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RAJASTHAN CM FACE BREAKING: The suspense in Rajasthan is now over...! Bhajanlal Sharma becomes the new CM
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RAJASTHAN CM FACE BREAKING : राजस्थान में सस्पेंस अब खत्म…! भजनलाल शर्मा बने नए CM

राजस्थान, 12 दिसंबर। RAJASTHAN CM FACE BREAKING : राजस्थान में नए सीएम को लेकर सस्पेंस अब खत्म हो गया है। सांगानेर सीट से विधायक बने भजनलाल शर्मा ही राजस्थान के नए मुख्यमंत्री होंगे। दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों ने विधायक दल की बैठक के बाद भजनलाल शर्मा का नाम तय कर लिया है। भाजपा आलाकमान ने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को राजस्थान का पर्यवेक्षक बनाया था। आज दोपहर तीनों नेता जयपुर पहुंचे, विधायकों संग बैठक की। आज दोपहर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे से वन टू वन मीटिंग की थी। उधर, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राजनाथ सिंह से फोन पर बात की थी। बताते चलें कि राजस्थान का रण जीतने के बाद भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही थी कि सीएम किसे चुना जाए, लेकिन सीएम पद की यह रेस अब थम गई है। इस रेस में कई नाम चल रहे थे। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम वसुंधरा राजे का चल रहा था। वो पहले भी राजस्थान की कमान संभाल चुकी हैं। इसके अलावा राजस्थान में हिंदुत्व के पोस्टर बॉय बन गए बाबा बालकनाथ के नाम पर भी चर्चा थी। वहीं गजेंद्र शेखावत, सीपी जोशी, दीया कुमारी और राजवर्धन राठौड़ जैसे नाम भी रेस में थे। CM को लेकर अंत तक था सस्पेंस  गौरतलब है कि एमपी और छत्तीसगढ़ में बीजेपी आलाकमान ने जिस तरह से फैसला लेकर सबको चौंका दिया, उसे देखकर राजस्थान में बीजेपी के सभी 115 विधायकों की उम्मीद जग गई थी कि बंद लिफाफे में उनका नाम भी हो सकता है। हुआ भी कुछ ऐसा ही। बिना सीएम फेस के BJP ने लड़ा था चुनाव छत्तीसगढ़ और एमपी की तरह राजस्थान में भी बीजेपी ने (RAJASTHAN CM FACE BREAKING) बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था। बीजेपी इन चुनावों में पीएम मोदी के चेहरे पर जमीन पर उतरी। राजस्थान में 200 में से 199 सीटों पर हुई वोटिंग में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है। पार्टी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, 69 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली।

Rajya Sabha MP: Dheeraj Sahu's sad tweets regarding 'Demonetisation' - The mind becomes distressed after seeing black money and corruption...see back to back
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Rajya Sabha MP : ‘नोटबंदी’ को लेकर धीरज साहू के दुखभरे ट्वीट्स- कालाधन और भ्रष्टाचार देखकर मन व्यथित हो जाता है…देखें बैक टू बैक

रांची, 12 दिसंबर। Rajya Sabha MP : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू इन दिनों खूब चर्चा में हैं। धीरज साहू की कंपनी साहू ग्रुप पर टैक्स चोरी के आरोप हैं। इसे लेकर आयकर विभाग की टीमों ने जब झारखंड और ओडिशा में उनके ठिकानों पर छापे मारे, तो हर कोई हैरान रह गया। साहू के ठिकानों से आयकर को अब तक 351 करोड़ रुपये कैश मिला है। इसी बीच धीरज साहू के कई ट्विट्स भी वायरल हो रहे हैं। हालांकि ये सभी ट्विट्स पुराने है, जिसमें वे कालाधन, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेर रहे हैं। बीजेपी ने धीरज साहू के इन ट्विट्स को शेयर कर कांग्रेस पर निशाना साधा है। ‘कालाधन और भ्रष्टाचार देखकर मन व्यथित हो जाता है’ धीरज साहू ने ट्वीट कर कहा था, नोटबंदी के बाद भी देश में इतना कालाधन और भ्रष्टाचार देखकर मन व्यथित हो जाता है। मेरी तो समझ में नहीं आता कि कहां से लोग इतना काला धन जमा कर लेते है? अगर इस देश में भ्रष्टाचार कोई जड़ से खत्म कर सकता है, तो वह सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही है। अमित मालवीय ने धीरज साहू के ट्वीट का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए लिखा कि धीरज प्रसाद साहू का सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है। आयकर छापों के बीच धीरज साहू की विदेश में छुट्टियों के दौरान जानवरों के साथ टशन वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वायरल तस्वीरों में धीरज साहू कभी हाथों में बंदूक (Rajya Sabha MP) लिए तो कभी शेर-चीतों के साथ टशन में पोज देकर तस्वीर खिंचवाते नजर आ रहे हैं। शेर-चीतों के साथ उनकी जो तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं वो सिंगापुर में एक चिड़ियाघर की बताई जा रही है जहां वो पहले कभी घूमने गए थे।

CG New Cabinet: These MLAs included in Vishnudev Sai's cabinet...! Discussion of the names of these leaders...know whose claim is the strongest
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CG New Cabinet : विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में ये विधायक शामिल…! इन नेताओं के नामों की चर्चा…जानें किसका दावा है सबसे मजबूत

रायपुर, 12 दिसंबर। CG New Cabinet : छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे। सीएम के नाम की घोषणा के बाद अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि कौन से नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। विधायक दल में सीएम की साथ-साथ डेप्युटी सीएम और स्पीकर के नाम पर भी फैसला हो गया है। पहली बार विधानसभा पहुंचे अरुण साव और विजय शर्मा को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा। अरुण साव लोरमी से चुनाव जीते हैं तो वहीं विजय शाह को कवर्धा विधानसभा सीट से जीत मिली है। वहीं, रमन सिंह को स्पीकर बनाने का फैसला किया गया है। आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ की कैबिनेट में किन-किन नेताओं को जगह मिल सकती है। रमन सिंह हो सकते हैं स्पीकर छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं। राज्य में 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं। 12 मंत्रियों में से 2 के नाम फाइनल कर लिए गए हैं। ऐसे में बचे हुआ 10 नामों को लेकर बीच नए और पुराने नेताओं को जगह दे सकती है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को विधानसभा का स्पीकर बनाया जा सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए पार्टी उन्हें ये जिम्मेदारी दे सकती है। विधायक दल की बैठक में रमन सिंह ने ही विष्णुदेव साय का नाम प्रपोज किया था। इनमें से कोई बनेगा डिप्टी सीएम नई सरकार में एक या दो उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं. इनमें विजय शर्मा, ओपी चौधरी, अरुण साव और रेणुका सिंह का नाम चल रहा है। इन तीनों के नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में भी शामिल थे। चूंकि, पार्टी ने आदिवासी चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया है। इसलिए डिप्टी सीएम के पद के लिए विजय शर्मा और ओपी चौधरी का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। मंत्री पद के ये हैं प्रबल दावेदार कयास लगाए जा रहे हैं कि मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री शपथ ले सकते हैं। रायपुर संभाग से बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत और अजय चंद्राकर को मंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। तीनों ही पहले भी मंत्री रह चुके हैं और लंबे समय से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भी हैं। दुर्ग संभाग से विजय शर्मा व दयालदास बघेल को मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है। विजय शर्मा ने कवर्धा सीट पर कांग्रेस के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर को 40 हजार से अधिक के वोटों से हराया है। अनुसूचित जाति वर्ग से पूर्व में मंत्री रहे दयालदास बघेल को भी मंत्री पद मिल सकता है। बिलासपुर संभाग से पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और धर्मजीत का नाम चर्चा में है। इनमें से भी कोई मंत्री हो सकता है। सरगुजा संभाग से पूर्व मंत्री रामविचार नेताम और गोमती साय का नामा चर्चा में है। बस्तर संभाग से केदार कश्यप, लता उसेंडी और विक्रम उसेंडी मंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं।

MP Politics: PM Modi's googly clean bowled... The name whose name was not discussed far and wide made him the Chief Minister... Now the 'crown' will not adorn Vasundhara's head...?
Politics

MP Politics : पीएम Modi की गुगली ने किया क्लीन बोल्ड…दूर-दूर तक नहीं थी जिस नाम के चर्चे उन्हें बनाया मुख्यमंत्री…अब वसुंधरा के सिर नहीं सजेगा ‘ताज’…? 

राजस्थान, 12 दिसंबर। MP Politics : मध्यप्रदेश में पीएम नरेंद्र मोदी की गुगली ने सभी को क्लीन बोल्ड कर दिया। जिस नाम की चर्चा तक नहीं हुई थी, उन्हीं को मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया। 13 दिसंबर को दक्षिण उज्जैन के विधायक मोहन यादव सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ में नए चेहरे पर दांव, एमपी में नए चेहरे को मौका, राजस्थान में भी? वसुंधरा की चिंता जायज कैसे? राजस्थान में विधायक दल की बैठक आज यानी कि मंगलवार को होने जा रही है। पूरी संभावना है कि मुख्यमंत्री का ऐलान भी कर दिया जाएगा। बड़ी बात ये है कि बीजेपी हाईकमान ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से जो सियासी संदेश देने का काम किया है, उसने दो बार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चिंता बढ़ा दी है। अगर छत्तीसगढ़ में 15 साल शासन करने वाले रमन सिंह को आउट किया जा सकता है, अगर एमपी में लाडली बहनों के मामा माने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान का पत्ता कट सकता है, तो पूरी संभावना है कि राजस्थान में भी बड़ा खेल हो जाए। इस समय तो जानकार अब ये सोचने में लगे हैं कि कहीं राजस्थान में भी एमपी की तरह कोई ऐसा मुख्यमंत्री सामने ना आ जाए जिसकी मीडिया में चर्चा तक नहीं हो रही हो। यानी कि 115 विधायकों में से किसी का भी नंबर आ सकता है। वसुंधरा राजे की बात करें तो वे सीएम रेस में बनी हुई जरूर हैं, लेकिन इस बार जानकार उनकी संभावना कुछ कम मान रहे हैं। बीजेपी ने दिया था राजे को प्रस्ताव सूत्रों के हवाले से खबर तो ऐसी भी आई थी कि हाईकमान ने वसुंधरा राजे से बात की थी, उन्हें स्पीकर का पद देने का प्रस्ताव भी दिया था। लेकिन तब राजे ने साफ कहा कि उन्हें चाहे तो एक साल के लिए मुख्यमंत्री बनाया जाए, बाद में वे पद छोड़ देंगी। अभी के लिए हाईकमान का इस पर क्या फैसला रहा, ये स्पष्ट नहीं। लेकिन छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की स्थिति देखकर माना जा रहा है कि यहां पर भी नई पीढ़ी की लीडरशिप खड़ी करने पर जोर दिया जाएगा। मोदी को चाहिए ‘कौन’? अभी के लिए राजस्थान में महंत बालकनाथ, दीया कुमारी, अश्विनी वैष्णव, गजेंद्र शेखावत जैसे नाम चर्चा में चल रहे हैं। इन सभी को सीएम बनने का प्रबल दावेदार भी बताया जा रहा है। लेकिन संभावना इस बात की भी है कि बीजेपी बड़ा खेल करते हुए किसी दूसरे को ही ये बड़ा पद दे दे। वैसे फैसला बीजेपी का जो भी रहे, जातीय समीकरण को जरूर ध्यान में रखा जाएगा। जिस तरह से छत्तीसगढ़ को आदिवासी, एमपी को ओबीसी, उसी तर्ज पर राजस्थान में भी कोई एक्सपेरिमेंट होगा। राजस्थान के चुनावी नतीजे राजस्थान के इस बार के चुनावी नतीजों की बात करें तो बीजेपी (MP Politics) ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए 115 सीटें अपने नाम की थीं, वहीं पिछली सत्ता में आने वाली कांग्रेस महज 69 सीटों पर सिमट गई। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में पार्टी को सभी जातियों का अच्छा खासा वोट मिला है, इसी वजह से सीएम चुनना भी चुनौती साबित हो रहा है।

Mohan Yadav Net Worth: The richest leader of the state is the new CM of Madhya Pradesh...! Matters of education...? Listen to the first reaction VIDEO here
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Mohan Yadav Net Worth : राज्य के सबसे अमीर नेता मध्यप्रदेश के नए सीएम…! शिक्षा के मामले…? यहां सुनिए पहली प्रतिक्रिया VIDEO

भोपाल, 11 दिसंबर। Mohan Yadav Net Worth : छत्तीसगढ़ के बाद अब मध्यप्रदेश को भी नया मुख्यमंत्री मिल गया है। उज्जैन दक्षिण से भाजपा विधायक डॉक्टर मोहन यादव राज्य के MP के नए CM होंगे। बीएससी, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल कर चुके मोहन यादव शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं। नेटवर्थ की बात करें तो इनके पास करोड़ों की संपत्ति है। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे में इसका खुलासा किया था।  राज्य के सबसे अमीर नेताओं में गिनती Myneta.com के मुताबिक, मध्य प्रदेश के नए सीएम के पास कुल 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है। जबकि उनके ऊपर देनदारी की बात करें तो ये करीब 9 करोड़ रुपये है। MP के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव की गिनती राज्य के अमीर नेताओं में की जाती है, इससे पहले मध्यप्रदेश में 2018 के हुए विधानसभा चुनाव के लिए अधिकतम संपत्ति घोषित करने वाले एमपी के टॉप-3 मंत्रियों में पहले नंबर पर भूपेंद्र सिंह और दूसरे नंबर पर मोहन यादव का नाम था।  नए CM के पास इतना कैश  हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग (Mohan Yadav Net Worth) को दिए गए हलफनामे में मोहन यादव ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया था। इस पर नजर डालें तो मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के पास 1.41 लाख रुपये कैश, जबकि उवकी पत्नी के पास 3.38 लाख रुपये की नकदी है। बैंकों में जमा राशि की बात करें तो अलग-अलग बैंकों में उनके और उनकी पत्नी के अकाउंट्स में 28,68,044.97 रुपये जमा हैं।  

CM VISHNU DEV: Big breaking...Vishnudev Sai government took a big decision...! see here
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CM Vishnudev Sai : सीएम बनते ही विष्णुदेव साय ने की पहली घोषणा…! आगे क्या कहा सुनिए VIDEO

रायपुर, 10 दिसंबर। CM Vishnudev Sai : छत्तीसगढ़ के नए सीएम बनते ही विष्णुदेव साय ने पहली घोषणा की। उसके बाद विष्णुदेव साय ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह का आभार, सभी विधायकों को भी धन्यवाद। छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला काम क्या करेंगे इस सवाल के जवाब में साय ने कहा कि मोदी जी की सभी गारंटियों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे पहला काम 18 लाख लोगों को आवास देने का काम किया जाएगा। बता दें कि छत्तीसगढ़ में पीएम आवास योजना बीजेपी सरकार की प्रमुखता है। बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में इस बात का जिक्र किया था। रमन सिंह ने रखा था प्रस्ताव छत्तीसगढ़ के सीएम के रूप में विष्णुदेव साय के नाम का प्रस्ताव रमन सिंह ने रखा था। रमन सिंह ने प्रस्ताव का समर्थन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने किया। साय इस बार कुनकरी विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं। विष्णु देव साय, छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव का रिजल्ट तीन दिसंबर को घोषित किया गया था। बीजेपी को 54 सीटें मिली थीं वहीं, कांग्रेस को 35 सीटों पर जीत मिली थी। सीएम के रेस में कई नाम थे लेकिन विधायक दल की बैठक में विष्णुदेव साय के नाम पर सहमति बनी। बता दें कि विष्णु देव साय (CM Vishnudev Sai) संघ के करीबी नेताओं में से एक हैं। उन्हें रमन सिंह का भी करीबी माना जाता है।

Vishnu Deo Sai Net Worth: Chhattisgarh's new CM Vishnu Dev Sai has so much debt...! know net worth
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CM Suspense Over : बड़ा आदिवासी चेहरा विष्णु देव साय…! देखें प्रोटोकॉल में मुख्यमंत्री के लिए काफिला पहुंचा कुशाभाऊ ठाकरे परिसर…ओम माथुर ने कहा- सुनिए VIDEO

रायपुर, 10 दिसंबर। CM Suspense Over : छत्तीसगढ़ में सीएम के नाम पर 3 दिसंबर से जारी सस्पेंस आज खत्म हो गया। बीजेपी ने सूबे में सीएम के नाम का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने सीएम पद के लिए विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगाई है। बताया जा रहा है कि विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों ने विष्णुदेव साय के नाम पर सहमति जताई। खुद रमन सिंह ने भी साय का खुलकर समर्थन किया। विष्णुदेव साय प्रदेश की राजनीति में बड़ा आदिवासी चेहरा हैं। वह कुनकुरी से विधायक हैं। साय रायगढ़ से सांसद भी रह चुके हैं। विष्णुदेव साय रायगढ़ से 4 बार (1999-2014) सांसद चुने गए। नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में साय ने केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें बीजेपी ने मैदान में नहीं उतारा था। क्योंकि बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव हारने के बाद अपने किसी भी मौजूदा सांसद को नहीं दोहराने का फैसला किया था। इसके साथ ही विष्णुदेव साय प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष भी हैं। जून 2020 में भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। वह अगस्त 2022 तक प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के पद पर रहे। विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी विधानसभा से आते हैं। राज्य में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है। विष्णुदेव इसी समुदाय से हैं। अजित जोगी के बाद छत्तीसगढ़ में इस समुदाय से कोई दूसरा मुख्यमंत्री नहीं बन सका था। बीजेपी इस बार आदिवासी समुदाय से आने वाले साय के ज़रिये पूरे देश में मैसेज दे रही है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा की कुल 11 सीटें हैं। अब उस पर क्लीन स्वीप कराने की ज़िम्मेदारी साय (CM Suspense Over) की होगी। 2019 में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 9 सीटों पर जीत हासिल की थी।

CG CM Selection: Late night Om Mathur revealed…! Said- The new Chief Minister of Chhattisgarh will have a shocking name…What did he say for Bhupesh Baghel…See back to back VIDEO
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CG CM Selection : देर रात ओम माथुर ने किया खुलासा…! बोले- चौंकाने वाला नाम होगा छत्तीसगढ़ का नया मुख्यमंत्री…भूपेश बघेल के लिए क्या बोल गए…देखें बैक टू बैक VIDEO

रायपुर, 10 दिसंबर। CG CM Selection : छत्तीसगढ़ को आज यानी कि रविवार को अपना मुख्यमंत्री मिल सकता है। बीजेपी की विधायक दल की बैठक रायपुर में होने जा रही है। कई नाम रेस में चल रहे हैं, रेणुका सिंह से लेकर अरुण साव तक की चर्चा जोरों पर चल रही है। अब कुछ ही घंटों में स्थिति साफ होती दिख सकती है, माना जा सकता है कि राजस्थान-मध्य प्रदेश से पहले छत्तीसगढ़ को अपना मुख्यमंत्री मिल सकता है। इसी कड़ी में बीजेपी प्रभारी ओम माथुर और सह प्रभारी नितिन नबीन पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पर मीडिया से माथुर ने कहा कि निश्चित रूप से पर्यवेक्षक हमारे आ रहे हैं। पर्यवेक्षक क्या निर्णय करते हैं उसी का इंतजार है। सीएम फेस को लेकर ओम माथुर ने कहा कि बीजेपी का सर्वश्रेष्ठ कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनेगा और चौंकाने वाला नाम सामने आएगा। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के कौन बनेगा मुख्यमंत्री के बयान को लेकर ओम माथुर ने कहा कि वह अपनी चिंता करें। आपस में उनकी कुछ दिनों से खींचतान चल रही है। वे उस बात की चिंता करें। भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत को लेकर कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि मैं सभी कार्यकर्ताओं और लीडरशिप को बधाई देता हूं। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर यह कहना चाहता हूं कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने वाला है। आज 12 बजे होगी विधायक दल की बैठक भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर (CG CM Selection) में रविवार दोपहर 12 बजे भाजपा विधायक दल के नेता का चयन होगा। इस बैठक में पर्यवेक्षक शामिल होगे । विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा व सर्वानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम उपस्थित रहेंगे।

Woman got Punishment: Brother-in-law beat sister-in-law fiercely for voting for BJP...she reached CM Shivraj Singh with a plea...see what happened after that
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Woman got Punishment : BJP को वोट देने पर देवर ने भाभी को जमकर पीटा…गुहार लेकर पहुंचीं CM हाउस… ‘शिवराज’ ने लिया ये एक्शन देखें

भोपाल, 09 दिसंबर। Woman got Punishment : मध्यप्रदेश में शानदार जीत दर्ज करने वाली बीजेपी अब मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर मंथन में जुटी है। शिवराज सिंह चौहान लोगों के बीच जाकर बड़ी जीत दिलाने की बधाई दे रहे हैं। इस बीच उन्होंने बीजेपी को वोट देने वाली एक मुस्लिम महिला से मुलाकात की, जिसे उसका परिवार प्रताड़ित कर रहा है। दरअसल, समीना बी नाम की महिला अपने बच्चों के साथ सीएम हाउस पहुंचीं। उन्हें सीएम शिवराज सिंह ने यहां बुलाया था।कारण, सीएम को जानकारी मिली थी कि बीजेपी को वोट देने पर सीहोर जिले के बरखेड़ा हसन गांव की मुस्लिम महिला के साथ मारपीट की गई है। इसके बाद सीएम शिवराज ने समीना बी को सीएम आवास बुलाकर चर्चा की, उसका हाल जाना और उसे सुरक्षा और सम्मान देने को लेकर आश्वस्त किया। मुलाकात के बाद सीएम शिवराज ने कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए भाजपा को अपना मत देने पर मेरी एक बहन को उसके परिवार द्वारा प्रताड़ित करने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित कर उचित कार्रवाई करने को कहा है। इसके साथ ही पीड़ित बहन को पूरी सुरक्षा व आर्थिक मदद भी दी जाएगी। मैंने उनसे कहा है कि मेरी बहन, तुम किसी बात की चिंता मत करना, तुम्हारा भाई सदैव तुम्हारे साथ है। ये है पूरा मामला बता दें कि मामला अहमदपुर थाना के बरखेड़ा हसन गांव का है। यहां की रहने वाली महिला का आरोप है कि बीजेपी को वोट देने पर उसके देवर ने जमकर मारपीट कर दी। मारपीट की घटना 4 दिसंबर की बताई जा रही है। पीड़ित महिला ने बताया कि  4 दिसंबर सोमवार को करीब शाम 5 बजे मैं और मेरे बच्चे कमल के फूल (बीजेपी) के जीतने की खुशियां मना रहे थे। पीड़िता ने आगे बताया, इसी दौरान मेरा देवर जावेद खां ने बीजेपी को वोट देने को लेकर गाली-गलौज करने लगा। उसने जब इसका विरोध किया, तो उसने मेरे साथ मारपीट की। वहीं, पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया है कि मामले को लेकर थाने में शिकायत की गई है। मगर, पुलिस ने आरोपी देवर को गिरफ्तार नहीं किया है। वह पुलिस की कार्रवाई (Woman got Punishment) से नाराज होकर मामले में कलेक्ट्रेट में ज्ञापन दिया है।

MP Danish Ali: Because of this picture the MP was suspended from the party...! Know the reason here
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MP Danish Ali : इस तस्वीर की वजह से सांसद को पार्टी से किया सस्पेंड…! कारण यहां जानें

नई दिल्ली, 09 दिसंबर। MP Danish Ali : बसपा ने अपने सांसद दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया। बसपा सांसद दानिश अली को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। दानिश अली जिस तरीके से संसद में कांग्रेस के साथ खड़े नजर आए, सामने आ रहा है यही बात कार्रवाई की सबसे बड़ी वजह बनी है। बीएसपी ने कई बार दानिश अली को हिदायत दी थी और कहा था कि पार्टी उनके मुद्दे पर उनके साथ है, बावजूद दानिश अली लगातार कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई दे रहे थे और कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी थी। उन्हें निकाले जाने की सबसे बड़ी वजह यही बताई जा रही है। राहुल गांधी समेत कांग्रेस के ये नेता की थी दानिश अली से मुलाकात बता दें कि, बसपा सांसद दानिश अली पर बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के आपत्तिजनक बयान से सियासत गरमा गई थी। बिधूड़ी के बयान की चौतरफा आलोचना के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने सितंबर में दानिश अली से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और सांसद इमरान प्रतापगढ़ी भी थे। दानिश ने भी राहुल से मुलाकात के बाद भावुक होते हुए कहा कि उन्हें राहुल से मिलकर लगा कि वह अकेले नहीं है। राहुल मेरा हौसला बढ़ाने यहां आए थे। उन्होंने मुझसे कहा कि इन बातों को अपने दिल से मत लगाना और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना। मुझे उनकी बातों से राहत मिली और अच्छा लगा कि मैं अकेला नहीं हूं। राहुल गांधी के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने भी दानिश अली से मुलाकात की थी। इसके बाद ऐसे कयास लगने लगे थे कि क्या कोई नई सियासी खिचड़ी पक रही है। अजय राय की दिल्ली में दानिश अली से मुलाकात को कांग्रेस पार्टी सुख-दुख में साथ खड़ा होना बता रही थी। यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने इसे लेकर कहा था कि दानिश अली एक विपक्षी पार्टी के सांसद हैं। उनके लिए संसद में जिस तरह की भाषा इस्तेमाल की गई, विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनके साथ मजबूती से खड़े हों। उन्होंने कहा था कि दानिश अली लोकसभा में यूपी की अमरोहा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और ऐसे में यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष होने के नाते ये अजय राय का फर्ज था। ये था मामला बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में चंद्रयान-3 की चर्चा के दौरान बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजक शब्दों का प्रयोग किया था। विवाद बढ़ने पर बीजेपी ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा था कि आखिर उनके खिलाफ पार्टी कार्रवाई क्यों नहीं करे? उन्हें पार्टी की अनुशासन समिति को 15 दिन में नोटिस का जवाब देना था। वहीं, यह भी सामने आया था कि दानिश अली (MP Danish Ali) ने लोकसभा स्पीकर को चिट्टी लिखकर रमेश बिधूडी की सदस्यता रद्द करने की मांग की थी। कांग्रेस ने मांग की थी कि बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सूत्रों के मुताबिक,रमेश बिधूड़ी से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बात की थी। रमेश बिधूड़ी के मामले को बड़ी गंभीरता से लेते हुए स्पीकर ने नाराजगी जताते हुए रमेश बिधूडी को चेतावनी भी दी थी कि भाषा की मर्यादा का ध्यान रखें। बिधूड़ी के इस बयान की तमाम विपक्षी दलों ने आलोचना की थी।