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Big Decision: The state government has taken a big decision...! Appointments of corporation boards cancelled...see order
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Vishnu Dev Sarkar का बड़ा फैसला…! निगम-मंडल, आयोग में राजनीतिक नियुक्तियां समाप्त…पढ़ें GAD का आदेश

रायपुर, 13 दिसंबर। Vishnu Dev Sarkar : छत्‍तीसगढ़ के निगम-मंडल और प्राधिकरणों में बैठे नेताओं की नियुक्ति रद्द की की जा रही है। प्रदेश में सत्‍ता परिवर्तन को देखते हुए सामान्‍य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। जीएडी के अवर सचिव पुलक भट्टाचार्य की तरफ से जारी इस आदेश में स्‍पष्‍ट कहा गया है कि पिछले वर्षों में जो राजनीतिक नियुक्तियां की गई हैं जिन्‍हें विधि के अधीन नहीं हटाया जा सकता है, उन्‍हें छोड़कर बाकी सभी राजनीतिक नियुक्तियों को तत्‍काल प्रभाव से समाप्‍त किया जाता है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही छत्तीसगढ़ की नयी सरकार एक्शन में है। लगातार बैठकें चल रही है। अधिकारियों को निर्देश दिये जा रहे हैं और सरकारी योजनाओं की समीक्षा हो रही है। इसी कड़ी में आज राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पिछली सरकार के कार्यकाल में हुई राजनीतिक नियुक्तियों को समाप्त कर दिया है। इस संबंध में जीएडी ने आदेश भी जारी कर दिया है। इस आदेश के बाद निगम-मंडल में नियुक्त हुए लोगों को अपना पद छोड़ना होगा। हालांकि इनमें से कुछ लोगों ने सत्ता बदलने के साथ ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन कई निगम-मंडलों में अभी भी मनोनीत सदस्य बने हुए हैं। सरकार के इस आदेश के बाद सभी को अपना इस्तीफा देना होगा। जीएडी की तरफ से सभी एसीएस, प्रमुख सचिव और सचिव के साथ विशेष सचिव को निर्देश जारी कर कहा गया है कि विगत सालों में जो भी राजनीतिक नियुक्तियां निगम, मंडल, आयोग और सभा समिति में की गयी है, उनकी राजनीतिक नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाये। हालांकि वैसे पद जिन्हें विधि प्रक्रियाओं (Vishnu Dev Sarkar) के बाद ही हटाया जा सकता है, वो अपने पद पर बने रहेंगे।

Congress Rebellion: Congress claiming 75+...! Expelled MLA, victim of neglect, traveled to Delhi
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Congress Rebellion : 75+ का दावा करने वाली कांग्रेस…! उपेक्षा के शिकार निष्कासित MLA ने किया दिल्ली कूच

रायपुर 15 दिसंबर। Congress Rebellion : विधानसभा चुनाव में 75+ का दावा करने वाली कांग्रेस अब अपनी ही पार्टी के मंत्रियों की उपेक्षा का शिकार होती नजर आ रही है। यही कारण है कि कांग्रेस में कई दिग्गजों ने या तो इस्तीफा दे दिया है या फिर निष्कासित किये जा रहे हैं। पार्टी के नेता आपस में ही एक दूसरे की पोल खोलने में लगे हैं। आने वाले दिनों में अपने ही लोगों के बीच मतभेद निस्संदेह पार्टी की मुश्किलें बढ़ाएंगे। पिछले दिनों कांग्रेस के संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ी थी, तो अब महंत रामसुंदर दास ने इस्तीफा दिया है। इधर पार्टी के खिलाफ बगावत करने वाले दो पूर्व विधायक की पार्टी ने छुट्टी कर दी है। बृजमोहन अग्रवाल ने ली चुटकी अब इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष ने तंज कसते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस की लड़ाई दिल्ली तक पहुंच गई है। इस पर बीजेपी ने चुटकी लेते हुए कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है, लोकसभा तक कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हो जाएगा। दरअसल, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महंत राम सुंदर दास जी के साथ न्याय नहीं हुआ है। जबरदस्ती उन्हे चुनाव लड़वाया गया। महंत राम सुंदर दास का चुनाव संचालक ऐसे लोगों को बनाया गया जिनका चेहरा लोग देखना पसंद नहीं करते। कांग्रेस में जूतम पैजार चल रही है, डर और भय का माहोल है। यह तो अभी ट्रेलर है अभी पूरी फिल्म बाकी है। जब कांग्रेस लोकसभा चुनाव में साफ हो जाएगी मोदी जी की सरकार बनेगी उसकी हम कल्पना कर रहे है। मंत्री केदार कश्यप मजे लेते नजर आए वहीं, बीजेपी महामंत्री केदार कश्यप कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा पर बिकाऊ होने और सह प्रभारी चंदन यादव पर पैसे लेने के आरोपों पर मजे लेते दिखे। कांग्रेस में चल रही इस अंतर्कलह पर उन्होंने कहा कि पूर्व विधायकों को निष्कासित करने से आरोप के दाग धुल नहीं जाएंगे। कांग्रेस सत्ता में थी तो सिर्फ भ्रष्टाचार ही किया। कांग्रेस ने संगठन में भी भ्रष्टाचार किया। यह भेद कांग्रेस के नेता ही उजागर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस सरकार के एक-एक मामले की जांच कराने का जनता से वादा करके सत्ता में आए हैं। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ हमें जनादेश मिला है। जल्द ही सारे भ्रष्टाचारियों की असलियत सामने आ जाएगी। संगठन के भीतर जो भ्रष्टाचार हुआ है, उस पर कांग्रेस में थोड़ी भी नैतिकता हो तो प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी के खिलाफ पूर्व विधायकों के आरोप की जांच कराए। निष्कासित नेताओं ने की दिल्ली कूच गौरतलब है कि, कल बृहस्पत सिंह समेत करीब एक दर्जन पूर्व विधायकों (Congress Rebellion) ने विनय जयसवाल के घर पर बैठक की और उसके बाद सीधे पूर्व सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने शिकायत की, लेकिन उस शिकायत का पूर्व सीएम पर कोई असर नहीं हुआ। लिहाजा निष्कासित नेताओं ने अब दिल्ली की ओर कूच कर दिया। कहा जा रहा है कि दोनों दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे। दोनों ने कहा है कि कार्रवाई होनी थी तो चंदन यादव पर होनी थी, सिंहदेव पर होनी थी, लेकिन उन्हें ही बलि का बकरा बना दिया गया।

CG Assembly: Winter session of Chhattisgarh Assembly from December 19... Supplementary budget will also be brought... Notification issued
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CG Assembly : छत्‍तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से…अनुपूरक बजट भी लाया जायगा… अधिसूचना जारी

रायपुर, 15 दिसंबर। CG Assembly : छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 से 22 दिसंबर तक का होगा। शनिवार को राज्यपाल के अनुमोदन के बाद विधानसभा से इसकी अधिसूचना जारी हो गई। इस बार सत्र काफी छोटा केवल चार दिनों का होगा। विधानसभा अध्यक्ष गौरी शंकर अग्रवाल ने कहा कि पिछली बार सत्र दो सप्ताह का था, लेकिन हंगामे की वजह से चल नहीं पाया। ऐसे में सरकार ने जो पत्र दिया, उसमें सहमति दे दी गई है। चार दिनों तक चलने वाले इस सत्र में चार दिन की बैठक होगी। 19 से 22 दिसबंर तक चलने वाले इस सत्र में चालू वित्तीय वर्ष के लिए अनूपूरक बजट सहित कुछ संसोधन विधेयक भी प्रस्तुत किए जाएंगे। शिक्षाकर्मियों की हड़ताल, कथित सेक्स सीडी कांड, धान खरीदी में आ रही शिकायतों, सूखा राहत, किसानों की आत्महत्या के मामलों में हंगामा संभव है। इस पर गौरी शंकर अग्रवाल ने कहा कि सत्र पूरा और शांतिपूर्ण हो, यही उनकी कोशिश होगी। आपको बता दें कि छत्‍तीसगढ़ विधानसभाका मानसून सत्र 11 दिन की अवधि के लिए बुलाया गया था, लेकिन पहले ही दिन से भ्रष्‍टाचार के मुद्दे पर विपक्ष के भारी हंगामे के चलते ढाई दिन में ही इसका सत्रावसान कर दिया गया था। तब नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने सत्तापक्ष पर हमला बोलते हुए कहा था कि सत्तापक्ष विपक्ष के सवालों से भाग रहा है। सरकार और उनके कैबिनेट मंत्रियों पर भ्रष्‍टाचार के कई मामले हैं, जिन पर सरकार बहस नहीं करवाना चाह रही थी। वहीं संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर का कहना था कि पिछले मॉनसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष ने आग्रह किया था कि अगले मॉनसून सत्र की अवधि को बढ़ाया जाए, तो इस बार अवधि को बढ़ाया गया था, लेकिन विपक्ष के पास बहस करने के लिए मुद्दे ही नहीं बचे थे। वह केवल हंगामा कर रहा था, इसलिए मॉनसून सत्र का सत्रावसान (CG Assembly) कर दिया गया।

CM Cabinet in CG: Cabinet meeting tomorrow under the chairmanship of Chief Minister Sai...Review of departmental work today
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CM Cabinet : छत्तीसगढ़ में नई सरकार की ये 5 पहली प्राथमिकताएं जिस पर किया जाएगा काम…देखिए

रायपुर, 15 दिसंबर। CM Cabinet : नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक कल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सीएम साय ने बड़ी घोषणाएं तो की है। साथ ही किन मुद्दों को पहली प्राथमिकता दी जायेगी, इसके मापदंड भी तय किये गये। आपको बता दें कि पिछले दिनों मंत्रालय में सीएम विष्णुदेव साय की कैबिनेट की बैठक हुई थी। इस बैठक में उन्होंने मोदी की गारंटी का जिक्र किया और सभी को पूरा करने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि सबसे पहले वह पांच योजनाओं पर फोकस करेंगे। सीएम साय की प्राथमिकता में कृषक उन्नति योजना, महतारी वंदना योजना, 18 लाख प्रधानमंत्री योजना और निर्मल जल अभियान, बोनस की गारंटी और सबसे महत्वपूर्ण पीएससी परीक्षा में पारदर्शिता शामिल है। इस बैठक में उप मुख्यमंत्री अरूण साव और विजय शर्मा मौजूद रहें। इनके साथ ही कई विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे। कांग्रेस राज्‍य में जो 18 लाख गरीब आवास से वंचित हो गए हैं उन्‍हें हम आवास देंगे। हमारे प्रधानमंत्री ने प्रदेश की जनता से वादा किया था। इसलिए कैबिनेट की पहली बैठक में हमने यही फैसला किया। सीएम साय ने बताया कि आज की कैबिनेट की बैठक में यही एक एजेंडा था। प्रदेश की आर्थिक स्थिति को लेकर सीएम ने कहा कि हमारी पार्टी में भी योग्‍य लोग हैं और अब डब्‍ल इंजन की सरकार हो गई है। मिलकर काम करेंगे बजट की कोई कमी नहीं होगी। साय ने कहा कि छत्‍तीसगढ़‍िया सबले बढ़ि‍या को हम चरितार्थ करेंगे।कांग्रेस ने 5 साल तक कांग्रेस ने आदिवासियों के साथ विश्‍वास घात किया। CM ने कहा कि, हमारी पार्टी ने यह आश्‍वासन दिया है कि दो वर्ष का बोनस 25 दिसंबर को देंगे। दो साल का बोनस निश्चित रुप से देंगे। साय ने कहा कि मोदी की गारंटी में जो भी वादा किया है उसे हर हाल में पूरा किया (CM Cabinet) जाएगा। आदिवासी समाज का मान और सम्‍मान भाजपा ने जितना बढ़ाया है उतना किसी भी पार्टी ने नहीं बढ़ाया है। पहले आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में भूखमरी होती थी, लेकिन छत्‍तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनी तब सस्‍ता अनाज देना शुरू किए। आज कहीं कोई भूखमरी नहीं है। यह हमारे आदिवासी समाज के लिए बड़ी उपलब्धि है। 15 साल में शिक्षा, चिकित्‍सा सहित अन्‍य क्षेत्रों में पर्याप्‍त विकास हुआ।

Anger MLA: After meeting at Dr. Vinay Jaiswal's residence, all the rebel MLAs reached to meet Ex CM Bhupesh Baghel... see what happened?
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Anger MLA : डॉ. विनय जायसवाल के आवास में बैठक कर सभी बागी MLA पहुंचे Ex CM भूपेश बघेल से मिलने…देखें क्या हुआ?

रायपुर, 15 दिसंबर। Anger MLA : विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधायकों का एक धड़ा प्रदेश संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यह धड़ा सार्वजनिक रुप से प्रदेश संगठन पर हमला बोल रहा है। इस खेमे का नेतृत्‍व रामानुजगंज सीट से विधायक रहे बृहस्‍तप सिंह और मनेंद्रगढ़ से विधायक रहे डॉ. विनय जायवाल कर रहे हैं। इन दोनों नेताओं को पार्टी ने निलंबित कर दिया है। बावजूद इसके इनका माहौला कम नहीं हुआ है। यही कारण है कि, डॉ. विनय जायसवाल के रायपुर स्थित आवास पर एक बैठक हुई। इसमें करीब दर्जनभर से ज्‍यादा पूर्व विधायक शामिल हुए। इनमें अधिकांश वो नेता शामिल हुए जिन्‍हें पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया था। लंबी बैठक के बाद सभी नेताओं ने दिल्‍ली जाने का फैसला किया। इसके लिए पहले दिल्‍ली में राष्‍ट्रीय महासचिव को फोन घुमाया गया उनसे मिलने के लिए समय मांगा गया। इसके बाद सभी नेता एक साथ सीएम हाउस पहुंच गए। बात दें कि पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल अभी सीएम हाउस में ही रह रहे हैं। बहरहाल, सीएम हाउस में करीब एक घंटें की बैठक के बाद सभी नेता बाहर निकल आए। सीएम हाउस के बारहर मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस के इन पूर्व विधायकों ने बताया कि पार्टी आलाकमान से मिलने के लिए कल वे सभी दिल्‍ली जा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि वे उस सर्वे एजेंसी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराएंगे जिसने चुनाव से पहले अपने सर्वे में हमारी जीत बताई थी। इन नेताओं ने पार्टी की सरकार और मुखि‍या पर सावर्जनिक रुप से बयान देने वाले पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर कार्यवाही की मांग की है। डॉ. जायसवाल के निवास पर बैठक और फिर सीएम हाउस (Anger MLA) में बघेल से मिलने पहुंचने वाले विधायकों बृहस्‍तप सिंह, शिशुपाल सोरी, गुरुदयाल बघेल, लक्ष्‍मी वर्मा, ममता चंद्राकर, प्रमोद शर्मा, चुन्‍नी साहू, मोतीलाल देवांगन सहित अन्‍य शामिल थे।

IED Blast Breaking: BSF jawan martyred in IED blast...! Painful pictures surfaced
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IED Blast Breaking : IED ब्लास्ट में BSF के जवान शहीद…! सामने आईं दर्दनाक तस्वीरें

पखांजुर, 14 दिसंबर। IED Blast Breaking : प्रतापपुर के टेकरापारा पहाड़ के पास IED ब्लास्ट में एक जवान शहीद हो गया। जवान BSF के आरएसओ टीम में तैनात था। जवान रूटिंन सर्च पर निकले थे, उसी दौरान यह धमाका हुआ है। जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने बम प्लांट किया था। रोज की तरह आज भी रुटिंन सर्चिंग के लिए निकले थे। तभी BSF के प्रतापपुर यूनिट में तैनात एक जवान आईईडी की चपेट में आ गया, जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया। शहीद जवान का नाम अखिलेश कुमार राय बताया जा रहा है, जो कि यूपी के गाजीपुर का निवासी है। शहीद जवान बीएसएफ के 47वीं बटालियन में तैनात था। बम के चपेट में आने वाले घायल बीएसएफ जवान को पखांजूर सिविल अस्पताल उपचार के लिए लाया गया। प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में ही घायल बीएसएफ जवान की मृत्यु हो गई। बताया जा रहा कि बीएसएफ के प्रतापपुर यूनिट के जवान रूटीन सर्चिंग पर निकले थे। इस दौरान ग्राम सड़कटोला के आगे मंदिर टेकरी से 05 किलोमीटर पूर्व दिशा में आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से बीएसएफ के प्रधान आरक्षक अखिलेश राय घायल हो गया। उनका प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए पखांजूर अस्पताल (IED Blast Breaking) लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

Congress Big Action: Big news...! Brihaspat Singh and Vinay Jaiswal were expelled...see LETTER
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Congress Big Action : बड़ी खबर…! बृहस्पत सिंह और विनय जायसवाल को किया निष्कासित…देखें LETTER

रायपुर, 14 दिसंबर। Congress Big Action : कांग्रेस पार्टी ने दो पूर्व विधायकों को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इनमें बृहस्पति सिंह और विनय जायसवाल का नाम शामिल हैं। बृहस्पत रामानुजगज के विधायक हैं तो विनय मनेंद्रगढ़ से। पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पहले दोनों को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा था। मगर जवाब से संतुष्ट न होते हुए दोनों को पार्टी से छह साल के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। बता दें, दोनों पूर्व विधायकों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। बृहस्पति सिंह ने प्रदेश प्रभारी सैलजा पर टिकिट बेचने का गंभीर आरोप लगाया था तो विनय ने सह प्रभारी चंदन यादव पर सात लाख रुपए लेकर टिकिट न देने की बात कही थी। इससे पहले आज महंत रामसुंदर दास ने आज पार्टी की प्राथमित सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। कुल मिलाकर करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में झगड़े तेज होते जा रहे हैं।

Jaisingh Aggarwal raised questions on party leadership by holding a press conference...now Congress took action...see LETTER
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Jaisingh Aggarwal ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर पार्टी नेतृत्व पर उठाया सवाल…अब कांग्रेस ने लिया एक्शन…देखें LETTER

रायपुर, 14 दिसंबर। Jaisingh Aggarwal : पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और विनय जायसवाल के बाद अब जयसिंह अग्रवाल को भी पार्टी ने नोटिस भेज दिया है। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को पार्टी ने नोटिस भेजकर अनर्गल बयानबाजी के लिए तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। दरअसल चुनाव में मिली हार के बाद जयसिंह अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री का नाम लिये बगैर पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किये थे। जयसिंह अग्रवाल ने सीएम का नाम लिये बगैर आरोप लगाया कि सरकार में मंत्रियों को जो पाॅवर मिलनी थी….वो नही मिल पायी। एक ताकत सेंट्रलाइज हो के कुछ चुनिंदा लोगों के साथ पूरे 5 साल काम करती रही। कोरबा में चुन-चुन के एसपी-कलेक्टर की पोस्टिंग किया गया, जिन्होने कार्यो में सिर्फ व्यवधान ही डाले। राजस्व मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल का अपने ही मुखिया को लेकर दिये इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीति गरमा गयी थी। जयसिंह अग्रवाल ने मीडिया को दिये थे ये बयान मीडिया में दिये बयान में राजस्व मंत्री ने आरोप लगाया कि…” साल 2018 के विधानसभा चुनाव में सभी ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा था। लेकिन मौजूदा चुनाव सेंट्रलाइज हो गया था। जयसिंह अग्रवाल ने आगे कहा कि जो जनादेश हमे मिला था, उसका सही आदर हमारी सरकार नही कर पायी। सरकार से मंत्रियों को जो पाॅवर मिलनी चाहिए थी….वो नही मिली। एक ताकत सेंट्रलाइज होके कुछ चुनिंदा लोगों के साथ पूरे 5 साल काम करती रही। मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल ने अपनी करारी हार का जिम्मेदार भी सूबे के मुखिया को बताया। उन्होने नाम लिये बगैर कह दिया कि कोरबा जिले में चुन चुनकर ऐसे अधिकारियों को भेजा गया, जो भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। अवैध कार्यो को खुलेआम चलाया गया, जिससे जिले में कांग्रेस डैमेज हुई।” आगे जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश भर के शहरी क्षेत्र में हम बुरी तरह से पिछड़ गए। सरकार ने किसानों पर ध्यान दिया, बेशक उनके काम भी हुए। लेकिन ऐसा लगता है कि हमारे मुखिया को कहीं ना कहीं यह विश्वास था कि ग्रामीण क्षेत्र की सारी सीट जीत लेंगे। शहरी क्षेत्र की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन यह भी गलत साबित हुआ। शहरों में विकास हुआ, लेकिन सारी शहरी क्षेत्र की सारी सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि जिस तरह से साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बड़े नेता और मंत्रियों को करारी हार का सामना करना पड़ा था। ठीक वैसी ही हार का सामना इस बार कांग्रेस के बड़े नेताओं को देखना (Jaisingh Aggarwal) पड़ा है।

Anger MLA: After meeting at Dr. Vinay Jaiswal's residence, all the rebel MLAs reached to meet Ex CM Bhupesh Baghel... see what happened?
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Congress Discord : कांग्रेस के 10 से अधिक पूर्व बागी विधायकों के संयुक्त रणनीति की खबर…! पार्टी में हलचल

रायपुर, 14 दिसंबर। Congress Discord : विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकट से वंचित कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने मिलकर संयुक्त रणनीति बनाई है। नाराज पूर्व विधायकों ने कांग्रेस की सर्वे एजेंसी को गलत ठहराते हुए कार्यवाही की मांग की है। टिकट मिलते तो 22 मे से 15 विधायकों के जीत का भी दावा किया है। बागी विधायकों की यह बैठक पूर्व विधायक विनय जायसवाल के घर पर हुई है। पूर्व MLA विनय जायसवाल के निवास पर बैठक  विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकट से वंचित कांग्रेस के पूर्व विधायकों के मिलकर संयुक्त रणनीति बनाने की खबर है। बताया जा रहा है कि इन पूर्व विधायकों की विनय जयसवाल के बैठक हुई है, जिसके बाद कांग्रेस पार्टी में हलचल बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट से वंचित किए गए पूर्व विधायक एक राय होकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करने दिल्ली जाएंगे। मुलाकात के दौरान विधानसभा चुनाव में हुई हार पर रिपोर्ट सौपेंगे। इस संबंध में हुई बैठक में विनय जायसवाल के अलावा बृहस्पत सिंह, शिशुपाल सोरी, पद्मा मनहर, मोतीलाल देवांगन, चंद्रदेव राय, ममता चंद्राकर, अनिता शर्मा, चुन्नीलाल साहू, भुवनेश्वर बघेल, लक्ष्मी ध्रुव, प्रमोद शर्मा और गुरुदयाल बंजारे के मौजूद रहने की खबर है। इन विधायकों का कटा था टिकट प्रतापपुर– डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम, (Congress Discord) बिलाईगढ़- चंद्रदेव राय, मनेंद्रगढ़- विनय जायसवाल, रामानुजगंज- बृहस्पत सिंह, सामरी- चिंता मणि महराज, लैलूंगा- चक्रधर सिंह सिदार, पाली तानाखार- मोहित राम केरकेट्टा, जगदलपुर- रेख चंद्र जैन, धरसींवा- अनिता योगेंद्र शर्मा, रायपुर ग्रामीण- सत्य नारायण शर्मा, कसडोल- शकुंतला साहू, महासमुंद- विनोद चंद्राकर, सरायपाली- किस्मत लाल नंद, सिहावा- लक्ष्मी ध्रुव, नवागढ़- गुरु दयाल बंजारे, पंडरिया- ममता चंद्राकर, खुज्जी- चन्नी साहू, डोंगरगढ़- भुवनेश्वर बघेल, अंतागढ़- अनूप नाग, चित्रकोट- राजमन बेंजाम, दंतेवाड़ा- देवती कर्मा, कांकेर – शिशुपाल सोरी।

CG Vishnu Cabinet Meeting: Vishnu Cabinet took a big decision...see this important decision VIDEO
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CG Vishnu Cabinet Meeting : विष्‍णु कैबिनेट का बड़ा फैसला लिए…ये महत्‍वपूर्ण निर्णय देखें VIDEO

रायपुर, 14 दिसंबर। CG Vishnu Cabinet Meeting : मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय की अध्‍यक्षता में मंत्रालय में हुई कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। बैठक में दोनों डिप्‍टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा मौजूद थे। अफसरों के अनुसार बैठक के प्रारंभ में मुख्‍य सचिव अमिताभ जैन ने विभागीय सचिवों का परिचय कराया। इसके बाद बैठक के एजेंडें पर चर्चा शुरू हुई। कैबिनेट की बैठक के बाद नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ संवाद कार्यालय ऑडिटोरियम में सीएम ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान दोनों डिप्‍टी सीएम भी मौजूद थे। सीएम साय ने कहा कि सबसे पहले आप लोगों के माध्‍यम से हम पूरे प्रदेश के मतदाताओं को धन्‍यवाद देते हैं, जिन्‍होने भाजपा पर बहुत बड़ा विश्‍वास किया। और जितनी हम लोगों ने कल्‍पना नहीं किए थे उससे बड़ी सफलता दिलाने का काम किया। कांग्रेस राज्‍य में जो 18 लाख गरीब आवास से वंचित हो गए हैं उन्‍हें हम आवास देंगे। हमारे प्रधानमंत्री ने प्रदेश की जनता से वादा किया था। इसलिए कैबिनेट की पहली बैठक में हमने (CG Vishnu Cabinet Meeting) यही फैसला किया। 18 लाख पीएम आवास को मंजूरी विष्णुदेव साय सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में 18 लाख पीएम आवास को मंजूरी दी गई है। कैबिनेट में बैठक में मोदी की गारंटी पर चर्चा की गई। पीएम आवास योजना के तहत 18 लाख लाभार्थियों को पीएम आवास मिलेगा। यह साय सरकार का राज्य में किया जाने वाला पहला काम होगा। इस योजना का गरीब परिवारों को लाभ मिलेगा। सीएम ने अगले पांच सालों में सभी गारंटी को पूरा करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि, मोदी जी की पहली गारंटी थी 18 लाख गरीब परिवारों को मकान देने की। हम अपने वादे पर कायम हैं, छत्तीसगढ़ के 18 लाख गरीब परिवारों को उनका हक देंगे। आज की बैठक में ये तय हुआ है. पिछली सरकार ने मकान देने का वादा किया था, वो भी उनका खोखला निकला। हमने ये वादा चुनाव के दौरान किया था, उसे हम हर हाल में पूरा करेंगे। मोदी जी की पहली गांरटी पर चर्चा पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आज पहली कैबिनेट बैठक में धान खरीदी से लेकर धान का बोनस देने और महतारी वंदन योजना पर चर्चा हुई। 25 दिसंबर को हम किसानों का दो साल का बोनस देंगे। मोदी जी ने जो गारंटी दी है उसे शत प्रतिशत पूरा करना इस सरकार का उद्देश्य है। पुरानी सरकार ने किया खजाने को खाली मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्होने आर्थिक रुप से प्रदेश को खोखला कर दिया है, फिर भी हमारी सरकार सभी गारंटियों को पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने साफ किया सबका साथ सबका विकास का उद्देश्य लेकर ये सरकार चलेगी। छत्तीसगढ़ महतारी को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है, ये गांव गरीबों और किसानों की सरकार है, उनका ख्याल रखना हमारा काम है। सभी विभागों के सचिवों से चर्चा मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम ने सभी विभागों के सचिवों से उनके विभाग के तहत चल रहे कामों की जानकारी भी मांगी।सचिवों से चर्चा के दौरान सरकार ने दावा किया कि ये सरकार डबल इंजन की सरकार है। हर हाल में गरीबों के सपनों को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। विभागीय सचिवों ने सीएम और डिप्टी सीएम से सभी का परिचय भी कराया। सीएम और डिप्टी सीएम ने सचिवों को निर्देशित किया है कि विकास का काम रुकना नहीं चाहिए।