नई दिल्ली, 28 फरवरी। Knight Frank India Report : भारत में अत्यधिक अमीर व्यक्तियों की संख्या बीते साल यानी 2023 में सालाना आधार पर 6% बढ़कर 13,263 हो गई है। नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में बढ़ती समृद्धि के कारण वेरी हाई नेटवर्थ वाले व्यक्तियों (UHNWI) की संख्या 2028 तक बढ़कर करीब 20,000 हो जाएगी।
UHNWI को ऐसे व्यक्तियों के तौर पर परिभाषित किया जाता है, जिनकी कुल संपत्ति तीन करोड़ डॉलर या उससे अधिक है। रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया ने ‘द वेल्थ रिपोर्ट-2024’ जारी करते हुए कहा कि भारत में यूएचएनडब्ल्यूआई की संख्या 2023 में 6.1 प्रतिशत बढ़कर 13,263 हो गई, जबकि इससे पिछले वर्ष यह 12,495 थी।
भारत में UHNWI की संख्या के 2028 तक बढ़कर 19,908 होने की उम्मीद है। कंपनी के चेयरमैन और एमडी शिशिर बैजल ने कहा कि देश में बेहद अमीरों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अगले पांच साल में इसमें 50.1 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, 90 प्रतिशत भारतीय UHNWI की संपत्तियों में 2024 में बढ़ोतरी की उम्मीद है। वहीं 63 प्रतिशत की संपत्तियों के मूल्य में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की उम्मीद है।
तुर्कियों में सबसे तेजी से बढ़ी अमीरों की संख्या
वैश्विक स्तर पर अत्यधिक अमीरों की संख्या अगले पांच साल में 28.1 प्रतिशत बढ़कर 8,02,891 होने का अनुमान है। वर्ष 2023 में वैश्विक स्तर पर UHNWI की संख्या 4.2 प्रतिशत बढ़कर 6,26,619 हो गई, जो एक साल पहले 6,01,300 थी।
यह बढ़ोतरी 2022 में देखी गई गिरावट से कहीं अधिक है। तुर्किये में अमीरों की संख्या में सालाना आधार पर सबसे अधिक 9.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके बाद अमेरिका में अमीरों की संख्या 7.9 प्रतिशत, भारत में 6.1 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया में 5.6 प्रतिशत और स्विट्जरलैंड 5.2 प्रतिशत बढ़ी है।
देश के अत्यधिक अमीर लोग अपनी निवेश योग्य संपत्ति का 17 प्रतिशत विलासिता की वस्तुओं में लगाते हैं। उनकी पहली प्राथमिकता लक्जरी घड़ियां होती हैं। इसके बाद कलाकृतियों और आभूषण का नंबर आता है। ‘क्लासिक’ कारें चौथे स्थान पर हैं। इसके बाद लक्जरी हैंडबैग, वाइन, दुर्लभ व्हिस्की, फर्नीचर, रंगीन हीरे और सिक्कों (Knight Frank India Report) का स्थान आता है।