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CG Beverage Corporation
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CG Beverage Corporation : कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा ने दिया त्‍यागपत्र

रायपुर, 14 दिसंबर। CG Beverage Corporation : पूर्ववर्ती सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा ने आज छत्‍तीसगढ़ बेवरेज कार्पोरेशन के अध्‍यक्ष पद से आज इस्‍तीफा दे दिया है। छत्‍तीसगढ़ बेवरेज कार्पोरेशन राज्‍य में शराब वितरण से जुड़ा पूरा काम संभालती है। बता दें कि राज्‍य में 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव परिणाम की घोषणा हुई थी। इसमें भाजपा को बहुमत प्राप्‍त हुआ। इसके बाद तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने उसी दिन शाम को अपना इस्‍तीफा राज्‍यपाल को सौंप दिया था। छत्‍तीसगढ़ के महाधिवक्‍ता रहे सतीश चंद्र वर्मा सहित कुछ अन्‍य लोगों ने भी 4 दिसंबर को पद छोड़ दिया था, लेकिन कवासी लखमा के इस्‍तीफा देने में विलंब चर्चा का विषय बना हुआ है। अफसरों के अनुसार लखमा यदि 3 या 4 दिसंबर को कार्पोरेशन का अध्‍यक्ष पद छोड़ देते तो आबकारी सचिव पदेन चेयरमैन (CG Beverage Corporation) बन जाते।

Shock to Saumya Chaurasia...! Kept knocking on the door, did not get bail...reprimanded by the Supreme Court...imposed a fine of Rs 1 lakh
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Saumya Chaurasia को झटका…! खटखटाती रही दरवाजा नहीं मिली जमानत…सुप्रीम कोर्ट से भी फटकार…1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया

रायपुर, 14 दिसंबर। Saumya Chaurasia : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पूर्व उप सचिव सौम्या चौरसिया को जमानत देने से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया। इससे पहले छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने चौरसिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके खिलाफ उसने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की डिवीजन बेंच ने चौरसिया की जमानत याचिका खारिज की। बता दें, चौरसिया कोयला घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी हैं। निलंबित सिविल सेवक अब एक साल से अधिक समय से जेल में है। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत याचिका खरिज तो की ही साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। अदालत ने अपने आदेश में कहा, “हमारे सामने गलत तथ्य पेश किए गए, इसलिए एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाता है।” क्या है पूरा मामला? सौम्या चौरसिया पर छत्तीसगढ़ की खदानों से कोयला परिवहन करने वाले कोयला और खनन ट्रांसपोर्टरों से जबरन वसूली और अवैध लेवी वसूली के आरोप लगे हैं। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, जांच में बड़े पैमाने पर घोटाले का खुलासा हुआ, जिसमें प्रति टन कोयले पर 25 रुपये की अवैध उगाही शामिल है, जिसकी धनराशि कथित तौर पर 16 महीनों के भीतर 500 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। केंद्रीय एजेंसी का दावा कि इस पैसे का इस्तेमाल कथित तौर पर चुनावी फंडिंग और रिश्वत के लिए किया जा रहा था। पिछले साल अक्टूबर में इसने छापे मारे, जिससे आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई, कोयला व्यवसायी सुनील अग्रवाल, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और ‘किंगपिन’ सूर्यकांत तिवारी की गिरफ्तारी हुई। दिसंबर में केंद्रीय एजेंसी ने सौम्या चौरसिया (Saumya Chaurasia) को गिरफ्तार किया था।

Again Resign: Big blow to Congress in Chhattisgarh...! Mahant Ramsundar Das, who lost by a huge margin of votes, resigned...see what was written in the letter
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Again Resign : छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका…! वोटों के बड़े अंतर से हारे महंत रामसुंदर दास ने दिया इस्तीफा…देखिए पत्र में क्या लिखा

रायपुर, 14 दिसंबर। Again Resign : छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के एक वरिष्‍ठ नेता महंत रामसुंदर दास ने पार्टी की प्राथमिक सदस्‍यता से इस्‍तीफा दे दिया है। महंत रामसुंदर दास को पार्टी ने इस बार रायपुर दक्षिण सीट से प्रत्‍याशी बनाया था। महंत रामसुंदर दास भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल से हार गए। रायपुर दक्षिण सीट पर भाजपा ने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की है। महंत रामसुंदर दास ने इस हार की नैतिक जिम्‍मेदारी लेते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्‍यता से इस्‍तीफा दे दिया है। महंत रामसुंदर दास शिवरीनारायण मंदिर के मठाधीश है। रायपुर के ऐतिहासिक दूधाधारी मठ में उन्होंने बाल्यकाल से ही रहकर पढ़ाई की थी। यहां के महंत वैष्णव दास के देहांत के बाद मठ के उतराधिकारी बने। उसके अलावा उनका पेशा कृषि है। वह पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रहे। 2003 में पामगढ़ विधानसभा से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। फिर 2008 में जैजैपुर विधानसभा से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए। इस बार भी महंत रामसुंदर दास जांजगीर-चांपा जिला की किसी सीट से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन्‍हें रायपुर दक्षिण सीट से प्रत्‍याशी बना दिया। इसको लेकर महंत रामसुंदर दास ने पार्टी फोरम में अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई, लेकिन पार्टी का आदेश मानते हुए उन्‍होंने चुनाव लड़ा। रायपुर के महापौर एजाज ढेबर उनके (Again Resign) चुनाव संचालक थे।

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CG CABINET VISTAR : छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार को लेकर बड़ी खबर…! शीतकालीन सत्र इस दिन

रायपुर, 14 दिसंबर। CG CABINET VISTAR : छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार को लेकर बड़ी खबर आ रही है। माना जा रहा है कि अभी संभावित दावेदारों को और इंतजार करना होगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मीडिया से बातचीत में ये संकेत दिये हैं। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार पर इंतजार की एक और वजह ये भी है कि राज्यपाल अभी दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं। अभी मुख्यमंत्री समेत दो उपमुख्यमंत्री ने शपथ लिया है। सूत्रों के अनुसार विधानसभा सत्र के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। माना जा रहा है कि सीएम विष्णु देव साय उसके पहले शीतकालीन सत्र होगा जो कि अगले हफ्ते तक बुलाया जा सकता है। सूत्रों की माने तो 18 से 25 दिसंबर के बीच शीतकालीन सत्र हो सकता है। राजभवन सचिवालय के अनुसार, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन आज बुधवार रात दिल्ली जा रहे है। वे 16 दिसंबर की सुबह करीब 11 बजे लौटेंगे। ऐसे में अब साय कैबिनेट के मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 16 दिसंबर को हो सकता है। हालांकि 16 दिसंबर की शाम 4 बजे से खरमास लग रहा है जो कि 14 जनवरी तक रहेगा। खरमास में कोई भी शुभ काम नही किये जाते है। ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री मंडल का विस्तार खरमास में होना लगभग असंभव है। अब उम्मींद जतायी जा रही है कि 16 दिसंबर की शाम से शुरू हो रहे खरमास से ठीक पहले मंत्री मंडल का शपथ ग्रहण पूरा हो सकता है। इसे देखते हुए बीजेपी नेताओं ने तैयारियां (CG CABINET VISTAR) शुरू कर दी है।

Patwari Transfer: Transfers of 114 Patwaris stuck at one place for three years, see list
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BILASPUR POLICE TRANSFER : इंस्पेक्टर-सब इंस्पेक्टर सहित 53 पुलिसकर्मियों के तबादले…देखें LIST

बिलासपुर, 14 दिसंबर। BILASPUR POLICE TRANSFER : छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही पुलिसिंग में कसावट लाने की कवायद शुरू हो गई है। प्रदेश के कई जिलों में पुलिसकर्मियों के तबादले किये जा रहे है। बीते दिनों कोरबा, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार में कई थाना प्रभारियों समेत कई पुलिस पुलिस कर्मियों का तबादला के आदेश जारी हुआ था। इसी कड़ी में आज न्यायधानी बिलासपुर में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बड़ी संख्या में पुलिस कर्मचारियों के तबादले का आदेश और नामों की लिस्ट जारी की है, जिसमें निरीक्षक से लेकर आरक्षक तक के कर्मचारियों के नाम शामिल है। इस आदेश में कई थाना प्रभारियों को भी इधर से उधर किया गया है।

CG Supplementary Budget: The first supplementary budget of Vishnudev Sai government is worth Rs 3 thousand crores. See the provision of spending where and how much amount.
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CM Vishnu Cabinet : कैबिनेट का इंतजार खत्म…! PM Modi ने मंत्रियों के नामों को दी हरी झंडी

रायपुर, 14 दिसंबर। CM Vishnu Cabinet : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। प्रदेश में अब साय कैबिनेट के भावी मंत्रियों के नाम पर चर्चाएं शुरू हो गई है। राजभवन के सूत्रों के मुताबिक काफी मंथन व सुझावों के बाद प्रधानमंत्री ने बंद लिफाफे में मंत्रियों के नाम को हरी झंडी दे दी है। नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 16 दिसंबर या इससे पहले हो सकता है,क्योंकि 16 दिसंबर शाम चार बजे से खरमास लग रहा है। मान्यता है कि इस दिन से शुभ काम नहीं होते हैं। भाजपा सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह इससे पहले हो सकता है। बुधवार को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के बाद अब केबिनेट मंत्रियों के नामों पर चर्चाएं शुरू हो चुकी है। राजभवन के सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन दिल्ली रवाना हो चुके हैं। वे 16 दिसंबर को लौटेंगे। इसके बाद ही शपथ ग्रहण समारोह होगा। अब शपथ ग्रहण करवाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। मंत्रियों का शपथ ग्रहण अचानक टला 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के आमंत्रण पत्र में मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण का जिक्र किया गया था,लेकिन मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण नहीं हुआ। इस पर कई कयास लगाएं जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने प्रोटोकाल के तहत सभा स्थल पर मंत्रियों के लिए गाड़ियां खड़ी करवा दी थी,लेकिन छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल की जो लिस्ट बनाई गई थी। उसे दिल्ली से स्वीकृति नहीं मिली,लिहाजा एक नई लिस्ट तैयार की गई है। सभा स्थल पर तीन अलग-अलग मंच बनाएं गए थे। एक मंच में सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा दो मंचों पर वीवीआइपी की व्यवस्था थी। इन्हीं वीवीआइपी मंचों पर मंत्रियों को बिठाया जाना था। मंत्रिमंडल में इन्हें मिल सकती है जगह भाजपा के मंत्रिमंडल में पांचों संभागों का प्रतिनिधित्व देखा जाएगा, जिसमें रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा, बस्तर व दुर्ग शामिल हैं। संभावित कैबिनेट मंत्रियों में बृजमोहन अग्रवाल, ओपी चौधरी, राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, रेणुका सिंह, पुन्नूलाल मोहले, अजय चंद्राकर, विक्रम उसेंडी, केदार कश्यप, रामविचार नेताम और धरमलाल कौशिक (CM Vishnu Cabinet) को जगह मिल सकती है।

Cabinet Breaking: CM Vishnu Dev's first cabinet in a while...! From now on, meetings will be held in the Ministry and not in the CM House...these announcements will be approved...see VIDEO
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Cabinet Breaking : सीएम विष्णु देव की पहली कैबिनेट थोड़ी देर में…! अब से CM House में नहीं मंत्रालय में होगी बैठकें…इन घोषणाओं को दी जाएगी मंजूरी…देखें VIDEO

रायपुर, 13 दिसंबर। CM Cabinet Breaking : शपथ ग्रहण के बाद मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय अपने दोनों डिप्‍टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा के साथ आज मंत्रालय पहुंचे। जहां उन्‍होंने विधिवत पूजा अर्चना के बाद पदभार ग्रहण किया। सीएम और दोनों डिप्‍टी सीएम के मंत्रालय पहुंचने के साथ ही कैबिनेट की बैठक की संभावना जताई जाने लगी, लेकिन कैबिनेट की बैठक कल होगी। मंत्रालय से निकलते हुए सीएम विष्‍णु देव ने मीडिया के सामने जनता सहित सभी का आभार जताया। सीएम ने बताया कि मंत्रालय में पूजा अर्चना किया। कल कैबिनेट की बैठक होगी। आज सेक्रेटरी की परिचयात्मक बैठक ली। आज कोई निर्णय नहीं लिया है। इधर, सीएम विष्‍णुदेव और दोनों डिप्‍टी सीएम के मंत्रालय पहुंचे। आज राज्‍य कैबिनेट की बैठक होगी। यह बैठक मंत्रालय में होगी। अफसरों के अनुसार कोरोनाकाल के बाद कल (14 दिसंबर) पहली बार मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक होगी। नए मुख्यमंत्री ने कहा, “हम इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं। आज कोई निर्णय नहीं लिया गया। बृहस्पतिवार को मंत्रिमंडल की बैठक होगी। कल सभी विभागों के सचिवों के साथ एक परिचयात्मक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। इसके बाद एक प्रेस वार्ता की जाएगी।” बैठक में प्राथमिकता के आधार पर लिए जा सकने वाले फैसलों के बारे में पूछे जाने पर साय ने कहा, हम इस पर मंत्रिमंडल में चर्चा करेंगे। हालांकि, आप सभी जानते हैं कि हमारे चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों की ‘मोदी की गारंटी’ क्या है। इस पर कैबिनेट में चर्चा होगी और प्राथमिकताएं तय की जाएंगी। भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद साय ने कहा था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के लिए 18 लाख मकानों को मंजूरी देना पहला काम होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि 25 दिसंबर को, छत्तीसगढ़ राज्य के संस्थापक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर, दो साल के लिए धान खरीद का बोनस, जो पिछली भाजपा सरकार (2013-2018) के दौरान लंबित था, किसानों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि मोदी जी की सारी गारंटी, हमारे चुनावी वादे अगले पांच साल में पूरे हो जाएंगे। पूर्व सरकार अपने बंगले से ही करते थे सरकारी कामकाज बता दें कि 2018 में भूपेश बघेल ने दो मंत्रियों टीएस सिंहदेव और ताम्रध्‍वज साहू के साथ 17 दिसंबर को शपथ ग्रहण के बाद मंत्रालय पहुंचे थे। उसी दिन राज्‍य कैबिनेट की पहली बैठक हुई थी। इसके बाद देश में कोरोना वयारस का संक्रमण फैल गया और ज्‍यादातर काम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्‍यम से ऑनलाइन होने लगे। कोरोना के दौर में कैबिनेट की बैठक भी ऑनलाइन हुई। इस दौरान मुख्‍यमंत्री के साथ ही अधिकांश मंत्री सरकारी कामकाज अपने बंगले से ही करने लगे। कोरोना वायरस का संक्रमण खत्‍म होने के बाद भी मंत्रालय का कामकाज मंत्रियों के बंगले से ही चलता रहा। कैबिनेट की बैठक ऑफलाइन होने लगी, लेकिन 2019 के बाद की सभी बैठक मुख्‍यमंत्री के निवास कार्यालय में ही हुई। कुछ गिने चुने मंत्रियों को छोड़कर कोई भी मंत्री मंत्रालय नहीं जाता था। यही वजह है कि सीएम अपने दोनों डिप्‍टी सीएम के साथ आज मंत्रालय पहुंचे और कल कैबिनेट की बैठक भी मंत्रालय (Cabinet Breaking) में प्रस्‍तावित होने की जानकारी दी।

CM Oath Ceremony: During the oath taking ceremony in Chhattisgarh, when the PM started moving the table on the stage...! Watch the reaction here VIDEO
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CM Oath Ceremony : छत्तीसगढ़ में शपथ ग्रहण समारोह में जब PM मोदी मंच पर टेबल सरकाने लगे…! लोगों का रिएक्शन यहां देखें VIDEO

रायपुर, 13 दिसंबर। CM Oath Ceremony : विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान मंच पर पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई दिग्गज नेता मौजूद थे। तभी मंच पर पीएम मोदी अचानक मेज सरकाने लगे। वे टेबल को उठाकर राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन के सामने खुद ही शिफ्ट करने लगे। यह देखने के बाद मंच पर मौजूद सभी नेता पीएम मोदी की मदद करने के लिए दौड़ पड़े। पीएम मोदी के टेबल सरकाने पर वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। हालांकि बाकी नेताओं ने भी टेबल को शिफ्ट करने में पीएम मोदी की मदद की। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। हर एक वर्ग हुआ मुरीद लोगों को यह वीडियो काफी पसंद आया है। वे पीएम मोदी की सादगी की तारीफ कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि छोटी सी बात भी बहुत मायने रखती है। बस यही छोटी छोटी बातें तो इनको हर एक वर्ग का मुरीद बना देती है…इस सादगी और शालीनता को सलाम। भास्कर नाम के यूजर ने लिखा है कि वे सबसे पहले एक कार्यकर्ता थे। ये उनकी पुराना आदत है। बता दें कि आज विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ ली। वहीं अरुण साव और विजय शर्मा उपमुख्यमंत्री बने हैं। दरअसल, यह पहला मौका है जब राज्य में मुख्यमंत्री को सहयोग करने के लिए दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने साइंस कॉलेज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान साय और दोनों उपमुख्यमंत्रियों को शपथ दिलाई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। भाजपा ने रविवार को प्रमुख आदिवासी नेता साय को छत्तीसगढ़ के नये मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया था। साय प्रदेश के चौथे मुख्यमंत्री हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री साय छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सरगुजा संभाग से 14 सीटों हासिल की जीत राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में सरगुजा संभाग के कुनकुरी विधानसभा सीट से जीत हासिल की। इस क्षेत्र की सभी 14 सीटों पर अब भाजपा का कब्जा है। साय के साथ शपथ लेने वाले उपमुख्यमंत्री अरुण साव (54) प्रभावशाली साहू ओबीसी समुदाय से आते हैं और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। अधिवक्ता से नेता बने साव ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी थानेश्वर साहू को लोरमी सीट से 45,891 वोटों से हराया है। अन्य उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा (50) ब्राह्मण समुदाय से हैं। वह राज्य में भाजपा के महामंत्री हैं। हिंदुत्व के मुखर समर्थक शर्मा (CM Oath Ceremony) ने कवर्धा निर्वाचन क्षेत्र में प्रभावशाली कांग्रेस नेता और निवर्तमान मंत्री मोहम्मद अकबर को 39,592 वोटों से हराया है।

Reply to Notice: Jupiter replied to the notice...! 5 points in a 3 page letter...count one by one the mistakes of the former deputy CM and state in-charge...see that LETTER
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Reply to Notice : बृहस्पत ने दिया नोटिस का जवाब…! 3 पेज के पत्र में 5 बिंदु…एक-एक कर गिनाएं पूर्व डिप्टी सीएम और प्रदेश प्रभारी की गलतियां…देखें वह LETTER

रायपुर, 13 दिसंबर। Reply to Notice : पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के धुर विरोधी रहे पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने पीसीसी चीफ दीपक बैज के नोटिस का जवाब दिया है। बृहस्पत ने पीसीसी चीफ बैज को नोटिस का जवाब भेज दिया है। उन्होंने तीन पन्नों में 5 बिंदुओं में विस्तृत जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने चुनाव में हार के लिए प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि शैलजा ने छत्तीसगढ़ की राजनीति से हाईकमान को अंधेरे में रखा। आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस की बड़ी हार के लिए पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने टीएस सिंह देव को पार्टी से निकालने और प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को पद से हटाने की मांग की। साथ ही कुमारी शैलजा पर आरोप लगाया कि वे प्रभावशाली नेताओं के हाथों बिक गई है।

CM Take Oath: Governor Vishwabhushan Harichandan administered the oath of office and secrecy to Chief Minister Vishnudev Sai.
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CM Take Oath : राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ

रायपुर, 13 दिसंबर। CM Take Oath : छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शपथ ले ली है. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत केंद्रीय नेता, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रदेश के वरिष्ठ और दिग्गज नेता उपस्थित रहे. कौन हैं विष्णुदेव साय ? विष्णुदेव साय (Vishnu deo Sai) का जन्म 21 फवरी 1964 में जशपुर जिले के बगिया गांव में एक किसान परिवार में हुआ था. उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई कुनकुरी स्थित लोयोला हायर सेकेंडरी स्कूल से की है. उनका एक बेटा और दो बेटियां है. विष्णुदेव साय ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच के रूप में की थी. विष्णुदेव साय कुनकुरी विधानसभा से निर्वाचित हुए हैं. वे आदिवासी समुदाय से आते हैं. विष्णुदेव साय 2020 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं. इतना ही नहीं साय की गिनती संघ के करीबी नेताओं में होती है. वह रमन सिंह के भी करीबी हैं. साल 1999 से 2014 तक वह रायगढ़ से सांसद रहे हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में साय को केंद्र में मंत्री बनाया गया, जिसके बाद इन्होंने संगठन पद से इस्तीफा दे दिया था. जानिए Vishnu Dev Sai का राजनीतिक सफर विष्णुदेव साय (Vishnu deo Sai) ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच के रूप में की थी. इसके बाद 1990 में निर्विरोध सरपंच चुने गए. 1990 में उन्होंने पहली बार जिले के तपकरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीतकर अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक बने. 1999 से 2014 तक लगातार तीन बार रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए. 2014 में भी उन्होंने सांसद चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार में इन्हें केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री का उत्तरदायित्व दिया गया था. साय को संगठन में काम करने का भी लंबा अनुभव है. पार्टी ने उन्हें 2006 और 2020 में दो बार प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा. वर्तमान में विष्णुदेव साय भाजपा के राष्ट्रीय कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य हैं. दादा और दो भाई भी रह चुके हैं विधायक विष्णुदेव के दादा (Vishnu deo Sai) स्व. बुधनाथ साय 1947-1952 तक विधायक मनोनीत हुए. जनसंघ के समय विष्णुदेव के बड़े पिताजी स्व. नरहरि प्रसाद साय सन् 1962-1967 तक लैलूंगा विधानसभा से विधायक रहे. 1972-1977 तक बगीचा विधानसभा से विधायक रहे. 1967 से 1979 तक सांसद व केंद्रीय मंत्री रहे. बड़े पिताजी स्व. केदारनाथ 1967-1972 तक तपकरा विधानसभा से विधायक रहे.