार्थियों को स्वच्छ और सुंदर वातावरण में गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की जाए। स्कूल शिक्षा विभाग इस दिशा में लगातार कार्य कर रहा है।

CG BJP Expelled Order: 7 leaders including BJP youth state working committee member expelled from the party...see the reason in the notice here
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

CG Bjp Expelled Order : भाजपा युवा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सहित 7 नेता पार्टी से निष्कासित…यहां नोटिस में देखें कारण

रायपुर, 29 मई। CG Bjp Expelled Order : छत्तीसगढ़ के नगरी स्थित भाजपा कार्यालय में हुई तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा रुख अपनाया है। पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में 7 नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव के निर्देश पर जारी आदेश में कहा गया कि इन नेताओं की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संलिप्तता पाई गई है, जो पार्टी अनुशासन के विरुद्ध है। निष्कासित नेताओं में युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य निखिल साहू, पिछड़ा वर्ग मोर्चा मंडल अध्यक्ष शैलेन्द्र धेनुसेवक, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष सुनील निर्मलकर, भोला शर्मा, गज्जु शर्मा, संत कोठारी और रवेंद्र साहू शामिल हैं। पार्टी ने साफ किया है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आगे भी ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।