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Love Jihad Case: 'Junaid' married as 'Rohit'... lived together for a year... now absconded with 8 lakhs... revealed like this
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Love Jihad Case : ‘जुनैद’ ने ‘रोहित’ बनकर की शादी…सालभर साथ रहा…अब 8 लाख लेकर हुआ फरार…इस तरह हुआ खुलासा

अलवर, 16 जुलाई। Love Jihad Case : राजस्थान के अलवर जिले में लव जिहाद का मामला सामने आया है। ककराली निवासी जुनैद ने पहले खुद को हिंदू बता एक लड़की को अपने प्यार के जाल में फंसाया बाद में दूसरे शहर में ले जाकर शादी कर ली। आरोपी ने डेढ़ साल तक लड़की के साथ दरिंदगी की और फिर छोड़ दिया। इतना ही नहीं आरोपी ने करीब 8 लाख रुपए भी ऐंठ लिए। इसके बाद लड़की ने थाने में रिपोर्ट दर्ज की। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इंस्टाग्राम के जरिए वर्ष 2022 में उसकी जान पहचान जुनैद से हुई थी। उसने खुद को हिंदू बताते हुए अपना नाम रोहित बताया। परिजनों की बीमारी का हवाला देकर करीब आठ लाख रुपए ऐंठ लिए। साथ ही दूसरे शहर में ले जाकर पीड़िता के साथ शादी कर ली। कुछ समय पहले ही जुनैद ने पीड़िता को झांसा देकर एक अन्य लड़की से निकाह कर लिया। जैसे ही इसकी जानकारी पीड़िता को लगी तो वह उसके गांव पहुंची। तब इस बात का खुलासा हुआ कि लड़का हिंदू नहीं मुसलमान है। इस दौरान गांव में जमकर हंगामा हुआ। बाद में आरोपी गांव से फरार हो गया है। पुलिस इस मामले पर अब पीड़िता के बयान के आधार पर जांच करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

Battalion of NDRF: The struggle to save the bull worth 1 crore ... Photos and VIDEO shared by the team on Twitter
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Battalion of NDRF : 1 करोड़ की सांड को बचाने की जद्दोजहद…टीम की ट्वीटर पर शेयर की Photos और VIDEO

गाजियाबाद, 15 जुलाई। Battalion of NDRF : आपदा बचाव दलों से नोएडा में फंसे जानवरों को मदद मिली है। जिन जानवरों को जलमग्न क्षेत्र से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया, उनमें एक ‘प्रीतम’ वंश का एक बैल भी है, जिसकी कीमत जानकर आप भी दंग रह जाएंगे। हाल के दिनों में हुई तेज बारिश के बाद यमुना का जलस्तर बढ़ गया और दिल्ली को जोड़ने वाली कई अहम सड़कों पर पानी भर गया। इस मुसीबत से इंसान तो जैसे-तैसे बच निकला लेकिन जानवर इसमें फंसे रह गए। हालांकि, आपदा बचाव दलों से नोएडा में फंसे जानवरों को मदद मिली है। जिन जानवरों को जलमग्न क्षेत्र से सुरक्षित स्थानों पर लाया गया, उनमें एक ‘प्रीतम’ वंश का एक सांड भी है, जिसकी कीमत जानकर आप भी दंग रह जाएंगे। इसकी कीमत एक BMW X5 से भी ज्यादा है। यानी एक करोड़ रुपये है। गाजियाबाद में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 8वीं बटालियन ने मवेशियों और बकरियों को बचाने वाली टीम की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट ट्वीटर पर पोस्ट कीं और लिखा- ‘गाजियाबाद की एनडीआरएफ टीम ने नोएडा से 1 करोड़ की लागत वाले भारत के नंबर 1 सांड ‘प्रीतम’ सहित 3 मवेशियों को बचाया है। एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की जान बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।’  टीम द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में दो भैंसों को एक नाव के दोनों ओर कर्मियों द्वारा पकड़े हुए दिखाया गया है, क्योंकि यह बाढ़ के पानी से गुजर रहे हैं। नोएडा में यमुना नदी के किनारे लगभग 550 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो गई है, जिससे 5,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं और आठ गांव प्रभावित हुए हैं।  रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि कुत्तों, खरगोशों, बत्तखों, मुर्गा और गिनी सूअरों सहित लगभग 6,000 जानवरों को भी गुरुवार से जलमग्न क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। इस साल 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ने वाली नदी का (Battalion of NDRF) जलस्तर घटकर 207.68 मीटर पर आ गया है, जो अभी भी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर है।

Missing Brother: Brother missing from Balaghat found imprisoned in Lahore Jail after 5 years… Mother also went mad in sorrow… Sister's plea…?
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Missing Brother : बालाघाट से लापता भाई 5 साल बाद लाहौर जेल में मिला कैद… मां भी गम में हो गई पागल…बहन की गुहार…?

बालाघाट, 15 जुलाई। Missing Brother : जिस भाई की उसकी बहन और पूरा परिवार मरा हुआ मानकर तलाश करना बंद कर दी थी, वह पाकिस्तान की लाहौर जेल में पिछले पांच साल से सजा काट रहा है। ये बेबस कहानी है महकेपार में रहने वालीं संघमित्रा खोब्रागढ़े के छोटे भाई की। संघमित्रा, शुक्रवार को अपने भाई की रिहाई की गुहार लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचीं। संघमित्रा ने बताया कि उसका भाई प्रसन्नजीत रंगारी उम्र-35 वर्ष 2011 में मानसिक विक्षिप्त हो गया था। जबलपुर से बी-फार्मा की पढ़ाई लगभग पूरी कर चुका प्रसन्नजीत कुछ साल तक गांव-गांव भटकता था, रिश्तेदारों के घर आता-जाता था, लेकिन 2018 में वह लापता हो गया। जगह-जगह तलाशने के बाद उसकी कोई खबर नहीं लगी। परिवार व रिश्तेदार ये मानकर उसे भूल चुके थे कि वह मर चुका है, लेकिन दिसंबर 2021 को जम्मू में रहने वाले कुलजीत सिंह कछवाह ने फोन पर सूचना दी कि उसका भाई प्रसन्नजीत जिंदा है और पाकिस्तान की लाहौर जेल में कैद है। संघमित्रा ने बताया कि कुलजीत सिंह कछवाह वही शख्स है, जो 2021 में उसी जेल से 20 साल की सजा काटकर बाहर निकला था। खुद को कमरे में बंद रखता था प्रसन्नजीत संघमित्रा ने बताया कि ग्राम खैरलांजी में पिता लोकचंद रंगारी, मां लक्ष्मीबाई, भाई प्रसन्नजीत और वह साथ रहते थे। 12 साल पहले शादी के बाद वह तिरोड़ी के ग्राम महकेपार आ गई। गरीबी के बाद भी पिता ने प्रसन्नजीत को पढ़ाई और जबलपुर के गुरु रामदास खालसा कालेज में बी-फार्मा में दाखिला कराया। 2011 में उसकी पढ़ाई पूरी होने वाली थी, लेकिन आखिरी समय में उसकी मानसिक हालत बिगड़ने लगी और अलग व्यवहार करने लगा। कभी कमरे में खुद को बंद कर लेता, तो कई दिनाें तक किसी से बात नहीं करता था। परेशान होकर माता-पिता ने उसे छोड़ दिया। प्रसन्नजीत यहां-वहां भटकने लगा। कुछ साल तक उसके बारे में जानकारी रहती थी, लेकिन फिर लंबे समय तक उसके बारे में कोई खोज-खबर नहीं मिली। हम सब यही सोचते थे कि वह मर चुका है और कभी नहीं लौटेगा, लेकिन वह भटकते-भटकते पाकिस्तान पहुंच गया। प्रसन्नजीत का ऐसे लगा सुराग संघमित्रा ने बताया कि दिसंबर 2011 में उसे खैरलांजी में मेडिकल दुकान चलाने वाले डेविस ने संपर्क कर बताया कि कुलजीत सिंह कछवाह नामक व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी है कि प्रसन्नजीत जिंदा और पाकिस्तान की जेल में कैद है। दरअसल, कुलजीत और प्रसन्नजीत एक ही जेल में कैद थे। प्रसन्नजीत को भोपाल में रहने वाले अपने बड़े पिता सेवकराम रंगारी का फोन नंबर कंठस्थ था। बात-बात में उसने कुलजीत को वो नंबर दिया। कुलजीत ने उस पर संपर्क किया, लेकिन सेवकराम ने खराब सेहत के चलते मदद करने से इन्कार कर दिया। इसके बाद कुलजीत के बेटे और भांजे ने फेसबुक में प्रसन्नजीत की प्रोफाइल खोजी और खैरलांजी के डेविस से संपर्क कर प्रसन्नजीत की खबर दी। बेटे के गम में मां की भी दिमागी हालत खराब बताया गया कि बेटे के लंबे समय तक लापता होने के कारण माता-पिता परेशान रहने लगे। ठीक परवरिश न होने के कारण माता-पिता को बालाघाट के वृद्धाश्रम लाया गया। कुछ दिन बाद लक्ष्मीबाई बेटे के गम में गुमसुम रहने लगी। दिमागी हालत दिनों-दिन खराब होने के कारण उसे वृद्धाश्रम से दोबारा खैरलांजी अपने घर भेज दिया गया। मां लक्ष्मीबाई आज गांव वालों पर निर्भर है। संघमित्रा कलेक्ट्रेट जाने से पहले विधायक गौरीशंकर बिसेन से निवेदन करने भाजपा कार्यालय पहुंचीं थी। बड़ी नौकरी की चाहत से खोया मानसिक संतुलन प्रसन्नजीत की बहन ने बताया कि भाई पढ़ाई में तेज था। आर्थिक तंगी के बीच उसने बी-फार्मा की पढ़ाई की। वह बड़ी कंपनी में अच्छी नौकरी करना चाहता था। जब बी-फार्मा का कोर्स खत्म होने की दहलीज पर था, तब उसकी ये चाहत तनाव में बदलती गई। धीरे-धीरे ये तनाव इतना हावी हो गया कि उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी। उसके स्वभाव में बदलाव आने लगा और घर आने के बाद वह अकेले रहने लगा। बताया गया कि संघमित्रा ने डेढ़ साल पहले कलेक्टर को भाई की रिहाई के लिए गृह मंत्रालय से संपर्क कर मदद की गुहार लगाई थी। कुलजीत से संपर्क करना प्राथमिकता: कलेक्टर कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा ने बताया कि संघमित्रा द्वारा दी गई जानकारी की पहले हर पहलू से जांच की जाएगी। जम्मू निवासी कुलदीप नामक जिस शख्स का वह जिक्र कर रही हैं, उसके बारे में पुलिस की मदद से उसकी मोबाइल लोकेशन लेकर संपर्क करने का प्रयास किया जाएगा। बताया गया कि उसका गांव पहाड़ी क्षेत्र में है इसलिए नेटवर्क की समस्या रहती है। अगर उससे संपर्क होता है और उसकी बातों में सच्चाई होगी, तो प्रसन्नजीत के दस्तावेज व अन्य जानकारी गृह मंत्रालय भेजी जाएगी। प्रसन्नजीत को भारत वापस लाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

Snake Rescue: The snake was hidden in the shoes in such a way that it was impossible not only to see it, but if you do not believe then watch the VIDEO
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Snake Rescue : सांप जूते में ऐसा छिपा था कि उसे देख पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था…यकीन नहीं होता तो देखें VIDEO

Snake Rescue : बरसात का मौसम चल रहा है। बहुत से सांप तो लोगों के घरों के बाहर रखे जूतो में अपना अड्डा बना लेते हैं। सांप जूते में इस तरह से छिपा बैठा था कि उसे देख पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था। इसलिए जब भी जूते पहने तो उसे अच्छे से झाड़ लें। क्या पता अंदर सांप या बिच्छू ना बैठा हो! महिला ने जूते से सांप को निकाला इस वायरल क्लिप में साफ देखा जा सकता है कि एक महिला किसी तरह से जूते में छिपकर बैठे सांप को बाहर निकालती है। हालांकि, सांप जूते के अंदर छिपे रहने की पूरी कोशिश करता है। पहली नजर में तो लगता है कि जूता एकदम नॉर्मल है। उसके अंदर कोई भी खतरनाक चीज नहीं है। लेकिन जब महिला जूते को तेजी से झटकती है तो एक पतला सा सांप बाहर आता है। वह सांप को पूंछ से पकड़कर खींच लेती है, और अपने साथ ले जाती है। इस वीडियो को देखकर एक बात तो साफ है कि जूते पहनने से पहले उसे अच्छे से चेक कर लेना चाहिए। यह वीडियो इंस्टाग्राम पर काफी देखा जा रहा है। वीडियो को ‘स्नेक रेस्क्यूअर आरती’ (snakerescueraarti) नाम के पेज से 10 जुलाई को पोस्ट किया गया था। उन्होंने कैप्शन में लिखा -जूते में सांप। इस क्लिप को खबर लिखे जाने तक 11 हजार से अधिक लाइक्स और साढ़े पांच लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। सैकड़ों यूजर्स ने कमेंट भी किए हैं। एक शख्स ने लिखा कि अब तो जूते पहनते हुए डर लगेगा। दूसरे ने लिखा कि यह कुकरी सांप (Snake Rescue) है, जो जहरीले नहीं होते। वैसे इस पूरे मामले पर आपका क्या कहना है? कमेंट में बताइए। यहां देखें सांप को रेस्क्यू करने का वीडियो

Unique Family: Unique record registered in the name of the family...! BIRTHDAY of 9 members falls on a single day... read full news
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Unique Family : परिवार के नाम दर्ज अनोखा रिकॉर्ड…! एक ही दिन में पड़ता 9 सदस्यों का BIRTHDAY…पूरी खबर पढ़ें

डेस्क रिपोर्ट, 14 जुलाई। Unique Family : दुनिया का सबसे अनोखा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप हैरान हुए बिना नहीं रह पाएंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं एक ऐसे परिवार की जिसमें 9 सदस्य हैं और सभी एक ही दिन अपना जन्मदिन मनाते हैं। इस परिवार का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है। ऐसा नहीं है कि इस परिवार के सदस्यों का जन्मदिन अलग-अलग डेट पर हुआ है और सभी एक निश्चित दिन पर इकट्ठा होकर जश्न मनाते हैं, यह एक संयोग है कि परिवार के 9 सदस्यों का जन्म एक ही तारीख को हुआ है। ये बिल्कुल सच है और विश्व में यह सबसे अनोखा मामला है, इसलिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है।   एक परिवार के 9 लोगों का बर्थ डे 1 अगस्त को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, पाकिस्तान के लरकाना में रहने वाले एक परिवार के 9 सदस्यों के बीच एक चीज कॉमन है और वह ये कि इन सभी लोगों का जन्म एक ही तारीख को हुई थी। इन सबका बर्थडे 1 अगस्त को पड़ता है और सभी लोग अपना जन्मदिन एक ही दिन सेलिब्रेट करते हैं। इस परिवार में आमिर अली, उनकी पत्नी खुदेजा और उनके सात बच्चे शामिल हैं। इन सात बच्चों में ससुई-सपना जुड़वां बेटियां हैं। वहीं, आमिर-अंबर और अम्मार-अहमर जुड़वां बेटे हैं। इसके अलावा उनकी एक और बेटी भी है जिसका नाम सिंधु है। इन सभी लोगों का बर्थ डे 1 अगस्त को पड़ता है। परिवार में शामिल सभी बच्चों की उम्र 19 से 30 के बीच है। हांलाकि इन सभी का जन्म अलग-अलग साल में हुआ है लेकिन महीना और तारीख सेम है। कपल की शादी की सालगिरह की तारीख भी 1 अगस्त यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जो किसी भी परिवार में ऐसा देखने को नहीं मिला। किसी भी परिवार में इतने सारे सदस्यों का बर्थ डे एक ही दिन हो ऐसा देखने को कभी नहीं मिला। पहले यह रिकॉर्ड USA के कमिंस परिवार के नाम था। जिनके 5 बच्चों का जन्म 1952 से लेकर 1966 के बीच 20 फरवरी को हुआ था। इससे हटकर इस परिवार में एक और भी दिलचस्प चीज देखने को मिली। आमिर और खुदेजा की शादी की सालगिरह भी 1 अगस्त को ही पड़ता है। 1991 में उन्होंने 1 अगस्त को ही शादी की थी। उनकी सबसे बड़ी बेटी सिंधु का जन्म 1 अगस्त 1992 को हुआ था। बड़ी बेटी के जन्म के बाद कपल बहुत ही खुश और आश्चर्यचकित था। उसके बाद इस कपल के सभी बच्चों का जन्म 1 अगस्त को ही हुआ। कपल इसे अल्लाह का तोहफा मानता है। कपल ने बताया कि उनके हर बच्चे का जन्म सामान्य रूप से हुआ और खुदेजा की डिलीवरी भी समय पर हुई। ऑपरेशन वगैरह की कोई जरूरत (Unique Family) नहीं पड़ी।

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Bhupesh Cabinet Meeting : कैबिनेट की बैठक खत्म… मंत्री अकबर ने दी अहम फैसलों की जानकारी…इन पर लगी मुहर…सिलसिलेवार देखें

रायपुर, 12 जुलाई। Bhupesh Cabinet Meeting : मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल की अध्‍यक्षता में उनके निवास कार्यालय में कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। कैबिनेट के एजेडें में सबसे प्रमुख विधानसभा का मानसून सत्र है। यह सत्र 18 जुलाई से शुरू हो रहा है। इसमें सरकार की तरफ से अनुपूरक बजट लाया जाएगा। करीब तीन हजार करोड़ रुपये के अनुपूरक बजट को लेकर आज कैबिनेट में चर्चा हो सकती है। मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल की अध्‍यक्षता में आज शाम उनके निवास कार्यालय में हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार ने कई महत्‍वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इसमें सरकारी भर्ती में छूट देने के साथ ही उद्योगों की स्‍थापना में रियायत देने का फैसला किया गया है। कैबिनेट Bhupesh cabinet meeting ने राज्‍य के प्रथम अनूपूरक अनुमान वर्ष 2023-24 को मंजूर दी। इसके करीब तीन हजार करोड़ रुपये के होने का अनुमान है। बैठक के बाद वरिष्‍ठ मंत्री मोहम्‍मद अकबर ने कैबिनेट लिए महत्‍वपूर्ण फैसलों की जानकारी दी। – नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के पुनर्वास योजना के अंतर्गत यथा संशोधित कण्डिका 5.5 के अनुसार ग्राम राखी के परियोजना प्रभावितों को पात्रता अनुसार बाड़ी हेतु खुली भूमि आवंटित करने का निर्णय लिया गया। – लेयर -1 के 12 ग्रामों में नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के भूमि स्वामित्व की भूमि पर काबिज पात्र परिवारों को निर्धारित सीमा अनुसार बसाहट पट्टा प्रदान करने का निर्णय लिया गया। – छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न वर्गों के लिए उद्योग स्थापना के लिए विभिन्न प्रकार की छूट, अनुदान और रियायतें घोषित की गई है। राज्य में वृहद, मेगा, अल्ट्रा मेगा उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए औद्योगिक नीति 2019-24 के अंतर्गत “विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज क्रियान्वयन नियम-2019 को समावेशित करने का निर्णय लिया गया। – छत्तीसगढ़ राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक नीति 2019-24 में व्हीकल स्क्रेपिंग पॉलिसी को शामिल करने के साथ ही स्टॉम्प शुल्क से छूट, मण्डी शुल्क से छूट, राज्य में बंद और बीमार उद्योगों के लिए विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज परिवहन अनुदान, विद्युत शुल्क छूट संबंधित संशोधनों के प्रास्ताव का अनुमोदन किया गया। – छत्तीसगढ़ राजस्व (तृतीय श्रेणी लिपिक वर्गीय) सेवा भर्ती नियम 1985 की अनुसूची- चार को शिथिल करते हुए ऑडिटर / सहायक अधीक्षक से अधीक्षक (रा.) के 38 रिक्त पदों पर पदोन्नति हेतु केवल एक बार तीन वर्ष की छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया। – छत्तीसगढ़ ब्राम्हण समुदाय जिला बिलासपुर को आबंटित भूमि में छूट प्रदाय करने का निर्णय लिया गया। खरीफ सीजन को लेकर भी चर्चा बैठक में कैबिनेट ने खरीफ सीजन की खेती को लेकर अनौपचारिक चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार अभी तक हुई बारिश और रोपाई सहित खेती की अन्‍य गतिविधियों पर कृषि विभाग की तरफ से विस्‍तार से जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि अफसरों ने इस वर्ष भी धान की खेती का रकबा बढ़ने का अनुमान जताया है। अफसरों ने बताया कि इस मामले में मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक के बाद कैबिनेट की अगली बैठक में इस विषय पर विस्‍तार से चर्चा होगी।

Dream in Sawan: It is considered auspicious to see these things in the dream of Sawan.
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Dream in Sawan : सावन में सपने में इन चीजों का दिखना माना जाता है शुभ…

Dream in Sawan : सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है। 04 जुलाई से शुरू हुआ शिव जी का ये प्रिय महीना इस साल 31 अगस्त 2023 को समाप्त होगा। हिंदू धर्म में सावन के महीने को महादेव की पूजा करने के लिए सबसे उत्तम माना गया है। शिव जी अपार कृपा मिलती इस पूरे माह में शिव जी की विधि-विधान से पूजा की जाती है। शिव जी को श्रावण मास का देवता कहा जाता है। मान्यता है कि सावन माह में भगवान शिव पार्वती के साथ पृथ्वी लोक पर विराजमान रहकर लोगों के दुख-दर्द को समझते है एवं उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं, इसलिए सावन का महीना खास होता है। वहीं धार्मिक शास्त्रों के अनुसार शिव जी जुड़ी कुछ चीजें हैं, जिनका सपने में दर्शन होना बेहद ही शुभ माना जाता है। यदि सावन सावन माह में भगवान शिव से जुड़ी ये चीजें किसी को सपने में दिखाई दे जाएं तो समझिए कि उसके ऊपर भगवान शिव की कृपा होने वाली है। शिवलिंग  शिवलिंग का स्वप्न देखना शिव भक्ति का विशेष फल माना जाता है। कहा जाता है कि सपने में शिवलिंग को देखना स्वयं भोलेनाथ को देखने के समान है। ऐसा सपना देखने का मतलब है कि आपको जल्द ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है। यदि किसी कन्या को सपने में शिवलिंग दिखाई तो इसका मतलब शीघ्र ही आपका विवाह होने वाला है।  नाग यदि सावन के महीने में किसी व्यक्ति के सपने में नाग देवता दिख जाएं तो इसे भी काफी शुभ माना जाता है। नाग देवता का सपने में आना धन वृद्धि का संकेत होता है।  त्रिशूल त्रिशूल के तीन शूलों को काम, क्रोध और लोभ का कारक माना गया है। कहा जाता है कि सृष्टि में सामंजस्य बनाए रखने के लिए शिव जी अपने हाथ में त्रिशूल रखते हैं। यदि सावन माह में आपको सपने में त्रिशूल दिखाई देता है तो इसका अर्थ होता है कि भगवान शिव की कृपा से आपके समस्त विकारों का नाश होने वाला है। डमरू सावन के महीने में यदि सपने में डमरू दिखाई दे इसे भी बहुत शुभ माना जाता है। ये आपके जीवन में स्थिरता आने का संकेत है। इसका अर्थ होता है कि आपके घर में कोई मांगलिक कार्य जैसे विवाह आदि हो सकता है। नंदी बैल शिव जी नंदी की सवारी करते हैं। नंदी महाराज (Dream in Sawan) के बिना शिव परिवार की पूजा अधूरी मानी जाती है। कहा जाता है कि यदि सावन के माह में सपने में आपके नंदी बैल दिख जाए तो समझिए कि भगवान शिव आपसे बेहद प्रसन्न हैं और आपके कार्यों को सिद्धि मिलने वाली है। 

Vastu Tips: Plant aloe vera plant at home for happiness and prosperity. Plant it in this direction.
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Vastu Tips : खुशहाल और समृद्धि के लिए घर में लगाएं एलोवेरा पौधा…इस दिशा में लगाए

Vastu Tips : औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा स्किन के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी माना जाता है। इसके बारे में अधिकतर लोग जानते हैं। क्या आप जानते हैं कि घर में लगा एलोवेरा का पौधा आपकी तरक्की, खुशियां, सुख-संपदा पर भी असर डाल सकता है? जी हां वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में रखा एलोवेरा जीवन की कई परेशानियों से भी निजात दिला सकता है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि, तरक्की का कारण बन सकता है। यह पौधा सकारात्मक ऊर्जा सबसे अधिक पैदा करता है। जानिए वास्तु के हिसाब से किस दिशा में एलोवेरा का पौधा लगाना माना जाता है शुभ। वास्तु के हिसाब से एलोवेरा को सकारात्मक ऊर्जा का सबसे शक्तिशाली स्रोत माना जाता है। इसके घर में होने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती है। इसके साथ ही वास्तु दोष से निजात मिलती है। एलोवेरा चमकाएं भाग्य घर में एलोवेरा पौधा होने से भाग्य पर अच्छा असर पड़ता है। इससे हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है और हर बाधा से निजात मिलती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में एलोवेरा पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा अधिक पैदा होता है, जिससे घर में सुख-शांति रहती है और परिवार के सदस्यों के बीच प्यार बना रहता है।एलोवेरा लगाने से पद-प्रतिष्ठा मिलती है वास्तु के हिसाब से घर में एलोवेरा का पौधा लगाने से बिजनेस में अपार सफलता के साथ नौकरी पेशा लोगों को पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। घर में लाएं सुख-शांति एलोवेरा का सेवन करके कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं। इसके अलावा इसे घर के पूर्व दिशा में रखने से शारीरिक और मानसिक समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।वातावरण को रखें शुद्ध एलोवेरा का पौधा वायु को शुद्ध करने में भी मदद करता है, क्योंकि ये उच्च मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है और रात में एलोवेरा अच्छी मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ता है। किस दिशा में लगाएं एलोवेरा का पौधा वास्तु शास्त्र के अनुसार, एलोवेरा का पौधा (Vastu Tips) घर के उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दोनों ही दिखाएं देवी-देवता से संबंधित होती है। इसके अलावा पश्चिम दिशा में भी लगाना उत्तम माना जाता है।

Highest Paid News Anchor: This is India's highest paid news anchor...! No.1 is on 12 crores
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Highest Paid News Anchor : ये है भारत के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले न्यूज़ एंकर…! No.1 पर है 12 करोड़ जानें

नई दिल्ली, 5 अप्रैल। Highest Paid News Anchor : पत्रकारिता को पहले अच्छी आय वाले प्रोफेशन के रूप में नहीं देखा जाता था। लेकिन अब ये बात नहीं है और आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि जाने माने कमेंटेटर भी पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना भाग्य आज़मा रहे हैं। देश में इस वक्त कई पत्रकार हैं जो भारतीय नेता और अभिनेता से ज्यादा फेमस हैं। इन पत्रकारिता करने वालों के अनेकों चाहने वाले हैं। सोशल मीडिया पर इन सभी की एक बड़ी फोल्लोविंग हैं। जब यह लोग टीवी पर आ जाते हैं तो लोग टकटकी लगा कर इनको देखते हैं। आज हम बात करने वाले हैं ऐसे ही कुछ प्रचलित पत्रकारों के बारे में जिनके बारे में जानकार आप दंग रह जाएंगे। अर्नब गोस्वामी अर्नब रंजन गोस्वामी रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के प्रबंध निदेशक और मुख्य संपादक हैं। अर्नब गोस्वामी भारत के सबसे अधिक वेतन पाने वाले समाचार एंकर हैं और इनकी वार्षिक वेतन लगभग 12 करोड़ रुपए है। 47 वर्षीय अर्नब गोस्वामी गुवाहाटी से हैं। वह एक मुखर पत्रकार के रूप में जाने जाते हैं और समाचार को प्रदर्शित करने का उनका स्टाइल अद्वितीय और अद्भुत है। हमने उनकी शानदार पत्रकारिता “द नेशन वॉन्ट्स टू नो” और “पूछता है भारत” जैसे कार्यक्रम में देखा है। राजदीप सरदेसाई भारत में सर्वाधिक भुगतान पाने वाले पत्रकारों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं राजदीप सरदेसाई। इनकी वार्षिक वेतन लगभग 10 करोड़ रुपए है। उनकी गज़ब की कम्युनिकेशन स्टाइल और तर्क प्रस्तुत करने की कला उन्हें एक विशिष्ट पहचान देते हैं। कभी-कभार वह ज़मीनी स्तर की रिपोर्टिंग भी कवर करते हैं। वर्तमान में वह इंडिया टुडे समूह में एक परामर्शदात्री संपादक हैं, साथ ही इंडिया टुडे टेलीविज़न के एंकर भी हैं। निधि राज़दान भारत की टॉप हाईएस्ट पेड न्यूज़ एंकर्स की सूची में तीसरे स्थान निधि राज़दान पर हैं। वर्तमान में वह न्यूज़ चैनल NDTV की सीनियर एडिटर और एक लोकप्रिय न्यूज़ एंकर हैं। वह ‘NDTV 24 × 7 न्यूज़ शो’ तथा ‘लेफ्ट, राइट एंड सेंटर’ कार्यक्रम की मुख्य एंकर है। उन्होंने दिल्ली के भारतीय जनसंचार संस्थान पत्रकारिता की डिग्री हासिल की है। इनकी वार्षिक वेतन लगभग 4 करोड़ रुपए है। रजत शर्मा सर्वाधिक वेतन पाने वाले न्यूज़ एंकर्स में अगला नाम है इंडिया टीवी के अध्यक्ष और प्रधान संपादक रजत शर्मा का। उनका टीवी शो “आप की अदालत” काफ़ी लोकप्रिय है। पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने के लिए उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। उनका वार्षिक वेतन लगभग 3.6 करोड़ रूपए है। स्वेता सिंह भारत में सर्वाधिक भुगतान पाने वाले न्यूज़ एंकर्स की सूची में स्वेता सिंह भी शामिल हैं। वह आजतक में विशेष कार्यक्रम की एक जानी मानी समाचार एंकर होने के साथ-साथ कार्यकारी संपादक भी हैं। वह खेल संबंधी समाचारों को कवर करने में अपनी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध है। इसके आलावा वह ग्राउंड रिपोर्टिंग भी करती हैं। उन्हें प्रतिवर्ष लगभग 3.4 करोड़ रुपए का भुगतान मिलता है। सुधीर चौधरी सुधीर चौधरी वर्तमान में हिंदी समाचार चैनल, ज़ी न्यूज़ के प्रधान संपादक हैं। वह समाचार कार्यक्रम ‘डेली न्यूज़ एंड एनालिसिस’ होस्ट करते हैं। उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए उन्हें वर्ष 2013 में “हिंदी प्रसारण” श्रेणी में रामनाथ गोयनका पुरस्कार मिल चुका है। उनका वार्षिक वेतन लगभग 3 करोड़ रूपए है। रवीश कुमार सर्वाधिक भुगतान पाने वाले न्यूज़ एंकर्स में अगला नाम है (Highest Paid News Anchor) वरिष्ठ कार्यकारी संपादक रवीश कुमार का। समाचारों को प्रस्तुत करने का उनका अनोखा अंदाज़ है। वह कई लोकप्रिय कार्यक्रमों की मेज़बानी करता है, जिनमें NDTV इंडिया में प्रमुख हैं – ‘प्राइम टाइम’, ‘रवीश की रिपोर्ट’ और ‘देश की बात’। उनका वार्षिक वेतन लगभग 2.4 करोड़ रूपए है।

Aaj Se Sawan: Sawan, the beloved month of Bholenath… a rare coincidence after 19 years… read worship method and auspicious time
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Aaj Se Sawan : भोलेनाथ का प्रिय मास सावन…19 वर्ष बाद बन रहा दुर्लभ संयोग…पढ़ें पूजा विधि व शुभ मुहूर्त

डेस्क, 4 जुलाई। Aaj Se Sawan : भगवान शिव का पूजन में विशेष महत्व रखने वाला सावन माह आज यानी मंगलवार से शुरू हो गया है, इस बार सावन 31 अगस्त तक रहेगा। मलमास के चलते इस बार 58 दिनों को का सावन माह होगा। यह संयोग 19 वर्ष बाद बन रहा है। हालांकि, संक्रांति से सावन मानने वाले पर्वतीय क्षेत्रों में 17 जुलाई से सावन शुरू होगा। हिंदू मान्यताओं के अनुसार सावन या श्रावण महीने में जो व्यक्ति भगवान शिव की पूजा सच्चे मन से करता है, उसकी मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती हैं। इसके साथ ही कन्याओं को सुयोग्य वर प्राप्ति का भी आशीर्वाद मिलने की मान्यता है। आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं के अनुसार मैदानी क्षेत्रों में पूर्णिमा से पूर्णिमा तक सावन मनाया जाता है। ऐसे में मैदानी क्षेत्रों में पहला सोमवार 10 अगस्त, दूसरा 17 (मलमास शुरू मध्य रात्रि), तीसरा 24, चौथा 31, पांचवां सात अगस्त, छठा 14 अगस्त, सातवां 21, जबकि आठवां सोमवार 28 अगस्त को होगा। वहीं, पर्वतीय क्षेत्र के लोग सूर्यमान यानी संक्रांति से संक्राति तक सावन मनाते हैं। संक्रांति 17 जुलाई सोमवार से शुरू हो जाएगी। सूर्यमान का एक ही मास होता है। बन रहे दुर्लभ योग ज्योतिषाचार्य डा. आचार्य सुशांत राज के मुताबिक चार से 31 अगस्त तक सावन रहेगा। यानी इस महीने सावन 58 दिनों का रहेगा। यह संयोग लगभग 19 वर्ष के बाद बना है। इससे पहले वर्ष 2004 में यह संयोग बना था। मलमास के कारण दो महीने का सावन पड़ रहा है। इस महीने का धार्मिक क्षेत्र के साथ ही सावन का प्रकृति से भी गहरा संबंध है। क्योंकि इस महीने में वर्षा त्रतु होने से पूरी धरती वर्षा के कारण हरी भरी हो जाती है। इसी महीने में कांवड़ के रूप में गंगाजल लाया जाता है। क्‍या होता है मलमास? आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं के अनुसार एक महीने में दो संक्रांति के बीच दो अमावस्या हो तो वह मलमास, पुरुषोत्तम मास अथवा अधिमास कहलाता है। एक महीने के भीतर 17 जुलाई व 16 अगस्त को अमावस्या है। ऐसे में इस दौरान मलमास रहेगा। पहले दिन शुभ मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त- 04:07 AM – 04:48 AM अभिजित मुहूर्त- 11:58 AM – 12:53 PM गोधूलि मुहूर्त- 07:22 PM- 07:42 PM शिव पूजा के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त – शाम 05.29 – रात 08.39 पहले दिन के शुभ योग सावन के पहले दिन 4 जुलाई को त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग, बुधादित्य योग, सनुफा योग और वाशी योग जैसे शुभ योगों का संयोग बन रहा है। इससे पहले ऐसा संयोग साल 2004 में बना था और अब 2023 में भी ऐसा ही संयोग बना है। इंद्र योग – 03 जुलाई 2023, दोपहर 03.45 – 04 जुलाई 2023, सुबह 11.50 त्रिपुष्कर योग – 04 जुलाई 2023, दोपहर 01.38 – 05 जुलाई 2023, सुबह 05.28 पूजा विधि शिव जी की पूजा शाम के समय श्रेष्ठ मानी गई है, लेकिन सावन के पहले दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर सफेद वस्त्र धारण कर लें। घर के मंदिर में सफाई कर तांबे के पात्र में शिवलिंग रखें और एक बेलपत्र अर्पित कर तांबे या चांदी के लौटे से जल चढ़ाएं। जल में गंगाजल मिलाएं। दूध चढ़ाने के लिए पीतल या चांदी के कलश का इस्तेमाल करें। जलाभिषेक करने के लिए गौमुखी श्रृंगी का उपयोग करें। जलाभिषेक के समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। भोलेनाथ का पंचामृत से अभिषेक करें। उन्हें पान, सुपारी, धतूरा, शक्कर, घी, दही, शहद, सफेद चंदन, कपूर, अक्षत, पंचामृत, आक के फूल, गुलाल, अबीर, इत्र, शमी पत्र चढ़ाएं। शिव संग देवी पार्वती की भी पूजा करें। धूप, दीप लगाकर हलवे या खीर का बेल के फल का भोग लगाएं। भगवान शिव का ध्यान करें और ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें, शिव चालीसा (Aaj Se Sawan) का पाठ करें और फिर शिव जी की आरती करें और अंत में प्रसाद बांट दें। डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।