Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Reel on Train Door: Daughter was making a reel on the train door...! Then what the mother did became an example...the viral video taught safety and culture
National

Reel on Train Door : ट्रेन के दरवाजे पर बेटी बना रही थी रील…! फिर मां ने जो किया वो बन गया एक मिसाल…सुरक्षा और संस्कार की सीख दे गया वायरल VIDEO

नई दिल्ली, 11 जुलाई। Reel on Train Door : सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक किशोरी ट्रेन के दरवाजे पर खड़े होकर रील बना रही होती है, तभी उसकी मां उसे फटकारते हुए अंदर खींच लेती है। यह घटना सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक गंभीर सामाजिक और सुरक्षा चेतावनी बनकर सामने आई है। क्या है वीडियो में? वीडियो में देखा जा सकता है कि लड़की चलती ट्रेन के दरवाजे पर खड़ी है और मोबाइल कैमरे में रील (शॉर्ट वीडियो) बनाने में मशगूल है। वह पोज़ कर रही होती है, ततभी पीछे से उसकी मां आती है और न केवल उसे जोर से डांटती है, बल्कि उसे पीटती भी है और अंदर खींच लेती है। मां के इस रिएक्शन पर जहां कई लोग ताली बजा रहे हैं, वहीं कुछ इसे सख्ती और देखभाल का बेहतरीन उदाहरण बता रहे हैं। रील के लिए जान जोखिम में यह वीडियो एक बड़ी सच्चाई की ओर इशारा करता है, आज की युवा पीढ़ी में सोशल मीडिया पर दिखने की होड़ इतनी बढ़ चुकी है कि वे अपनी जान की परवाह किए बिना रील बनाने में जुटे रहते हैं। रेलवे नियमों के अनुसार, चलती ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा होना खतरे से खाली नहीं है और कई हादसे इसी लापरवाही की वजह से हो चुके हैं। मां की सख्ती बनी सोशल मीडिया पर मिसाल इस वीडियो में मां की तत्काल प्रतिक्रिया और डांट को कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने “संस्कार की झलक” और “सही समय पर लिया गया सही कदम” बताया है। बहरहाल, इस वीडियो पर खूब कमेंट्स आ रहे हैं, जिनमें हर कोई मां की तारीफ़ करता नज़र आ रहा है। एक यूज़र ने लिखा, “अगर ऐसी मां हर घर में हों, तो हादसे कम होंगे।” किसी ने लिखा, “सिर्फ़ प्यार ही नहीं, सही समय पर डांट भी ज़रूरी है।” विशेषज्ञों की राय मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि डिजिटल वर्चस्व के दौर में माता-पिता की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। बच्चों को रील्स और लाइक्स की दुनिया से बाहर निकालकर वास्तविक जीवन की जिम्मेदारियों और खतरों से अवगत कराना बेहद जरूरी है। यह घटना एक रील से कहीं ज्यादा है, यह परिवार, सुरक्षा और सोशल मीडिया (Reel on Train Door) की असलियत की झलक है। मां की डांट जहां एक पल के लिए लड़की को असहज कर सकती है, वहीं यही डांट उसे भविष्य में बड़ा नुकसान होने से बचा सकती है। यह वीडियो हर माता-पिता के लिए एक प्रेरणा और हर युवा के लिए एक चेतावनी है।

Job in New York: Salary of 1.6 crores in Google New York but still empty pocket...! Story of Google engineer Maitri goes viral... watch VIDEO here
Career

Job in New York : गूगल न्यूयॉर्क में 1.6 करोड़ की सैलरी फिर भी है ‘जेब’ खाली…! गूगल इंजीनियर मैत्री की कहानी वायरल…यहां देखें VIDEO

न्यूयॉर्क, 11 जुलाई। Job in New York : विदेश में करोड़ों की नौकरी पाकर ऐशोआराम की ज़िंदगी जीने का सपना आज के लाखों युवाओं का होता है, लेकिन हाल ही में एक वायरल वीडियो ने इस सोच पर सवाल खड़ा कर दिया है। गूगल न्यूयॉर्क में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहीं मैत्री मंगल ने बताया है कि उनका सालाना पैकेज लगभग 1.6 करोड़ रुपये है, फिर भी महंगे खर्चों के चलते कुछ भी सेविंग नहीं हो पाती। वायरल वीडियो ने खोली हकीकत यह खुलासा एक वायरल इंस्टाग्राम वीडियो के जरिए हुआ है, जिसे @kushallodha548 नामक अकाउंट से शेयर किया गया है। वीडियो में कुशाल लोढ़ा, जो स्वयं भी टेक और फाइनेंस से जुड़े हैं, मैत्री से बातचीत करते नजर आते हैं। उन्होंने उनसे पूछा कि गूगल में औसत पैकेज क्या होता है और न्यूयॉर्क जैसे शहर में रहने के खर्च कैसे होते हैं। 1.6 करोड़ का पैकेज लेकिन खर्च भारी मैत्री ने बताया कि गूगल में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का सालाना पैकेज $150,000 से $200,000 के बीच होता है, जो भारतीय रुपये में लगभग 1.28 से 1.71 करोड़ बनता है। हालांकि यह सुनने में बहुत बड़ा आंकड़ा लगता है, लेकिन न्यूयॉर्क में रहने के खर्च उतने ही भारी हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि खाने-पीने, ट्रांसपोर्ट, इंटरनेट, बिजली, मोबाइल, मेडिकल इंश्योरेंस, टैक्स और अन्य आवश्यकताओं पर इतना खर्च होता है कि सेविंग के लिए कुछ नहीं बचता। खर्च का संभावित विवरण खर्च का प्रकार अनुमानित मासिक खर्च ($) भारतीय रुपये में (लगभग) रेंट (Apartment) 3,000 ₹2,50,000+ ग्रोसरी व खाना 800 ₹66,000 ट्रांसपोर्ट व इंटरनेट 300 ₹25,000 अन्य खर्चे (Utility, इंश्योरेंस आदि) 600–800 ₹50,000–₹70,000 कुल अनुमानित खर्च $4,700–$4,900 ₹4–4.2 लाख प्रति माह युवाओं के लिए सीख मैत्री की कहानी उन युवाओं के लिए एक यथार्थवादी चेतावनी है जो केवल पैकेज के आंकड़ों को देखकर विदेश जाने का सपना पालते हैं। विदेश में रहना न सिर्फ महंगा, बल्कि तनावपूर्ण और व्यावहारिक रूप से चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है। इस वायरल वीडियो ने साबित किया है कि “हाई सैलरी = लग्ज़री लाइफ” वाली सोच हमेशा सच नहीं होती। विदेश में कमाई भले ही लाखों में हो, लेकिन खर्च उससे कहीं ज्यादा होते हैं। मैत्री जैसी प्रतिभाशाली इंजीनियर की यह कहानी सपनों और सच्चाई के बीच की दूरी को बखूबी उजागर करती है।

Father Killed Daughter: Daughter's success became a matter of shame for the father...! A promising tennis player was murdered by her father...broken by the taunts of the villagers, she took this step of suicide
Sports

Father Killed Daughter : बेटी की कामयाबी बना बाप की शर्म…! एक होनहार टेनिस खिलाड़ी की उसके पिता ने कर दी हत्या…गांव वालों के तानों से टूटाकर उठाया आत्मघाती कदम

गुरुग्राम, 11 जुलाई। Father Killed Daughter : हरियाणा के गुरुग्राम शहर में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना घटी, जिसने पूरे शहर और खेल जगत को हिला कर रख दिया। सेक्टर-57 इलाके में एक स्टेट लेवल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उसके ही पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना सुबह करीब 10:30 बजे उस समय हुई जब राधिका अपने घर की पहली मंज़िल पर स्थित किचन में काम कर रही थी। क्या हुआ? पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी पिता ने पीछे से आकर राधिका पर रिवॉल्वर से गोली चला दी। गोली लगते ही राधिका की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद दीपक यादव ने गुरुग्राम पुलिस थाने जाकर खुद सरेंडर कर लिया और अपना अपराध कबूल कर लिया। एफआईआर में दिए गए बयान के अनुसार, दीपक यादव अपनी बेटी की कमाई और सोशल मीडिया गतिविधियों से परेशान था। “गांव वजीराबाद में जब दूध लेने जाता था, तो लोग कहते थे, ‘बेटी की कमाई खा रहा है’, ‘लड़की ने एकेडमी खोल ली, ये कैसा बाप है।’” दीपक ने यह भी कहा कि बेटी की टेनिस एकेडमी और सोशल मीडिया पर रील्स बनाना उसकी सामाजिक इज्जत को ठेस पहुंचा रहे थे। उसने कई बार राधिका से अकादमी बंद करने को कहा, लेकिन राधिका ने मना कर दिया। राधिका पहले एक काबिल टेनिस खिलाड़ी रह चुकी थीं और कई राष्ट्रीय स्तर की ट्रॉफियाँ जीत चुकी थीं। लेकिन कंधे में गंभीर चोट लगने के बाद उन्होंने खेल को छोड़कर गुरुग्राम में टेनिस एकेडमी शुरू की थी, जिसमें वह नए खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रही थीं। मानसिक तनाव और सामाजिक दबाव बना कारण पुलिस के अनुसार, दीपक यादव पर लंबे समय से सामाजिक दबाव और मानसिक तनाव बना हुआ था। गांव के लोग लगातार उसे बेटी की आर्थिक सफलता को लेकर ताने मारते थे, जिससे वह कुंठित हो गया था। उसी कुंठा और तनाव ने उसे इस खौफनाक कदम की ओर धकेला। घटना के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है, और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। खेल जगत में शोक की लहर राधिका की मौत से खेल समुदाय (Father Killed Daughter) में गहरा शोक है। कई कोच और खिलाड़ी जो कभी राधिका के साथ जुड़े रहे, उन्होंने इसे “प्रतिभा का हत्या” करार दिया है। सोशल मीडिया पर #JusticeForRadhika ट्रेंड कर रहा है। यह घटना केवल एक हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक मानसिकता, लिंग आधारित पूर्वाग्रह, और परिवार (Father Killed Daughter) में संवाद की कमी का कड़वा उदाहरण है। जहां एक बेटी परिवार का गौरव बन सकती थी, वहीं वही गौरव एक पिता के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गया। यह घटना सोचने पर मजबूर करती है- क्या आज भी बेटियाँ अपने घरों में सुरक्षित हैं?

Secret Celebration: Jam in the jungle...! Late night 'liquor celebration' going on in the vehicles of BJP and TMC leaders... Villagers exposed it, watch the video here
Politics

Secret Celebration : जंगल में जाम…! देर रात BJP और TMC नेताओं की गाड़ियों में चल रहा ‘शराब का जश्न’…ग्रामीणों ने किया पर्दाफाश…यहां देखें Video

जलपाईगुड़ी, 11 जुलाई। Secret Celebration : पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी ज़िले में एक सुनसान जंगल में दो अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं को साथ शराब पीते पकड़े जाने की घटना ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। यह मामला गुरुवार देर रात अपलचंद जंगल के पास सामने आया, जहां ग्रामीणों ने भाजपा महिला मोर्चा की ज़िला अध्यक्ष दीपा बनिक अधिकारी और टीएमसी नेता पंचानन रॉय को एक कार में साथ शराब पार्टी करते देखा। क्या हुआ था? स्थानीय लोगों ने एक कार को देर रात जंगल के पास असामान्य रूप से खड़ा देखा। शक के आधार पर जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे और कार में बैठे लोगों से बाहर निकलने को कहा, तो उन्होंने देखा कि कार में भाजपा और टीएमसी के नेता शराब के गिलास लिए बैठे हैं। साथ ही, कार में टीएमसी नेता का ड्राइवर भी मौजूद था। वीडियो हुआ वायरल घटना का वीडियो ग्रामीणों ने बना लिया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल फुटेज में दीपा बनिक अधिकारी कार की पिछली सीट पर बैठी दिख रही हैं, और जब उन्हें टोका गया, तो उन्होंने शराब से भरा गिलास चुपचाप आगे की सीट पर सरका दिया। जनता का गुस्सा घटनास्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए और नेताओं को कार से बाहर आने को कहा। कार को चारों ओर से घेर लिया गया और नारेबाज़ी की गई। ग्रामीणों का कहना है कि यह “राजनीतिक और नैतिक पतन” का प्रतीक है और जनता के विश्वास के साथ धोखा है। राजनीतिक प्रतिक्रिया प्रशासन की स्थिति स्थानीय प्रशासन और पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गई है। अभी तक कोई औपचारिक शिकायत या गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर जांच की मांग उठ रही है। इस घटना ने जलपाईगुड़ी की राजनीति (Secret Celebration) में हलचल मचा दी है। एक ओर जहां भाजपा और टीएमसी के नेताओं का यह मेलजोल दोनों दलों की छवि पर सवाल खड़े कर रहा है, वहीं जनता भी नेताओं के इस रवैये से नाराज़ है। घटना ने एक बार फिर से राजनीति में नैतिकता और जवाबदेही के सवाल को केंद्र में ला दिया है।

Court Marriage in Nuh: Dignity of relations shredded...! Minor son ran away after falling in love with step mother... got married in court
National

Court Marriage in Nuh : रिश्तों की मर्यादा तार-तार…! सौतेली मां से प्रेम कर भागा नाबालिग बेटा…कोर्ट में की शादी

नूंह/हरियाणा, 10 जुलाई। Court Marriage in Nuh : हरियाणा के नूंह जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 17 वर्षीय किशोर अपनी 40 वर्षीय सौतेली मां के साथ घर से भाग गया। दोनों ने कोर्ट में विवाह भी कर लिया है। मामला पुन्हाना थाना क्षेत्र के बासदल्ला गांव का है और इसने पूरे जिले को सकते में डाल दिया है। सौतेली मां से प्रेम फिर शादी बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़का अपनी सौतेली मां के साथ प्रेम संबंध में पड़ गया। यह महिला उसके पिता की दूसरी पत्नी है, जिससे उसकी एक बेटी भी है। कुछ समय पहले ही लड़का अपने ननिहाल से आकर पिता के साथ रहने लगा था। परिवार के अनुसार, वह महिला को अपनी सगी मां की तरह मानता था और उसके पैर भी छूता था। कोर्ट में शादी और घर से कीमती सामान भी ले गए कुछ महीने पहले दोनों घर से फरार हो गए और अब यह सामने आया है कि उन्होंने कोर्ट में जाकर शादी कर ली। इसके साथ ही घर से 30 हजार रुपये नकद, चांदी-गहने और अन्य कीमती सामान भी लेकर गए हैं। पति ने लगाई न्याय की गुहार पीड़ित पति रामकिशन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है और मुख्यमंत्री को सीएम विंडो के माध्यम से आवेदन भेजकर न्याय की मांग की है। उनका आरोप है कि यह शादी कानून के विरुद्ध है, क्योंकि लड़का नाबालिग है। वहीं पुलिस का कहना है कि लड़के ने कोर्ट में खुद को बालिग साबित करने के दस्तावेज जमा किए हैं। पुलिस अब दस्तावेजों की सत्यता की जांच कर रही है। मामला बना चर्चा का विषय इस विवाह को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चाएं तेज हैं। सामाजिक मान्यताओं (Court Marriage in Nuh) और रिश्तों की मर्यादा को तोड़ने वाला यह मामला समाज में गहरी चिंता का विषय बना हुआ है।

CG Transfer Breaking : Major reshuffle in the education department...! DEO and BEO of many districts changed...See the order issued here
BREAKING NEWS, Chhattisgarh

CG Transfer Breaking : शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर फेरबदल…! कई जिलों के बदले गए DEO और BEO…यहां देखें जारी आदेश

रायपुर,10 जुलाई। CG Transfer Breaking : राज्य सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। प्रदेश के सभी जिलों में पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी सहित कुल 183 अधिकारियों और कर्मचारियों का तबादला किया गया है। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार, रायपुर जिले के नए DEO हिमांशु भारती बनाए गए हैं। इसके साथ ही अन्य 182 अधिकारियों और कर्मचारियों को भी नए जगह में पदस्थापना दी गई है। देखिये ट्रांसफर लिस्ट

Innovative Challenge: Government is giving a reward of up to ₹5,000... just make a reel on cleanliness of the village...! Read full details here
National

Innovative Challenge : सरकार दे रही ₹5,000 तक का इनाम…बस बनाइए गांव की स्वच्छता पर रील…! पूरी डिटेल्स यहां पढ़ें

नई दिल्ली, 10 जुलाई। Innovative Challenge : अगर आप रील बनाने के शौकीन हैं और आपके पास एक स्मार्टफोन है, तो यह खबर आपके लिए है! भारत सरकार ने एक नई प्रतियोगिता की शुरुआत की है, जिसमें देशभर के ग्रामीण नागरिक अपने गांव की स्वच्छता, जल संरक्षण और जल जीवन मिशन से जुड़े बदलावों को दिखाते हुए रील बनाएंगे और ₹5,000 तक का नकद पुरस्कार जीत सकते हैं। प्रतियोगिता का उद्देश्य सरकार का यह अनोखा कदम ग्रामीण भारत में स्वच्छता (Sanitation), स्वच्छ जल (Clean Water) और हाइजीन (Hygiene) को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। इनमें से किसी एक थीम पर बना सकते हैं रील आप रील में ये चीजें दिखा सकते हैं स्वच्छ भारत मिशन (SBM) और जल जीवन मिशन (JJM) के तहत गांव में हुए बदलाव जैसे: पुरस्कार और भागीदारी कैसे करें आवेदन आपको अपनी रील बनाकर सरकारी पोर्टल MyGov पर अपलोड करना है। यहां क्लिक करें (लिंक MyGov के ट्विटर पर उपलब्ध है) सोशल मीडिया पर चल रहा अभियान MyGov Hindi ने अपने ट्वीट में लिखा- “आपका गांव कितना स्वच्छ और सुजल है? तो चलिए, मोबाइल उठाइए, दिल से रील बनाइए और देश को दिखाईए! जीतिए ₹5,000 तक की नकद राशि!” तो तैयार हो जाइए! अपने गांव की खूबसूरती और स्वच्छता की कहानी को देश के सामने लाएं और कमाएं इनाम भी। #SwachhBharat #JalJeevanMission #MyGov #ReelChallenge

Health System Exposed : PHC locked...! Pregnant woman had to give birth to child in the veranda of the hospital... Watch the video exposing the negligence here
National

Health System Exposed : PHC ताला बंद…! गर्भवती को अस्पताल के बरामदे में बच्चे को जन्म देना पड़ा…लापरवाही को उजागर करने वाला VIDEO यहां देखें

फतेहपुर, 10 जुलाई। Health System Exposed : बकेवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में ताला लटकने और आपातकालीन टोल फ्री नंबरों के फेल होने के कारण एक गर्भवती महिला को अस्पताल के बरामदे में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। यह दर्दनाक घटना मंगलवार तड़के करीब 3 बजे हुई, जब 30 वर्षीय अनुराधा देवी, जो नौ माह की गर्भवती थीं, प्रसव पीड़ा से कराहती हुई अस्पताल पहुंचीं लेकिन उन्हें अस्पताल के भीतर दाखिला नहीं मिल पाया। अनुराधा ने बार-बार 108 और 112 टोल फ्री नंबरों पर कॉल की, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। पीएचसी प्रभारी डॉक्टर विमलेश कुमार ने बताया कि रात में स्वास्थ्य केंद्र में कोई स्टाफ तैनात नहीं रहता। केवल सुबह 8 बजे स्टाफ पहुंचने के बाद अनुराधा को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। जच्चा और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। यह घटना उत्तर प्रदेश में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर खामियों को उजागर करती है, जहां सरकार की जननी सुरक्षा योजना के दावों के विपरीत माताओं को समय पर सहायता नहीं मिल पा रही। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद स्वास्थ्य विभाग और सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। फतेहपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही (Health System Exposed) की यह पहली घटना नहीं है। जून 2025 में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से नवजात की मौत का मामला भी चर्चा में रहा। स्थानीय लोगों ने बकेवर पीएचसी में 24×7 स्टाफ की तैनाती और आपातकालीन सुविधाएं सुनिश्चित करने की मांग की है, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

Killer Bride: Uncle-niece's tainted relationship...! The bride along with her lover uncle killed her husband...the incident was carried out just 45 days after marriage
Crime

Killer Bride : फूफा-भतीजी का कलंकित रिश्ता…! दुल्हन ने अपने प्रेमी फूफा के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या…शादी के महज 45 दिन बाद ही घटना को दिया अंजाम

औरंगाबाद, 10 जुलाई। Killer Bride : बिहार के औरंगाबाद जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। शादी के मंडप में सात फेरे लेते वक्त जहां हर कोई जिंदगी भर साथ निभाने की कसमें खाता है, वहीं 27 साल की गुंजा सिंह ने उसी मंडप में अपने पति प्रियांशु उर्फ छोटू की हत्या की साजिश रच डाली। वजह? 60 साल के अपने फूफा जीवन सिंह के साथ 15 साल पुराना प्रेम संबंध। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने गुंजा और दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फूफा जीवन सिंह अभी फरार है। आइए, जानते हैं इस खौफनाक कहानी की पूरी सच्चाई। मंडप में शुरू हुई हत्या की साजिश 21 मई 2025 को प्रियांशु और गुंजा की शादी हुई थी। लेकिन गुंजा का मन इस शादी में बिल्कुल नहीं था। उसका दिल तो अपने फूफा जीवन सिंह पर आ चुका था, जिसके साथ उसका 15 साल से प्रेम संबंध चल रहा था। गुंजा ने पुलिस को बताया, “मैं बचपन से फूफा के घर रहती थी। वहीं पढ़ाई की। धीरे-धीरे हम करीब आए और प्यार हो गया। मुझे पता था कि वो मुझसे उम्र में दोगुने हैं, लेकिन प्यार में उम्र कहां मायने रखती है?” गुंजा के मुताबिक, उसकी बुआ को कभी इस रिश्ते का शक नहीं हुआ। लेकिन अप्रैल 2025 में बुआ ने दोनों को एक साथ देख लिया। बात परिवार तक पहुंची, और गुंजा के पिता ने आनन-फानन में उसकी शादी प्रियांशु से तय कर दी। गुंजा ने विरोध किया, लेकिन समाज और परिवार की इज्जत के आगे उसे झुकना पड़ा। मंडप में वरमाला डालते वक्त ही उसने ठान लिया था कि वह प्रियांशु के साथ नहीं रहेगी और उसकी हत्या करवा देगी। झारखंड से बुलाए शूटर शादी के बाद भी गुंजा और जीवन सिंह का मिलना-जुलना जारी रहा। गुंजा ने बताया, “मैं फूफा से मायके, ससुराल, या उनके घर पर मिलती थी। एक दिन उनके मुंह से निकला कि प्रियांशु को रास्ते से हटा देते हैं। मैंने भी हामी भर दी।” इसके बाद जीवन सिंह ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए झारखंड से दो शूटरों, जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा, को हायर किया। 24 जून 2025 की रात को साजिश को अंजाम देने का मौका आया। प्रियांशु वाराणसी के चंदौली में अपने रिश्तेदार के घर से ट्रेन से लौट रहा था। उसने अपनी लोकेशन गुंजा को फोन पर बताई, और गुंजा ने यह जानकारी शूटरों तक पहुंचाई। नवीनगर थाना क्षेत्र के लेंबोखाप गांव के पास शूटरों ने प्रियांशु की बाइक रुकवाई और उस पर चार गोलियां दाग दीं। गोली लगने के बाद प्रियांशु जख्मी हो गया। गांव के दो लड़के, जो उसे स्टेशन लेने गए थे, उसे अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस की जांच में हुआ सनसनीखेज खुलासा इस हत्याकांड ने औरंगाबाद पुलिस को सकते में डाल दिया। SP अंबरीश राहुल के निर्देश पर एक विशेष जांच दल (SIT) गठन किया गया। SIT ने CCTV फुटेज, कॉल डिटेल्स, और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। शुरुआत में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। प्रियांशु को लेने गए दो लड़कों से घंटों पूछताछ हुई, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस ने प्रियांशु के फोन की जांच की। कॉल डिटेल्स से पता चला कि वह लगातार गुंजा से संपर्क में था। जब पुलिस ने गुंजा की कॉल डिटेल्स खंगाली, तो एक नंबर पर 50 से ज्यादा बार बात होने का खुलासा हुआ। यह नंबर जीवन सिंह का था। गुंजा से फोन मांगने पर उसकी आनाकानी ने पुलिस का शक गहरा कर दिया। हिरासत में लेने के बाद गुंजा ने सारी सच्चाई उगल दी। उसने हत्या की साजिश और अपने फूफा के साथ 15 साल पुराने रिश्ते को कबूल किया। SP अंबरीश राहुल ने बताया, “गुंजा ने अपने फूफा जीवन सिंह के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। शूटरों को सिम कार्ड जीवन सिंह ने उपलब्ध करवाया था। गुंजा और दोनों शूटर जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। जीवन सिंह की तलाश जारी है।” समाज में बढ़ता नैतिक पतन यह मामला औरंगाबाद में रिश्तों (Killer Bride) के कत्ल की एक और कड़ी है। हाल के महीनों में जिले में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को प्रेम प्रसंग ने तार-तार कर दिया। इससे पहले भी औरंगाबाद में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को गाड़ी से कुचलकर मार डाला था। संक्षेप में मुख्य बिंदु विषय विवरण हत्या की तारीख 24 जून 2025 मृतक प्रियांशु कुमार सिंह आरोपी पत्नी गुंजा सिंह, उसका फूफा जीवन सिंह मोटिव 15 साल पुराना अवैध रिश्ता गिरफ्तार गुंजा, जयशंकर, मुकेश फरार जीवन सिंह (फूफा), दो शूटर कानूनी धारा हत्या, षड्यंत्र, IPC और अन्य संगीन अपरा

POCSO Case: Shameful attitude towards menstruation...! Girls' underwear checked in school...Principal and peon arrested
Crime

POCSO Case : मासिक धर्म को लेकर शर्मनाक रवैया…! स्कूल में की गई बच्चियों के अंतर्वस्त्रों की जांच…प्रिंसिपल और चपरासी गिरफ्तार

मुंबई, 10 जुलाई। POCSO Case : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के शाहापुर स्थित आर.एस. दमानी निजी स्कूल में मंगलवार को कक्षा 5 से 10 की नाबालिग छात्राओं से मासिक धर्म की जांच के नाम पर विवादास्पद और शर्मनाक कार्रवाई की गई, जिसके बाद अभिभावकों में भारी आक्रोश मचा हुआ है। घटना का क्रम स्कूल के बाथरूम में खून के धब्बे पाए जाने के बाद, प्रिंसिपल ने छात्राओं को हॉल में बुलाया और प्रोजेक्टर पर इन धब्बों की तस्वीरें दिखाई। कक्षा 5 से 10 की छात्राओं को दो समूहों में बांटा गया, जो मासिक धर्म से गुजर रही थीं और जो नहीं थीं। 10–12 वर्षीय कुछ लड़कियों का तब ‘जांच’ के लिए अंतर्वस्त्र के ज़रिए परीक्षण किया गया। एक लड़की सैनिटरी नैपकिन इस्तेमाल करती मिली, तो प्रिंसिपल ने उसके ऊपर आरोप लगाते हुए उसे कड़ी डांट लगाई और अन्य छात्राओं के सामने अपमानित किया। कानूनी कार्रवाई & गिरफ्तारी बुधवार को एक अभिभावक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। प्रिंसिपल और महिला चपरासी को गिरफ्तार किया गया, जबकि चार अन्य शिक्षकों व दो ट्रस्टियों समेत कुल आठ लोगों पर कार्रवाई हुई है। आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 74‑76 (महिला की लज्जा भंग/नग्नता के प्रयास) और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। कुल छह आरोपियों (प्रिंसिपल, चपरासी, दो शिक्षकों, दो ट्रस्टियों) के खिलाफ पोक्सो के तहत मामला दर्ज हुआ । अभिभावकों की प्रतिक्रिया घटना की जानकारी मिलने के बाद कई अभिभावक नाराज़ होकर स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अभिभावक बोले कि इस तरह की जांच से छात्राओं की मानसिक पीड़ा और शर्मिंदगी हुई है, उन्हें जरूरत थी सेक्स एजुकेशन की, न कि अपमानित करने की । आगे की कार्यवाही पोलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की भूमिका स्पष्ट हो रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सभी आरोपी पोक्सो एवं IPC धाराओं के तहत सजा के लिए कठोर कार्रवाई का सामना करेंगे । यह घटना बच्चों का मनोवैज्ञानिक और शारीरिक (POCSO Case) सम्मान भंग करने वाली है। मासिक धर्म पर खुलकर चर्चा और सेक्स एजुकेशन की आवश्यकता से इनकार संभव नहीं है। दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा के साथ स्कूलों में बच्चों की गरिमा पर आधारित नीतियाँ लागू करने पर समाज और प्रशासन का ध्यान जाना चाहिए।