ACB EOW Joint Action Breaking

Mohan Yadav Cabinet: OBC faces in the new cabinet of 'Team Mohan'...! So many names in the cabinet including CM and Deputy CM...see
Uncategorised

Mohan Yadav Cabinet : ‘टीम मोहन’ के नए कैबिनेट में OBC चेहरे…! CM और Deputy CM सहित मंत्रिमंडल में इतने नाम…देखें

नई दिल्ली, 26 दिसंबर। Mohan Yadav Cabinet : मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने सोमवार को राजभवन में एक समारोह में मुख्यमंत्री मोहन यादव के मंत्रिमंडल के 28 सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ लेने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व सांसद राकेश सिंह और उदय प्रताप सिंह शामिल हैं। कैबिनेट में ओबीसी मंत्रियों की संख्या सबसे ज्यादा 11 है। 9 मंत्री सामान्य वर्ग और 4-4 मंत्री एससी और एसटी वर्ग से बनाए गए हैं। कैबिनेट में शामिल 11 ओबीसी मंत्री मोहन कैबिनेट में कुल 11 ओबीसी चेहरों को जगह मिली है। इनमें प्रहलाद पटेल, कृष्णा गौर, इंदर सिंह परमार, नरेंद्र शिवजी पटेल, लखन पटेल, एंदल सिंह कंसाना, नारायण सिंह कुशवाहा, धर्मेंद्र लोधी, नारायण पवार, राव उदय प्रताप, धर्मेंद्र लोधी का नाम शामिल है। इसके अलावा सामान्य वर्ग के कुल 9 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की है। मोहन मंत्रिमंडल में शामिल गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, विश्वास सारंग, कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, चेतन्य कश्यप, राकेश शुक्ला, हेमंत खंडेलवाल, दिलीप जयसवाल सामान्य वर्ग से आते हैं। वहीं प्रतिमा बागरी, तुलसी सिलावट, गौतम टेंटवाल और दिलीप अहिरवार एससी और सम्पतिया उइके, राधा सिंह, विजय शाह और निर्मला भूरिया एसटी वर्ग से मंत्री बने हैं। 28 मंत्रियों में से 18 कैबिनेट रैंक के हैं। छह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं और चार राज्य मंत्री हैं।  18 कैबिनेट रैंक के मंत्रियों ने ली शपथ विजय शाह, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, करण सिंह वर्मा, राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह, संपतिया उइके, तुलसीराम सिलावट, ऐदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत, विश्वास सारंग, निर्मला भूरिया, नारायण सिंह कुशवाहा, नागर सिंह चौहान, प्रद्युम्न सिंह तोमर, राकेश शुक्ला, चैतन्य कश्यप और इंदर सिंह परमार ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। वहीं राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कृष्णा गौर, धर्मेंद्र भाव लोधी, दिलीप जयसवाल, गौतम टेटवाल, लाखन पटेल और नारायण सिंह पवार हैं। सीएम और डिप्टी सीएम सहित मंत्रिमंडल में कुल 31 नाम अधिकारी ने बताया कि राज्य मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों में नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, दिलीप अहिरवार और राधा सिंह शामिल हैं। यादव के मंत्रिमंडल में दो कैबिनेट रैंक संपतिया उइके और निर्मला भूरिया तीन राज्य मंत्री कृष्णा गौर, प्रतिमा बागरी और राधा सिंह समेत कुल पांच महिलाओं को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री (मोहन यादव) और दो उपमुख्यमंत्रियों (राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा) सहित मंत्रिमंडल की कुल संख्या अब 31 हो गई है।  230 विधायकों वाले मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री सहित मंत्रिपरिषद (Mohan Yadav Cabinet) की अधिकतम संख्या 35 हो सकती है। पिछले महीने हुए राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 163 सीटें और कांग्रेस ने 66 सीटें जीतीं। यादव ने 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि शुक्ला और देवड़ा ने उप मुख्यमंत्री की रूप में शपथ ली।

Rajasthan Breaking: Action of the new government...! Both OSDs of former CM were removed
Uncategorised

Rajasthan Breaking : नई सरकार का एक्शन…! पूर्व CM के दोनों OSD हटाए गए

नई दिल्ली, 26 दिसंबर। Rajasthan Breaking : राजस्थान सरकार ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी के रूप में कार्य करने वाले दो अधिकारियों को हटा दिया है। राज्य के कार्मिक विभाग के अनुसार, राजस्थान प्रशासनिक सेवा के दोनों अधिकारियों देवाराम सैनी और महिपाल कुमार को अगले निर्देश तक पोस्टिंग ऑर्डर (एपीओ) की प्रतीक्षा में रखा गया है।   देवाराम सैनी अशोक गहलोत सरकार में शीर्षस्थ अधिकारियों में से थे। वहीं आरएएस अधिकारी योगेश कुमार श्रीवास्तव को राज्य के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का ओएसडी नियुक्त किया गया है। गहलोत के ओएसडी थे लोकेश शर्मा  पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा राजस्थान की राजनीति में हमेशा सुर्खियों में बने रहे। वह बीकानेर सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, हालांकि उन्हें टिकट नहीं दिया गया, जिसके बाद अपने मुख्यमंत्री की ही आलोचना पर उतर आए। हाल ही में उन्होंने दावा किया था कि सीएम गहलोत, सचिन पायलट का फोन टैप करवा रहे थे, जिसके बाद राज्य की राजनीति में भूचाल देखने को मिला था। भजनलाल बने राज्य के नए सीएम  बता दें कि तीन दिसंबर को आए चुनाव नतीजों के बाद राज्य में बीजेपी ने सरकार बना ली है। भजनलाल शर्मा को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है। वहीं दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाया गया है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और सचिव रहे अधिकारियों को हटाकर (Rajasthan Breaking) उन्हें एपीओ कर दिया गया है। 

CM Mohan Cabinet: Like 'Chat Mangani Pat Vivah', Chat became 'MLA' and Chat became 'Minister'...these 7 faces got 'lucky draw'...see respectively
Uncategorised

CM Mohan Cabinet : ‘चट मंगनी पट विवाह’ की तरह चट ‘विधायक’ और पट ‘मंत्री’ बने…इन 7 चेहरों का निकला ‘लकी ड्रॉ’…देखें क्रमशः

भोपाल, 25 दिसंबर। CM Mohan Cabinet : चट मंगनी और पट विवाह तो आप सभी ने देखा ही होंगे लेकिन क्या चट विधायक और पट मंत्री देखा है….? नहीं देखा तो मध्यप्रदेश के डॉ. मोहन मंत्रिमंडल में देख लीजिए। डॉक्टर साहब के मंत्रिमंडल में पहली बार MLA बने और पहली ही बार ‘मंत्री’ पद पर ताजपोशी हुई। भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीते 17 सितंबर को अपनी दूसरी सूची जारी करती है। रायसेन जिले की उदयपुरा सीट से नरेंद्र शिवाजी पटेल को टिकट दिया जाता है। 17 नवंबर को वोटिंग होती है और 3 दिसंबर को घोषित परिणाम में बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र शिवाजी पटेल की जीत होती है। सोमवार यानी 25 दिसंबर को पहली बार के विधायक पटेल को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाती है। सिर्फ एक नहीं, 28 में से 7 मंत्रियों की कुछ ऐसी ही कहानी है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन राजभवन के सांदीपनि सभागार में किया गया था। समारोह में 18 कैबिनेट मंत्री, 6 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 4 राज्यमंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। इनमें 7 मंत्री तो पहली बार के विधायक हैं। यानी चट विधायक और पट मंत्री। प्रतिमा बागरी मध्य प्रदेश की नई सरकार में सतना जिले की रैगांव सीट से पहली बार विधायक बनीं प्रतिमा बागरी को राज्य मंत्री बनाया गया है। 35 साल की प्रतिमा MSW और LAW से ग्रेजुएट हैं। मंत्रिमंडल में सबसे कम उम्र की मंत्री प्रतिमा इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कल्पना वर्मा को 36 हजार 124 वोटों से हराया था। रैगांव के विधायक जुगुल किशोर बागरी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में प्रतिमा को चुनाव लड़ाया गया था, लेकिन हार मिली थी। अब दूसरी बार में इस महिला नेत्री ने बड़े अंतर से फतह हासिल की। राधा सिंह बीजेपी सरकार में मंत्री रहे जगन्नाथ सिंह की बहू राधा रविंद्र सिंह सिंगरौली की चितरंगी सीट से पहली बार विधायक चुनकर आई हैं। साल 2008 में पहली जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का गौरव भी राधा सिंह के नाम है। आदिवासी नेत्री राधा सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार मानिक सिंह 59 हजार 879 वोटों से पराजित कर विधानसभा का मार्ग प्रसस्त किया है।  संपतिया उइके 56 साल की संपतिया उइके मंडला से पहली बार विधायक बनीं और अब प्रदेश की कैबिनेट मंत्री भी। उइके राज्यसभा सदस्य और 3 बार मंडला की जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं। आदिवासी महिला नेत्री संपतिया ने अपने राजनीतिक करियर का आवाज टिकरवाड़ा गांव से सरपंच का चुनाव जीतकर किया था।  नरेंद्र शिवाजी पटेल रायसेन बीजेपी के जिलाध्यक्ष रह चुके शिवाजी पटेल के बेटे नरेंद्र पटेल पहली बार विधायक और मंत्री बने हैं। इंजीनियर नरेंद्र पटेल भारतीय जनता युवा मोर्चा में बड़े पदों पर रह चुके हैं। उदयपुरा विधानसभा सीट चुने गए नरेंद्र शिवाजी पटेल को मोहन यादव सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है।  दिलीप अहिरवार छतरपुर जिले की चंदला सीट से पहली बार जीतकर विधायक बने 46 साल के दिलीप अहिरवार को भी मोहन मंत्रिमंडल में स्थान मिला है। चंदला रिजर्व सीट से अहिरवार ने 15, 491 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के हरप्रसाद अनुरागी को परास्त किया था। CM के दावेदार प्रह्लाद सिंह पटेल भी बने मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कोयला राज्य मंत्री और मोदी सरकार में जल शक्ति मंत्री रहे प्रहलाद सिंह पटेल अब प्रदेश में कैबिनेट मंत्री बने हैं। वह पहली बार नरसिंहपुर सीट से विधायक चुने गए हैं। इससे पहले पटेल 1989, 1996, 1999, 2014, और 2019 में सांसद बने। प्रहलाद सिंह पटेल लोधी समुदाय के प्रख्यात नेता हैं।  बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह अब मंत्री 61 साल के राकेश सिंह भी पहली बार विधायक बने और मोहन कैबिनेट में मंत्री बने हैं। 4 बार के सांसद, लोकसभा में मुख्य सचेतक के अलावा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रह चुके राकेश सिंह बीजेपी के हैवी वेट नेताओं में गिने जाते हैं। बीजेपी नेता राकेश ने जबलपुर पश्चिम विधानसभा से 2 बार के कांग्रेस विधायक और पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट को हराया था। डॉ मोहन यादव कैबिनेट के मंत्री कुंवर विजय शाह,  कैलाश विजयवर्गीय,  प्रह्लाद सिंह पटेल,   राकेश सिंह,  करण सिंह वर्मा,  उदय प्रताप सिंह,  सम्पतिया उइके, तुलसीराम सिलावट,  एदल सिंह कंषाना,  निर्मला भूरिया,  गोविन्द सिंह राजपूत, विश्वास सारंग,   नारायण सिंह कुशवाह,  नागर सिंह चौहान,  प्रद्युम्न सिंह तोमर,  राकेश शुक्ला,  चैतन्य काश्यप ‘भैया जी’ और इंदर सिंह परमार.  राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में कृष्णा गौर,  धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी, दिलीप जायसवाल, गौतम टेटवाल, लखन पटेल और नारायण सिंह पंवार। राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में नरेंद्र शिवाजी पटेल,  प्रतिमा बागरी, अहिरवार दिलीप और राधा सिंह शामिल हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के अध्यक्षता वाले मप्र मंत्रिमंडल में दो उप मुख्यमंत्री हैं- राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा. 230 विधायकों वाले मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित मंत्रिपरिषद की अधिकतम संख्या 35 हो सकती है। पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 163 सीटें और कांग्रेस ने 66 सीटें जीती थीं। मोहन यादव ने 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, साथ ही शुक्ला और देवड़ा ने उपमुख्यमंत्री (CM Mohan Cabinet) पद की शपथ ली थी।

Deputy CM Saw: Situation of head-to-head in Congress...! Deputy CM Sao made a big revelation on these issues...listen
Raipur

Deputy CM Saw : कांग्रेस में सिर फुटव्वल की स्थिति…! इन मुद्दों पर डिप्टी CM साव ने किया बड़ा खुलासा…सुनिए

बिलासपुर, 25 दिसंबर। Deputy CM Saw : छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार आज प्रदेश के किसानों को बड़ी सौगात देने वाली है। साय सरकार किसानों को दो साल का बोनस एक साथ भुगतान करने वाली है। बोनस भुगतान को लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव ने मीडिया से बात करते हुए बड़ी बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि धान का प्रति क्विंटल 3100 रुपए की दर से भुगतान कब से किया जाएगा। निर्धारित समय पर मिलेगा बोनस Deputy CM Saw ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज किसानों के लिए बड़ा दिन है। दो साल का रुका बोनस जिसे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वायदा कर नहीं दिया। विष्णुदेव सरकार आज रुका बोनस किसानों को देने जा रही है। हमने तय किया था सरकार बनने के बाद 25 दिसंबर को बकाया बोनस दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार के धान के बकाया किस्त को लेकर कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने जो समय निर्धारित किया है, उस निर्धारित समय पर उसका किस्त मिलेगा। हमने जो वादा किया है 3100 रुपए प्रति क्विंटल वह हम देंगे, उसमें कोई संदेह नहीं है। पुरानी सरकार की योजना पर करेंगे विचार कांग्रेस सरकार की बिजली बिल हाफ सहित अन्य योजनाओं को लेकर कहा, कांग्रेस की सरकार का हर वायदा झूठा था। फिर भी पुरानी सरकार की जो योजना थी उनका हम समय पर विचार करेंगे, उसपर जो भी निर्णय होगा जनता के हित में होगा। मंत्रीमंडल में विभाग बंटवारे पर उन्होंने कहा कि बहुत जल्द मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा होगा। सरकार तेजी से काम प्रारंभ करेगी। Deputy CM Saw ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में भगदड़ और सिर फुटव्वल की स्थिति है। कांग्रेस पार्टी अप्रासंगिक होती जा रही है, जनता से कटी हुई जनता से दूर होती जा रही है। प्रभारी बदलने से कांग्रेस पार्टी को कोई लाभ नहीं होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ की 11 की 11 लोकसभा सीटें जीतने वाली है।

Congress Surgery: 'Shailja' leave...! Serious allegations by its own MLAs on top party leader...Congress had to undergo major surgery on the 20th day
Raipur

Congress Surgery : ‘शैलजा’ की छुट्टी…! पार्टी के शीर्ष ‘नेत्री’ पर अपने ही विधायकों का गंभीर आरोप…कांग्रेस को 20वें दिन करनी पड़ी बड़ी सर्जरी

रायपुर, 24 दिसंबर। Congress Surgery : छत्तीसगढ़ में चुनाव नतीजे जारी होने के 20वें दिन कांग्रेस ने बड़ी सर्जरी करते हुए प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को बर्खास्त कर दिया है। उन पर उनकी ही पार्टी के विधायकों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के साथ ही कांग्रेस में विरोध के स्वर उठने लगे थे। शैलजा के विरोध में सबसे बगावती आवाज बिलासपुर जिला की सीपत सीट से कांग्रेस विधायक रह चुके अरुण तिवारी ने उठाया था। उन्होंने न सिर्फ पूर्व प्रदेश प्रभारी शैलजा पर आरोप लगाए बल्कि प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बातचीत का एक ऑडियो भी जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपने गृह गांव रोहतक में 4 करोड़ रुपये पहुंचने की बात कही। कांग्रेस ने एक लंबा वनवास के बाद 2018 में बंपर जीत के साथ सत्ता में लौटी थी। हालांकि उस समय प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया थे। 5 दिसंबर 2022 को पुनिया को हटाकर कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ का प्रदेश प्रभारी बनाया गया।कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों की मानें तो यहीं से कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी शुरू हुई। 75+ का दावा करने वाली भूपेश सरकार को 35 सीटों पर समेटने में यहीं गुटबाज़ी ने अहम भूमिका निभाई और लोकप्रिय सरकारों में शामिल भूपेश बघेल सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया। इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस में गुस्सा और विरोध के स्‍वर फूटने लगे। तमाम अनुशासन का डंडा चला लेकिन नाराज और दुखी कार्यकर्ताओं का भड़ास खुलकर सामने आने लगा। टिकट बेचने से लेकर कई तरह के आरोप लगे। पार्टी संगठन के नेता कह रहे हैं कि कुमारी शैलजा के आने के बाद प्रदेश कांग्रेस संगठन में गुटबाजी बढ़ी। किसी भी पार्टी में प्रदेश प्रभारी हमेशा सरकार और संगठन के बीच पुल का काम करता है, लेकिन शैलजा के आने के बाद दोनों के बीच दूरियां और बढ़ गई हैं। यहीं कारण है कि अपने ही अपनों के दुशमन हो गए जिसका असर प्रदेश संगठन और चुनाव पर भी पड़ा। चुनाव परिणाम आते ही सबसे पहला हमला पूर्व विधायक बृहस्‍तप सिंह ने किया। रामानुजगंज सीट से लगातार चुनाव जीत रहे बृहस्‍तप सिंह का टिकट इस बार काट दिया गया था। बृहस्‍तप सिंह ने आरोप लगाया कि कहा कि प्रभारी मैडम शैलजा ने टीएस बाबा को ऐसे प्रमोट किया, जैसे कोई किसी हिरो को कैसे प्रमोट करता है, ठीक उसी तरह जब से वो छत्तीसगढ़ की प्रभारी बनी हैं तब से वो सिर्फ टीएस बाबा को प्रमोट कर रही थी। इससे पहले मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने प्रदेश के प्रभारी सचिव चंदन यादव पर 7 लाख रुपये लेने का आरोप लगाया। जायसवाल ने कहा कि तीन माह पहले जब चुनाव सामने थे, इस समय प्रभारी सचिव चंदन यादव यहां आए और सर्किट हाउस में मुझसे 4 लाख और शहर के एक इंटरनेशनल होटल में तीन लाख लिये। मैं ये नहीं कहता कि ये पैसा टिकट के नाम पर लिया गया। सचिव चंदन यादव ने कहा था कि पार्टी में बहुत खर्चे होते (Congress Surgery) है इसी के लिए ये पैसे है।

CG CM Cabinet: 11 out of 12 ministers of Sai Cabinet are 'crorepati'...! Most of them are farmers...the youngest and richest ministers...? see here
Raipur

CG CM Cabinet : साय कैबिनेट के 12 में से 11 मंत्री हैं ‘करोड़पति’…! ज्यादातर हैं किसान…सबसे युवा और अमीर मंत्री…? देखें यहां

रायपुर, 23 दिसंबर। CG CM Cabinet : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। शुक्रवार को राज्य के नौ नए मंत्रियों ने शपथ ली। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ कैबिनेट में मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों समेत कुल 12 मंत्री हो गए। नए मंत्रियों में 69 साल के दयालदास बघेल सबसे उम्रदराज मंत्री हैं। वहीं, बृजमोहन अग्रवाल सबसे अमीर मंत्री हैं। अग्रवाल के पास कुल 17.49 करोड़ रुपये की संपत्ति है।  CM के साथ नेताम हैं 10वीं पास मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 10वीं पास है। साय के अलावा राम विचार नेताम भी 10वीं पास हैं। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा समेत पांच मंत्री परास्नातक हैं। वहीं, उप मुख्यमंत्री अरुण साव अकेले मंत्री हैं जिनके पास पेशेवर स्नातक की डिग्री है। साव ने 1995 में बिलासपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी की है। पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी भी नई सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। चौधरी कैबिनेट में अकेले मंत्री हैं। जिनके पास स्नातक की डिग्री है। उन्होंने गणित से बीएससी की है। साय कैबिनेट के दो मंत्री 12वीं पास हैं। इनमें कोरबा से विधायक बने लखनलाल देवांगन और भाटगांव से विधायक लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हैं। दायल दास भगत कैबिनेट के सबसे कम पढ़े लिखे मंत्री हैं। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में 8वीं पास होने की जानकारी दी है। उप मुख्यमंत्री समेत 3 मंत्रियों पर आपराधिक मामले नई कैबिनेट के तीन मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, दयाल दास बघेल और ओपी चौधरी शामिल हैं। दयाल दास बघेल पर एक मामला चल रहा है। वहीं, ओपी चौधरी पर पांच मामले चल रहे हैं। जबकि, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा पर कुल सात मामले चल रहे हैं। मंत्रियों की संपत्ति का संक्षिप्त विवरण  विष्‍णुदेव साय मुख्‍यमंत्री साय की आय का जरिया कृषि है, जबकि पत्‍नी सामाज सेविका है। साय के पास 2 ट्रेक्‍टर है। साय के पास 450 ग्राम सोना, 2 किलो चांदी और 5 रती हीरा की एक अंगुठी भी है। साय की पत्‍नी के पास 200 ग्राम सोना और 3 किलो चांदी है। अरुण साव डिप्‍टी सीएम साव ने कृषि और सांसद के रुप में मिलने वाले वेतन को आय का जरिया बताया है। साव के पाए एक कार है। वहीं, पत्‍नी कोचिंग क्‍लास चलाती है। साव के पास 6.18 ग्राम सोना है। उनकी पत्‍नी के पास 14.39 ग्राम सोना और 29.84 ग्राम चांदी है। विजय शर्मा डिप्‍टी सीएम शर्मा के पास 25 तोला (लगभग 250 ग्राम) सोना और एक किलो चांदी है। शर्मा की पत्‍नी के पास 40 तोला सोना और एक किलो चांदी है। बृजमोहन अग्रवाल लगातार 8वीं बार विधायक चुने गए अग्रवाल की आय का जरिय कृषि है। योगा क्‍लास और कृषि को पत्‍नी की आय का जरिया बताया है। अग्रवाल के पास 485.5 ग्राम सोना है। वहीं उनकी पत्‍नी के पास 600 ग्राम सोना और 4 किलो चांदी है। अग्रवाल के पास एक कार और ट्रैक्‍टर है। राम विचार नेताम नेताम और उनकी पत्‍नी कृषि, किराया और ब्‍याज से आय प्राप्‍त करते हैं। नेताम के पास जीप, राजदूत और एक ट्रैक्‍टर भी है। नेताम के पास 4.5 तोला सोना और 600 ग्राम चांदी है। उनकी पत्‍नी के पास 8.5 तोला सोना और 1 किलो चांदी है। दयालदास बघेल साय कैबिनेट में एससी वर्ग के एक मात्र मंत्री बघेल कृषि करते हैं। उनकी पत्‍नी गृहिणी है। बघेल के पास 5 तोला सेाना है। उनकी पत्‍नी के पास 25 तोला सोना और 2 किलो चांदी है। बघेल के पास एक कार और एक बुलट मोटरसाइकिल है। केदार कश्‍यप रमन सरकार में 15 साल तक मंत्री रहे केदार कश्‍यप कृषि और विधानसभा से मिलने वाले वेतन पर निर्भर हैं। उनकी पत्‍नी खेती के साथ डेयरी व्‍यवसाय करती हैं। कश्‍यप के पास ट्रैक्‍टर और कार है। उनके पास 100 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी है। कश्‍यप की पत्‍नी के पास 200 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी है। लखनलाल देवांगन कोरबा सीट से विधायक चुने गए देवांगन पहली बार मंत्री बनाए गए हैं। देवांगन कृषि के साथ सब्‍जी का व्‍यवसाय करते हैं। पत्‍नी भी कृषि और सब्‍जी व्‍यवसाय से जुड़ी हुई हैं। देवांगन के पास 20 ग्राम सोना है। पत्‍नी के पास 70 ग्राम सोना और 600 ग्राम चांदी है। देवांगन के पास किसी तरह की गाड़ी नहीं है। श्‍याम बिहारी जायसवाल मनेंद्रगढ़ सीट से चुनाव जीकर पहुंचे जायवाल ट्रांसपोर्ट कारोबार से जुड़े हैं। उनके पास 3 ट्रक है। पत्‍नी के नाम पर एक ट्रक और एक मेटाडोर है। पत्‍नी के नाम पर क्रेशर भी है। जायसवाल के पास एक कार, एक एयूवी, एक बुलेट, एक बाइक और एक जेसीबी भी है। उनके पास सोना नहीं है। पत्‍नी के पास 250 ग्राम सोना और 5 किलो चांदी है। ओपी चौधरी साय कैबिनेट में शामिल किए गए पूर्व आईएएस चौधरी अब खेती किसानी के साथ मोटिवेशनल स्‍पीकर का काम करते हैं। चौधरी स्‍टाक मार्केट में भी पैसा लगाते हैं। इनके पास कोई वाहन और स्‍वर्ण आभूषण नहीं है। पत्‍न के पास स्‍त्रीधन के रुप में 875 ग्राम सोना और 250 ग्राम चांदी है। लक्ष्‍मी राजवाड़े साय कैबिनेट की अकेली महिला मंत्री पोल्‍ट्री फार्म और ईट भट्ठा चलाती हैं। पति कृषक हैं। पति के नाम पर एक चार पहिया वाहन भी है। राजवाड़े के पास 320 ग्राम सोना और ढाई किलो चांदी है। 20 ग्राम सोना है। टंकराम वर्मा: वर्मा सेवानिवृत्‍त शिक्षक हैं। उनकी पत्‍नी भी शिक्षा विभाग में सेवारत है। वर्मा के पास कोई वाहन नहीं है। उनके पास 92 ग्राम स्‍वर्ण अभूष्‍ण है, जबकि पत्‍नी के पास 489 ग्राम सोना और 20 तोला चांदी (CG CM Cabinet) है।

Bhagwa Party Karyakarta: Workers like Ramdas Puri are the strength and capital of the party...! Why did Ex CM have to say this...? watch video
Uncategorised

Bhagwa Party Karyakarta : रामदास पुरी जैसे कार्यकर्ता पार्टी की शक्ति और पूंजी हैं…! Ex CM को ऐसा क्यों कहना पड़ा…? देखें VIDEO

अनूपपुर, 23 दिसंबर। Bhagwa Party Karyakarta : चुनावों में भगवा पार्टी के कार्यकर्ता हर बूथ को जिताने के लिए जी जान से जुटते हैं। बीजेपी के ऐसे ही एक जुझारू कार्यकर्ता हैं रामदास पुरी, जो मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के रहने वाले हैं। वह अनूपपुर के भाजपा जिलाध्यक्ष हैं।रामदास सर्दी, गर्मी और बरसात की परवाह किए बिना गत 6 वर्षों से नंगे पांव रह रहे थे। वजह थी 2018 एमपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार। रामदास पुरी ने तब संकल्प लिया था कि जब तक भाजपा मध्य प्रदेश में दोबारा चुनाव जीतकर सत्ता में नहीं आती, तब तक वह नंगे पांव रहेंगे। भाजपा ने मध्य प्रदेश सरकार तो 2020 में ही बना ली थी, लेकिन यह विधानसभा चुनाव जीतकर नहीं बनी थी। BJP बहुमत से बनाई थी सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में कांग्रेस के 20 से ज्यादा विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिसके बाद कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आकर गिर गई थी। इस मौके का फायदा उठाकर बीजेपी ने सरकार बनाई और उपचुनाव में बहुमत भी हासिल कर लिया, लेकिन रामदास ने अपना संकल्प नहीं तोड़ा। वह अगले विधानसभा चुनाव परिणामों का इंतजार करते रहे। उनका यह संकल्प 3 दिसंबर 2024 को पूरा हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद अनूपपुर पहुंचकर रामदास पुरी को अपने हाथों जूता पहनाया। CM ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट में लिखा, ‘रामदास पुरी जैसे कार्यकर्ता पार्टी की शक्ति और पूंजी हैं। अनूपपुर के भाजपा जिला अध्यक्ष ने संकल्प लिया था कि जब तक प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बनेगी, तब तक वह जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे। प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गयी और उनका संकल्प पूरा होने पर हमने उन्हें आज जूते धारण करवाये हैं। ऐसे समर्पित व कर्मठ कार्यकर्ता पर भाजपा को गर्व है और ऐसे ही कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को भी पूरा करके अपने देश को समृद्ध और विकसित बनाने में योगदान देंगे। मैं रामदास (Bhagwa Party Karyakarta) को प्रणाम करता हूं’। 

Political Crisis: Big news...This MLA's 'legislation' ends for dirty work...! Assembly issued notification...see
Uncategorised

Political Crisis : बड़ी खबर…Dirty काम के लिए वर्तमान इस MLA की ‘विधायकी’ खत्म…! विधानसभा ने जारी की अधिसूचना…देखें

लखनऊ, 23 दिसंबर। Political Crisis : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के दुद्धी विधानसभा से भाजपा विधायक राम दुलार की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से भाजपा विधायक द्वारा नाबालिक से दुष्कर्म मामले में बीजेपी विधायक की सदस्यता रद्द कर दी गई है। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रमुख प्रदीप कुमार दुबे ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें कहा गया है कि सोनभद्र जिला के 403 दुद्धी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक राम दुलार को एडीजे प्रथम की एमपी/एमएलए कोर्ट ने कई दूसरे मामलों सहित पॉक्सो एक्ट मामले में दोषी पाया है। जिसके चलते 25 साल के कारावास की सजा सुनाई गई है।  सजा में 20 साल के कठोर कारावास के साथ-साथ 10 लख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। जुर्माना न देने पर 3 साल की अतिरिक्त कारावास की सजा काटनी पड़ेगी। साथ ही धारा 506 के अपराध में 2 साल का कारावास और 5 हजार का अर्थदंड एमपी/एमएलए कोर्ट ने विधान सभा सदस्य पर लगाया है। खाली हो गई रामदुला की सीट विधानसभा की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया कि धारा 502 के तहत 5 हजार का जुर्माना न देने पर 6 माह के अतिरिक्त कारावास (Political Crisis) से दंडित करने के भी आदेश न्यायलय ने दिए हैं। यह सभी सजाएं साथ-साथ चलेंगी, ऐसे में रामदुलार 15 दिसंबर से विधानसभा के लिए डिसक्वालीफाई माने जाएंगे। 15 दिसंबर 2023 से ही उत्तर प्रदेश विधानसभा में रामदुलार का स्थान रिक्त हो गया है।

BJP SARKAR: The government terminated the services of 528 nominated councilors... Status of urban bodies in the state...? see
Raipur

BJP SARKAR : सरकार ने 528 मनोनीत पार्षदों की सेवाएं कर दीं समाप्त… प्रदेश में नगरीय निकायों की स्थिति…? देखें

रायपुर, 23 दिसंबर। BJP SARKAR : प्रदेश के नगरीय निकायों के 528 एल्डरमेन और दिव्यांग मनोनीत सदस्यों की नियुक्तियां समाप्त कर दी है। इस संबंध में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। इससे पहले भाजपा सरकार ने प्रदेश के अलग-अलग निगम, मंडलों में अध्यक्ष, सदस्यों की नियुक्तियां रद्द करने का आदेश जारी किया था। अब प्रदेश के 41 अलग-अलग निगम, मंडल व आयोगों में 300 से अधिक नियुक्तियां होगी। इन पदों पर भाजपा समर्थित लोगों को मौका दिया जा सकता है। महापौर चुनने के नियम में फेरबदल के संकेत भाजपा सरकार के सत्ता में आते ही कई पुराने नियमों में संशोधन की तैयारी की जा रही है। प्रदेश में महापौर चुनने की प्रक्रिया के नियमों में भी फेरबदल हो सकता है। कांग्रेस सरकार ने महापौर व अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष कर दिया था। इससे पहले महापौर व अध्यक्ष चुनने के लिए आम लोगों को मतदान करना होता था। सियासी गलियारों में इस बात चर्चा है कि फिर से पुराने नियम लागू हो सकते हैं, जिसमें जनता महापौर का चुनाव करेगी। नियमों में फेरबदल के संकेत से ही कांग्रेस के महापौर इससे बचने के उपाय ढूंढने लगे हैं। एल्डरमेन की नई नियुक्तियां की जाएंगी कांग्रेस सरकार ने नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायतों में पार्टी के नेताओं को एल्डरमेन पद पर नियुक्त किया था। नियुक्तियां दो से ढाई वर्ष पहले की गईं थीं। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद एल्डरमेनों की नियुक्तियां रद्द कर दी गई है। निकायों में अब एल्डरमेन की नई नियुक्तियां (BJP SARKAR) की जाएंगी। प्रदेश में नगरीय निकायों की स्थिति कुल जिले 33 नगर-निगम 14 नगरीय निकाय 183 महापौर 14 अध्यक्ष 165 उपाध्यक्ष 124 पार्षद 2950 एल्डरमेन 528

CG Oath Ceremony: 9 'gems' of CM 'Vishnu Dev' reached the ministry together...! See
Raipur

CG Oath Ceremony : मंत्रालय पहुंचे CM ‘विष्णु देव’ के 9 ‘रत्न’ एक साथ…! देखिए

रायपुर, 22 दिसंबर। CG Oath Ceremony : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने महानदी भवन स्थित मंत्रालय में मंत्रिमंडल के सभी नवनियुक्त सदस्यों का पुष्पगुच्छ भेंटकर अभिनंदन किया और नवीन दायित्व के कुशलतापूर्वक निर्वहन के लिए शुभकामनाएं दीं। छत्‍तीसगढ़ की 9 दिन पुरानी विष्‍णुदेव साय सरकार में आज 9 मंत्री शामिल हुए। इनमें नए और पुराने चेहरे शमिल हैं। प्रदेश सरकार के सभी 9 मंत्रियों ने आज राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। अब राज्‍य में मुख्‍यमंत्री सहित 12 मंत्री हो गए हैं। शपथ ग्रहण के बाद सभी मंत्री मंत्रालय पहुंचे, जहां सीएम और दोनों डिप्‍टी सीएम भी मौजूद थे। इस दौरान कैबिनेट मंत्रियों की अनौपचारिक चर्चा हुई। इसमें सरकार के आगामी कामकाज पर बात हुई। मंत्रियों ने एक साथ सीएम साय को गुलस्‍ता भेंट किया। शपथ ग्रहण के बाद पहली बार एक साथ मंत्रालय पहुंचे सभी मंत्री। कैबिनेट में शामिल किए गए प्रदेश के सबसे वरिष्‍ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल। कैबिनेट मंत्री बनाए गए पूर्व आईएएस और रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी। कोरबा सीट से कांग्रेस सरकार के दिग्‍गज मंत्री को हराने वाले लखनलाल देवांगन ने भी मंत्री बनाए गए हैं। बस्‍तर संभाग के दग्गिज नेता केदार कश्‍यप भी मंत्री बनाए गए हैं। श्‍याम बिहारी जायसवाल को भी साय कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। बलौदाबार सीट से पहली बार के विधायक और मंत्री टंक राम वर्मा। रामानुजगंज सीट से विधायक और वरिष्‍ठ आदिवासी नेता राम विचार नेताम। साय कैबिनेट की एक मात्र महिला मंत्री लक्ष्‍मी राजवाड़े। साय कैबिनेट में एससी वर्ग के (CG Oath Ceremony) अकेले मंत्री दयालदास।