Raipur

Hitesh Baghel will be the OSD of CM Vishnudev Say...see who has been made personal assistant and under secretary
Politics, Raipur

Unnatural Sexual : दुर्ग से बड़ी खबर…! पत्नी पर ‘अप्राकृतिक यौन’ संबंध का दबाव…फास्ट ट्रैक पर सुनवाई के बाद ‘पति’ के लिए आया यह फैसला

दुर्ग, 26 दिसंबर। Unnatural Sexual : छत्तीसगढ़ के दुर्ग में पत्नी के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने वाले पति को 9 साल की जेल हुई है।इस मामले में आरोपी के माता-पिता और उसकी बहन को भी दोषी मानते हुए सजा सुनाई गई है। मामले में 7 साल तक फास्ट ट्रैक कोर्ट में चली सुनवाई के बाद फैसला आया है। जानकारी के मुताबिक वैशाली नगर विधानसभा के नेहरू नगर निवासी कारोबारी निमिष अग्रवाल (42) की शादी 2007 में हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही कारोबारी निमिष ने पत्नी को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं कारोबारी पत्नी को अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए भी मजबूर करता था। इस बीच पति की प्रताड़ना से तंग आकर पत्नी 2016 में ससुराल छोड़कर मायके में रहने लग गई। बच्ची के जन्म के बाद पहुंची कोर्ट कुछ समय बाद पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया और कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। दुर्ग जिले की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने इस मामले में सबूतों और बयानों के आधार पर आरोपी निमिष अग्रवाल को धारा 377 (अप्राकृतिक सेक्स) का दोषी माना और उसे 9 साल के सश्रम कारावास और 10 हजार रुपये के अर्थ दंड की सजा सुनाई। इसके अलावा 1 साल के सश्रम कारावास और 1000 का अर्थ दंड भी लगाया गया। अदालत ने पीड़िता के ससुर सुनील अग्रवाल 72, सास रेखा अग्रवाल 68 को भी 323 का दोषी मानते हुए 10 महीने की कैद और 1000 रुपए के अर्थ दंड की सजा सुनाई। इसके अलावा दोषी की बहन नेहा अग्रवाल 46 को भी 6 महीने कैद और 1000 रुपए के अर्थ दंड की सजा सुनाई गई। तबियत खराब होने के बाद हुआ भर्ती सजा का ऐलान होते ही निमिष अग्रवाल को दुर्ग कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में मेडिकल चेकअप कराया, इसके बाद उसे केंद्रीय जेल भेजा गया, जहां निमिष की तबियत खराब होने के बाद उसे सरकारी दुर्ग अस्पताल में भर्ती कराया गया। पति को सजा दिलाने वाली पत्नी ने बताया कि उसकी शादी 2007 में नेहरू नगर निवासी निमिष के साथ हुई थी। निमिष शादी के बाद हमेशा दहेज लाने के लिये दबाव डालता था। साथ ही शरीरिक प्रताड़ना भी देता था। वह अप्राकृतिक संबंध (Unnatural Sexual) बनाने के लिए भी मजबूर करता था।

CGPSC Scam: Big news...! Students met CM Sai in 'Pahuna'...Demand for action against former president Taman Singh Sonwani...See VIDEO
Raipur

CGPSC Scam : बड़ी खबर…! ‘पहुंना’ में CM साय से मिले विद्यार्थी…पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी पर कार्रवाई की मांग…देखें VIDEO

रायपुर, 25 दिसंबर। CGPSC Scam : सीजीपीएससी में अनियमितता को लेकर आज विद्यार्थियों ने सीएम विष्णुदेव साय से मिलने पहुंचे। छात्रों ने CGPSC में हुई अनियमितताओं की सीबीआई जांच की मांग करते हुए पिछले पांच सालों में हुई भर्तियों को स्थगित करने की मांग भी सीएम के सामने रखी। इसके साथ ही छात्रों की ओर से सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कैलेंडर जारी करने की मांग भी सीएम के सामने रखी गई। छात्र ने मुख्यमंत्री से सीजीपीएससी 2020, 2021 और 2022 चयन सूची रद्द करने का आग्रह किया। छात्रों ने यह भी मांग की कि सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए। गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ में सीजी पीएससी घोटाले को लेकर अभ्यर्थियों ने कई दफ़ा आवाज उठाया है। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद CGPSC अभ्यर्थियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि इस परीक्षा में हो रहे गड़बड़ी पर अब बड़ा एक्शन लिया जा सकता है। इसी उम्मीद के साथ सीजीपीएससी में हुई अनियमितता को लेकर आज विद्यार्थियों ने सीएम विष्णुदेव साय से मिलने पहुंचे। CM से की परीक्षा नियंत्रक को हटाने की रखी मांग बता दें कि सीजी पीएसी के इस घोटाले को लेकर CGPSC अभ्यर्थियों ने CM विष्णुदेव साय से मिलकर CGPSC के परीक्षा नियंत्रक को हटाने की मांग की है। बताया जा रहा है कि परीक्षा नियंत्रक समेत अन्य अधिकारी सालों से PSC में जमे हुए हैं। अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियंत्रक और सचिव पर गड़बड़ी का आरोप भी लगाया है। बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजी पीएससी) ने चयन सूची जारी की। इस सूची में पीएससी के तत्‍कालीन अध्‍यक्ष के साथ अन्‍य अफसरों और नेताओं के रिश्‍तेदारों का नाम था। इससे प्रदेश के युवाओं में आक्रोश बढ़ गया। तत्‍कालीन सरकार युवाओं के इस गुस्‍से को भांप नहीं पाई और चुनाव आते-आते मामला बेहद गरम हो गया। भाजपा ने इस मुद्दे को लपक लिया। भाजपा के प्रदेश के नेता से लेकर राष्‍ट्रीय स्‍तर तक के नेताओं ने पीएससी घोटाले को जमकर मुद्दा बनाया। ऐसे में युवाओं का भरपूर समर्थन भाजपा को मिला। अब युवा इस नई सत्ता से उम्मीद लगा रहे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा। अब देखना ये होगा कि प्रदेश की ये नई सरकार युवाओं की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है। इन लोगों के नियुक्ति पर उठ रहे हैं सवाल कोर्ट में पेश आरोप पत्र के मुताबिक चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के पांच रिश्तेदारों की नियुक्ति सूची सौंपी गई है। इसमें बेटे नितेश की डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्ति हुई है। रिजल्ट में सरनेम छुपाया गया था। उनकी बहू निशा कोशले का भी डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ है। उनके बड़े भाई के बेटे साहिल का चयन डीएसपी के पद पर हुआ है। इनका भी चयन सूची में सरनेम नहीं लिखा गया था। उनके भाई की बहु दीपा अजगले की नियुक्ति जिला आबकारी और बहन की बेटी सुनीता जोशी को श्रम अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह राज्यपाल के सचिव अमृत खलको की बेटी नेहा खलको और बेटे निखिल खलको को भी डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया है। कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार की बेटी प्रज्ञा नायक और बेटे प्रखर नायक को डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया है। कांग्रेस के नेता सुधीर कटियार के दामाद शशांक गोयल और बहु भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्ति दी गई है। इसके अलावा कांग्रेस नेता के ओएसडी के साढू भाई की बेटी खुशबू बिजौरी को भी डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित किया गया है। कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला की बेटी स्वर्णिम शुक्ला को डिप्टी कलेक्टर का पद मिला है। इन सभी नियुक्तियों को लेकर हाईकोर्ट में बीजेपी ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है। पीएससी 2021 के रिजल्ट पर विवाद जारी गौरतलब है कि पीएससी 2021 (CGPSC Scam) का अंतिम परिणाम 11 मई को जारी हुआ। इसमें 171 पदों पर पीएससी ने भर्ती की है और इसमें से 15 लोगों का चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हुआ है। मेरिट लिस्ट में पीएससी चेयरमैन के रिश्तेदारों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं के करीबियों को जगह मिली। इसके बाद से विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी ने दावा किया है कि साल 2019-2023 तक छत्तीसगढ़ की सभी भर्तियां विवादित रही हैं।

Deputy CM Saw: Situation of head-to-head in Congress...! Deputy CM Sao made a big revelation on these issues...listen
Raipur

Deputy CM Saw : कांग्रेस में सिर फुटव्वल की स्थिति…! इन मुद्दों पर डिप्टी CM साव ने किया बड़ा खुलासा…सुनिए

बिलासपुर, 25 दिसंबर। Deputy CM Saw : छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार आज प्रदेश के किसानों को बड़ी सौगात देने वाली है। साय सरकार किसानों को दो साल का बोनस एक साथ भुगतान करने वाली है। बोनस भुगतान को लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव ने मीडिया से बात करते हुए बड़ी बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि धान का प्रति क्विंटल 3100 रुपए की दर से भुगतान कब से किया जाएगा। निर्धारित समय पर मिलेगा बोनस Deputy CM Saw ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज किसानों के लिए बड़ा दिन है। दो साल का रुका बोनस जिसे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वायदा कर नहीं दिया। विष्णुदेव सरकार आज रुका बोनस किसानों को देने जा रही है। हमने तय किया था सरकार बनने के बाद 25 दिसंबर को बकाया बोनस दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार के धान के बकाया किस्त को लेकर कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने जो समय निर्धारित किया है, उस निर्धारित समय पर उसका किस्त मिलेगा। हमने जो वादा किया है 3100 रुपए प्रति क्विंटल वह हम देंगे, उसमें कोई संदेह नहीं है। पुरानी सरकार की योजना पर करेंगे विचार कांग्रेस सरकार की बिजली बिल हाफ सहित अन्य योजनाओं को लेकर कहा, कांग्रेस की सरकार का हर वायदा झूठा था। फिर भी पुरानी सरकार की जो योजना थी उनका हम समय पर विचार करेंगे, उसपर जो भी निर्णय होगा जनता के हित में होगा। मंत्रीमंडल में विभाग बंटवारे पर उन्होंने कहा कि बहुत जल्द मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा होगा। सरकार तेजी से काम प्रारंभ करेगी। Deputy CM Saw ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में भगदड़ और सिर फुटव्वल की स्थिति है। कांग्रेस पार्टी अप्रासंगिक होती जा रही है, जनता से कटी हुई जनता से दूर होती जा रही है। प्रभारी बदलने से कांग्रेस पार्टी को कोई लाभ नहीं होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ की 11 की 11 लोकसभा सीटें जीतने वाली है।

Naxalite Murder: Surrendered Naxalite murdered by slitting his throat...Uncle carried out the incident
Raipur

Naxalite Murder : आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली की गला रेतकर कर दी हत्या…चाचा ने ही दिया घटना को अंजाम

बीजापुर, 24 दिसंबर। Naxalite Murder : छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली की गला रेतकर हत्या कर दी गई। घटना को मृतक के चाचा ने अपने सहयोगियों के साथ अंजाम दिया। बीती रात आरोपी चाचा ने मृतक को उसके घर से उठाकर अपने साथ ले गया और फिर धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक, घटना बीती रात शनिवार की है। बीजापुर के गोरना गांव में छोटू कुरसम रहता था। छोटू कुछ माह पहले ही नक्सलवाद छोड़ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। मुख्यधारा में लौटने के बाद से छोटू अपने परिजनों के साथ गांव में रह रहा था। शनिवार की रात उसके चाचा और कुछ अन्य छोटू के घर पहुंचे और उसे अपने साथ ले गए। इसके बाद गोरना मनकेली गांव में धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद शव को सड़क पर ही फेंक कर आरोपी फरार हो गए। इस घटना के बाद सुबह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं, हत्या के बाद से आरोपी फरार है, जिसकी तलाश पुलिस (Naxalite Murder) कर रही है।

Congress Surgery: 'Shailja' leave...! Serious allegations by its own MLAs on top party leader...Congress had to undergo major surgery on the 20th day
Raipur

Congress Surgery : ‘शैलजा’ की छुट्टी…! पार्टी के शीर्ष ‘नेत्री’ पर अपने ही विधायकों का गंभीर आरोप…कांग्रेस को 20वें दिन करनी पड़ी बड़ी सर्जरी

रायपुर, 24 दिसंबर। Congress Surgery : छत्तीसगढ़ में चुनाव नतीजे जारी होने के 20वें दिन कांग्रेस ने बड़ी सर्जरी करते हुए प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को बर्खास्त कर दिया है। उन पर उनकी ही पार्टी के विधायकों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के साथ ही कांग्रेस में विरोध के स्वर उठने लगे थे। शैलजा के विरोध में सबसे बगावती आवाज बिलासपुर जिला की सीपत सीट से कांग्रेस विधायक रह चुके अरुण तिवारी ने उठाया था। उन्होंने न सिर्फ पूर्व प्रदेश प्रभारी शैलजा पर आरोप लगाए बल्कि प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बातचीत का एक ऑडियो भी जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपने गृह गांव रोहतक में 4 करोड़ रुपये पहुंचने की बात कही। कांग्रेस ने एक लंबा वनवास के बाद 2018 में बंपर जीत के साथ सत्ता में लौटी थी। हालांकि उस समय प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया थे। 5 दिसंबर 2022 को पुनिया को हटाकर कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ का प्रदेश प्रभारी बनाया गया।कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों की मानें तो यहीं से कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी शुरू हुई। 75+ का दावा करने वाली भूपेश सरकार को 35 सीटों पर समेटने में यहीं गुटबाज़ी ने अहम भूमिका निभाई और लोकप्रिय सरकारों में शामिल भूपेश बघेल सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया। इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस में गुस्सा और विरोध के स्‍वर फूटने लगे। तमाम अनुशासन का डंडा चला लेकिन नाराज और दुखी कार्यकर्ताओं का भड़ास खुलकर सामने आने लगा। टिकट बेचने से लेकर कई तरह के आरोप लगे। पार्टी संगठन के नेता कह रहे हैं कि कुमारी शैलजा के आने के बाद प्रदेश कांग्रेस संगठन में गुटबाजी बढ़ी। किसी भी पार्टी में प्रदेश प्रभारी हमेशा सरकार और संगठन के बीच पुल का काम करता है, लेकिन शैलजा के आने के बाद दोनों के बीच दूरियां और बढ़ गई हैं। यहीं कारण है कि अपने ही अपनों के दुशमन हो गए जिसका असर प्रदेश संगठन और चुनाव पर भी पड़ा। चुनाव परिणाम आते ही सबसे पहला हमला पूर्व विधायक बृहस्‍तप सिंह ने किया। रामानुजगंज सीट से लगातार चुनाव जीत रहे बृहस्‍तप सिंह का टिकट इस बार काट दिया गया था। बृहस्‍तप सिंह ने आरोप लगाया कि कहा कि प्रभारी मैडम शैलजा ने टीएस बाबा को ऐसे प्रमोट किया, जैसे कोई किसी हिरो को कैसे प्रमोट करता है, ठीक उसी तरह जब से वो छत्तीसगढ़ की प्रभारी बनी हैं तब से वो सिर्फ टीएस बाबा को प्रमोट कर रही थी। इससे पहले मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने प्रदेश के प्रभारी सचिव चंदन यादव पर 7 लाख रुपये लेने का आरोप लगाया। जायसवाल ने कहा कि तीन माह पहले जब चुनाव सामने थे, इस समय प्रभारी सचिव चंदन यादव यहां आए और सर्किट हाउस में मुझसे 4 लाख और शहर के एक इंटरनेशनल होटल में तीन लाख लिये। मैं ये नहीं कहता कि ये पैसा टिकट के नाम पर लिया गया। सचिव चंदन यादव ने कहा था कि पार्टी में बहुत खर्चे होते (Congress Surgery) है इसी के लिए ये पैसे है।

Hitesh Baghel will be the OSD of CM Vishnudev Say...see who has been made personal assistant and under secretary
Raipur

CG Congress : छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा बदलाव… ‘कुमारी शैलजा’ की छुट्टी…! प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बनाए गए सचिन पायलट

रायपुर, 23 दिसंबर। CG Congress : छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा बदलाव हुआ है। सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी बनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रहे कुमारी शैलजा की छत्तीसगढ़ से छुट्टी हो गई है। राजस्थान के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ कांग्रेस का नया प्रभारी बनाया गया है। इस नियुक्ति को 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की नई रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

CG CM Cabinet: 11 out of 12 ministers of Sai Cabinet are 'crorepati'...! Most of them are farmers...the youngest and richest ministers...? see here
Raipur

CG CM Cabinet : साय कैबिनेट के 12 में से 11 मंत्री हैं ‘करोड़पति’…! ज्यादातर हैं किसान…सबसे युवा और अमीर मंत्री…? देखें यहां

रायपुर, 23 दिसंबर। CG CM Cabinet : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। शुक्रवार को राज्य के नौ नए मंत्रियों ने शपथ ली। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ कैबिनेट में मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों समेत कुल 12 मंत्री हो गए। नए मंत्रियों में 69 साल के दयालदास बघेल सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। वहीं, बृजमोहन अग्रवाल सबसे अमीर मंत्री हैं। अग्रवाल के पास कुल 17.49 करोड़ रुपये की संपत्ति है।  CM के साथ नेताम हैं 10वीं पास मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 10वीं पास है। साय के अलावा राम विचार नेताम भी 10वीं पास हैं। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा समेत पांच मंत्री परास्नातक हैं। वहीं, उप मुख्यमंत्री अरुण साव अकेले मंत्री हैं जिनके पास पेशेवर स्नातक की डिग्री है। साव ने 1995 में बिलासपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी की है। पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी भी नई सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। चौधरी कैबिनेट में अकेले मंत्री हैं। जिनके पास स्नातक की डिग्री है। उन्होंने गणित से बीएससी की है। साय कैबिनेट के दो मंत्री 12वीं पास हैं। इनमें कोरबा से विधायक बने लखनलाल देवांगन और भाटगांव से विधायक लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हैं। दायल दास भगत कैबिनेट के सबसे कम पढ़े लिखे मंत्री हैं। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में 8वीं पास होने की जानकारी दी है। उप मुख्यमंत्री समेत 3 मंत्रियों पर आपराधिक मामले नई कैबिनेट के तीन मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, दयाल दास बघेल और ओपी चौधरी शामिल हैं। दयाल दास बघेल पर एक मामला चल रहा है। वहीं, ओपी चौधरी पर पांच मामले चल रहे हैं। जबकि, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा पर कुल सात मामले चल रहे हैं। मंत्रियों की संपत्ति का संक्षिप्त विवरण  विष्‍णुदेव साय मुख्‍यमंत्री साय की आय का जरिया कृषि है, जबकि पत्‍नी सामाज सेविका है। साय के पास 2 ट्रेक्‍टर है। साय के पास 450 ग्राम सोना, 2 किलो चांदी और 5 रती हीरा की एक अंगुठी भी है। साय की पत्‍नी के पास 200 ग्राम सोना और 3 किलो चांदी है। अरुण साव डिप्‍टी सीएम साव ने कृषि और सांसद के रुप में मिलने वाले वेतन को आय का जरिया बताया है। साव के पाए एक कार है। वहीं, पत्‍नी कोचिंग क्‍लास चलाती है। साव के पास 6.18 ग्राम सोना है। उनकी पत्‍नी के पास 14.39 ग्राम सोना और 29.84 ग्राम चांदी है। विजय शर्मा डिप्‍टी सीएम शर्मा के पास 25 तोला (लगभग 250 ग्राम) सोना और एक किलो चांदी है। शर्मा की पत्‍नी के पास 40 तोला सोना और एक किलो चांदी है। बृजमोहन अग्रवाल लगातार 8वीं बार विधायक चुने गए अग्रवाल की आय का जरिय कृषि है। योगा क्‍लास और कृषि को पत्‍नी की आय का जरिया बताया है। अग्रवाल के पास 485.5 ग्राम सोना है। वहीं उनकी पत्‍नी के पास 600 ग्राम सोना और 4 किलो चांदी है। अग्रवाल के पास एक कार और ट्रैक्‍टर है। राम विचार नेताम नेताम और उनकी पत्‍नी कृषि, किराया और ब्‍याज से आय प्राप्‍त करते हैं। नेताम के पास जीप, राजदूत और एक ट्रैक्‍टर भी है। नेताम के पास 4.5 तोला सोना और 600 ग्राम चांदी है। उनकी पत्‍नी के पास 8.5 तोला सोना और 1 किलो चांदी है। दयालदास बघेल साय कैबिनेट में एससी वर्ग के एक मात्र मंत्री बघेल कृषि करते हैं। उनकी पत्‍नी गृहिणी है। बघेल के पास 5 तोला सेाना है। उनकी पत्‍नी के पास 25 तोला सोना और 2 किलो चांदी है। बघेल के पास एक कार और एक बुलट मोटरसाइकिल है। केदार कश्‍यप रमन सरकार में 15 साल तक मंत्री रहे केदार कश्‍यप कृषि और विधानसभा से मिलने वाले वेतन पर निर्भर हैं। उनकी पत्‍नी खेती के साथ डेयरी व्‍यवसाय करती हैं। कश्‍यप के पास ट्रैक्‍टर और कार है। उनके पास 100 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी है। कश्‍यप की पत्‍नी के पास 200 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी है। लखनलाल देवांगन कोरबा सीट से विधायक चुने गए देवांगन पहली बार मंत्री बनाए गए हैं। देवांगन कृषि के साथ सब्‍जी का व्‍यवसाय करते हैं। पत्‍नी भी कृषि और सब्‍जी व्‍यवसाय से जुड़ी हुई हैं। देवांगन के पास 20 ग्राम सोना है। पत्‍नी के पास 70 ग्राम सोना और 600 ग्राम चांदी है। देवांगन के पास किसी तरह की गाड़ी नहीं है। श्‍याम बिहारी जायसवाल मनेंद्रगढ़ सीट से चुनाव जीकर पहुंचे जायवाल ट्रांसपोर्ट कारोबार से जुड़े हैं। उनके पास 3 ट्रक है। पत्‍नी के नाम पर एक ट्रक और एक मेटाडोर है। पत्‍नी के नाम पर क्रेशर भी है। जायसवाल के पास एक कार, एक एयूवी, एक बुलेट, एक बाइक और एक जेसीबी भी है। उनके पास सोना नहीं है। पत्‍नी के पास 250 ग्राम सोना और 5 किलो चांदी है। ओपी चौधरी साय कैबिनेट में शामिल किए गए पूर्व आईएएस चौधरी अब खेती किसानी के साथ मोटिवेशनल स्‍पीकर का काम करते हैं। चौधरी स्‍टाक मार्केट में भी पैसा लगाते हैं। इनके पास कोई वाहन और स्‍वर्ण आभूषण नहीं है। पत्‍न के पास स्‍त्रीधन के रुप में 875 ग्राम सोना और 250 ग्राम चांदी है। लक्ष्‍मी राजवाड़े साय कैबिनेट की अकेली महिला मंत्री पोल्‍ट्री फार्म और ईट भट्ठा चलाती हैं। पति कृषक हैं। पति के नाम पर एक चार पहिया वाहन भी है। राजवाड़े के पास 320 ग्राम सोना और ढाई किलो चांदी है। 20 ग्राम सोना है। टंकराम वर्मा: वर्मा सेवानिवृत्‍त शिक्षक हैं। उनकी पत्‍नी भी शिक्षा विभाग में सेवारत है। वर्मा के पास कोई वाहन नहीं है। उनके पास 92 ग्राम स्‍वर्ण अभूष्‍ण है, जबकि पत्‍नी के पास 489 ग्राम सोना और 20 तोला चांदी (CG CM Cabinet) है।

Deepak Baij: The round of allegations and counter-allegations has begun...! PCC Chief wrote a letter to CM Sai - Make lump sum payment immediately as promised...see
Raipur

Deepak Baij : आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू…! PCC चीफ ने CM साय को लिखा पत्र- वादे के अनुरूप एकमुश्त भुगतान तुरंत करें…देखें

रायपुर, 23 दिसंबर। Deepak Baij : पीसीसी चीफ दीपक बैज ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने किसानों को धान खरीद में आ रही दिक्कतों का जिक्र किया है। उन्होंने सीएम से इस मुद्दे पर ध्यान देकर समाधान का अनुरोध किया है। दीपक बैजे ने अपने पत्र में लिखा- प्रदेश में धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हुए डेढ़ माह से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन इसके बाद भी धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने में उन्हें दुविधा का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी वादे में किसानों से वादा किया है कि वह धान का मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल देगी और धान बेचने के तुरंत बाद ग्राम पंचायतों में उपार्जन केंद्रों पर अलग से काउंटर लगाकर उसका एकमुश्त भुगतान किया जाएगा। इसके बावजूद सरकार की ओर से अभी तक इस संबंध में न कोई निर्णय लिया गया है और न ही कोई निर्देश जारी किये गये हैं। राज्य में धान खरीदी की प्रक्रिया पिछले डेढ़ महीने से अधिक समय से शुरू है, लेकिन उसके बाद भी उन्हें धान खरीदी केन्द्रों में अपना धान बेचने में दुविधा की स्थिति निर्मित हो रही है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी वायदे में किसानों से वायदा किया है कि वह धान की कीमत 3100रू प्रति क्विंटल देंगी तथा इसका एकमुस्त भुगतान धान बेचने के तुरंत बाद खरीदी केन्द्रों की ग्राम पंचायतों में ही अलग से काउंटर बना कर किया जाएगा। यहीं कारण है कि किसानों को समर्थन मूल्य पर ही भुगतान हो रहा है। सरकार के इस रैवये से किसान चिंतित और संशय की स्तिथि में हैं कि उनको 3100 रुपए उन्हें कब और कैसे मिलेगी। राज्य सरकार के द्वारा विधानसभा में पेश किए गए अनुपूरक बजट में भी धान खरीदी के लिए कोई वित्तिय व्यवस्था नहीं है। इससे और ज्यादा किसानों की चिंता बढ़ गई है। मंत्रीमंडल के सदस्यों का शपथ ग्रहण के साथ ही सरकार के गठन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। आग्रह है कि प्राथमिकता के आधार पर धान की कीमत 3100रू एकमुश्त भुगतान (Deepak Baij) करवाया जाए।

CG CORONA BREAKING: Be careful...! Active cases of Corona increased in Chhattisgarh...see number of infected people CHART
Raipur

CG CORONA BREAKING : सावधान…! छत्तीसगढ़ में कोरोना के एक्टिव केस बढ़े…देखें संक्रमितों की संख्या CHART

रायपुर, 23 दिसंबर। CG CORONA BREAKING : छत्तीसगढ़ में कोरोना का खतरा बढ़ गया है। पिछले दो दिनों में कोरोना के 5 नये मामले सामने आया है। रायपुर में जहां दो कोरोना के सक्रिय मरीज हैं, तो वहीं दुर्ग, कांकेर और बिलासपुर में 1-1 कोरोना के एक्टिव केस है। शुक्रवार को दुर्ग और रायपुर में कोरोना के नये मामले आये हैं। छत्तीसगढ़ में पिछले कई महीनों से कोरोना के एक्टिव केस नहीं थे। देश भर में बढ़े कोरोना के खतरे के बीच अब छत्तीसगढ़ में बढ़े कोरोना के केस ने चिंता बढ़ा दी है। कोरोना की आशंका के मद्देनजर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को सभी कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी। जिसमें उन्होंने टेस्टिंग को बढ़ाने का निर्देश दिया था। वहीं अस्पतालों में पुख्ता तैयारी के निर्देश दिये गये थे।

BJP SARKAR: The government terminated the services of 528 nominated councilors... Status of urban bodies in the state...? see
Raipur

BJP SARKAR : सरकार ने 528 मनोनीत पार्षदों की सेवाएं कर दीं समाप्त… प्रदेश में नगरीय निकायों की स्थिति…? देखें

रायपुर, 23 दिसंबर। BJP SARKAR : प्रदेश के नगरीय निकायों के 528 एल्डरमेन और दिव्यांग मनोनीत सदस्यों की नियुक्तियां समाप्त कर दी है। इस संबंध में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। इससे पहले भाजपा सरकार ने प्रदेश के अलग-अलग निगम, मंडलों में अध्यक्ष, सदस्यों की नियुक्तियां रद्द करने का आदेश जारी किया था। अब प्रदेश के 41 अलग-अलग निगम, मंडल व आयोगों में 300 से अधिक नियुक्तियां होगी। इन पदों पर भाजपा समर्थित लोगों को मौका दिया जा सकता है। महापौर चुनने के नियम में फेरबदल के संकेत भाजपा सरकार के सत्ता में आते ही कई पुराने नियमों में संशोधन की तैयारी की जा रही है। प्रदेश में महापौर चुनने की प्रक्रिया के नियमों में भी फेरबदल हो सकता है। कांग्रेस सरकार ने महापौर व अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष कर दिया था। इससे पहले महापौर व अध्यक्ष चुनने के लिए आम लोगों को मतदान करना होता था। सियासी गलियारों में इस बात चर्चा है कि फिर से पुराने नियम लागू हो सकते हैं, जिसमें जनता महापौर का चुनाव करेगी। नियमों में फेरबदल के संकेत से ही कांग्रेस के महापौर इससे बचने के उपाय ढूंढने लगे हैं। एल्डरमेन की नई नियुक्तियां की जाएंगी कांग्रेस सरकार ने नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायतों में पार्टी के नेताओं को एल्डरमेन पद पर नियुक्त किया था। नियुक्तियां दो से ढाई वर्ष पहले की गईं थीं। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद एल्डरमेनों की नियुक्तियां रद्द कर दी गई है। निकायों में अब एल्डरमेन की नई नियुक्तियां (BJP SARKAR) की जाएंगी। प्रदेश में नगरीय निकायों की स्थिति कुल जिले 33 नगर-निगम 14 नगरीय निकाय 183 महापौर 14 अध्यक्ष 165 उपाध्यक्ष 124 पार्षद 2950 एल्डरमेन 528