Author name: Ek Janta Ki Awaaz

National

Police Wala Chor Video : खाकी वर्दी वाला चोर…! दरोगा ने दुकान से चुराए कपड़ों के 4 थैले…CCTV में कैद हुई वारदात…जानिए फिर क्या हुआ..?

मेरठ, 29 जून। Police Wala Chor Video : उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में यातायात पुलिस की वर्दी पर एक बार फिर दाग लग गया है। मेरठ के हापुड़ अड्डे स्थित भगत सिंह मार्केट में एक रेडीमेट गारमेंट्स की दुकान है, इस दुकान से गार्मेंट्स में चोरी का आरोप एक टीएसआई पर लगा है। इस दुकान मालिक ने एक चोरी का वीडियो दिखाते हुए पुलिस से शिकायत की है। चोरी करने के बाद उनकी दुकान पर आकर दरोगा लोगों को परेशान भी करता है। दुकान मालिक ने पुलिस को बताया कि परेशान करने के पीछे का मकसद सीसीटीवी में कैद हुई उसकी चोरी है कपड़े के थैले उठाकर चला गया दरोगा यातायात दरोगा ने काउंटर पर रखे चार गारमेंट्स के थैले बारी-बारी से उठाए और रफ्फूचक्कर हो गया। सीसीटीवी में थैले ले जाता हुआ यातायात पुलिसकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। व्यापारी के हितों को ध्यान में रखते (Police Wala Chor Video)हुए व्यापारी और भाजपा नेताओं ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। वहीं, इस मामले में पुलिस ने आरोपी टीएसआई को लाइन हाजिर कर दिया है। आरोपी दरोगा का नाम सुमित वशिष्ठ मेरठ के भगत सिंह मार्केट में सिंघल गार्मेंट्स की दुकान पर पुलिस वर्दी पहने शख्स का नाम सुमित वशिष्ठ है। यह यातायात पुलिस में टीएसआई है। इन पर चोरी करने का आरोप लगा है। दुकान के मालिक सीताराम सिंघल ने बताया कि 10 जून को दुकान में खरीदारी के लिए काफी ग्राहक आए हुए थे। काउंटर पर ही खड़ा था ये दरोगा इसी दौरान हापुड़ अड्डे पर तैनात यातायात दरोगा सुमित दुकान पर आया और काउंटर पर खड़ा हो गया। दुकान के कर्मचारी अपने काम में जुटे हुए (Police Wala Chor Video)थे। सुमित कुछ देर वहां चुपचाप खड़ा रहा और मौका देखते ही एक-एक कर चार थैले जिनके अंदर गारमेंट्स थे लेकर चला गया। वायरल हुआ दरोगा द्वारा चोरी का वीडियो जब सीसीटीवी चैक हुआ तो पता चला कि सुमित चार थैले लेकर गया है। सीसीटीवी फुटेज में दरोगा साफ तौर पर चार थैले ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया है। ग्राहकों को धमकाने लगा आरोपी दरोगा मिली जानकारी के मुताबिक, जब दुकान के संचालक ने सुमित से चोरी की बात कही तो उसने इंकार कर दिया, लेकिन जब उसको सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया तो वह बैकफुट पर आ गया। उसने दुकान मालिक से बदला लेने की नियत रखी, उनके दुकान पर आने वाले ग्राहकों को धमकाते हुए चालान काटना शुरू कर दिया। दुकान के पास ही लगी थी उसकी ड्यूटी हालांकि, चोरी की बात सिंघल गार्मेंट्स के मालिक ने सीताराम ने उजागर नहीं की थी, क्योंकि दुकान के समीप ही हापुड़ अड्डे पर टीएसआई सुमित की ड्यूटी (Police Wala Chor Video)थी। लेकिन जब सुमित ने उसके ग्राहकों को धमकाते हुए अनाप-शनाप चालान काटने शुरू कर दिए तो, कंज्यूमर ने शिकायत की, इससे उसके व्यापार पर भी असर पढ़ने लगा|

Crime, National

Kolkata law student gangrape: CCTV फुटेज मिला…मनोजीत, जैब और प्रमित की हिस्ट्री जान होंगे हैरान…

कलकत्ता, 29 जून। Kolkata law student gangrape : दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज की 24 वर्षीय छात्रा के साथ 25 जून को संस्थान के दो वरिष्ठ छात्रों और एक पूर्व छात्र द्वारा गार्ड रूम में कथित तौर पर बलात्कार किया गया। लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले में मनोजीत मिश्रा को मुख्य आरोपी जबकि जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को सह-आरोपी बनाया गया है। कॉलेज से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज ने छात्रा द्वारा पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में लगाए गए सामूहिक बलात्कार के आरोपों की पुष्टि की है। कौन हैं आरोपी मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय? कौन है मनोजीत मिश्रा कोलकाता गैंगरेप केस का मुख्य आरोपी 31 साल का मनोजीत मिश्रा शुरू से ही विवादों में रहा है। वह साउथ लॉ कॉलेज का पूर्व छात्र और स्टूडेंट लीडर रहा है। शुरुआत में उसकी लॉ की पढ़ाई में काफी दिलचस्पी थी। लेकिन समय के साथ वह कैंपस की पॉलिटिक्स से जुड़ गया और फिर खुद को पूरी तरह से इसमें झोंक (Kolkata law student gangrape)दिया। 2007 में कॉलेज में एडमिशन लिया था लेकिन उसने राजनीति के कारण पढ़ाई बीच में छोड़ दी। उसका मन पढ़ाई से ज्यादा राजनीति में लगता था, 2012 में कॉलेज में स्टूडेंट यूनियन का जनरल सेक्रेटरी भी रह चुका है। 2017 और फिर 2021 में मनोजीत का नाम कई विवादों से जुड़ा था। पिता ने तोड़ दिया था रिश्ता मनोजीत के पिता रॉबिन मिश्रा ने उसके चाल चलन की वजह से उससे अपने सभी संबंध तोड़ दिए थे और घर से निकाल दिया था। वह तृणमूल कांग्रेस यानी TMC की स्टूडेंट विंग तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद् (TMCP) की कॉलेज यूनिट का पूर्व प्रेसिडेंट था। फिलहाल अलीपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकालत करने के साथ ही कॉलेज में संविदा पर बतौर नॉन-टीचिंग स्टाफ एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिस का काम संभालता था। उसकी पहचान कॉलेज के ‘पावर सेंटर’ की थी। कौन है मनोजीत का दोस्त जैब अहमद छात्रा से रेप मामले में मनोजीत की मदद करने के आरोपी 19 साल का जैब अहमद टॉपसिया इलाके के एक साधारण परिवार से आता (Kolkata law student gangrape)है। वह लॉ के फर्स्ट इयर का स्टूडेंट है, कॉलेज में एक साल से पढ़ाई कर रहा है। 2024 में ही उसने कॉलेज में एडमिशन लिया था और तब से ही मनोजीत के संपर्क में आया था। मनोजीत के करीबी बनने के बाद से ही जैब स्टूडेंट यूनियन की एक्टिविटीज में शामिल रहने लगा था। कौन है मनोजीत का दोस्त प्रमित मुखोपाध्याय मनोजीत का करीबी बताया जा रहा 20 साल का प्रमित मुखोपाध्याय लॉ कॉलेज में सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है और बीते कुछ समय से मनोजीत का करीबी है। उसे कई बार मनोजीत के साथ देखा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस पूरे मामले में उसकी कितनी भूमिका थी और क्या वह किसी दबाव में इसमें शामिल हुआ था या कोई और बात थी। सीसीटीवी फुटेज बरामद, सच निकला पीड़िता का आरोप पुलिस ने बताया कि साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज ने छात्रा द्वारा बलात्कार की शिकायत में लगाए गए आरोपों की पुष्टि की है। फुटेज में 25 जून की घटना से पहले के पल भी कैद हुए हैं, जिसमें प्रथम वर्ष की लॉ छात्रा को गार्ड के कमरे में जबरन घुसाते हुए दिखाया गया (Kolkata law student gangrape)है। पुलिस ने शनिवार को समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “सीसीटीवी फुटेज से लड़की के आरोपों की पुष्टि होती है। इसमें तीनों आरोपियों, सुरक्षा गार्ड और पीड़िता की हरकतें दिखाई देती हैं। हम फिलहाल फुटेज की जांच कर रहे हैं।”

National

Wonder With Child : घर के सामने खेल रहा था बच्चा…फिर जो हुआ उसे आप भी कहेंगे चमत्कार…देखें CCTV फुटेज…

नवसारी, 29 जून। Wonder With Child : गुजरात के नवसारी जिले से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है। यहां घर के बाहर खेल रहा एक बच्चा अचानक से कार के नीचे आ गया। हालांकि गनीमत रही कि कार का पहिया बच्चे का ऊपर नहीं चढ़ा, जिससे बच्चे की जान बच गई। पूरी घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। वहीं वीडियो देखने के बाद लोगों का कहना है कि भगवान ने बच्चे की रक्षा की है। फिलहाल बच्चे को कोई गंभीर चोट नहीं लगी है। टक्कर के बाद कार के नीचे चला गया बच्चा दरअसल, पूरा मामला नवसारी जिले के गनदेवी गांव का बताया जा रहा है। यहां एक बच्चा घर के बाहर खेलते हुए अचानक एक फॉर्च्यूनर गाड़ी के सामने आया गया। घटना से ठीक पहले बच्चा नीचे बैठ गया, जिससे वह गाड़ी से टकराकर उसके नीचे चला गया। ये हादसा घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो (Wonder With Child)गया। कार की चपेट में आया 3 साल का बच्चा आश्चर्यजनक रूप से बचा लिया गया। वहीं घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। कार सवार ने भी घटना के तुरंत बाद कार रोक ली, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना का सीसीटीवी फुटेज आया सामने पूरी घटना बच्चे के घर पर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। CCTV फुटेज में साफ दिख रहा है कि कैसे बच्चा खेलते-खेलते अचानक कार के नीचे आ गया और कैसे तुरंत कार्रवाई से उसकी जान बच गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चा घर के बाहर खेल रहा था, तभी अचानक विपरीत दिशा से आ रही फॉर्च्यूनर कार ने उसे टक्कर मार (Wonder With Child)दी। घटना के दौरान परिवार के सदस्यों और ड्राइवर की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया के कारण बच्चे को कोई गंभीर चोट नहीं आई। आनन-फानन में बच्चे को कार से बाहर निकाल लिया गया, जिससे उसकी जान बच गई। बच्चे को गंभीर चोट भी नहीं लगी है।

National

Punishment After Reelbaazi : 5 लोग, 1 बाइक और स्टंट करते रीलबाज…वायरल वीडियो देखते ही पुलिस ने निकाल दी गैंग लीडर रंगबाज की सारी रंगबाजी…देखें Video…

कौशांबी, 29 जून। Punishment After Reelbaazi : कौशांबी के पिपरी थाना क्षेत्र में एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जिसे देखकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। दरअसल, इस वीडियो में पांच युवकों ने एक बाइक पर सवार होकर ऐसा खतरनाक स्टंट किया कि सोशल मीडिया पर तहलका ही मच गया। लेकिन ये स्टंटबाजी अब इनके लिए भारी पड़ गई है, क्योंकि पुलिस ने इनके “हीरोपंती” के खेल का फुल स्टॉप लगा दिया| बाइक पर स्टंट करते हुए उड़ाई ट्रैफिक नियमों की धज्जियां वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बाइक पर पांच-पांच लोग सवार हैं और वो भी बड़े अटपटे तरीके से। जी हां, आपने सही पढ़ा, पांच लोग। और ये कोई सामान्य सवारी नहीं थी। बाइक को ड्राइव कर रहा युवक खड़े होकर बाइक चला रहा (Punishment After Reelbaazi)है। बाकी चार भी बाइक पर ऐसे लटके थे जैसे सर्कस के जोकर अपनी परफॉर्मेंस दे रहे हों। उनमें से तो एक बंदा बाइक पर दोस्तों की गोद में लेटा हुआ भी दिख रहा है। वीडियो में ये नजारा देखकर लग रहा था कि ये लोग न तो ट्रैफिक नियमों की परवाह कर रहे थे और न ही अपनी जान की। चलती बाइक पर हाथ फैलाकर, बेतरतीब ढंग से बैठकर, और शायद “वायरल होने” का सपना देखते हुए ये गैंग सड़क पर तूफान मचाने निकला था। लेकिन भाई, सोशल मीडिया पर वायरल तो हो गए, पर साथ में पुलिस की नजरों में भी आ गए। पब्लिक का गुस्सा: “ये स्टंटबाज या सड़क का खतरा? जैसे ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वैसे ही लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। लोग बोले, “अरे भाई, ये क्या तमाशा है? सड़क पर स्टंट करके ये लोग न सिर्फ अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि बाकी राहगीरों और गाड़ी वालों के लिए भी मुसीबत बन रहे (Punishment After Reelbaazi)हैं।” कुछ ने तो ट्रैफिक पुलिस पर सवाल उठा दिए कि आखिर ऐसे “सड़क के सलमान खान” को पकड़ने में इतनी देर क्यों? पुलिस का एक्शन “रंगबाज” की रंगबाजी बंद इस वायरल वीडियो पर जैसे ही पुलिस की नजर पड़ी, वैसे ही उन्होंने न सिर्फ इस वीडियो को गंभीरता से लिया, बल्कि स्टंटबाजों के गैंग लीडर, जिसका नाम तीर्थनाथ उर्फ “रंगबाज” है, को धर दबोचा। जी हां, “रंगबाज” अब जेल की हवा खा रहा है, और बाकी चार साथी शायद अगली बार बाइक की जगह साइकिल चुनें। पुलिस ने ट्रैफिक नियम तोड़ने और जानलेवा स्टंटबाजी के लिए इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया। अब ये “वायरल स्टार” बनने का सपना जेल की सलाखों के पीछे ठंडा हो रहा है।

Use of Makeup: Beauty-obsessed women be careful...! Woman kept sleeping without removing makeup...now told the result on social media...see here
National

Use of Makeup : सुंदरता की दीवानी महिलाएं सावधान रहें…! बिना मेकअप उतारे सोती रही महिला…अब सोशल मीडिया पर बताया नतीजा…यहां देखें

बीजिंग, 29 जून। Use of Makeup : सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाली और जागरूकता बढ़ाने वाली कहानी तेजी से वायरल हो रही है। चीन की रहने वाली 37 वर्षीय सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर नियौयूमियन ने एक वीडियो शेयर कर बताया कि कैसे 22 वर्षों तक लगातार मेकअप का इस्तेमाल कर उन्होंने अपनी त्वचा को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा लिया। 14 साल की उम्र से शुरू हुआ मेकअप का अंधाधुंध इस्तेमाल नियौयूमियन ने खुलासा किया कि 14 साल की उम्र में मुंहासों से परेशान होकर उन्होंने सस्ते लिक्विड फाउंडेशन का इस्तेमाल शुरू किया। शुरुआत में मकसद सिर्फ दाग-धब्बों को छुपाना था, लेकिन धीरे-धीरे मेकअप उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन गया – इतना कि वह रात को सोते समय भी मेकअप नहीं हटाती थीं। चेहरे की हालत देखकर चौंक गए लोग वीडियो में नियौयूमियन का चेहरा सूजा हुआ, लाल धब्बों से भरा और संक्रमित नजर आ रहा है। उनकी कहानी ने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है और कॉस्मेटिक आदतों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने बताया कि 25 की उम्र के बाद स्किन पर सूजन, खुजली और जलन जैसी समस्याएं शुरू हुईं, लेकिन उन्होंने मूल कारण की जांच कराने के बजाय कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट, इंजेक्शन और स्किन लिफ्टिंग जैसे उपायों का सहारा लिया, जिसने स्थिति को और बिगाड़ दिया। मेकअप की लत और धैर्य की कमी बनी वजह अपनी वीडियो में भावुक होते हुए उन्होंने कहा, “मैं कभी धैर्य नहीं रख सकी। कोई प्रोडक्ट अगर किसी और को फायदा देता दिखता था तो मैं अगले ही दिन बदल देती थी। यह लत बन गई थी- खूबसूरत दिखने की ऐसी चाह कि मैंने अपनी त्वचा को खो दिया।” डॉक्टरों की सख्त चेतावनी डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत मेकअप पूरी तरह बंद करने की सलाह दी है। उनकी स्किन को अब लंबे मेडिकल ट्रीटमेंट और डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा। बताया जा रहा है कि यह इलाज कई महीने या सालों तक चल सकता है। सुंदरता की दौड़ में कहीं खो न जाए स्वास्थ्य नियौयूमियन की यह कहानी आज की युवा पीढ़ी को बॉडी इमेज और सौंदर्य के प्रति अस्वस्थ मानसिकता पर सोचने को मजबूर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया पर “फिल्टर की दुनिया” ने वास्तविक सुंदरता की समझ को धूमिल कर दिया है और लोग त्वचा की देखभाल के बजाय उसे छुपाने पर ज़ोर देने लगे हैं। जागरूकता और आत्म-स्वीकृति ही असली सौंदर्य नियौयूमियन का अनुभव आज की पीढ़ी के लिए एक चेतावनी (Use of Makeup) और सीख है कि त्वचा की देखभाल केवल बाहरी साज-सज्जा नहीं, बल्कि धैर्य, समझदारी और स्वाभाविकता से जुड़ा विषय है।

Fault in Transfer Order: Big mistake in the transfer order of Chhattisgarh Commercial Tax Department...! In the transfer list on June 27, the dead employee and the transferred officer were transferred again... see the list here
Chhattisgarh

Fault in Transfer Order : छत्तीसगढ़ वाणिज्य कर विभाग के Transfer Order में बड़ी चूक…! 27 जून को तबादला सूची में मृत कर्मचारी और स्थानांतरित अधिकारी का दोबारा तबादला…यहां देखें List

रायपुर, 29 जून। Fault in Transfer Order : छत्तीसगढ़ के वाणिज्य कर विभाग से एक बेहद चौंकाने वाली प्रशासनिक लापरवाही सामने आई है, जिसने सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 27 जून को जारी किए गए तबादला आदेश में न केवल एक मृत कर्मचारी का नाम शामिल कर दिया गया, बल्कि एक ऐसी महिला अधिकारी को भी ट्रांसफर कर दिया गया जो पहले ही दूसरे विभाग में स्थानांतरित हो चुकी हैं। मृत कर्मचारी को दिया गया नया पदस्थापन आदेश प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्थानांतरण सूची में शामिल एक कर्मचारी की छह महीने पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। इसके बावजूद उनका नाम ट्रांसफर आदेश में न सिर्फ शामिल किया गया, बल्कि उन्हें नए पद पर पदस्थ करने का आदेश भी जारी कर दिया गया। यह घटना विभागीय स्तर पर डेटा अपडेट की गंभीर खामी और फाइल प्रोसेसिंग में लापरवाही को उजागर करती है। दूसरे विभाग में कार्यरत अधिकारी को भी किया गया ट्रांसफर इतना ही नहीं, सूची में एक महिला अधिकारी का नाम भी शामिल था, जिनका स्थानांतरण पहले ही महिला एवं बाल विकास विभाग में किया जा चुका है और वह वहाँ कार्यरत हैं। इसके बावजूद वाणिज्य कर विभाग ने उन्हें फिर से अपने विभाग में पदस्थ करने का आदेश जारी कर दिया, जिससे साफ जाहिर होता है कि तबादला आदेश तैयार करते समय कर्मचारियों की वर्तमान स्थिति की कोई जांच नहीं की गई। प्रशासनिक दक्षता पर सवाल यह मामला सामने आने के बाद विभागीय कामकाज की प्रामाणिकता और दक्षता पर सवाल उठने लगे हैं। विपक्षी दलों ने इसे “सरकारी लापरवाही की पराकाष्ठा” बताया है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “जब मृत कर्मचारी को भी ट्रांसफर किया जा सकता है, तो सोचिए जीवित कर्मचारियों की फाइलें कैसे चल रही होंगी?” जांच के आदेश की उम्मीद, लेकिन जवाबदेही कौन तय करेगा? अब तक इस मामले में विभाग की ओर से कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार इस लापरवाही की जांच की तैयारी की जा रही है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इस तरह की चूक की जवाबदेही किस पर तय होगी? क्या यह सिर्फ “क्लेरिकल एरर” कहकर टाल दिया जाएगा, या दोषियों पर वास्तविक कार्रवाई होगी? तकनीक के युग में प्रशासनिक लचरता इस मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि डिजिटलाइजेशन (Fault in Transfer Order) और ई-गवर्नेंस के दावों के बावजूद, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में प्रशासनिक कामकाज अब भी फाइलों, अंदाजों और कागजों के भरोसे चल रहा है। जब तक सरकारी मशीनरी में डेटा प्रबंधन, समन्वय और जवाबदेही नहीं लाई जाएगी, तब तक ऐसी घटनाएं ‘सिस्टम की भूल’ नहीं बल्कि ‘सिस्टम की विफलता’ कहलाएंगी।

Natural Disaster: Impact on Chardham Yatra...! 17 workers missing due to cloudburst in Uttarkashi... Horrifying video surfaced, see here
National

Natural Disaster : चारधाम यात्रा पर असर…! उत्तरकाशी में बादल फटने से 17 मजदूर लापता…भयावह VIDEO आया सामने यहां देखें

उत्तरकाशी, 29 जून। Natural Disaster : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के बड़कोट क्षेत्र में रविवार देर रात बादल फटने से आई भीषण तबाही ने न केवल 17 मजदूरों को लील लिया, बल्कि एक बार फिर राज्य की आपदा प्रबंधन क्षमताओं और सरकार की संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रात लगभग 1 बजे हुए इस हादसे में निर्माण कार्य में जुटे सभी मजदूर तेज़ धार वाले सैलाब में बह गए, जिनकी तलाश अभी भी जारी है। आपदा प्रबंधन पर सवाल राज्य सरकार ने बीते वर्षों में उत्तराखंड को आपदा के लिहाज़ से संवेदनशील क्षेत्र मानते हुए “डिजास्टर रेस्पॉन्स मैकेनिज़्म” की बात जरूर की, लेकिन हकीकत ये है कि हादसे के बाद ही प्रशासन हरकत में आता है। सवाल उठता है कि क्या बड़कोट जैसे संवेदनशील क्षेत्र में रात में निर्माण कार्य जारी रखना, खासकर मानसून के दौरान, प्रशासनिक लापरवाही नहीं थी? विपक्ष ने उठाए सवाल हादसे के बाद विपक्षी दलों ने प्रदेश सरकार को घेरा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा, “उत्तराखंड हर साल प्राकृतिक आपदाओं से जूझता है, लेकिन सरकार की तैयारी सिर्फ़ कागज़ों तक सीमित है।” वहीं, सरकार की ओर से आपदा राहत मंत्री ने त्वरित राहत कार्यों का दावा किया, लेकिन जमीनी हकीकत – SDRF के देरी से पहुंचने और अवरुद्ध मार्गों की समस्या – एक अलग कहानी बयां करती है। चारधाम यात्रा पर असर घटना का असर धार्मिक और पर्यटन गतिविधियों पर भी पड़ा है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के कई हिस्से अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे न केवल स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है, बल्कि चारधाम यात्रा पर भी खतरा मंडराने लगा है। स्यानाचट्टी क्षेत्र में नदी के बहाव में रुकावट आने से होटलों और दुकानों को खतरा पैदा हो गया है। राजनीतिक नीतियों की असंतुलित प्राथमिकता उत्तराखंड में बीते कुछ वर्षों में निर्माण कार्य और सड़क परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया गया। लेकिन इन कार्यों की स्थानीय भूगोल और जलवायु के अनुकूल योजना न होना, बार-बार आपदा को दावत देता दिख रहा है। राज्य की सरकारों ने “विकास” के नाम पर जो नीतियां अपनाई हैं, वे अब “विनाश” में तब्दील होती नजर आ रही हैं। केंद्र और राज्य सरकार की साझा जिम्मेदारी यह घटना केवल राज्य सरकार की ही नहीं, बल्कि केंद्र की भी नीति निर्धारण और आपदा पूर्व चेतावनी तंत्र की विफलता को उजागर करती है। गृह मंत्रालय और NDRF को अब तक केवल “रिएक्शनरी” भूमिका में देखा गया है, जबकि ज़रूरत प्रिवेंटिव मैकेनिज़्म की है। प्राकृतिक आपदा या नीति की विफलता? उत्तरकाशी की घटना केवल एक प्राकृतिक आपदा (Natural Disaster) नहीं, बल्कि यह बताती है कि प्रशासनिक सतर्कता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी से मानव जीवन बार-बार संकट में डाला जा रहा है। आने वाले समय में यदि सरकारें विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन नहीं बना सकीं, तो ऐसे हादसे ‘दुर्घटनाएं’ नहीं, बल्कि ‘नीति जनित त्रासदी’ कहलाएंगे।

National President: Tug of war for the post of BJP President...! Search for consensus between Sangh and high command... Social engineering of big states becomes a challenge
Politics

National President : BJP अध्यक्ष पद पर रस्साकशी…! संघ और आलाकमान के बीच सहमति की तलाश…बड़े राज्यों की सोशल इंजीनियरिंग बनी चुनौती

नई दिल्ली, 29 जून। National President : भारतीय जनता पार्टी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर आलाकमान और संघ के बीच चल रही खींचतान अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो चुका है, जिसे लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनज़र जून तक बढ़ाया गया था। लेकिन अब जबकि चुनावी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और संगठनात्मक चुनाव अंतिम चरण में हैं, पार्टी नेतृत्व पर नए अध्यक्ष की घोषणा को लेकर दबाव बढ़ गया है। संघ बनाम सत्ता केंद्र : विचारधारात्मक बनाम राजनीतिक प्राथमिकता संघ पहले ही साफ कर चुका है कि वह राजनीतिक संदेश देने के बजाय संगठन को मजबूत करने वाले अध्यक्ष की पैरवी करता है। संघ नेतृत्व चाहता है कि नया अध्यक्ष ऐसा नेता हो जो जमीनी स्तर पर पार्टी की पकड़ को और मजबूत कर सके। वहीं, पार्टी का सत्ता केंद्र — खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह — नेतृत्व परिवर्तन को राजनीतिक संतुलन और 2029 की रणनीति के लिहाज़ से देख रहा है। सिर्फ 14 राज्यों में प्रक्रिया पूरी बीजेपी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले कम-से-कम 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव जरूरी हैं। अब तक 14 राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे रणनीतिक राज्यों में संगठन चुनाव रुके हुए हैं, जिससे राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी हो रही है। शुक्रवार को पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया को तेज़ी देने के लिए राज्यों में चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है: महासचिवों में बदलाव तय सूत्रों के मुताबिक, नए अध्यक्ष के बनने के बाद कम-से-कम 50% राष्ट्रीय महासचिवों की छुट्टी तय मानी जा रही है। इसके स्थान पर युवा और जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जो अगले पांच वर्षों की तैयारी में अहम भूमिका निभाएंगे। राज्यों में अध्यक्ष चयन : सोशल इंजीनियरिंग की परीक्षा उत्तर प्रदेश: जातीय संतुलन की बिसात यूपी में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सबसे ज़्यादा माथापच्ची हो रही है। दलित, ओबीसी और ब्राह्मण संतुलन को साधना भाजपा के लिए ज़रूरी हो गया है। संभावित नामों में शामिल हैं: चर्चा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से संभावित नामों पर विचार-विमर्श हो चुका है, लेकिन अंतिम निर्णय मोदी-शाह की जोड़ी पर निर्भर करेगा। कर्नाटक : लिंगायत दबदबा बनाम संगठनात्मक स्थिरता बीएस येदियुरप्पा अपने पुत्र बीवाई विजयेंद्र को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन पार्टी का एक बड़ा वर्ग इसे लेकर असहमत है। विकल्पों में- कर्नाटक में पार्टी के सामने सवाल है: क्या पार्टी फिर से लिंगायत चेहरे को तरजीह देगी या संगठनात्मक अनुशासन को प्राथमिकता? महाराष्ट्र : मराठा दांव रविंद्र चव्हाण (मराठा नेता) को पहले ही कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा चुका है, और सूत्रों के अनुसार वे स्थायी अध्यक्ष बन सकते हैं। उनकी नजदीकियां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हैं, जो उनके लिए समर्थन जुटा सकते हैं। पश्चिम बंगाल : संकट गहराया यहां संगठनात्मक चुनौतियां गहरी हैं। पार्टी अभी भी 2021 की हार से पूरी तरह उबर नहीं पाई है। यहां अध्यक्ष पद के लिए कड़ा मंथन जारी है और एक ऐसा चेहरा तलाशा जा रहा है जो बंगाल में पार्टी को पुनर्जीवित कर सके। अध्यक्ष पद अब भी अटका, लेकिन फैसले की घड़ी नजदीक राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर असहमति भले (National President) बनी हुई हो, लेकिन 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होते ही राष्ट्रीय निर्वाचन अधिकारी के. लक्ष्मण प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव कार्यक्रम का ऐलान करेंगे। भाजपा के सामने चुनौती सिर्फ नेतृत्व चयन की नहीं, बल्कि राजनीतिक संतुलन, सामाजिक समीकरण और 2029 की तैयारी की भी है। आगामी दिनों में जो भी नाम सामने आएगा, वह सिर्फ एक अध्यक्ष नहीं, बल्कि भाजपा के अगले चरण का चेहरा होगा।

Puri Rath Yatra: Tragic accident during Puri Rath Yatra...! 3 devotees died in stampede... more than 10 injured
All

Puri Rath Yatra : बिग ब्रेकिंग…पुरी रथ यात्रा के दौरान दर्दनाक हादसा…! भगदड़ में 3 श्रद्धालुओं की मौत…50 से अधिक घायल

पुरी/ओडिशा, 29 जून। Puri Rath Yatra : पुरी में भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा के दौरान रविवार तड़के एक दर्दनाक हादसे ने उत्सव की रौनक को मातम में बदल दिया। सुबह लगभग 4:30 बजे, श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ में धक्का-मुक्की के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इस घटना में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घटना शरधाबली के पास उस वक्त हुई जब भक्त भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए एकत्रित हुए थे। दर्शन के दौरान भीड़ इतनी अधिक हो गई कि उसे नियंत्रित करना कठिन हो गया। इसी दौरान अफरा-तफरी मच गई, कुछ लोग गिर पड़े और कई लोग उनके ऊपर चढ़ गए। तीन श्रद्धालु भीड़ के नीचे दबकर मौके पर ही दम तोड़ बैठे। मृतकों की पहचान खुर्दा जिले के निवासी के रूप में हुई है: घायलों में कुछ की हालत गंभीर घायलों को पुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तुरंत 108 एम्बुलेंस सेवा की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। पुरी की रथ यात्रा देश की सबसे भव्य धार्मिक यात्राओं में से एक है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों को खींचते हुए श्रीगुंडिचा मंदिर तक लेकर जाते हैं। यह घटना रथ यात्रा के दौरान दर्शन की होड़ में हुई, जो हर साल श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पवित्र और प्रतीक्षित अवसर होता है। इस दुखद घटना ने प्रशासन की तैयारियों और भीड़ नियंत्रण (Puri Rath Yatra) की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, मामले की जांच शुरू कर दी गई है और भविष्य में भीड़ नियंत्रण को लेकर और सख्त उपाय किए जाएंगे।

Rape of an Innocent: Oh...! The girl was wearing only a vest...underwear and lowers missing...deep wounds on lips and cheeks...cousin brother raped 6-year-old innocent sister and killed her painfully
Crime, National

Rape of an Innocent : ओह…! बच्ची के बदन पर सिर्फ बनियान…अंडरवियर-लोअर गायब…होंठ और गाल पर गहरे जख्म…चचेरे भाई ने 6 साल की मासूम बहन से दुष्कर्म कर दी दर्दनाक मौत

उन्नाव, 28 जून। Rape of an Innocent : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के औरास थाना इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 6 साल की एक बच्ची की उसके चचेरे भाई ने दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार रात मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। उन्नाव के औरास थाना इलाके के माइनर में बच्ची का शव मिलने के बाद ग्रामीण आक्रोशित नजर आए। यह देख पुलिस ने तुरंत शव सीएचसी पहुंचा दिया। वहीं, परिजनों को दिखाया गया। बच्ची के लापता होने के बाद परिजनों के साथ ग्रामीण भी गुरुवार रात से उसकी तलाश कर रहे थे। शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे अर्द्धनग्न हालत में बच्ची का शव मिलने के बाद ग्रामीणों का आक्रोश और बढ़ गया। वह घटना को अंजाम देने वाले आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग करने लगे।  यह देख पुलिस ने तुरंत शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां पहले बच्ची की दादी को शव दिखाया गया। नन्हीं पौत्री का शव देख दादी बेसुध हो गई, जैसे तैसे लोगों ने उन्हें संभाला, फिर पिता को दिखाया गया, वह बेटी के शव के साथ लिपटकर तेज से चीखा। मौजूद पुलिस कर्मियों ने सभी को शांत कराया और आगे की कार्रवाई शुरू की है। मृत बच्ची के बदन पर सिर्फ बनियान थी, उसकी अंडर वियर और लोवर नहीं मिला। मृतका के होंठ और गाल पर चोट के निशान पाए गए हैं। संदिग्धों में एक युवक बच्ची को अक्सर दिखाता था वीडियो औरास थाना क्षेत्र के एक गांव में बच्ची का शव मिलने के बाद घटना के खुलासे में जुटी पुलिस घटनास्थल के आसपास बागों में रखवाली कर रहे आठ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया। इसमें मृतका के गांव का ही एक बाग का युवक संदिग्ध है। चर्चा है कि वह बच्ची से आए दिन मिलता था, उसे फोन पर वीडियो भी दिखाया करता था। जिस समय बच्ची लापता हुई वह भी बाग में ही था। पुलिस सभी से कड़ाई से पूछताछ कर रही है। वहीं, पुलिस ने माइनर में आ रहा पानी बंद कराकर बच्ची के कपड़ों की तलाश शुरू की है। परिजन पहले कर चुके थे तलाश थाना क्षेत्र के जिस गांव की माइनर में बच्ची का शव मिला है वहां गुरुवार रात में भी परिजनों ने तलाश की थी, तब वह सूखी थी और वहां कुछ नहीं मिला था। बता दें कि माइनर से पांच किलोमीटर पहले गेरुआ गांव के पास पानी रोकने के लिए गेट लगा हुआ है, वहां मछली पकड़ने वाले अक्सर पानी बंद कर देते हैं।  झाड़ियों में फंस गया शव शुक्रवार को जिस समय पर पुलिस और परिजन उसकी तलाश का रहे थे, तभी अचानक से पानी छोड़ा गया और दोपहर करीब 2:30 बजे शव माइनर की पुलिया से बहकर आगे आया और झाड़ियों में फंस गया।  बेटी का शव देख मां चीख पड़ी। बताया कि बेटी ने लाल फ्रॉक और प्लाजो पहन रखा था, जो उसके बदन पर नहीं था। शरीर पर सिर्फ सफेद रंग की बनियान थी और कुछ भी नहीं था। मां ने बताया कि बेटी आंगनबाड़ी में पढ़ने जाती थी। छह साल की चचेरी बहन से बाग में हैवानियत के बाद हत्या उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के औरास थाना इलाके के एक गांव में गुरुवार रात छह साल की बच्ची की उसके चचेरे भाई ने दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार रात मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। हत्या करने के बाद आरोपी ने बच्ची के शव को गांव के पास ही नहर की पुलिया में छिपा दिया था।  बाबा को पानी देने गई थी मासूम बच्ची औरास थाना के एक गांव निवासी छह साल की बच्ची गुरुवार रात करीब आठ बजे घर के पास ही अहाते में सो रहे बाबा को पीने के लिए पानी देने गई थी। इसके बाद घर नहीं लौटी। बाबा के पास सो जाने की आशंका पर पिता, उसे देखने गया तो वह नहीं मिली।  परिजनों और ग्रामीणों ने रात भर घर के आसपास के नालों, तालाब और झाड़ियों में तलाश की लेकिन पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह जानकारी पर कार्यवाहक थानाध्यक्ष मो. इरशाद पहुंचे और फॉरेंसिक टीम एवं डॉग स्क्वायड को बुलाकर तलाश शुरू की। घर से 600 मीटर दूर नहर में बहता मिला शव खोजी कुत्ता घटनास्थल से 400 मीटर दूर जाने के बाद लौट आया। दोपहर करीब 2:30 बजे पुलिस और परिजन बच्ची की तलाश कर रहे थे तभी घर से करीब 600 मीटर दूर नहर माइनर में शव बहता देखा गया। ग्रामीणों की भीड़ लग गई।  बाग में रखवाली करने वाले आठ लोगों को उठाया पुलिस ने शव को निकलवाया। सीओ अरविंद चौरसिया ने गांव के आस पास बाग में रखवाली करने वाले आठ लोगों को उठाया और पूछताछ शुरू की। इसी दौरान मृतका के बाबा ने बताया कि उनके परिवार का ही पौत्र (मृत बच्ची का रिश्ते में चचेरा भाई) भी नहीं दिखा है।  शाम करीब पांच बजे एसपी दीपक भूकर घटनास्थल पहुंचे और जांच की। सीओ से घटना क्रम की जानकारी ली और लापता चचेरे भाई की तलाश करने को कहा। सीओ ने हत्यारोपी के बड़े भाई को उठाया तो उसने शुक्रवार रात को भाई के साथ बच्ची को देखने की जानकारी दी। मुठभेड़ के बाद आरोपी गिरफ्तार  आरोपी शाहपुर तोंदा गांव (Rape of an Innocent) में जनसेवा केंद्र चलाता है। पुलिस ने शुक्रवार शाम को दबिश दिया तो वह भाग गया। रात करीब नौ बजे मैनीभावा खेड़ा गांव के पास मुठभेड़ के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की एक गोली हत्यारोपी के बाएं पैर में लगी। एसपी के मुताबिक, आरोपी ने नशे में दुष्कर्म करने की बात कबूली है। बताया है कि बच्ची के लहूलुहान और बेहोश होने पर वह घबरा गया। करतूत उजागर होने और जेल जाने के डर से उसने बच्ची का मुंह दबाकर गला घोट दिया।  उसके कपड़े भी नहर में फेंक दिए थे। पुलिस ने बच्ची के कपड़े बरामद करने के लिए नहर का पानी बंद कराया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी के भी कपड़ों में खून लग गया था, इस पर उसने अपने कपड़े धो दिए थे।