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Suicide Case: Big breaking...! Congress MLA's son arrested...know the reason here
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Suicide Case : बड़ी ब्रेकिंग…! कांग्रेस MLA का बेटा गिरफ्तार…यहां जानिए इसकी वजह

छिंदवाड़ा, 18 दिसंबर। Suicide Case : मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में परासिया विधायक सोहनलाल वाल्मीकि की पुत्रवधू ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू की। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसके आधार पर पुलिस ने विधायक सोहनलाल वाल्मीकि के बेटे आदित्य वाल्मिकी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। सुसाइड नोट में पति द्वारा प्रताड़ित होना दर्शाया इस मामले पर एसडीओपी जितेंद्र सिंह जाट ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल से सूचना प्राप्त हुई थी कि एक महिला का शव आया है, जिस पर तत्काल एक टीम मौके पर पहुंची तो पता चला कि यह शव  मोनिका वाल्मीकि का है। तुरंत ही केस दर्ज कर जांच शुरू की मृतिका का पोस्टमार्टम डॉक्टर की एक टीम द्वारा छिंदवाड़ा में कराया गया। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान और सुसाइड नोट से पता चला कि मृतका का पति अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था।जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया। आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतका के परिवार ने लगाए गंभीर आरोप बताया जा रहा है कि विधायक सोहन वाल्मीकि के‎ तीनों बेटे संयुक्त रूप से परासिया में‎ रहते हैं। बड़ा बेटा आदित्य क्षेत्रीय‎ कर्मशाला चांदामेटा में पदस्थ है। आदित्य की शादी दो साल पहले ‎इटारसी निवासी मोनिका से हुई थी। मृतका के परिजनों में उसके परिवार पर कई गंभीर आरोप (Suicide Case) लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।

MLA Murder: Big news...! Brutal murder of former Congress MLA...had gone to the village for personal work and was shot there
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MLA Murder : बड़ी खबर…! पूर्व कांग्रेस MLA की निर्मम हत्या…निजी काम से गए थे गांव वहीं मारी गोली

ईटानगर, 17 दिसंबर। MLA Murder : अरुणाचल प्रदेश में पूर्व कांग्रेस विधायक की शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि एक संदिग्ध आतंकवादी ने तिरप जिले के एक गांव में इस वारदात को अंजाम दिया जहां पूर्व विधायक किसी निजी काम से गए थे। यह घटना दोपहर करीब 3 बजे राहो गांव के पास हुई, जो म्यांमार सीमा के करीब है। समर्थकों के साथ निजी काम से गए थे गांव तिरप के एसपी राहुल गुप्ता ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस के पूर्व विधायक यमसेन माटे अपने तीन समर्थकों के साथ किसी निजी काम से गांव गए थे, तभी कोई उन्हें किसी बहाने से जंगल की ओर ले गया और उन पर गोली चला दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने अपराधी की तलाश में अभियान चलाया है। रक्षा सूत्रों ने पूर्व विधायक की हत्या में एनएससीएन-केवाईए की संलिप्तता का संकेत दिया है। जबकि एसपी ने उग्रवादी संगठन की पहचान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। माटे 2009 में कांग्रेस के टिकट पर खोंसा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। 2019 में खोंसा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से नेशनल पीपुल्स पार्टी के विधायक तिरोंग अबो समेत 10 अन्य लोगों को संदिग्ध उग्रवादियों ने मार दिया था। तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग में उग्रवाद की समस्य वह 2015 में भाजपा में शामिल हुए और इस साल की शुरुआत में उन्होंने 2024 में विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी. राजनीति में प्रवेश करने से पहले, उन्होंने चांगलांग जिले में डिस्ट्रिक्ट एडल्ट एजुकेशन ऑफिसर के रूप में कार्य किया. अरुणाचल प्रदेश के तीन जिले तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग उग्रवाद की समस्या से घिरे हुए हैं. इनमें सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (AFSPA) लागू है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2000 के बाद से राज्य में उग्रवाद से संबंधित 239 मौतों में से 183 तिराप-चांगलांग-लोंगडिंग (टीसीएल) क्षेत्र में हुई हैं। हाल के दिनों में इस क्षेत्र में जबरन वसूली और अपहरण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। तिरप, लोंगडिंग और चांगलांग जिलों की सीमा म्यांमार से लगती है। असम और नगालैंड के कई प्रतिबंधित उग्रवादी समूह इन सीमावर्ती जिलों का उपयोग ट्रांजिट रूट के रूप (MLA Murder) में करते हैं।

Allegation Proved: 'Influence' did not work... 25 years imprisonment to sitting MLA caught in rape...! 10 lakh fine
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Allegation Proved : ‘प्रभाव’ नहीं आया काम…रेप में फंसे मौजूदा MLA को 25 साल की सजा…! 10 लाख जुर्माना

लखनऊ, 13 दिसंबर। Allegation Proved : नाबालिग से रेप के मामले में दुद्धी विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक रामदुलार गोंड को सोनभद्र की एमपी/एमएलए कोर्ट ने 25 साल की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने गोंड पर 10 लाख का जुर्माना लगाया है। इस मामले में कोर्ट ने 12 दिसंबर को बीजेपी विधायक को दोषी करार दिया था। साथ ही जेल भेज दिया गया था। सजा मिलने के बाद रामदुलार गोंड की विधायकी जानी तय है। इससे पहले जब बीजेपी विधायक को दोषी करार दिया गया तब पीड़िता के वकील विकास शाक्य ने बताया था, केस के दौरान पीड़िता को समझौता करने के लिए रुपयों का लालच दिया गया था। इतना ही नहीं तरह-तरह से धमकियां भी दी गईं थीं। विधायक ने दी थी धमकी  उन्होंने कहा था- दोषी करार दिए गए विधायक रामदुलार सिंह गौड़ ने पीड़िता की शादी के बाद उसकी ससुराल जाकर भी धमकियां दी थीं। रसूख का इस्तेमाल कर कई तरह से दबाव बनाने की कोशिश की थी। मगर, उसकी सारी योजना फेल हो गईं। पीड़ित पक्ष अपनी बात पर अडिग रहा और केस में लगातार पैरवी करता रहा। दुष्कर्म के बाद पीड़िता गर्भवती हो गई थी। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट कोर्ट में पेश की गई थी. डीएनए जांच के लिए भी कहा गया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। दूसरे पक्ष ने इसे आधार बनाकर बचने की कोशिश की। मगर, सुनवाई पूरी होने के बाद हमारे हक में फैसला आया। विधायक द्वारा चले गए सारे दांव फेल हो गए। शाक्य ने यह भी बताया था कि पीड़िता को बालिग साबित करने के लिए आरोपी पक्ष द्वारा परिवार रजिस्टर नकल में मिलीभगत करके उसकी उम्र बढ़ा दी गई थी। कोर्ट में पेशी के दौरान पीड़िता की जन्मतिथि की पुष्टि नहीं हुई थी। मगर, प्राथमिक विद्यालय के स्कूल के सर्टिफिकेट से साबित हो गया कि पीड़िता नाबालिग थी।

MLA Raped: Bad news came amid BJP's hat-trick victory... This MLA was trapped in the rape of a minor...!
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MLA Raped : BJP की हैट्रिक जीत के बीच आई बुरी खबर… नाबालिग से रेप में फंसे ये वर्तमान विधायक…!

लखनऊ, 13 दिसंबर। MLA Raped : भारतीय जनता पार्टी एक तरफ तीन राज्यों में मुख्यमंत्री के चौंकाने वाले नाम देकर सुर्खियों में है, तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश से निराश करने वाली एक सूचना सामने आ रही है। यहां बीजेपी के एक विधायक को नाबालिग से रेप के जुर्म में कोर्ट ने दोषी ठहराया है। यूपी के सोनभद्र के दुद्धी विधानसभा के वर्तमान बीजेपी विधायक रामदुलार सिंह गौड़ को दोषी मानते हुए तुरंत गिरफ्तारी का आदेश दे दिया गया। इसके पुलिस उन्हें गिरफ्तार करके थाने ले गई है। इस मामले में 15 दिसंबर को सजा का ऐलान किया जाएगा। दबंगई ने ले डूबा जानकारी के मुताबिक, नाबालिग से रेप की ये वारदात साल 2014 में हुई थी। उस वक्त रेप के दोषी रामदुलार सिंह गौड़ की पत्नी म्योरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की प्रधान थी। प्रधानपति होने की वजह से गौड़ की गांव में दबंगई थी। पीड़िता के भाई के अनुसार 4 नवंबर 2014 को शाम 7 बजे उसकी बहन रोती हुई घर आई थी। परिजनों ने जब रोने की वजह पूछी तो काफी देर बाद उसने बताया कि रामदुलार गौड़ ने उसका बलात्कार किया है। इसके बाद पीड़िता के परिजनों ने थाने में गौड़ के खिलाफ तहरीर दी थी। पहले रेप का ये केस जिला अदालत में चल रहा था, लेकिन रामदुलार सिंह गौड़ के विधायनक बन जाने के बाद इसे एमपी/एमएलए कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया। यहां चली लंबी सुनावाई के बाद अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (प्रथम) एमपी/एमएलए कोर्ट एहसान उल्लाह खान ने विधायक को रेप केस में दोषी पाया है। विशेष लोक अभियोजक (पॉक्सो) सत्यप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि कोर्ट ने सजा सुनाने के लिए 15 दिसंबर (MLA Raped) की तारीख तय करते हुए भाजपा विधायक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

MP Politics: PM Modi's googly clean bowled... The name whose name was not discussed far and wide made him the Chief Minister... Now the 'crown' will not adorn Vasundhara's head...?
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MP Politics : पीएम Modi की गुगली ने किया क्लीन बोल्ड…दूर-दूर तक नहीं थी जिस नाम के चर्चे उन्हें बनाया मुख्यमंत्री…अब वसुंधरा के सिर नहीं सजेगा ‘ताज’…? 

राजस्थान, 12 दिसंबर। MP Politics : मध्यप्रदेश में पीएम नरेंद्र मोदी की गुगली ने सभी को क्लीन बोल्ड कर दिया। जिस नाम की चर्चा तक नहीं हुई थी, उन्हीं को मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया। 13 दिसंबर को दक्षिण उज्जैन के विधायक मोहन यादव सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ में नए चेहरे पर दांव, एमपी में नए चेहरे को मौका, राजस्थान में भी? वसुंधरा की चिंता जायज कैसे? राजस्थान में विधायक दल की बैठक आज यानी कि मंगलवार को होने जा रही है। पूरी संभावना है कि मुख्यमंत्री का ऐलान भी कर दिया जाएगा। बड़ी बात ये है कि बीजेपी हाईकमान ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से जो सियासी संदेश देने का काम किया है, उसने दो बार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चिंता बढ़ा दी है। अगर छत्तीसगढ़ में 15 साल शासन करने वाले रमन सिंह को आउट किया जा सकता है, अगर एमपी में लाडली बहनों के मामा माने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान का पत्ता कट सकता है, तो पूरी संभावना है कि राजस्थान में भी बड़ा खेल हो जाए। इस समय तो जानकार अब ये सोचने में लगे हैं कि कहीं राजस्थान में भी एमपी की तरह कोई ऐसा मुख्यमंत्री सामने ना आ जाए जिसकी मीडिया में चर्चा तक नहीं हो रही हो। यानी कि 115 विधायकों में से किसी का भी नंबर आ सकता है। वसुंधरा राजे की बात करें तो वे सीएम रेस में बनी हुई जरूर हैं, लेकिन इस बार जानकार उनकी संभावना कुछ कम मान रहे हैं। बीजेपी ने दिया था राजे को प्रस्ताव सूत्रों के हवाले से खबर तो ऐसी भी आई थी कि हाईकमान ने वसुंधरा राजे से बात की थी, उन्हें स्पीकर का पद देने का प्रस्ताव भी दिया था। लेकिन तब राजे ने साफ कहा कि उन्हें चाहे तो एक साल के लिए मुख्यमंत्री बनाया जाए, बाद में वे पद छोड़ देंगी। अभी के लिए हाईकमान का इस पर क्या फैसला रहा, ये स्पष्ट नहीं। लेकिन छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की स्थिति देखकर माना जा रहा है कि यहां पर भी नई पीढ़ी की लीडरशिप खड़ी करने पर जोर दिया जाएगा। मोदी को चाहिए ‘कौन’? अभी के लिए राजस्थान में महंत बालकनाथ, दीया कुमारी, अश्विनी वैष्णव, गजेंद्र शेखावत जैसे नाम चर्चा में चल रहे हैं। इन सभी को सीएम बनने का प्रबल दावेदार भी बताया जा रहा है। लेकिन संभावना इस बात की भी है कि बीजेपी बड़ा खेल करते हुए किसी दूसरे को ही ये बड़ा पद दे दे। वैसे फैसला बीजेपी का जो भी रहे, जातीय समीकरण को जरूर ध्यान में रखा जाएगा। जिस तरह से छत्तीसगढ़ को आदिवासी, एमपी को ओबीसी, उसी तर्ज पर राजस्थान में भी कोई एक्सपेरिमेंट होगा। राजस्थान के चुनावी नतीजे राजस्थान के इस बार के चुनावी नतीजों की बात करें तो बीजेपी (MP Politics) ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए 115 सीटें अपने नाम की थीं, वहीं पिछली सत्ता में आने वाली कांग्रेस महज 69 सीटों पर सिमट गई। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में पार्टी को सभी जातियों का अच्छा खासा वोट मिला है, इसी वजह से सीएम चुनना भी चुनौती साबित हो रहा है।

Karni Sena Murder Case: Sukhdev had become close to the shooter's girlfriend...hear what he said in the confession
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Karni Sena Murder Case : इस हत्या का कारण ‘शूटर की गर्लफ्रेंड’…सुखदेव से हो गई थी की नजदीकियां…कबूलनामा में सुनिए क्या बोले

नई दिल्ली, 11 दिसंबर। Karni Sena Murder Case : राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दो शूटर्स रोहित राठौर और नितिन फौजी को पुलिस चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर चुकी है। अब इस हत्या की दो प्रमुख वजहें सामने आ रही हैं। पहली वजह ये बताई जा रही है कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड और गैंगस्टर रोहित गोदारा गोगामेड़ी से नाराज चल रहा था। दरअसल साल 2017 में राजस्थान के कुख्यात डॉन आनंदपाल की मौत के विरोध में एक बड़ा धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था जिसमें सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी, उस धरने में सुखदेव भी शामिल हुआ था लेकिन वो धरने के बीच मे उठकर चला गया था। ये बात रोहित गोदारा को बुरी लग गई थी और वो उसका दुश्मन बन बैठा था। वहीं हत्या का दूसरा कारण ये बताया जा रहा है कि शूटर रोहित राठौर की गर्लफ्रेंड से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की नजदीकियां हो गई थी जिस बात से रोहित काफी नाराज था और उसने गोगामेड़ी के खिलाफ मन में रंजिश पाल ली थी। रिपोर्ट के मुताबिक रोहित राठौर की गर्लफ्रेंड ने जब उस पर (रोहित) रेप का केस दर्ज करवाया तो राठौर जेल पहुंच गया। इस दौरान उसकी गर्लफ्रेंड की पैरवी खुद सुखदेव कर रहा था। इसी वजह से वो उसका बदला लेना चाहता था। जेल में रहने के दौरान ही रोहित राठौर की मुलाकात वीरेंद्र चारण से हुई। उसने गोगामेड़ी के खिलाफ रोहित के गुस्से को हथियार बनाया और उसे कत्ल करने के लिए राजी कर लिया। वहीं नितिन फौजी लॉरेंस बिश्नोई के करीबी दोस्त और कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा का पहले से जानकर था। नवीन शेखावत को शूटरों ने इसलिए मार दी गोली शूटरों के द्वारा इस हत्याकांड को अंजाम दिलवाने का जिम्मा नवीन शेखावत पर था। नवीन शेखावत ने दोनों शूटरों को अपना परिचित बताकर सुखदेव के घर फ्रेंडली एंट्री कराई थी। हालांकि इस दौरान नवीन शेखावत को ये तो पता था कि सुखदेव टारगेट पर है पर वो चाहता था की बातचीत से ये मसला हल हो जाए। ये भी कहा जा रहा है कि जब शूटर्स गोगामेड़ी को मारने आगे आए तो शेखावत ने बीच बचाव करने की कोशिश की जिस वजह से शूटरों ने उसे भी गोली मार दी। सिग्नल ऐप के जरिए शूटर्स से हो रही थी बात वहीं जांच में ये भी सामने आया है कि इस हमले का मास्टरमाइंड गोदारा सिगनल एप के जरिये न केवल शूटर्स के लगातार टच में था बल्कि चारण और रोहित गोदारा ऑपरेशन के दौरान हत्या के पहले और बाद में लगातार फोन पर बात कर रहे थे। दूसरी तरफ रोहित गोल्डी बराड़ से भी इस ऑपरेशन की जानकारी साझा कर रहा था। वहीं पूछताछ में शूटर्स ने बताया की उन्होंने हत्या करने के बाद फोन तोड़ दिए थे और हथियार जयपुर के डीडवाना ( Karni Sena Murder Case) के पास कहीं जंगल में फेंक दिया था।

Brutal Murder: Those with weak hearts should not watch this video...! Stabbed 30 times in broad daylight...brutally murdered
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Brutal Murder : कमजोर दिल वाले न देखें ये VIDEO….! दिनदहाड़े 30 बार चाकू से गोदा…कर दी निर्मम हत्या

नवादा, 09 दिसंबर। Brutal Murder : नवादा में शुक्रवार को एक होमगार्ड जवान के बेटे की दिनदहाड़े निर्मम हत्या कर दी गई। अपराधियों ने युवक को घर से बुलाकर उसकी आंखों में मिर्ची झोंक दी और फिर चाकू से उसके शरीर पर 30 बार हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई। मामले की जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक युवक की पहचान शिव नगर पोस्टमार्टम रोड मोहल्ले निवासी वासुदेव प्रसाद के 18 वर्षीय बेटे राहुल कुमार के रूप में हुई है। नगर थाना क्षेत्र के कदीरगंज रोड स्थित केएलएस कॉलेज की समीप दिनदहाड़े इस वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपी फोन कर घर से बुलाया घटना को लेकर प्राप्त जानकारी के अनुसार, युवक के मोबाइल पर किसी ने फोन कर उसे घर से बुलाया था। फोन आने के बाद राहुल घर से निकला और बुलाई गई जगह पर पहुंचा जहां उसका इंतजार कर रहे युवकों ने उसकी आंखे में मिर्ची झोंक दिया। जिससे युवक तिलमिलाने लगा. इसके बाद आरोपियों ने लगातार चाकू से हमला कर युवक को मौत की नींद सुला दिया।युवक की शरीर पर ढाई दर्जनों से ज्यादा चाकू को जख्म के निशान पड़े हैं. बताया गया कि उसे 30 बार चाकू से गोदा गया है। मृतक की मां होमगार्ड में है सिपाही मृतक युवक की मां सावित्री देवी होमगार्ड जवान के रूप में मंडल कारा नवादा में पदस्थापित है, जानकारी के अनुसार मृतक युवक मां बाप का इकलौता पुत्र है। मृतक की बहन प्रीति ने बताया कि दोपहर के समय राहुल खाना खा रहा था, इसी बीच किसी ने मोबाइल पर कॉल किया और फिर उस कॉल के करीब 15 मिनट बाद राहुल घर से निकला था। जिसके बाद वो घर वापस नहीं आया सिर्फ उसके मौत की खबर मिली है। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं जानकारी के मुताबिक, मृतक युवक कहीं बाहर रहकर पढ़ाई कर रहा था और बड़ा अफसर बनना चाहता था, लेकिन अपराधियों ने उसके माता-पिता के अरमानों पर पानी फेर दिया। खैर मामला जो भी हो पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, फिलहाल हत्या के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने बताया कि युवक की चाकू मारकर हत्या (Brutal Murder) कर दी गयी है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर घटना की जांच कर रही है, आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों की जल्द पहचान कर आगे की कार्रवाई की जायेगी।

Buddhist Distillery: Dazzling hairstyle...! Bundles of notes in the almirah...! More than Rs 100 crore cash found
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Buddhist Distillery : आंखें चौंधियाने वाला केश…! अलमीरा में नोटों की गड्डियां…! मिला 100 करोड़ से ज्यादा नकदी

रांची, 8 दिसंबर। Buddhist Distillery : झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर की रेड जारी है। इस रेड में अब तक 100 करोड़ से ज्यादा नकदी मिल चुकी है। ये छापेमारी ओडिशा और झारखंड में कांग्रेस नेता के ठिकानों पर हो रही है। बुधवार से शुरू हुई छापेमारी अभी भी जारी है। इतनी बड़ी संख्या में नोट मिलने की वजह से इनकी गिनती के लिए आयकर विभाग द्वारा बड़ी-बड़ी मशीने इस्तेमाल की जा रही हैं। बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुडे़ ठिकानों पर छापेमारी आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुडे़ ठिकानों पर ये छापेमारी हो रही है। बौद्ध डिस्टिलरी राज्यसभा सांसद धीरज साहू के परिवार की कंपनी है। धीरज साहू का परिवार शराब व्यवसाय से जुड़ा है। उनकी ओडिशा में शराब बनाने की कई फैक्ट्रियां हैं। संयुक्त पारिवारिक सहयोग से ये कारोबार चलाता है। आयकर ने ओडिशा के बोलनगीर और संबलपुर में, जबकि झारखंड में धीरज साहू के पैतृक आवास पर रेड डाली है। झारखंड में रांची और लोहरदगा स्थित प्रतिष्ठानों में भी छापेमारी की जा रही है। इस रेड में अब तक 100 करोड़ से ज्यादा की नकदी मिली है। नकदी मिलने की तस्वीरें भी सामने आई हैं, इसमें देखा जा सकता है कि अलमीरा में बड़ी संख्या में नोटों की गड्डियां रखी दिख रही हैं। सियासत भी तेज इस मुद्दे पर सियासत भी तेज हो गई है। बीजेपी ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने ट्वीट कर कहा, जब कांग्रेस के एक सांसद के यहां से इतना नकद बरामद हुआ है तो तो 70 साल में पार्टी ने देश को कितना खोखला किया है, वो अंदाजा लगाया जा सकता है। हम जब हेमंत सरकार में हो रहे हज़ारों करोड़ों के घोटाले की बात करते हैं तो वह महज आंकड़ा नहीं हकीकत होता है जिसका छोटा उदाहरण फिर सामने है।  बीजेपी विधायक दल नेता और नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने ट्वीट (Buddhist Distillery) कर चुटकी ली है की उन्होंने सुना हैं कि कैश इतना मिला की नोट गिनने के मशीन ने भी काम करना बंद कर दिया है। बीजेपी ने इस मामले में ईडी जांच की मांग की है।

Agreement Suicide: Area shaken by mass suicide...! Parents and 2 young sons hanged themselves in Dharamshala
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Agreement Suicide : सामूहिक आत्महत्या से दहला इलाका…! माता-पिता और 2 जवान बेटे ने धर्मशाला में लगाई फांसी

वाराणसी, 8 दिसंबर। Agreement Suicide : वाराणसी में सामूहिक आत्महत्या की वारदात ने सभी को दहला दिया है। एक ही परिवार के चार सदस्यों ने एक धर्मशाला के कमरे में फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। मरने वाले सभी आंध्रा प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के रहने वाले थे। मरने वालों में माता-पिता और उनके 2 जवान बेटे शामिल हैं। पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि आंध्र प्रदेश का ये परिवार आर्थिक तंगी का शिकार था।  पुलिस के मुताबिक, ये परिवार दो महीनों तक भटकने के बाद वाराणसी पहुंचा था और फिर यहां आकर पूरे परिवार ने एक साथ सुसाइड कर लिया। खुदकुशी के इस तरीके को अग्रीमेंट सुसाइड कहा जाता है। जिसका चलन बढ़ता जा रहा है। ये वो तरीका है, जिसमें कुछ लोग या परिवार के सदस्य आपसी सहमति से एक साथ मौत को गले लगा लेते हैं। वाराणसी के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथपुर पांडेहवेली इलाके में आंध्रा आश्रम से संबंधित काशी कैलाश भवन धर्मशाला है। जहां कमरा नंबर एस-6 ये पूरा परिवार रुका था। जिनमें पति-पत्नी और उनके दो बेटे थे। गुरुवार की शाम तक इन लोगों ने कमरा नहीं खोला तो धर्मशाला के स्टाफ को शक हुआ। उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचना दी। पुलिस मौके पर जा पहुंची और धर्मशाला का वो कमरा खुलवाया। जैसे ही कमरे का दरवाजा जबरन बाहर से खोला गया तो सामने का मंजर देखकर सभी के होश उड़ गए। कमरे में उस परिवार के चारों सदस्यों की लाशें छत में लगी खूंटी पर नायलॉन की रस्सी के सहारे लटक रही थीं। पुलिस ने फौरन मौके पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड भी बुलाया और जांच पड़ताल की। मरने वालों की पहचान कोंडा बाबू (50), लावण्या (45), राजेश (25) और जयराज (23) के रूप में हुई है। धर्मशाला के मैनेजिंग ट्रस्टी ने बताया कि ये सभी लोग 3 दिसंबर की सुबह 11:30 पर वाराणसी आए थे और काशी यात्रा का बोलकर कमरा लिया था। धर्मशाला में कमरा खाली होने पर परिवार को अलॉट कर दिया गया था। इसके बाद सभी कमरे में रहने लगे. एक दिन पहले उन लोगों ने ऑफिस पहुंचकर यह बताया कि 7 दिसंबर की सुबह 7:30 बजे कमरा खाली कर देंगे। उन लोगों ने 6 दिसंबर को ही 7 दिसम्बर को निकल जाने की बात बात कहकर चेक आउट कर लिया था। जब गुरुवार की सुबह सफाई करने के लिए कर्मचारी पहुंचे तो दरवाजा नहीं खुला। स्टाफ ने उन सभी के सोने की बात सोचकर उन्हें परेशान नहीं किया, लेकिन जब शाम तक भी दरवाजा नहीं खुला तो इसकी सूचना कर्मचारी ने आफिस में दी। इसके बाद ऊपर आकर खिड़की खोलकर देखने पर पता चला कि चारों के शव फंदे के सहारे लटक रहे हैं।  इसकी सूचना पुलिस को दी गई और पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गई। उन्होंने बताया कि हमारे यहां दिए गए पता के अनुसार, ये सभी आंध्रा प्रदेश के जिला ईस्ट गोदावरी के माण्डा पेटा इलाके के रहने वाले थे। ये लोग माता-पिता और 2 बेटे थे। इनके किसी परिवारीजान या रिश्तेदार से संपर्क नहीं हो पाया है। क्योंकि जो नंबर इन लोगों ने वहां लिखवाया था, वो इन्ही लोगों का था। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने मौके पर जाकर पड़ताल की। उन्होंने बताया कि यह घटना बहुत ही दुखद है। जिसमें एक ही परिवार के तीन पुरुष और एक महिला का शव आश्रम में कमरे के अंदर छत के सहारे लटका हुआ पाया गया था। इनके पास से तेलुगु में लिखा सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट को पढ़ने पर यह पता चला है कि परिवार का आंध्र प्रदेश में ही पैसे को लेकर विवाद था, जिसको लेकर ये काफी परेशान थे। सुसाइड नोट में कुछ लोगों पर आरोप भी लगाया गया है।पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस कमिश्नर ने साफ किया कि पैसे का विवाद आंध्र प्रदेश का ही है। वाराणसी का नहीं। सुसाइड छत से फंदे के सहारे लटककर किया गया है। इसके अलावा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही जानकारी मिल पाएगी। उन्होंने आगे बताया कि मरने वालों में मां-बाप और उनके दो बेटे हैं। उन्होंने सुसाइड नोट के हवाले से बताया कि यह परिवार पिछले दो महीने से परेशान होकर घर छोड़े हुए था।  सुसाइड नोट में परिवार की तरफ से यह लिखा गया है कि यह कई जगहों पर रह चुके हैं और अब इनका पैसा खत्म हो चुका है और आगे कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है। इसी वजह से परिवार ने बहुत ही कठोर कदम उठा लिया। पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि यह जिस जगह ये काम किया करते थे आंध्र प्रदेश (Agreement Suicide) में, वहीं इनका पैसे को लेकर विवाद हुआ था। केस दर्ज करके नियमानुसार इस पर कार्रवाई की जाएगी।

Suicide After Mass Murder: Sad news...! 4 people died in the family… first he gave a gruesome death to his wife and children and then he himself hanged himself.
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Suicide After Mass Murder : दुखद खबर…! परिवार में 4 लोगों की मौत…पहले पत्नी-बच्चों को दी ददर्नाक मौत फिर खुद भी झूले फंदे से

रायबरेली, 6 दिसंबर। Suicide After Mass Murder : रायबरेली के मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री के आवासीय परिसर में दर्दनाक वाकया सामने आया है। रेलकोच फैक्ट्री में तैनात एडिशनल डिवीजनल मेडिकल अफसर अरुण सिंह ने अपनी पत्नी अर्चना, बेटा आरव और बेटी अदिवा की हत्या करने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला लालगंज कोतवाली के मॉडर्न रेलकोच फैक्ट्री के आवासीय परिसर का है। नेत्र चिकित्सक अरुण कुमार ने अपने परिवार को पहले नशीले इंजेक्शन दिए, उसके बाद सभी की हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद को धारदार औजार से काटने की कोशिश करते हुए फांसी लगा ली। रेलकोच आवासीय परिसर के भीतर एक साथ चार मौतों से हड़कंप मच गया. आरपीएफ ने मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस महकमा सन्न रह गया। आनन-फानन में एसपी आलोक प्रियदर्शी, एडिशनल एसपी, सीओ और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंची। टीम के पहुंचने पर घर का दरवाजा बलपूर्वक तोड़कर टीम अंदर दाखिल हुई। घर के अंदर डॉक्टर का शव लटकता मिला। जबकि अन्य सभी के शव खून से लथपथ बेड पर पड़े मिले।एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि डॉक्टर मिर्जापुर के रहने वाले अरुण कुमार डिप्रेशन के मरीज थे। उन्होंने पहले अपने परिवार जनों को नशीला पदार्थ दिया, क्योंकि मौके पर नशीले इंजेक्शन मिले हैं। परिजनों की भारी चीज मार कर हत्या की गई। फिर खुद को घायल किया। इसके साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आखिरी बार इनको रविवार को देखा गया था तब से नजर नहीं आए। बाकी की चीजें पोस्टमार्टम के बाद ही साफ होंगी। एसपी ने कहा कि डॉक्टर साहब रेल कोच फैक्ट्री में एडिशनल डिवीजनल मेडिकल अफसर थे। आंख के स्पेशलिस्ट थे। डिप्रेशन के मरीज थे। मौके पर मिले साक्ष्यों के आधार पर उन्होंने कई तरह के इंजेक्शन का प्रयोग किया था। ऐसा लगता है कि बच्चों को कोई नशा की दवा खिलाकर पहले बेहोश किया गया। फिर अटैक करके उनको मारा गया और फिर डॉक्टर ने अपनी नसों को काटने का प्रयास (Suicide After Mass Murder) किया। उसके बाद सफल न होने के बाद उन्होंने फांसी लगा ली। बाकी पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।