Author name: Ek Janta Ki Awaaz

CG Vidhan Sabha: Monsoon session...! Debate on cyber crime heated up...BJP MLAs surrounded the government...Deputy CM Vijay Sharma responded
Chhattisgarh

CG Vidhan Sabha : मानसून सत्र…! साइबर क्राइम पर गरमा गई बहस…BJP विधायकों ने सरकार को घेरा…डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दिया जवाब

रायपुर, 16 जुलाई। CG Vidhan Sabha : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में साइबर अपराध का मुद्दा जोरशोर से उठा। BJP विधायक सुनील सोनी ने प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराधों को लेकर चिंता जताते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में साइबर ठगों का नेटवर्क लगातार फैल रहा है, लेकिन अब तक कोई साइबर विशेषज्ञ नियुक्त नहीं किया गया है। सुनील सोनी के सवाल गृहमंत्री विजय शर्मा का जवाब राजेश मूणत का सवाल और चिंता विजय शर्मा का जवाब अजय चंद्राकर का सवाल इस पूरे संवाद के दौरान, सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। जहां भाजपा विधायकों ने साइबर सुरक्षा की गंभीरता पर सवाल उठाए, वहीं सरकार ने संरचना, प्रशिक्षण और नियोजन को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की। छत्तीसगढ़ में साइबर अपराधों का बढ़ता ग्राफ न केवल राज्य प्रशासन के लिए चुनौती है, बल्कि आम जनता की डिजिटल सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। साइबर थानों की दृश्यता, विशेषज्ञों की नियुक्ति, रिकवरी दर और जवाबदेही जैसे मुद्दे अब राजनीतिक बहस से निकलकर नीति निर्माण की प्राथमिकता बनने चाहिए।

Killer Mother: A heart wrenching incident...! Mother gave birth to a newborn in a moving bus...immediately after that she threw the child out of the window...painful death of the innocent
Crime

Killer Mother : दिल दहला देने वाली घटना…! मां ने चलती बस में दिया नवजात को जन्म…तुरंत बाद खिड़की से फेंका…मासूम की दर्दनाक मौत

मुंबई, 16 जुलाई। Killer Mother : महाराष्ट्र के परभणी जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 19 वर्षीय महिला ने चलती लग्जरी स्लीपर बस में बच्चे को जन्म दिया, लेकिन उसके तुरंत बाद महिला और उसके साथ मौजूद एक व्यक्ति, जो खुद को उसका पति बता रहा था, ने नवजात शिशु को बस की खिड़की से बाहर फेंक दिया, जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। यह भयावह घटना सुबह करीब 6:30 बजे परभणी के पाथरी-सेलु रोड पर हुई। एक सतर्क नागरिक ने देखा कि बस की खिड़की से कपड़े में लिपटी कोई चीज फेंकी गई। पास जाकर देखने पर पता चला कि वह एक नवजात बच्चा था। नागरिक ने तुरंत पुलिस की 112 हेल्पलाइन पर कॉल कर सूचना दी। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ड्राइवर ने खिड़की से कुछ फेंके जाने की बात देखी थी और जब उसने पूछताछ की, तो साथ बैठे व्यक्ति (शेख) ने कहा कि उसकी पत्नी को बस यात्रा के कारण उल्टी हो रही थी, इसलिए उसने कपड़ा फेंका है। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस टीम ने तुरंत बस का पीछा किया और बस को रोका। पूछताछ के बाद महिला और शेख को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने नवजात को इसलिए फेंका क्योंकि वे उसका पालन-पोषण नहीं कर सकते थे। दोनों आरोपी परभणी के निवासी हैं और पिछले डेढ़ साल से पुणे में रह रहे थे। उन्होंने खुद को पति-पत्नी बताया, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। महिला को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। पाथरी पुलिस थाने में उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 94 (3), (5) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो जन्म छिपाने और शव को गुप्त रूप से ठिकाने लगाने से संबंधित है। वर्तमान स्थिति आरोपियों को नोटिस जारी कर दिया गया है। मामले की जांच (Killer Mother) अभी जारी है। यह घटना ना केवल कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती है, बल्कि समाज की संवेदनशीलता और मानवता पर भी सवाल खड़े करती है। अगर आपके आसपास कोई महिला ऐसी कठिन परिस्थिति में हो, तो कृपया उसकी मदद करें, ऐसी त्रासदियों से बचने के लिए जागरूकता और सहानुभूति दोनों बेहद ज़रूरी हैं।

Blackmailing and Extortion Case: Police tightens its grip on absconding history-sheeter Tomar brothers... Rohit Tomar's wife Bhavna arrested
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

Blackmailing and Extortion Case : फरार हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधुओं पर पुलिस का शिकंजा तेज…रोहित तोमर की पत्नी भावना गिरफ्तार

रायपुर, 15 जुलाई। Blackmailing and Extortion Case : पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में ब्लैकमेलिंग, जान से मारने की धमकी और अवैध वसूली जैसे संगीन आरोपों में फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर वीरेन्द्र सिंह तोमर और रोहित सिंह तोमर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम में रोहित सिंह तोमर की पत्नी भावना तोमर को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब भावना से पूछताछ कर दोनों फरार आरोपियों के ठिकाने और गतिविधियों से जुड़ी जानकारियां जुटा रही है। 7 मामले दर्ज, कोर्ट से उद्घोषणा आदेश जारी तोमर बंधुओं के खिलाफ अब तक सात मामले दर्ज हो चुके हैं। पुलिस की ओर से कोर्ट में पुनः आवेदन प्रस्तुत करने के बाद कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 18 अगस्त तक स्वयं प्रस्तुत होने का आदेश जारी किया है। इससे पहले पुलिस दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी करवा चुकी है, लेकिन आरोपी अब तक पुलिस को पूछताछ के लिए उपलब्ध नहीं हुए हैं। माना जा रहा है कि यह उद्घोषणा आदेश आरोपियों की संपत्ति कुर्की की दिशा में अगला कदम है। पुलिस ने पहले ही दोनों की गिरफ्तारी पर 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है। दो और गंभीर शिकायतें दर्ज पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दो नई शिकायतें भी पुरानी बस्ती थाने में दर्ज हुई हैं। दोनों में आरोपियों पर कर्जदारों से कई गुना रकम वसूलने, धमकाने और हत्या की धमकी देने के आरोप हैं। पीड़ितों ने बताया कि आरोपियों ने उनके जमीन के दस्तावेज और कोरे चेक अपने पास रख लिए थे और रकम चुकाने के बावजूद दस्तावेज लौटाने से इनकार कर दिया। आरोपी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की धमकी भी दे रहे थे। पीड़ितों ने यह भी बताया कि वे पहले डर के कारण सामने नहीं आए, लेकिन जून में पुलिस जांच के दौरान आरोपियों के फरार होने के बाद उन्होंने साहस कर थाने में शिकायत दर्ज कराई। सीएसपी खुद पहुंचे थे घर, फिर वारंट चिपकाया गया एक दिन पहले ही सीएसपी राजेश देवांगन खुद आरोपियों के भाठागांव स्थित साई विला निवास पर गिरफ्तारी वारंट लेकर पहुंचे थे। पुलिस टीम को आरोपी वहां नहीं मिले। इसके बाद परिजनों को गिरफ्तारी वारंट की जानकारी दी गई और फिर पुलिस टीम ने घर के बाहर वारंट चस्पा कर दिया। सोमवार को कोर्ट को पुलिस ने बताया कि आरोपी जानबूझकर पुलिस जांच से बच रहे हैं और फरार हैं। इसी आधार पर कोर्ट ने उद्घोषणा आदेश जारी कर 18 अगस्त तक का समय दिया। अब तक की संक्षेप कार्रवाई कार्रवाई विवरण आरोपी वीरेन्द्र सिंह तोमर, रोहित सिंह तोमर दर्ज मामले 7 गिरफ्तार भावना तोमर (रोहित की पत्नी) इनाम ₹5000 प्रति आरोपी अगली सुनवाई 18 अगस्त 2025 तक कोर्ट में हाजिर होने का आदेश नई शिकायतें 2 और शिकायतें दर्ज (कर्ज, धमकी, दस्तावेज जब्ती) संभावित अगला कदम संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया टीआई पुरानी बस्ती ने बताया कि सभी शिकायतों की गंभीरता से जांच जारी है। दस्तावेजी और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ अधिक अपराध दर्ज किए जा सकते हैं।

CG Assembly: Activeness of MLAs in Chhattisgarh Assembly...! These BJP MLAs are at the forefront in questions... Many MLAs scored 'century'... How many MLAs kept distance from questions?... See full data here
Chhattisgarh

CG Assembly : छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों की सक्रियता…! भाजपा के ये MLA सवालों में सबसे आगे…कई विधायकों ने जड़े ‘शतक’…कितने विधायकों ने सवालों से बनाए रखी दूरी?…पूरा डेटा यहां देखें

रायपुर, 15 जुलाई। CG Assembly : छत्तीसगढ़ की छठवीं विधानसभा के फरवरी 2024 से जुलाई 2025 तक के पांच सत्रों में अब तक कुल 7728 सवाल पूछे जा चुके हैं। विधानसभा के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है जो यह दर्शाता है कि विधायकों ने जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने में खासा उत्साह दिखाया है। खासतौर पर फरवरी-मार्च 2025 के सत्र में ही 2504 सवाल सामने आए, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। इससे पहले फरवरी-मार्च 2024 में 2448 सवाल दर्ज किए गए थे। सबसे आक्रामक रहे भाजपा के वरिष्ठ विधायक सदन में आक्रामक शैली के लिए जाने जाने वाले भाजपा के राजेश मूणत (192) और अजय चंद्राकर (196) सवाल पूछने में सबसे आगे हैं। इनके अलावा वरिष्ठ विधायक पुन्नूलाल मोहले (195), धरमलाल कौशिक (196) और धर्मजीत सिंह (196) भी डबल शतक के बेहद करीब हैं। प्रमुख विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों का आंकड़ा नाम पार्टी पूछे गए सवाल अजय चंद्राकर भाजपा 196 राजेश मूणत भाजपा 192 पुन्नूलाल मोहले भाजपा 195 धर्मजीत सिंह कांग्रेस 196 धरमलाल कौशिक भाजपा 196 चरणदास महंत (नेता प्रतिपक्ष) कांग्रेस 188 उमेश पटेल कांग्रेस 152 गोमती साय भाजपा 101 सुशांत शुक्ला (नवीन विधायक) भाजपा 183 नए विधायकों की प्रभावी उपस्थिति नए विधायकों में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने अपनी सक्रियता से ध्यान खींचा है। उन्होंने अब तक 183 सवाल उठाए हैं, जिनमें से 76 सवाल अकेले पहले सत्र में किए गए थे। अन्य नए सक्रिय विधायक महिला विधायकों की भूमिका महिला विधायकों ने भी सवालों के जरिए प्रभावी उपस्थिति दर्ज की है। कम सक्रिय विधायक राजधानी रायपुर से जुड़े कुछ विधायक सवाल पूछने में पिछड़ते नजर आए: वहीं, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने अब तक एक भी सवाल नहीं पूछा है, जो चिंताजनक माना जा रहा है। प्रक्रिया और सत्रों की जानकारी विधानसभा के बजट सत्र अपेक्षाकृत लंबे चलते हैं, जिससे सवाल पूछने के ज्यादा मौके मिलते हैं। एक बैठक दिवस में एक विधायक को अधिकतम चार सवाल पूछने की अनुमति है। यह आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में जनप्रतिनिधि कई मुद्दों पर सक्रिय हैं, लेकिन कुछ क्षेत्रों के विधायक अपेक्षित सक्रियता नहीं दिखा पा रहे हैं। (सूत्र: विधानसभा दस्तावेज एवं सदन में पूछे गए प्रश्नों का सारांश, जुलाई 2025 तक)

Murder of Education Ambassador: Naxalites killed 2 education ambassadors in Bijapur...! Terror in the village
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Murder of Education Ambassador : बीजापुर में नक्सलियों ने की 2 शिक्षा दूतों की हत्या…! गांव में दहशत

बीजापुर, 15 जुलाई। Murder of Education Ambassador : बीजापुर जिले के फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के पीलूर गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। माओवादियों ने दो शिक्षा दूतों को अगवा कर बेरहमी से हत्या कर दी। सोमवार शाम को घर से उठाए गए दोनों शिक्षकों के शव मंगलवार सुबह जंगल में बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, मृतकों में से एक की पहचान विनोद मेड के रूप में की गई है, जबकि दूसरे की पहचान की प्रक्रिया जारी है। गांववालों ने सुबह जंगल में दोनों की लाशें देखी और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। माओवादियों ने धारदार हथियारों से दोनों की निर्मम हत्या की। उन पर मुखबिरी करने का आरोप लगाया गया था। पुलिस का मानना है कि मुखबिरी के शक में ही दोनों की हत्या की गई होगी। बताया जा रहा है कि हाल ही में बंद पड़े स्कूलों को दोबारा खोला गया था और इन्हीं स्कूलों में दोनों शिक्षा दूतों की ड्यूटी लगी थी। आशंका है कि स्कूलों के दोबारा खुलने से नाराज माओवादियों ने इस वारदात को अंजाम दिया हो। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। गांव में इस दोहरे हत्याकांड से भय और आक्रोश का माहौल है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, वहीं स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है। फिलहाल इस मामले की आधिकारिक पुष्टि (Murder of Education Ambassador) नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन सतर्क हो गया है और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

PCC Chief Deepak Baij's political post stirs up...! Ruckus over calling MLA Devendra Yadav the acting president...see the deleted X post here
Chhattisgarh, Politics

PCC Chief दीपक बैज की राजनीतिक पोस्ट से हड़कंप…! MLA देवेंद्र यादव को कार्यकारी अध्यक्ष बताने पर बवाल…हटाई गई X Post यहां देखें

रायपुर, 15 जुलाई। PCC Chief : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। दीपक बैज ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को “प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष” कह डाला, जिससे कांग्रेसी खेमे में अटकलों का दौर शुरू हो गया। क्या है पूरा मामला? दीपक बैज के जन्मदिन पर देवेंद्र यादव ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए एक पोस्ट किया था। उसी पोस्ट को दीपक बैज ने कोट रीपोस्ट करते हुए लिखा- “प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष भाई देवेंद्र यादव को स्नेह और शुभकामनाओं के लिए आभार।” इस एक वाक्य ने राजनीतिक हलकों में बड़ी बहस छेड़ दी। पोस्ट के सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और यह चर्चा का विषय बन गया कि क्या कांग्रेस में कोई आंतरिक संगठनात्मक बदलाव हुआ है। पोस्ट डिलीट कर बैज ने संभाली स्थिति जैसे ही पोस्ट को लेकर सवाल उठने लगे, कुछ ही घंटों में दीपक बैज ने वह पोस्ट डिलीट कर दी। हालांकि न तो कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया और न ही बैज या यादव ने इस पर कोई सफाई दी है। देवेंद्र यादव का वर्तमान पद फिलहाल देवेंद्र यादव भिलाई नगर से विधायक हैं और AICC (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) में सचिव पद पर कार्यरत हैं। पार्टी ने उन्हें कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में शामिल किया है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की कोई आधिकारिक घोषणा अब तक नहीं हुई है। सियासी पारा चढ़ा दीपक बैज के इस पोस्ट के बाद कांग्रेस के भीतर खेमेबाज़ी और संभावित संगठनात्मक फेरबदल की अटकलें तेज़ हो गई हैं। विपक्षी दलों ने भी इस मामले पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस की अंदरूनी स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। क्या कहती है पार्टी? अब सबकी नजरें प्रदेश कांग्रेस कार्यालय और AICC के रुख (PCC Chief Deepak Baij) पर टिकी हैं कि क्या यह केवल एक “टाइपो” था या कोई जल्दबाज़ी में हुआ खुलासा? या फिर यह एक राजनीतिक संकेत था, जो गलती से समय से पहले सार्वजनिक हो गया? यह मामला आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ कांग्रेस की रणनीति और संगठनात्मक दिशा को लेकर और भी कई सवाल खड़े कर सकता है।

Acid Attack: Painful acid attack...! Inhuman act due to jealousy of friend's beauty... Girl threw acid on friend's face... Accused surrounded
National

Acid Attack : दर्दनाक एसिड अटैक…! सहेली की सुंदरता से जलन में अमानवीय हरकत…युवती ने दोस्त के चेहरे पर फेंका एसिड…घेरे में आरोपी

जबलपुर, 15 जुलाई। Acid Attack : शहर के अवधपुरी कॉलोनी में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। 22 वर्षीय श्रद्धा दास पर उसकी ही बचपन की सहेली इशिता साहू ने तेजाब फेंक दिया, जिससे श्रद्धा बुरी तरह झुलस गई है और अस्पताल में जीवन और मौत के बीच जूझ रही है। घटना 29 जून की सुबह की है, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। बचपन की दोस्ती बनी दुश्मनी का कारण श्रद्धा और इशिता एक ही कॉलोनी की निवासी थीं और बचपन में गहरी दोस्ती थी। लेकिन कुछ साल पहले इशिता का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके लिए उसने श्रद्धा को ज़िम्मेदार ठहराया। तभी से उसने बदला लेने की ठान ली थी। श्रद्धा की तरक्की से और भड़क उठी इशिता हाल ही में श्रद्धा को पश्चिम बंगाल की एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी मिली थी। उसकी सुंदरता और करियर की सफलता से ईर्ष्या करती इशिता ने क्रूर योजना बनाई और उसकी जिंदगी तबाह करने का फैसला कर लिया। फर्जी दस्तावेजों से हासिल किया एसिड इशिता ने ज्ञान गंगा कॉलेज के फर्जी लेटरहेड और दस्तावेजों के जरिए सिविक सेंटर स्थित अनुप्रास ट्रेडर्स से सल्फ्यूरिक एसिड खरीदा। इस काम में उसके दोस्त अंश शर्मा ने फर्जी प्रोफेसर बनकर मदद की, जो अभी फरार है। 29 जून को इशिता ने श्रद्धा को यह कहकर घर के बाहर बुलाया कि वह उससे आखिरी बार मिलना चाहती है। जैसे ही श्रद्धा बाहर आई, इशिता ने बोतल से 100 एमएल एसिड उसके चेहरे पर फेंक दिया। श्रद्धा की चीख-पुकार सुनकर मां दौड़ीं और पानी से चेहरा धोया, लेकिन तब तक एसिड अपना कहर दिखा चुका था। गिरफ्तारी के बाद पूछा: “मर गई क्या?” घटना के बाद इशिता मौके से फरार हो गई, लेकिन पुलिस ने जल्द ही उसे पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद उसका सबसे पहला सवाल था- “वो मर गई क्या? मुझे फांसी होगी?” यह सुन पुलिस भी स्तब्ध रह गई। बहरहाल, मेडिकल कॉलेज में भर्ती श्रद्धा का चेहरा और ऊपरी शरीर 50% तक झुलस चुका है। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी स्थिति गंभीर है और लगातार निगरानी की जा रही है। कड़ी धाराओं में केस दर्ज गोरखपुर सीएसपीपी नागोटिया (Acid Attack) ने बताया कि हत्या की कोशिश और एसिड अटैक की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इशिता की मदद करने वाला अंश शर्मा अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। इस वीभत्स घटना ने फिर साबित कर दिया है कि अपराधी चेहरा नहीं पहचानते, और कभी-कभी सबसे बड़ा ज़ख्म दोस्ती ही दे जाती है।

Scam in Campa: Plantation scam exposed in Korba...! From retired to ranger, everyone involved... Recommendation for recovery of more than 45 lakhs... See the list of corrupt officers here
Chhattisgarh

Scam in Campa : कोरबा में पौधारोपण घोटाला उजागर…! रिटायर्ड से लेकर रेंजर तक शामिल…45 लाख से अधिक की वसूली की अनुशंसा…यहां देखें भ्रष्ट अफसरों की List

कोरबा, 15 जुलाई। Scam in Campa : वन विभाग के पौधारोपण कार्य में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। वर्ष 2019-20 में कैम्पा मद से स्वीकृत 10 करोड़ की योजना के तहत कराए गए पौधारोपण में भारी अनियमितता सामने आई है। यह घोटाला पहली बार जुलाई 2024 में उजागर हुआ था। अब एक साल बाद जांच पूरी होने के बाद 45.32 लाख रुपये की वसूली की अनुशंसा की गई है। पाली एसडीओ चंद्रकांत टिकरिहा के नेतृत्व में गठित जांच दल की रिपोर्ट में यह साफ हुआ कि मप्र से मजदूर बुलाकर पौधारोपण का महज दिखावा किया गया। मौके पर न पौधे थे, न सुरक्षा व्यवस्था। बोरवेल तक बिना बिजली कनेक्शन के खुदवा दिए गए। इन अधिकारियों से होगी वसूली घोटाले की मुख्य बातें ये पौधे लगाए गए थे आंवला, जामुन, नीम, करंज, सागौन, सीरत, सरई, कौहा, महुआ, बीजा आदि।150 हेक्टेयर में 88,000 पौधों का रोपण किया गया था।फिर भी आज 3 साल बाद केवल 20-25% पौधे ही बचे हैं। जांच रिपोर्ट राज्य शासन (Scam in Campa) को सौंप दी गई है। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि शासन दोषियों पर कब कार्रवाई करता है। वन विभाग की इस लापरवाही ने न केवल सरकारी धन का दुरुपयोग किया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की कोशिशों को भी गहरा नुकसान पहुंचाया है।

DEO Strict Action: Two head teachers suspended in Bemetara...! Financial irregularities exposed...Governor Ramen Deka has adopted a school
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Transfer Breaking : बिलासपुर प्रशासन में बड़ा फेरबदल…! कई तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों का हुआ तबादला…कई को मिली पदोन्नति…यहां देखें List

बिलासपुर, 15 जुलाई। Transfer Breaking : जिले में प्रशासनिक कसावट और सेवा वितरण को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर संजय अग्रवाल ने सोमवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया। इस आदेश के तहत एक दर्जन से अधिक तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, वहीं कई अधिकारियों को पदोन्नति भी प्रदान की गई है। कलेक्टर अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि यह बदलाव प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ाने, सेवा वितरण की गति तेज करने और ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रशासनिक पहुंच मजबूत करने के लिए जरूरी था। सभी अधिकारियों को तत्काल अपनी नवीन पदस्थापना का कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख फेरबदल इस प्रकार हैं यह प्रशासनिक फेरबदल जिले के प्रशासनिक ढांचे को अधिक चुस्त-दुरुस्त और उत्तरदायी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

Monsoon Session of CG Assembly: Fertilizer-seed crisis...! Opposition raised the issue in zero hour in the assembly... Agriculture Minister's response
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Monsoon Session of CG Assembly : खाद–बीज संकट…! विधानसभा में विपक्ष ने शून्यकाल में उठाया मुद्दा…कृषि मंत्री का प्रतिवाद

रायपुर, 14 जुलाई। Monsoon Session of CG Assembly : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन, शून्यकाल में नेता–प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पूरे राज्य में किसानों को खाद–बीज की कमी का मुद्दा उठाते हुए चर्चा की मांग की। इसके बाद सदन में भारी हंगामा और नारेबाज़ी हुई, जिससे कार्यवाही को 5 मिनट के लिए स्थगित किया गया। विपक्ष की आवाज़ महंत ने कहा कि खाद की बहुल कमी से किसानों में गंभीर आक्रोश है और इस पर तत्काल चर्चा होनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को उचित मात्रा में खाद उपलब्ध कराने में विफल रही है; किसान मजबूरी में दोगुने दाम चुकाकर बाजार से खाद खरीद रहे हैं। कृषि मंत्री का प्रतिवाद रामविचार नेताम ने बताया कि सरकार ने फास्फेटिक खाद की कमी को पहले देख लिया था, अतः एसएसपी, एनपीके, और नैनो उर्वरक जैसी वैकल्पिक खाद का भंडारण किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि एनपीके खाद स्टॉक लक्ष्य से अधिक है, और 28 लाख हेक्टेयर से अधिक में बोआई पहले ही हो चुकी है। अध्यक्ष की भूमिका और हंगामा स्थिति पक्ष मुख्य बिंदु विपक्ष (महंत–बघेल) खाद–बीज की कमी, किसानों की दिक्कत सरकार/कृषि मंत्री वैकल्पिक खाद भंडारण, NPK स्टॉक, समुचित बोआई विधिसमिता स्थगन प्रस्ताव के बाद सदन स्थगित, अध्यक्ष का निर्णय आगे क्या हो सकता है? विपक्ष इस मुद्दे को शेष चार बैठकों में पुनः उठाकर छोड़ सकता है (क्योंकि सत्र में अब तक 996 प्रश्न–विचार अपेक्षित हैं)। खाद और बीज की आपूर्ति प्रणाली में विफलताओं पर अधिकारियों को स्पष्टीकरण देने का निर्देश विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जारी हो सकता है। किसान संगठनों या विपक्ष के प्रदर्शनों/ज्ञापनों के जरिए यह मुद्दा बाहर भी सुर्खियों में बने रहने की संभावना है, जैसा कि अंबिकापुर में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत की गिरफ्तारी के दौरान हुआ था। महत्वपूर्ण किसान–हित का यह मुद्दा मानसून सत्र की पहली ही बैठक (Monsoon Session of CG Assembly) में जोरदार राजनैतिक टकराव के साथ सामने आया। विपक्ष का आरोप है कि खाद–बीज का संकट गंभीर है, जबकि सरकार ने स्टॉक की जानकारी देकर स्थिति को नियंत्रित बताने की कोशिश की है। हालांकि इससे पहले स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य करार देकर और सदन स्थगित कर परिस्थिति को फिलहाल शांत किया गया है।