Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Dead Body in Train Toilet: Horrifying incident...! The body of an innocent child was found face down in the toilet of the AC coach of the train... The throat of the innocent child was slit with a blade... The accused has been arrested
Crime, National

Dead Body in Train Toilet : खौफनाक…! ट्रेन के AC कोच के टॉयलेट में औंधे मुंह पड़ा था मासूम का शव…ब्लेड से रेता मासूम का गला…आरोपी अरेस्ट

सूरत, 27 अगस्त। Dead Body in Train Toilet : गुजरात के सूरत जिले के अमरोली इलाके से लापता तीन साल के मासूम की हत्या और शव की मुंबई में बरामदगी से जुड़े मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। अब इस सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश हो चुका है। जो खुलासा सामने आया है, वह न सिर्फ खौफनाक है, बल्कि रिश्तों की गहराई में छिपे गुस्से और प्रतिशोध की भयावह सच्चाई को भी उजागर करता है। गायब हुआ मासूम, फिर मिला ट्रेन के टॉयलेट में दरअसल, कुछ दिन पहले अमरोली में रहने वाला तीन साल का बच्चा खेलते हुए अचानक घर से लापता हो गया। परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और बच्चे की हर जगह तलाश शुरू हुई। लेकिन किसी को अंदाज़ा नहीं था कि उसका शव मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर खड़ी कुशीनगर एक्सप्रेस के टॉयलेट में मिलेगा। कातिल कोई और नहीं, खुद रिश्तेदार निकला मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बच्चे का अपहरण उसके ही मौसेरे भाई विकास शाह ने किया था। विकास हाल ही में बिहार से सूरत आया था और अपनी मौसी के घर ठहरा हुआ था। घरेलू विवाद के चलते मौसी ने विकास को घर छोड़ने को कहा था। इस बात से नाराज होकर उसने बदला लेने का रक्तरंजित प्लान बना डाला। सूरत से मुंबई तक ले गया मासूम को, ट्रेन में उतारा मौत के घाट आरोपी विकास ने मौसी के बेटे को चुपके से उठाया और मुंबई की ट्रेन में बैठ गया। कुशीनगर एक्सप्रेस के एसी कोच में, उसने पहले से तैयार योजना के तहत ब्लेड से मासूम का गला रेत दिया और शव को ट्रेन के टॉयलेट में फेंक कर फरार हो गया। मोबाइल की लोकेशन से पुलिस ने पकड़ा सुराग आरोपी बच्चे की मां का मोबाइल भी साथ ले गया था, जिसे वह बार-बार ऑन-ऑफ करता रहा। मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए पुलिस को उसकी लोकेशन की जानकारी मिलती रही। आखिरकार मुंबई के बीकेसी इलाके में पुलिस ने छापेमारी की। विकास भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सूरत क्राइम ब्रांच ने उसे दबोच लिया। आरोपी ने किया गुनाह कबूल, विदेशों में करता था नौकरी पुलिस पूछताछ में विकास शाह ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। डीसीपी भावेश रोजिया के अनुसार, आरोपी पहले ओमान, कतर और सऊदी अरब में काम कर चुका है। लेकिन छह महीने पहले वह भारत लौट आया और बेरोजगारी की स्थिति में था। इधर, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। बदले की आग ने बुझा दी मासूम की जिंदगी इस वारदात ने यह दिखा दिया कि रिश्तों की दरार और गुस्से का नासूर जब हद से गुजरता है, तो मासूम जिंदगियों को भी निगल जाता है। एक युवक की घरेलू तकरार और आंतरिक कुंठा ने एक मासूम की हत्या कर दी, जिसने ना कुछ समझा, ना कुछ कहा, सिर्फ भरोसे में लिया गया और फिर निर्दयता से मार दिया गया।

Teacher's Day: 64 teachers of Chhattisgarh will be honored...! Ceremony organized at Raj Bhavan... See the list of selected teachers here
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Teacher’s Day : छत्तीसगढ़ के 64 शिक्षकों को किया जाएगा सम्मानित…! राजभवन में आयोजित समारोह…यहां देखें चयनित शिक्षकों की List

रायपुर, 27 अगस्त। Teacher’s Day : शिक्षक दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित करने जा रही है। 5 सितंबर 2025 को राजभवन रायपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में इस बार 64 चयनित शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। चयनित शिक्षकों को भेजा गया आमंत्रण राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) और शिक्षा संचालनालय (DPI) द्वारा पहले ही सम्मान के लिए चयनित शिक्षकों के नामों की घोषणा कर दी गई थी। अब इन शिक्षकों को राजभवन में आयोजित होने वाले समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। सभी चयनित शिक्षकों को 4 सितंबर को रायपुर में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षक सम्मान का उद्देश्य राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान का मुख्य उद्देश्य, शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करना। शिक्षा प्रणाली में नवाचार, बच्चों के सर्वांगीण विकास, अनुशासन, समर्पण और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना। समाज में शिक्षकों की भूमिका और सम्मान को और मजबूत करना। 5 सितंबर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Teacher’s Day) की जयंती के रूप में मनाया जाता है और यह दिन गुरु के योगदान को नमन करने का अवसर होता है। छत्तीसगढ़ में शिक्षा की गुणवत्ता को आगे बढ़ाने में निरंतर योगदान देने वाले शिक्षकों को यह सम्मान, न केवल उनका मनोबल बढ़ाएगा, बल्कि अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगा। यहां देखें List

Accident in Kanger Valley: Horrible accident in Kanger Valley...! Went to visit Danteshwari temple...car got swept away in strong current...4 members of the family died a painful death...watch the video here
Accident, Chhattisgarh

Accident in Kanger Valley : कांगेर घाटी में भीषण हादसा…! दंतेश्वरी मंदिर गए थे घूमने…तेज बहाव में बह गई कार…परिवार के 4 लोगों की दर्दनाक मौत…यहां देखें VIDEO

जगदलपुर, 27 अगस्त। Accident in Kanger Valley : छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। एनएच 30 पर दरभा के पास बाढ़ के तेज बहाव में एक कार बह गई, जिसमें सवार एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में पति-पत्नी और उनके दो मासूम बच्चे शामिल हैं। इस हादसे में कार चालक ने किसी तरह पेड़ का सहारा लेकर तैरकर अपनी जान बचाई। परिवार मूल रूप से तमिलनाडु का निवासी था और रायपुर में रहकर काम कर रहा था। हादसे की पुष्टि एडिशनल एसपी महेश्वर नाग ने की है। दंतेश्वरी मंदिर गए थे घूमने मिली जानकारी के अनुसार, राजेश मंगलवार को अपने परिवार के साथ रायपुर से दंतेवाड़ा स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर गए थे। वहां से वे तीरथगढ़ जलप्रपात घूमने के लिए निकले थे। दरभा के पास कांगेर घाटी में बारिश तेज़ हो गई और बाढ़ का पानी सड़क पर बहने लगा। इसी दौरान उनकी गाड़ी तेज़ बहाव में फंस गई और बह गई। कार चालक तो किसी तरह बाहर निकल गया, लेकिन परिवार के चारों सदस्य पानी में बह गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रेस्क्यू अभियान दरभा पुलिस और SDRF की टीम को सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर भेजा गया। तेज बहाव और अंधेरे के बीच देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। सभी शवों को निकालकर मेकॉज अस्पताल, जगदलपुर भेजा गया, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। लापरवाही बना हादसे का कारण प्रशासन के मुताबिक, बाढ़ जैसे हालात में वाहन ले जाना लापरवाही थी। सड़क पर पानी का तेज बहाव होने के बावजूद वाहन को पार कराने की कोशिश हादसे की मुख्य वजह मानी जा रही है। प्रशासन की अपील इस हादसे के बाद जिला प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि, भारी बारिश के दौरान पर्वतीय और जलप्रपात क्षेत्रों की यात्रा से बचें। स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें। बाढ़ या तेज बहाव वाले स्थानों को पार करने की कोई भी कोशिश न करें। कांगेर घाटी में हुआ यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि सभी पर्यटकों के लिए चेतावनी है। प्राकृतिक सौंदर्य की तलाश में सुरक्षा को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है। इस हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्राकृतिक आपदाओं के समय सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। मृतक परिवार की पहचान

Political War: We will snatch PCC chief Deepak's chair and make our own man sit in it...! BJP targets Congress by releasing cartoon poster... see here
Chhattisgarh, Politics

Political War : PCC चीफ दीपक की कुर्सी छीन के अपने आदमी बैठाएंगे…! भाजपा ने कार्टून पोस्टर जारी कर कांग्रेस पर साधा निशाना…यहां देखें

रायपुर, 27 अगस्त। Political War : छत्तीसगढ़ की राजनीति में इन दिनों कांग्रेस की आंतरिक खींचतान चर्चा का विषय बनी हुई है। पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में दिए गए बयान के बाद शुरू हुई राजनीतिक हलचल थमने का नाम नहीं ले रही। अब इस मामले में भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है और सोशल मीडिया पर व्यंग्यात्मक कार्टून पोस्टर जारी कर कांग्रेस की गुटबाजी पर करारा तंज कसा है। क्या है भाजपा का पोस्टर संदेश? भाजपा द्वारा जारी कार्टून में कांग्रेस पार्टी को आंतरिक संघर्ष, गुटबाजी और नेतृत्व की खींचतान में उलझी हुई दिखाया गया है। पोस्टर में बड़ी लाइन लिखी गई है, “कांग्रेस में मची है रार… एक-दूसरे को ही निपटाने कर रहे तकरार!” पोस्टर में कांग्रेस नेताओं को कुर्सी के लिए खींचतान करते हुए दर्शाया गया है, और नेतृत्व को लेकर भ्रम का माहौल दिखाया गया है। चौबे के बयान से शुरू हुआ विवाद पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे ने भूपेश बघेल को लेकर बयान दिया था कि, “बघेल को नेतृत्व करना चाहिए।” इस बयान को लेकर कांग्रेस के भीतर ही भिन्न मत उभर आए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि “पार्टी से ऊपर कोई नहीं है।” इसके बाद से यह साफ हो गया कि कांग्रेस में संगठनात्मक मतभेद सतह पर आ चुके हैं। भाजपा ने चौबे के बयान को कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाज़ी का प्रतीक बताते हुए कहा, कांग्रेस जनता का मुद्दा छोड़कर कुर्सी की लड़ाई में उलझी है। जिस पार्टी में आपसी विश्वास ही नहीं, वो राज्य की जनता का क्या नेतृत्व करेगी? भाजपा के मीडिया सेल ने कहा कि यह पोस्टर सिर्फ कटाक्ष नहीं, बल्कि कांग्रेस की वास्तविक स्थिति का चित्रण है। सार्वजनिक तकरार का लिया रूप राज्य में सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस में संघर्ष और आत्मथन जारी है, लेकिन अब वह सार्वजनिक तकरार का रूप लेता जा रहा है। भाजपा इसे भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। चुनाव से पहले इस तरह के दृश्य न केवल कांग्रेस की साख पर असर डालते हैं, बल्कि जनता के सामने पार्टी की एकता और विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करते हैं। चौबे का बयान (Political War) अब सिर्फ एक बयान नहीं रहा, वह भाजपा के लिए हथियार बन गया है। कांग्रेस को जहां अपने अंदरूनी मतभेदों को सुलझाने की जरूरत है, वहीं भाजपा अब प्रचार युद्ध में बढ़त लेने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है।पोस्टर वॉर शायद एक शुरुआत है, आने वाले दिनों में यह राजनीतिक वार-पलटवार का नया ट्रेंड बन सकता है।

Threat to Minister: Big news from Surajpur district...! Minister Laxmi Rajwade and her husband threatened with death... uproar in the district... accused arrested
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

IPS Breaking : राज्य पुलिस सेवा के 7 अफसर बने IPS…! केंद्र सरकार ने जारी की अधिसूचना…यहां देखें List

रायपुर, 27 अगस्त। IPS Breaking : छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस सेवा (State Police Service – SPS) के सात अधिकारियों को भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service – IPS) कैडर में पदोन्नत किया गया। गृह मंत्रालय ने इसकी आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है।

Statement by Ex Minister: Ruckus over statement about Bhupesh Baghel... silence on issues...! Leadership struggle vs public concern in Chhattisgarh Congress... Amidst all this, these 2 ministers of the party are neutral
Chhattisgarh, Politics

Statement by Ex Minister : भूपेश बघेल को लेकर बयान पर बवाल…मुद्दों पर खामोशी…! छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व संघर्ष बनाम जनसरोकार…इस सबके बीच पार्टी के ये 2 मंत्री तटस्थ

रायपुर, 27 अगस्त। Statement by Ex Minister : छत्तीसगढ़ में सत्ता से बाहर हो चुकी कांग्रेस अब संगठनात्मक असमंजस और आपसी टकराव की गिरफ्त में नजर आ रही है। भूपेश बघेल के जन्मदिन पर पहुंचे पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे के एक बयान ने प्रदेश कांग्रेस में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा था कि “भूपेश बघेल को पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए”-बस, यहीं से बात बिगड़ गई। अब यह महज़ जन्मदिन की शुभकामना नहीं रही, बल्कि इसे अगली चुनावी दिशा तय करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि चौबे ने बाद में स्पष्ट किया कि “प्रदेश में सामूहिक नेतृत्व (Collective Leadership) से ही काम हो रहा है और चुनाव भी इसी तरह लड़े जाएंगे”, फिर भी राजनीतिक संकेतों को पढ़ने वाले लोग मानते हैं कि यह बयान यूं ही नहीं दिया गया। कांग्रेस में दो खेमों की लड़ाई? चौबे के इस बयान को लेकर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि “पार्टी से ऊपर कोई नहीं है”, जबकि चौबे ने उन्हें “छोटा भाई” बताया। इस बयान को लेकर संगठन का एक धड़ा सक्रिय हो गया, मानो संगठन की एकजुटता खतरे में हो। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या यह बघेल बनाम बैज खेमे की लड़ाई का इशारा है? मुद्दों पर चुप्पी क्यों? चर्चा इस बात पर होनी चाहिए थी कि- रायपुर में बढ़ते अपराधों पर कांग्रेस क्या कर रही है? कवर्धा कलेक्टर आवास घेराव पर पार्टी की स्थिति क्या है? बिलासपुर की बदहाल सड़कों, मस्तूरी की कोल वॉशरी समस्या, और महिला पार्षद पर एफआईआर जैसे स्थानीय मुद्दों पर कांग्रेस की आवाज़ कहां है? वास्तविक मुद्दों को छोड़कर केवल नेतृत्व को लेकर बयानबाजी पर फोकस होना, प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक धार को कुंद करता दिख रहा है। दो मंत्री तटस्थ इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की भूमिका अब भी अलग थलग है, वे कभी भी संगठनात्मक मुद्दों में खुद को प्रमुख रूप से नहीं जोड़ते। वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की शैली हमेशा से ही ‘तटस्थ’ रही है, जो उन्हें बाकी नेताओं से भिन्न बनाती है। यह स्पष्ट होता जा रहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्राथमिकता जनसरोकारों के बजाय आंतरिक समीकरण साधने की हो चली है। संगठन जब मुद्दों की बजाय बयानों की dissecting में व्यस्त हो, तो वह जनता की नजरों में अप्रासंगिक होता चला जाता है। भूपेश बघेल की लोकप्रियता अभी भी पार्टी के भीतर (Statement by Ex Minister) मजबूत है, पर यह तय करना कि नेतृत्व किसके हाथ में होगा, संगठन के भविष्य की दिशा तय करेगा। लेकिन यह तय है कि बयान से राजनीति भले हो जाए, जमीन पर मौजूद न होना पार्टी की सबसे बड़ी कमजोरी बनती जा रही है।

Mid-Day Meal: Big news from Sukma...! Conspiracy to kill small children...teacher's involvement...poison mixed in mid-day meal vegetable...High Court takes suo motu cognizance
BREAKING NEWS, Education

Mid-Day Meal : सुकमा से बड़ी खबर…! छोटे बच्चों को मारने की साजिश…शिक्षक की संलिप्तता…मिड-डे मील की सब्जी में मिलाया ज़हर…हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान

सुकमा, 27 अगस्त। Mid-Day Meal : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पकेला पोटाकेबिन स्कूल में बच्चों की जान से खिलवाड़ की एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। सोमवार को मिड-डे मील तैयार किए जाने के दौरान कर्मचारियों को खाने की गंध में गड़बड़ी का संदेह हुआ। सतर्कता दिखाते हुए खाना तुरंत बच्चों को परोसने से रोक दिया गया, जिससे करीब 400 बच्चों की जान बचाई जा सकी। क्या हुआ था? मिड-डे मील (दोपहर का भोजन) की सब्जी में फिनाइल जैसी जहरीली वस्तु की गंध पाई गई। कर्मचारियों ने समय रहते भोजन वितरण रोक दिया। बच्चों ने भी गंध की शिकायत की थी। यदि यह साजिश पकड़ में न आती, तो सैकड़ों बच्चों की जान पर बन सकती थी। जांच और प्रशासन की कार्रवाई सुकमा कलेक्टर ने घटना पर संज्ञान लेते हुए जांच समिति गठित की। जिसमें 21 अगस्त को घटी इस घटना का सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ कि, एक शिक्षक की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इस शिक्षक से गंभीर पूछताछ जारी है। पुलिस ने साक्ष्य जुटाए हैं और केस की आपराधिक जांच शुरू की गई है। शिक्षक की संलिप्तता का संदेह घटना के बाद प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जानबूझकर सब्जी में फिनाइल मिलाई गई थी। शिक्षक की संदिग्ध भूमिका को लेकर बच्चों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं। शिक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभिभावकों का गुस्सा फूटा घटना के बाद अभिभावकों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा गया। लोगों का कहना है कि अगर समय पर रोक नहीं लगती, तो बड़ा जनहानि का मामला हो सकता था। उन्होंने प्रशासन पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया। हाईकोर्ट का दखल छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने इस मामले पर स्वतः संज्ञान लिया है। कोर्ट ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा: “बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता (Mid-Day Meal) बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Vaishno Devi Yatra: Heavy rain...! 31 deaths due to landslide on Vaishno Devi Yatra route... Jammu-Katra highway closed... 22 trains also cancelled
Accident, National

Vaishno Devi Yatra : भारी बारिश…! वैष्णो देवी यात्रा रूट पर लैंडस्लाइड से 31 मौतें…जम्मू-कटरा हाईवे बंद…22 ट्रेनें भी रद्द…यहां देखें

जम्मू, 27 अगस्त। Vaishno Devi Yatra : जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने राज्य में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के यात्रा मार्ग पर बुधवार को हुए बड़े भूस्खलन में कम से कम 31 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 23 लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है, और आशंका जताई जा रही है कि मलबे के नीचे और लोग फंसे हो सकते हैं। वैष्णो देवी यात्रा पर ब्रेक त्रिकूट पर्वत पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर के रास्ते का बड़ा हिस्सा भारी भूस्खलन के कारण मलबे में तब्दील हो गया है। भारी वर्षा के कारण कई जगह पत्थर गिरने और रास्ता धंसने की घटनाएं हुईं। यात्रा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। कई जगहों पर भूस्खलन और मलबा जमा होने से जम्मू-कटरा राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। वैकल्पिक मार्गों से आवाजाही बहुत कठिन हो गई है। रेल सेवाएं प्रभावित नॉर्दर्न रेलवे ने 22 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 27 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है। इससे वैष्णो देवी बेस कैंप कटरा से चलने वाली 9 ट्रेनें भी शामिल हैं। पठानकोट–कंदरोरी सेक्शन पर चक्की नदी में बाढ़ के कारण रेल यातायात रोक दिया गया है। जान-माल का नुकसान जम्मू में तवी नदी पर बना चौथा पुल ढह गया है। कुछ गाड़ियां फंस गई थीं, जिन्हें बाद में सुरक्षित निकाला गया। 3,500+ लोगों का रेस्क्यू। जिला प्रशासन, जेके पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और स्थानीय वॉलंटियर्स की मदद से 3,500 से अधिक लोगों को बाढ़ग्रस्त और जोखिम वाले इलाकों से निकाला गया है। कई इलाकों में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा बाधित है। इससे हजारों लोग संपर्क से बाहर हो गए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र वर्तमान में जम्मू और आसपास के इलाकों में तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं- जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोता, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल, कठुआ और ऊधमपुर। वहीं रियासी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल और बनिहाल में हल्की बारिश हो रही है। प्रशासन द्वारा की गई राहत व्यवस्था अस्थायी शेल्टर बनाए गए हैं, जहां खाना, पानी और मेडिकल सहायता (Vaishno Devi Yatra) दी जा रही है। हाई-रिस्क इलाकों से निकासी का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इस बीच, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति नदी के किनारे, पुलों या भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाए।

Deluge in Tawi River: Vehicles were running on the roads when suddenly the bridge collapsed...! Watch the horrifying LIVE VIDEO here
National

Deluge in Tawi River : सड़कों पर दौड़ रहे थे वाहन तभी अचानक ढह गया पुल…! यहां देखें भयावह LIVE VIDEO

जम्मू, 27 अगस्त। Deluge in Tawi River : मंगलवार को भारी बारिश के चलते भगवती नगर में तवी नदी पर बना चौथा पुल ढह गया। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि जैसे ही पुल टूटता है, वाहन और सड़क कटाव में फंस जाते हैं, और लोग भागकर सुरक्षित स्थान की ओर भागते नजर आते हैं। भयावह वीडियो सामने आया वीडियो में लोग डर के मारे चिल्लाते हैं, “वो गया…ये गया…ओह शिट! बाहर निकलो, बाहर आ जाओ।” प्रशासन की घोषणाएं लगातार चल रही हैं, जिसमें लोग यात्रा न करें और नदी के पास से भी बचकर रहें, ये बताया जा रहा है। जम्मू में बीते तीन दिन से जारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। डोडा, किश्तवाड़, रियासी, राजौरी, रामबन, पुंछ सहित कई जिलों में व्यापक क्षति पहुंची है। कई गांव बाढ़ की चपेट में है। सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस-प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। बादल फटने से हुई भारी बारिश ने कई नदियों के जलस्तर को भी बढ़ा दिया है। जम्मू में तवी नदी सबसे ज्यादा प्रलय मचाती नजर आ रही है। इसी तवी नदी पर बना एक पुल मंगलवार को बारिश के बीच धंस गया। इस पुल के धंसने के तुरंत बाद का लाइव वीडियो भी सामने आया है। जिसमें बारिश के बीच लोग अपनी गाड़ियों से पुल पार करते नजर आ रहे है। तभी अचानक पुल धंसता है। एक स्कॉर्पियो और दो कार पुल के धंसे हुए इलाके में फंस जाते हैं। राहत कार्य और प्रशासन की कार्रवाई लगभग चार वाहन पुल टूटने से प्रभावित हुए, लेकिन राहत टीमों ने सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है और इस संबंध में किसी हताहत की सूचना नहीं है। प्रशासन ने उस मार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया है और जनता से ऐसे खतरनाक इलाकों में नहीं जाने की अपील की जा रही है। बड़ी स्थिति और मौसम संबंधी चेतावनी लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश (Deluge in Tawi River) ने जम्मू–कश्मीर में तबाही मचा रखी है। वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन और लापता लोग, नेशनल हाईवे बंद, इंटरनेट सेवा बाधित जैसे व्यापक हालात सामने आए हैं। प्रशासन, सेना और आपदा प्रबंधन दल राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

Alcohol Scandal: EOW takes big action in alcohol scam...! 6th chargesheet filed with revelations of commission on foreign liquor...involvement of senior officers and leaders exposed
Chhattisgarh

Alcohol Scandal : शराब घोटाले में EOW की बड़ी कार्रवाई…! विदेशी शराब पर कमीशनखोरी के खुलासे के साथ 6वां अभियोग पत्र दाखिल…वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओं की संलिप्तता उजागर

रायपुर, 20 अगस्त। Alcohol Scandal : छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच कर रहे राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए इस मामले में छठवां अभियोग पत्र रायपुर की विशेष अदालत में दाखिल किया है। इस बार की जांच का मुख्य फोकस रहा विदेशी शराब पर कमीशनखोरी और उससे जुड़े सिंडीकेट की भूमिका। EOW ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि वर्ष 2020-21 के दौरान आबकारी विभाग में एक संगठित सिंडीकेट सक्रिय था, जिसने नीति में बदलाव कर सरकारी राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया। नीति में कैसे रचा गया घोटाला? जांच में सामने आया कि अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी, निरंजन दास, अनवर बेबर, विकास अग्रवाल और अरविंद सिंह जैसे प्रभावशाली प्रशासनिक और कारोबारी चेहरे मिलकर एक सिंडीकेट चला रहे थे। विदेशी शराब आपूर्तिकर्ताओं से सीधे कमीशन वसूलने में मुश्किल आने पर, इस सिंडीकेट ने षड्यंत्रपूर्वक 2020-21 में आबकारी नीति बदलवाई। नई नीति के तहत, राज्य में पहली बार एफएल-10ए/बी लाइसेंस प्रणाली लागू की गई। पहले तक विदेशी शराब की पूरी खरीद-बिक्री छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन के माध्यम से होती थी, जिससे लाभ सीधे सरकार के खाते में आता था। लेकिन अब तीन निजी कंपनियों को लाइसेंस देकर उनके माध्यम से 10% मार्जिन पर शराब खरीदी-बिक्री करवाई गई। इस मार्जिन का बड़ा हिस्सा सिंडीकेट और उनके राजनीतिक संरक्षकों के पास जाता था। तीन कंपनियों की भूमिका पर सवाल राजकोष को हुआ भारी नुकसान EOW की रिपोर्ट के अनुसार, इन तीन कंपनियों को लाइसेंस देने के कारण सरकारी खजाने को 248 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। वहीं सिंडीकेट और उससे जुड़े प्रभावशाली व्यक्तियों ने कई गुना अवैध कमाई की। गिरफ्तारियां और आगे की कार्रवाई इस अभियोग पत्र में विजय कुमार भाटिया, संजय मिश्रा, मनीष मिश्रा और अभिषेक सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है। चारों इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। EOW ने संकेत दिया है कि अन्य कंपनियों से जुड़े लोगों के खिलाफ भी अलग से चार्जशीट दाखिल की जाएगी। क्या है आगे की राह? छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला लंबे (Alcohol Scandal) समय से चर्चा का विषय रहा है। पहले दाखिल अभियोग पत्रों में राज्य के वरिष्ठ अफसरों और कारोबारी समूहों की मिलीभगत उजागर हो चुकी है। अब छठवें अभियोग पत्र में नीतिगत हेरफेर के ज़रिए राजकोषीय नुकसान को दस्तावेज़ों सहित प्रस्तुत किया गया है।