रायपुर 15 दिसंबर। Congress Rebellion : विधानसभा चुनाव में 75+ का दावा करने वाली कांग्रेस अब अपनी ही पार्टी के मंत्रियों की उपेक्षा का शिकार होती नजर आ रही है। यही कारण है कि कांग्रेस में कई दिग्गजों ने या तो इस्तीफा दे दिया है या फिर निष्कासित किये जा रहे हैं। पार्टी के नेता आपस में ही एक दूसरे की पोल खोलने में लगे हैं। आने वाले दिनों में अपने ही लोगों के बीच मतभेद निस्संदेह पार्टी की मुश्किलें बढ़ाएंगे। पिछले दिनों कांग्रेस के संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ी थी, तो अब महंत रामसुंदर दास ने इस्तीफा दिया है। इधर पार्टी के खिलाफ बगावत करने वाले दो पूर्व विधायक की पार्टी ने छुट्टी कर दी है।
बृजमोहन अग्रवाल ने ली चुटकी
अब इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष ने तंज कसते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस की लड़ाई दिल्ली तक पहुंच गई है। इस पर बीजेपी ने चुटकी लेते हुए कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है, लोकसभा तक कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हो जाएगा। दरअसल, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महंत राम सुंदर दास जी के साथ न्याय नहीं हुआ है। जबरदस्ती उन्हे चुनाव लड़वाया गया। महंत राम सुंदर दास का चुनाव संचालक ऐसे लोगों को बनाया गया जिनका चेहरा लोग देखना पसंद नहीं करते। कांग्रेस में जूतम पैजार चल रही है, डर और भय का माहोल है। यह तो अभी ट्रेलर है अभी पूरी फिल्म बाकी है। जब कांग्रेस लोकसभा चुनाव में साफ हो जाएगी मोदी जी की सरकार बनेगी उसकी हम कल्पना कर रहे है।
मंत्री केदार कश्यप मजे लेते नजर आए
वहीं, बीजेपी महामंत्री केदार कश्यप कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा पर बिकाऊ होने और सह प्रभारी चंदन यादव पर पैसे लेने के आरोपों पर मजे लेते दिखे। कांग्रेस में चल रही इस अंतर्कलह पर उन्होंने कहा कि पूर्व विधायकों को निष्कासित करने से आरोप के दाग धुल नहीं जाएंगे। कांग्रेस सत्ता में थी तो सिर्फ भ्रष्टाचार ही किया। कांग्रेस ने संगठन में भी भ्रष्टाचार किया। यह भेद कांग्रेस के नेता ही उजागर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस सरकार के एक-एक मामले की जांच कराने का जनता से वादा करके सत्ता में आए हैं। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ हमें जनादेश मिला है। जल्द ही सारे भ्रष्टाचारियों की असलियत सामने आ जाएगी। संगठन के भीतर जो भ्रष्टाचार हुआ है, उस पर कांग्रेस में थोड़ी भी नैतिकता हो तो प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी के खिलाफ पूर्व विधायकों के आरोप की जांच कराए।
निष्कासित नेताओं ने की दिल्ली कूच
गौरतलब है कि, कल बृहस्पत सिंह समेत करीब एक दर्जन पूर्व विधायकों (Congress Rebellion) ने विनय जयसवाल के घर पर बैठक की और उसके बाद सीधे पूर्व सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने शिकायत की, लेकिन उस शिकायत का पूर्व सीएम पर कोई असर नहीं हुआ। लिहाजा निष्कासित नेताओं ने अब दिल्ली की ओर कूच कर दिया। कहा जा रहा है कि दोनों दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे। दोनों ने कहा है कि कार्रवाई होनी थी तो चंदन यादव पर होनी थी, सिंहदेव पर होनी थी, लेकिन उन्हें ही बलि का बकरा बना दिया गया।