Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Mana Basti: Grand celebration of school admission festival...! Welcome the newly admitted students
Education, Raipur

Mana Basti : शाला प्रवेश उत्सव का भव्य आयोजन…! नवप्रवेशी विद्यार्थियों का हुआ गर्मजोशी से स्वागत

रायपुर/माना बस्ती, 06 जुलाई। Mana Basti : शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, माना बस्ती में सत्र 2025 के शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन रविवार को बड़े ही धूमधाम और सांस्कृतिक उल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रायपुर ग्रामीण विधायक माननीय श्री मोतीलाल साहू और विशिष्ट अतिथि रायपुर उत्तर विधायक माननीय श्री पुरंदर मिश्रा की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता माना बस्ती की सरपंच श्रीमती सुनीता लेखू बैस ने की। नवप्रवेशी विद्यार्थियों का पारंपरिक स्वागत कक्षा 9वीं एवं 11वीं में नवप्रवेशी विद्यार्थियों का तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर, गणवेश और पुस्तक वितरण कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर सत्र 2024 की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन विद्यालय की छात्राओं ने बस्तर से लेकर सरगुजा तक की छत्तीसगढ़ी संस्कृति को दर्शाते हुए रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियाँ दीं, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यों में संलग्न कान्यकुब्ज युवा संगिनी टीम को भी मंच से सम्मानित किया गया। यह टीम माना बस्ती के जरूरतमंद बच्चों की सहायता करती है एवं प्लास्टिक मुक्त अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रही है। प्रेरक उद्बोधन व पुरस्कार की घोषणा मुख्य अतिथि श्री मोतीलाल साहू ने बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल-कूद को बराबर महत्व देने की प्रेरणा दी और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं विशिष्ट अतिथि श्री पुरंदर मिश्रा ने सरल भाषा में विद्यार्थियों को शिक्षा से आत्मनिर्भरता की राह पर चलने की प्रेरणा दी। दोनों विधायकों ने मिलकर अगले वर्ष उत्कृष्ट अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ₹11,000 के पुरस्कार देने की घोषणा की। मांगपत्र सौंपा गया, समस्याओं पर ध्यान विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती कौशल्या खूंटे ने विद्यालय में बढ़ती छात्र संख्या एवं संसाधनों की कमी को लेकर समस्याओं का मांगपत्र सौंपा, जिसे अतिथियों ने मुख्यमंत्री तक पहुँचाने का आश्वासन दिया। “ज्ञान वाटिका” का विमोचन एवं वृक्षारोपण इस अवसर पर विद्यालय की वार्षिक पत्रिका “ज्ञान वाटिका” का भी विधिवत विमोचन किया गया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। समापन और सम्मान कार्यक्रम का संचालन डा. मीनाक्षी बाजपेयी द्वारा किया गया। अंत में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष (Mana Basti) गोविंद यादव ने आभार प्रदर्शन किया। सभी अतिथियों को विद्यालय परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, अभिभावक और शिक्षकगण उपस्थित रहे। यह आयोजन बच्चों और अभिभावकों के लिए स्मरणीय और प्रेरणादायक बन गया।

School Identity Cancelled : Big news from Balodabazar...! Action taken against teacher accused of molesting a student... Recognition of Shashwat Little Star School cancelled... Notice issued to 4 other schools
Chhattisgarh, Education

School Identity Cancelled : बलौदाबाजार से बड़ी खबर…! छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई…शाश्वत लिटिल स्टार स्कूल की मान्यता रद्द…4 अन्य स्कूलों को नोटिस

बलौदाबाजार, 06 जुलाई। School Identity Cancelled : शांति देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सुहेला में एक छात्रा से कथित छेड़छाड़ के मामले में आरोपी शिक्षक शैलेश वर्मा के खिलाफ जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। साहू समाज के ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने स्व. डी. आर. वर्मा शिक्षण संस्थान द्वारा संचालित शाश्वत लिटिल स्टार स्कूल, सुहेला की मान्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी है। चार अन्य स्कूलों को नोटिस संस्थान द्वारा संचालित अन्य चार स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इन स्कूलों की मान्यता भी खतरे में है, यदि वे निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं करते पाए गए। शिक्षक पर प्रतिबंध और आवासीय परिसर शिफ्ट करने के निर्देश आरोपी शिक्षक शैलेश वर्मा के स्कूल परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही, शांति देवी विद्यालय के आवासीय परिसर को अन्यत्र स्थानांतरित करने के आदेश भी प्रशासन द्वारा जारी किए गए हैं। प्रशासनिक जांच में सामने आई गंभीर लापरवाही प्रशासनिक जांच में पता चला कि स्कूल संचालन में गंभीर अनियमितताएं थीं। स्कूल द्वारा शैक्षणिक मानकों और सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। इन खामियों को आधार बनाकर कार्रवाई की गई। साहू समाज की भूमिका अहम छात्रा के साथ न्याय की मांग को लेकर साहू समाज द्वारा स्कूल के सामने धरना प्रदर्शन किया गया था। समाज की आवाज और जनदबाव का असर साफ दिखा, जिसके चलते प्रशासन ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए छात्रा को न्याय दिलाने की दिशा में कदम बढ़ाया। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त (School Identity Cancelled) नहीं किया जाएगा और भविष्य में भी सभी शिक्षण संस्थानों को नियमानुसार संचालन सुनिश्चित करना होगा।

Farmers-Soldiers-Constituent Assembly: Farmers-Soldiers-Constituent Assembly will be held in Raipur...! Congress gave a call to save democracy...Historic public meeting in Raipur on 7th July
Chhattisgarh, Politics

Farmers-Soldiers-Constituent Assembly : रायपुर में होगी किसान-जवान-संविधान सभा…! कांग्रेस ने दी लोकतंत्र बचाने की हुंकार…7 जुलाई को रायपुर में ऐतिहासिक जनसभा

रायपुर, 05 जुलाई। Farmers-Soldiers-Constituent Assembly : छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी आगामी 7 जुलाई को राजधानी रायपुर में ‘किसान-जवान-संविधान सभा’ का आयोजन करने जा रही है। इस जनसभा को देश के अन्नदाता किसानों, सीमा पर तैनात जवानों और लोकतंत्र की आत्मा संविधान की रक्षा को समर्पित बताया गया है। सभा की तैयारियों को लेकर आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री दीपक बैज की अध्यक्षता में शहर जिला कांग्रेस कमेटी रायपुर के पदाधिकारियों की अहम बैठक संपन्न हुई। यह सिर्फ राजनीतिक आयोजन नहीं : दीपक बैज बैठक में बैज ने कहा, “यह सभा एक राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि लोकतंत्र, किसानों की पीड़ा और जवानों की गरिमा की लड़ाई है। आज जब लोकतांत्रिक संस्थाओं पर कुठाराघात हो रहा है, किसान अनदेखे हो रहे हैं और जवानों की शहादत पर राजनीति की जा रही है, तब कांग्रेस पार्टी देशवासियों को यह स्पष्ट संदेश देना चाहती है कि देश संविधान से चलेगा, सत्ता के घमंड से नहीं।” जनजागरण के लिए प्रचार वाहन रवाना बैठक के उपरांत, सभा के प्रचार-प्रसार हेतु विशेष रूप से सजाया गया प्रचार वाहन कांग्रेस भवन से रवाना किया गया। इसे प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे तथा अनेक वरिष्ठ नेताओं ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह प्रचार वाहन रायपुर शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में भ्रमण कर सभा की जानकारी देगा, लोगों को आमंत्रित करेगा और सभा के उद्देश्यों को घर-घर तक पहुंचाएगा। जनता से ऐतिहासिक भागीदारी का आह्वान प्रचार के माध्यम से किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं, बुद्धिजीवियों और संविधान प्रेमियों से अपील की जा रही है कि वे 7 जुलाई को भारी संख्या में सभा में भाग लें और लोकतंत्र की रक्षा के इस अभियान में अपनी भूमिका निभाएं। बैठक में बड़ी भागीदारी इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, प्रतिमा चंद्राकर, प्रमोद दुबे, पंकज शर्मा, मदन तालेड़ा, प्रमोद चौबे, महेंद्र छाबड़ा, एजाज ढेबर, सूर्यमणि मिश्रा, महेश शर्मा, कुमार मेनन, ममता राय, अविनय दुबे सहित सैकड़ों पदाधिकारी शामिल थे। 7 जुलाई को रायपुर में आयोजित होने वाली ‘किसान-जवान-संविधान सभा’ कांग्रेस की लोकतांत्रिक मूल्यों (Farmers-Soldiers-Constituent Assembly) के प्रति प्रतिबद्धता और आमजन के साथ संवाद का सशक्त मंच बनने जा रही है। इसमें भागीदारी के माध्यम से जनता अपनी आवाज़ बुलंद करेगी कि भारत की आत्मा उसके संविधान, उसके किसान और उसके जवानों से ही जीवित रहती है।

Drinking Water Crisis: Teka village of Gariaband is in trouble...! Insects coming out of taps... threat to health of villagers... negligence of the department... watch the video here
Chhattisgarh

Drinking Water Crisis : गरियाबंद का टेका गांव है संकट में…! नलों से निकल रहे कीड़े…ग्रामीणों की सेहत पर खतरा…विभाग की लापरवाही…यहां देखें VIDEO

उरेन्द्र साहू/गरियाबंद, 05 जुलाई। Drinking Water Crisis : गरियाबंद जिले के राजिम ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत टेका में इन दिनों गंभीर पेयजल संकट गहराता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से गांव के नलों से शुद्ध जल के बजाय कीड़े निकल रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश और भय दोनों का माहौल है। आरोप है कि विभागीय लापरवाही के चलते अब तक पानी टंकी की सफाई नहीं की गई, और बरसात के पहले जरूरी तैयारियों में भी घोर उदासीनता बरती गई है। दूषित जल बन रहा बीमारियों की वजह ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें साफ-सुथरा और पीने योग्य जल मिलने की उम्मीद थी, लेकिन नलों से जो पानी निकल रहा है, उसमें कीड़े रेंगते साफ देखे जा सकते हैं। इससे लोग घबराए हुए हैं और कई परिवारों ने पानी को उबालकर पीने या कुएं-बावड़ी का सहारा लेने की बात कही है। ग्रामवासी ने बताया– “हम रोज ये गंदा पानी पी रहे हैं, नल चालू करते ही कीड़े गिरते हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत खराब हो रही है। यह सीधा जीवन से खिलवाड़ है।” समय रहते नहीं हुई सफाई, बड़ा खतरा मंडरा रहा स्थानीय लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत स्तर पर पानी टंकी की सफाई और पाइपलाइन के फ्लशिंग की जिम्मेदारी निभाई ही नहीं गई। मानसून से पहले यह कार्य हर वर्ष नियमित रूप से किया जाना चाहिए, लेकिन इस बार कोई जिम्मेदार नजर नहीं आ रहा। ग्राम की सरपंच प्रतिनिधि या सचिव से जवाब मांगने पर ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन मिलता रहा है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि विभागीय अमला किसी बड़ी दुर्घटना या जन स्वास्थ्य संकट के इंतजार में बैठा है। प्रशासन से लगाई गुहार, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं गांव के युवाओं और जागरूक नागरिकों ने इस मामले की शिकायत राजिम जनपद पंचायत और पीएचई विभाग से की, लेकिन अब तक न ही कोई निरीक्षण हुआ और न ही सफाई कार्य शुरू किया गया। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब तक कोई दुर्घटना या जलजनित बीमारी नहीं फैलती, तब तक प्रशासन सक्रिय क्यों नहीं होता? ग्राम टेका के लोग इस समय आंख मूंदे सिस्टम के भरोसे हैं। दूषित जल पीने (Drinking Water Crisis) से स्वास्थ्य पर गंभीर खतरे मंडरा रहे हैं। यह मामला महज लापरवाही का नहीं, बल्कि जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर बन चुका है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे जमीन पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रमुख मांगें पानी में कीड़े रेंगते

Moosewala Shooter Case: Brother of Moosewala's killer murdered...! Attackers gunned him down in front of the Gurudwara...Watch Video
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Moosewala Shooter Case : मूसेवाला के हत्यारे के भाई की हत्या…! हमलावरों ने गुरुद्वारे के सामने गोलियों से भूना…देखें Video

अमृतसर/मेहता, 05 जुलाई। Moosewala Shooter Case : पंजाब के अमृतसर जिले के मेहता क्षेत्र के गांव चन्नन में शनिवार को दिनदहाड़े एक युवक की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान जुगराज सिंह उर्फ तोता (उम्र 28 वर्ष) के रूप में हुई है, जोकि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा का सगा भाई था। हत्या की जिम्मेदारी दविंदर बंबीहा गैंग ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ली है। गुरुद्वारे के सामने ताबड़तोड़ फायरिंग, मौके पर ही मौत घटना उस समय हुई जब जुगराज सिंह गांव चन्नन के गुरुद्वारे के पास मौजूद था। तभी तीन हमलावर बाइक पर सवार होकर पहुंचे और उस पर लगातार गोलियां बरसाईं। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि जुगराज बचने की कोशिश करता रहा, लेकिन हमलावरों ने उसे निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग की। हमले में घायल होने के बाद जुगराज ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पूरी वारदात कैमरे में कैद, पुलिस ने शुरू की जांच घटना की सूचना मिलते ही थाना मेहता पुलिस मौके पर पहुंची, और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और हमलावरों की तलाश में नाकाबंदी तेज कर दी गई है। एसएचओ के अनुसार, हत्या की वजह आपसी रंजिश हो सकती है, हालांकि जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी। सोशल मीडिया पर बंबीहा गैंग ने ली जिम्मेदारी घटना के तुरंत बाद बंबीहा गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी स्वीकार की। उन्होंने आरोप लगाया कि जुगराज ने उनके साथी गोरे बरियाड़ की रेकी की थी और वह जग्गू भगवानपुरिया गैंग के इशारे पर काम कर रहा था। पोस्ट में सीधी धमकी देते हुए लिखा गया- “जो भौंक रहे हैं, वे भी तैयार रहें…” मूसेवाला हत्याकांड का काला अध्याय गौरतलब है कि 29 मई 2022 को मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह और उसके शूटरों का नाम सामने आया था। जुगराज का भाई जगरूप सिंह रूपा उसी हत्याकांड का आरोपी था, जो 20 जुलाई 2022 को अमृतसर के गुलालीपुर गांव में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। इलाके में फैला तनाव, पुलिस हाई अलर्ट पर इस सनसनीखेज हत्या के बाद गांव चन्नन और आस-पास के इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और गैंगवार के एंगल से भी जांच की जा रही है। मामले को लेकर एसएसपी स्तर की मॉनिटरिंग चल रही है। जुगराज सिंह की हत्या (Moosewala Shooter Case) से एक बार फिर पंजाब में गैंगवार और आपराधिक गैठजोड़ों का खतरा सतह पर आ गया है। यह घटना न सिर्फ सिद्धू मूसेवाला कांड से जुड़ी कड़ियों को फिर से उजागर करती है, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े करती है।

Doctor Couple Murder Case: Doctor couple murder case...! The accused made shocking revelations... the doctor killed the wife and the driver killed the doctor... after 8 years the horrifying truth of 2 murders came to the fore... the police department was shaken
Chhattisgarh, Crime

Doctor Couple Murder Case : डॉक्टर दंपति हत्याकांड…! आरोपी ने किए चौंकाने वाले खुलासे…पत्नी को मारा डॉक्टर ने और डॉक्टर को मारा ड्राइवर ने…8 साल बाद 2 हत्याओं का खौफनाक सच आया सामने…हिला पुलिस महकमा

कबीरधाम, 05 जुलाई। Doctor Couple Murder Case : जिले के बहुचर्चित डॉक्टर दंपति हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार 8 साल बाद सुलझ गई है। पुलिस ने इस डबल मर्डर केस में मृतक डॉक्टर के पूर्व वाहन चालक सत्यप्रकाश साहू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पूछताछ में न सिर्फ दोनों हत्याओं की साजिश और घटना का सच उजागर किया, बल्कि इस मामले से जुड़ी कई नई और चौंकाने वाली जानकारियां भी पुलिस के सामने रखीं। क्या था मामला? घटना 6 अप्रैल 2017 की है, जब कबीरधाम के कैलाश नगर क्षेत्र में निवासरत डॉ. गणेश सूर्यवंशी और उनकी पत्नी डॉ. उषा सूर्यवंशी की लाशें उनके घर के आंगन में पड़ी मिली थीं। दोनों की निर्मम हत्या पत्थर से की गई थी। घटनास्थल पर मिले हालातों ने यह साफ कर दिया था कि मामला सुनियोजित हत्या का है, लेकिन कोई ठोस सुराग न मिलने के कारण यह केस ठंडे बस्ते में चला गया। एसपी ने दोबारा खोली फाइल, सुलझी गुत्थी 2025 में जिले की कमान संभालने के बाद एसपी धर्मेन्द्र सिंह (IPS) ने इस पुराने मामले को फिर से खोलने का निर्णय लिया और विशेष टीम गठित कर जांच शुरू करवाई। गहन छानबीन के बाद पुलिस की नजर पूर्व ड्राइवर सत्यप्रकाश साहू पर गई, जिसे हिरासत में लेकर जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। हत्या की कहानी आरोपी की जुबानी आरोपी सत्यप्रकाश ने बताया कि वह डॉक्टर के यहां ड्राइवर के रूप में काम करता था और डॉ. गणेश को 1.80 लाख रुपये उधार भी दे चुका था। बाद में ब्लैकमेलिंग के एक केस में नाम आने के बाद वह गंडई भाग गया, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते दोबारा कवर्धा लौटा और डॉक्टर से पैसे मांगने गया। वहीं, उसी वक्त पति-पत्नी के बीच झगड़ा चल रहा था, जो देखते ही देखते हिंसक रूप ले बैठा। सत्यप्रकाश के अनुसार, डॉक्टर ने गुस्से में अपनी पत्नी के सिर पर पत्थर से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। यह सब देखकर डरा और सहमा हुआ ड्राइवर वहां से भागने के बजाय डॉक्टर पर हमला कर बैठा और उसकी भी पत्थर से हत्या कर दी। हत्या के बाद सबूत मिटाकर बना दर्शक हत्या के बाद आरोपी ने कमरे में फैले खून को साफ किया, शवों को आंगन में खींचकर रखा और रातभर वहीं रुका। सुबह 5 बजे वह वहां से निकलकर दुर्ग चला गया और जाते समय डॉक्टर का मोबाइल भी अपने साथ ले गया, जिसे उसने बाद में गिरवी रख दिया। हैरानी की बात यह है कि हत्या के अगले दिन जब मामला उजागर हुआ, तो आरोपी मौके पर पहुंचकर भीड़ में शामिल हो गया था, ताकि किसी को शक न हो। पुलिस टीम को इनाम इस जटिल हत्याकांड को सुलझाने में थाना कोतवाली और साइबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसमें शामिल रहे पुलिसकर्मियों को आईजी अभिषेक शांडिल्य द्वारा ₹30,000 और एसपी धर्मेन्द्र सिंह द्वारा ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की गई। टीम में थाना प्रभारी लालजी सिन्हा, साइबर प्रभारी मनीष मिश्रा, उप निरीक्षक संतोष ठाकुर, ASI बंदे सिंह मरावी, और अन्य अधिकारियों का विशेष योगदान रहा। यह हत्याकांड न केवल कबीरधाम जिले (Doctor Couple Murder Case) का सबसे सनसनीखेज मामला था, बल्कि इसे सुलझाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती भी थी। मानसिक धैर्य, तकनीकी दक्षता और गहन जांच के बल पर कबीरधाम पुलिस ने 8 साल पुराने अंधेरे में छिपे सच को उजागर कर न्याय की उम्मीदों को जीवित रखा है।

Spit Jihad: A serious and objectionable incident...! The supplier who spit in the 'milk'...! 'Pappu' turned out to be 'Mohammad Sharif'... See the incident captured in CCTV here
National

Spit Jihad : गंभीर और आपत्तिजनक घटना…! ‘दूध’ में थूकने वाला सप्लायर…! ‘पप्पू’ निकला ‘मोहम्मद शरीफ’…CCTV में कैद हुई हरकत यहां देखें

लखनऊ, 05 जुलाई। Spit Jihad : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक गंभीर और आपत्तिजनक घटना सामने आई है, जिसने स्थानीय नागरिकों में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। दूध सप्लाई करने वाला एक युवक दूध में थूकते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। यह घटना शहर के गोमती नगर क्षेत्र की बताई जा रही है। सीसीटीवी में कैद हुई घटना वीडियो फुटेज में स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि आरोपी मोहम्मद शरीफ, जो खुद को ‘पप्पू’ नाम से परिचित कराता था, घर के बाहर दूध का डिब्बा लेकर खड़ा है। वह दूध देने से पहले डिब्बे का ढक्कन खोलता है और उसमें थूकता है, फिर ढक्कन बंद कर वही दूध संबंधित परिवार को सौंप देता है। दहशत में परिवार-जनता में रोष जिस परिवार ने दूध लिया, उन्होंने जब घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो वे हक्के-बक्के रह गए। इस अमानवीय हरकत से परिवार ही नहीं, पूरे मोहल्ले में भय और आक्रोश का माहौल बन गया है। हिंदू महासभा ने दर्ज कराई शिकायत अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने इस घटना को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने बताया कि, “हमने पूरा वीडियो देखा है और उसके आधार पर गोमती नगर थाने में तहरीर दर्ज कर दी गई है। यह केवल स्वास्थ्य और सामाजिक मर्यादा का उल्लंघन नहीं, बल्कि थूक जिहाद का गंभीर मामला है।” चतुर्वेदी ने प्रशासन से तत्काल कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पुलिस जांच में जुटी पुलिस ने वीडियो फुटेज को जब्त कर लिया है और आरोपी (Spit Jihad) की पहचान व पृष्ठभूमि की जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि, पुलिस सूत्रों के अनुसार मामला गंभीरता से लिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, जिस युवक पर दूध में थूककर देने का आरोप लगा है, उसका नाम मोहम्मद शरीफ है। हालांकि, वह अपना नाम लोगों को पप्पू बताता था। वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी घर के बाहर दूध का डिब्बा लेकर खड़ा है। स्वास्थ्य और कानून दोनों पर बड़ा प्रश्नचिन्ह यह मामला केवल धार्मिक या सांप्रदायिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि जन स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा और सामाजिक भरोसे से भी जुड़ा है। दूध जैसे अत्यावश्यक और संवेदनशील खाद्य पदार्थ में जानबूझकर थूकना भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के अंतर्गत गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नागरिक सतर्कता और टेक्नोलॉजी (जैसे CCTV) आज कितनी महत्वपूर्ण हो गई है। अब प्रशासन पर जिम्मेदारी है कि इस घटना की निष्पक्ष और तेज़ जांच करे तथा यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, जिससे आमजन का भरोसा बहाल रह सके।

Miracle in City of Shiva: A big miracle in Jagdalpur, the city of Shiva...! Ancient Shivling appeared under the Sanjay Market platform...devotees flocking
Chhattisgarh

Miracle in City of Shiva : शिव की नगरी जगदलपुर में बड़ा चमत्कार…! संजय मार्केट चबूतरे के नीचे प्रकट हुआ प्राचीन शिवलिंग…उमड़ रहे भक्त

जगदलपुर, 05 जुलाई। Miracle in City of Shiva : शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी संजय मार्केट में स्थित पुराने शिव मंदिर से जुड़ा एक चमत्कारी और आस्था से जुड़ा घटनाक्रम सामने आया है। बरगद के पेड़ के नीचे स्थित शिव मंदिर के चबूतरे के नीचे खुदाई के दौरान एक प्राचीन शिवलिंग के प्रकट होने से पूरे क्षेत्र में धार्मिक उत्साह और श्रद्धा की लहर दौड़ गई है। यह घटना उस वक्त घटी जब स्थानीय श्रद्धालुओं और समितियों द्वारा वर्षों पुराने छोटे मंदिर के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई। जैसे ही चबूतरा तोड़ा गया और करीब तीन फीट नीचे खुदाई हुई, वहां एक पुराना शिवलिंग प्रकट हुआ। शिवलिंग के दर्शन होते ही आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे और पूजा-अर्चना शुरू हो गई। वर्षों पुराना आस्था का केंद्र इस स्थान को लेकर स्थानीय निवासियों की मान्यता रही है कि यह स्थान चमत्कारी है। एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि उन्होंने इसी स्थान पर संतान प्राप्ति की मन्नत मांगी थी, जो पूरी होने के बाद उन्होंने मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। वर्षों से यह स्थान लोगों की अटूट आस्था का केंद्र बना हुआ है। भव्य मंदिर निर्माण की उठी मांग हिंदू संगठनों और स्थानीय श्रद्धालुओं ने प्रशासन से इस स्थान को संरक्षित करने की मांग की है। उन्होंने आग्रह किया है कि यहां भव्य और पक्के शिव मंदिर का निर्माण कराया जाए, ताकि यह धार्मिक स्थल और भी सुव्यवस्थित व सम्मानित रूप में विकसित हो सके। पुरातत्व सर्वेक्षण की भी मांग स्थानीय नागरिकों ने साथ ही यह भी मांग की है कि पुरातत्व विभाग द्वारा इस स्थल का सर्वेक्षण कर शिवलिंग की ऐतिहासिकता की पुष्टि की जाए। यदि यह शिवलिंग प्राचीन काल से जुड़ा है, तो यह स्थल धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है। प्रशासन की नजर अब इस धार्मिक स्थल पर फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती उपस्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाने पड़ सकते हैं। संजय मार्केट जैसे वाणिज्यिक क्षेत्र में प्राचीन शिवलिंग (Miracle in City of Shiva) का प्रकट होना धार्मिक आस्था से जुड़े नागरिकों के लिए एक गहरा भावनात्मक क्षण है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस धार्मिक उन्मेष को संरक्षण और विकास की दिशा में किस प्रकार आगे बढ़ाता है।

Fire in Vishal Mega Mart: Fire broke out... Students preparing for UPSC stuck in the lift... very painful last message... died after getting stuck in the lift
Accident, National

Fire in Vishal Mega Mart : ‘भइया’ आग लगी…UPSC की तैयारी कर रहे छात्र लिफ्ट में फंसे…बेहद दर्दनाक आखिरी मैसेज…लिफ्ट में फंसकर तोड़ा दम

दिल्ली, 05 जुलाई। Fire in Vishal Mega Mart : राजधानी दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार को लगी भीषण आग ने एक होनहार छात्र की जिंदगी लील ली। हादसे में 25 वर्षीय धीरेंद्र, जो यूपीएससी की तैयारी कर रहा था, की लिफ्ट में फंसकर दम घुटने से मौत हो गई। इस घटना से जहां परिवार में मातम पसरा है, वहीं परिजनों ने मेगा मार्ट प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। हादसे की पृष्ठभूमि शुक्रवार शाम करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में आग लग गई। इसी दौरान धीरेंद्र शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की लिफ्ट में फंस गया, और बाहर निकल नहीं पाया। दम घुटने की हालत में उसने अपने बड़े भाई को लगातार वॉट्सऐप मैसेज भेजे, लेकिन समय पर मदद नहीं पहुंच पाई, और अंततः उसकी मौत हो गई। धीरेंद्र के आखिरी मैसेज धीरेंद्र ने शाम 6:51 बजे अपने भाई को पहला मैसेज भेजा: “भइया” इसके कुछ सेकंड बाद अगला मैसेज आया: “मैं लिफ्ट में हूं… गैस गए है करोल बाग मेगा मार्ट” (यहाँ “फंस गए हैं” टाइप करने की कोशिश थी, लेकिन घबराहट में “गैस गए हैं” लिखा गया) अंतिम मैसेज में लिखा “अब सांस फूल रही… कुछ करो” ये मैसेज धीरेंद्र की घबराहट, संघर्ष और उम्मीद को दर्शाते हैं, लेकिन अफसोस कि मदद समय पर नहीं पहुंच सकी। परिवार का आरोप धीरेंद्र के बड़े भाई और बहन, जो हादसे के समय सोनभद्र में थे, अब दिल्ली के करोल बाग थाने पहुंच चुके हैं।बड़ी बहन ने रोते हुए कहा, “अगर समय पर उसे लिफ्ट से निकाल लिया जाता, तो मेरी भाई की जान बच सकती थी।” बड़े भाई का आरोप है, “वो लगातार मैसेज कर रहा था… मदद की गुहार लगा रहा था, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया।” धीरेंद्र था यूपीएससी का अभ्यर्थी धीरेंद्र पिछले 5 वर्षों से दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। वह करोल बाग स्थित एक पीजी में रहता था और गुरुवार को ही सोनभद्र से लौटा था। लेकिन शुक्रवार को ही यह दर्दनाक हादसा हो गया। प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल अब सवाल उठ रहे हैं कि, आग बुझाने के इंतजाम (Fire in Vishal Mega Mart) क्यों नाकाफी थे? लिफ्ट जैसी जगहों पर अलर्ट सिस्टम क्यों नहीं था?आपातकालीन निकासी की व्यवस्था कितनी प्रभावी थी? अब परिजन न्याय और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।धीरेंद्र की मौत न सिर्फ एक निजी त्रासदी, बल्कि सिस्टम की असंवेदनशीलता और आपातकालीन तैयारी की पोल खोलती है। इस मामले में अब प्रशासन से जवाबदेही की मांग उठ रही है, ताकि आगे किसी और होनहार जिंदगी को ऐसी लापरवाही निगल न पाए।

DSP Wife Birthday Celebration: High Court strict on DSP's wife's birthday stunt...! Answer sought from Chief Secretary... Watch VIDEO here
Chhattisgarh

DSP Wife Birthday Celebration : DSP की पत्नी के बर्थडे स्टंट पर हाईकोर्ट सख्त…! चीफ सेक्रेटरी से मांगा जवाब…यहां देखें VIDEO

रायपुर/बलरामपुर, 05 जुलाई। DSP Wife Birthday Celebration : बलरामपुर जिले में पदस्थ डीएसपी तस्लीम आरिफ की पत्नी द्वारा नीली बत्ती लगी सरकारी वाहन पर स्टंट और बर्थडे सेलिब्रेशन करने के मामले में अब छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स को जनहित याचिका के रूप में स्वीकार करते हुए कोर्ट ने इस पूरे प्रकरण पर स्वत: संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव (Chief Secretary) को नोटिस जारी कर पूछा है कि अब तक क्या कार्रवाई की गई है, और इसका शपथपत्र सहित जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। मामले की अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद निर्धारित की गई है। क्या है पूरा मामला? बलरामपुर में 12वीं बटालियन में पदस्थ डीएसपी तस्लीम आरिफ की पत्नी फरहीन का एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में फरहीन अपनी सहेलियों के साथ नीली बत्ती लगी XUV700 गाड़ी की बोनट पर बैठकर केक काटते और खतरनाक तरीके से स्टंट करते हुए दिखाई दे रही थीं। इस बर्थडे सेलिब्रेशन का वीडियो अंबिकापुर के सरगवां पैलेस होटल में शूट किया गया था, जहां डीएसपी की निजी कार का उपयोग सार्वजनिक प्रदर्शन और स्टंट के लिए किया गया। वीडियो सामने आने के बाद मामला मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित हुआ और कई सवाल खड़े हुए। पुलिस ने की थी नाम मात्र की कार्रवाई वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले में केवल कार चालक के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया था। हालांकि, किसे आरोपी बनाया गया, और डीएसपी या उनकी पत्नी पर कोई कार्रवाई हुई या नहीं, इस पर स्पष्टता नहीं दी गई। इसी लचर कार्रवाई को लेकर हाईकोर्ट ने अब सख्ती दिखाई है। हाईकोर्ट की सख्ती से बढ़ी प्रशासन की चिंता हाईकोर्ट के संज्ञान लेने के बाद अब यह मामला गंभीर मोड़ ले चुका है। डीएसपी स्तर के अधिकारी के वाहन का इस तरह के निजी और सार्वजनिक प्रदर्शन में इस्तेमाल होना, नियमों और कानूनों की खुली अवहेलना माना जा रहा है। कोर्ट ने पूछा है कि यदि यह सरकारी वाहन नहीं था, तो उस पर नीली बत्ती लगाने की अनुमति किस आधार पर दी गई? न्यायालय की अगली सुनवाई (DSP Wife Birthday Celebration) अब एक सप्ताह बाद होगी, जिसमें राज्य सरकार को कार्रवाई की विस्तृत जानकारी के साथ जवाब दाखिल करना है। इस प्रकरण से साफ है कि कानून व्यवस्था की रक्षा करने वाले अधिकारियों के निजी कृत्य अब सार्वजनिक और न्यायिक जांच के दायरे में आ रहे हैं।