ACB EOW Joint Action Breaking

CG CM Cabinet: 11 out of 12 ministers of Sai Cabinet are 'crorepati'...! Most of them are farmers...the youngest and richest ministers...? see here
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CM Cabinet : साय के कैबिनेट में ‘सरगुजा’ का दबदबा…! 1st Time ये 5 विधायक होंगे शामिल

रायपुर, 22 दिसंबर। CM Cabinet : छत्तीसगढ़ में साय कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह कल राजभवन में होगा। कार्यक्रम में 9 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। मंत्रिमंडल में बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, केदार कश्यप, दयालदास बघेल, लखन देवांगन, श्याम बिहारी जयसवाल, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा और लक्ष्मी रजवाड़े शपथ लेंगे। जल्द ही विभागों का बंटवारा हो सकता है। सीएम समेत 3 MLA सरगुजा संभाग से आए विष्‍णुदेव कैबिनेट में सरगुजा संभाग का दबदबा रहेगा। मुख्‍यमंत्री स्‍वयं इसी संभाग से चुनाव जीतकर आए हैं। मंत्री बनाए जा रहे राम विचार नेताम, श्‍याम बिहार जायसवाल और लक्ष्‍मी राजवाड़े भी सरगुजा संभाग से हैं। बिलासपुर संभाग से दो मंत्री बनाए गए हैं। लखनलाल देवांगन और ओपी चौधरी शामिल हैं। रायपुर संभाग से भी दो मंंत्री शामिल किए गए हैं इनमें बृजमोहन अग्रवाल और टंक राम वर्मा शामिल हैं। दुर्ग और बस्‍तर संभाग से एक-एक मंत्री (Vishnu Deo Sai Cabinet) बनाए गए हैं। कौन कहां से है विधायक रायपुर दक्षिण से विधायक बृजमोहन अग्रवाल 8 बार के विधायक हैं। अविभाजित मध्यप्रदेश में पटवा सरकार में मंत्री रहे हैं।रमन सरकार के तीनों कार्यकाल में मंत्री रहे हैं। रायगढ़ से विधायक ओपी चौधरी पहली बार के विधायक हैं। कलेक्टर रह चुके हैं, रिटायर्ड आईएएस हैं। अमित शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान बड़ा आदमी बनाने की बात कही थी। वहीं बलौदाबाजार से विधायक टंकराम वर्मा पहली बार के विधायक हैं। मनेन्द्रगढ़ से विधायक श्यामबिहारी जायसवाल दूसरी बार के विधायक हैं। भटगांव से विधायक लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार की विधायक हैं, जिन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। नवागढ़ से विधायक दयालदास बघेल 4 बार के विधायक रमन सरकार में मंत्री रहे हैं। कोरबा से विधायक लखन देवांगन दूसरी बार के विधायक हैं, लखन देवांगन कोरबा के महापौर भी रह चुके हैं। नारायणपुर से विधायक केदार कश्यप चौथी बार के विधायक हैं, रमन सरकार में मंत्री रहे हैं। रामानुजगंज से विधायक रामविचार नेताम 6 बार के विधायक हैं। रमन सरकार में मंत्री रहे हैं। राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं, जिन्हें कल मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। पहली बार वाले 5 विधायक होंगे कैबिनेट में शामिल विष्‍णु कैबिनेट में शामिल होने वाले 9 नए मंत्रियों (CM Cabinet) में 3 पहली बार के विधायक हैं। इनमें ओपी चौधरी, लक्ष्‍मी राजवाड़े और टंक राम वर्मा शामिल हैं। इसके साथ ही मंत्रिमंडल में पहली बार वाले विधायकों की संख्‍या बढ़कर पांच हो गई है। दोनों डिप्‍टी सीएम भी पहली बार के विधायक हैं।

CM Vishnu Cabinet: For the first time in the history of Chhattisgarh...! CM Cabinet's decision not taken even after a long time
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CM Vishnu Cabinet : छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार…! लंबा समय बीतने के बाद भी नहीं हुआ CM कैबिनेट का फैसला

रायपुर, 20 दिसंबर। CM Vishnu Cabinet : छत्‍तीसगढ़ के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जिसमें मंत्रिमंडल बनाने में सरकार को इतना लंबा समय लग रहा है। इससे पहले 2018 में मंत्रिमंडल के विस्‍तार में थोड़ा वक्‍त लगा था। 2018 में 11 दिसंबर को चुनाव परिणाम आया था। 17 दिसंबर को मुख्‍यमंत्री चुने गए भूपेश बघेल अपने दो मंत्रियों टीएस सिंहदेव और ताम्रध्‍वज साहू के साथ शपथ लिए थे, लेकिन महज हफ्तेभर में यानि 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्‍तार करते हुए 9 मंत्रियों को शपथ दिलाया। गौरतलब है कि, छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव परिणाम जारी हुए करीब 13 दिन का वक्‍त गुजर चुका है। भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है, सरकार बनाने के लिए किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है न ही पार्टी में कहीं कोई बगावत है, बावजूद मंत्रिमंडल गठन को लेकट लगातार सस्‍पेंस बना हुआ है। भाजपा के पास 54 न सिर्फ विधायक हैं, बल्कि इनमें तो दर्जनभर से ज्‍यादा वरिष्‍ठ विधायक हैं। पहली बार बीजेपी को मुख्‍यमंत्री का नाम तय करने में कई दिन लगे। लेटलतीफ का आलम ये है कि सीएम के बाद डिप्‍टी सीएम बनाने को लेकर सस्‍पेंस बना रहा। 13 दिसंबर, जिस दिन शपथ ग्रहण होना था उस दिन सुबह तक किसी को यह पता नहीं था कि सीएम विष्‍णुदेव साय के साथ डिप्‍टी सीएम भी शपथ लेंगे। एन वक्‍त पर दोनों डिप्‍टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा की कुर्सी का स्‍थान बदला गया। सीएम और डिप्‍टी सीएम को शपथ लिए भी करीब सप्‍ताहभर हो गया, लेकिन मंत्रिमंडल का अब तक अता पता नहीं है। मंत्रिमंडल (CM Vishnu Cabinet) को लेकर केवल अटकलों का दौर चल रहा है। बड़े-बड़े मीडिया समूह भी मंत्रिमंडल को लेकर केवल संभावना जता रहे हैं।

BIG Road Accident: Big news...! Uncontrolled car collides with boundary wall...Death of Deputy Sarpanch and Patwari husband on the spot VIDEO
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Financial Challenge : बड़ी खबर…! 38 विभागों के खजाने पर भारी संकट…इन योजनाओं पर लगी वित्तीय रोक…देखें

भोपाल, 18 दिसंबर। Financial Challenge : मध्य प्रदेश में नई सरकार के खजाने पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है। वित्तीय चुनौती के बीच राज्य सरकार पर 3 लाख 31 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। हालांकि, राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति ऐसी है कि वह अभी भी 15 हजार करोड़ रुपये का कर्ज ले सकती है, लेकिन कोशिश यही होगा कि अपने वित्तीय संसाधनों को बढ़ाने की होगी। इसके लिए वित्त विभाग ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि राजस्व वसूली का निर्धारित लक्ष्य हर हाल में पूरा किया जाये। इस बीच नई सरकार ने 38 विभागों की योजनाओं पर वित्तीय रोक लगा दी है। वित्त विभाग ने विभागों की योजनाओं में राशि खर्च करने पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है। इसमें नगरीय प्रशासन विभाग की महाकाल परिसर विकास योजना, मेट्रो ट्रेन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा संचालित तीर्थ दर्शन योजना भी शामिल है। इसके अलावा अपंजीकृत निर्माण श्रमिकों को अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि देने की योजना भी समाप्त कर दी गयी है। इन योजनाओं पर रोक गृह विभाग के अंतर्गत थानों के सुदृढ़ीकरण, परिवहन विभाग की ग्रामीण परिवहन नीति के क्रियान्वयन, खेल विभाग के खेलो इंडिया एमपी, सहकारिता विभाग की मुख्यमंत्री ऋण समाधान योजना, लोक निर्माण विभाग की विभागीय संपत्तियों के संधारण, स्कूल शिक्षा विभाग की नि:शुल्क पाठ्य सामग्री के प्रदाय, प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लेपटाप प्रदाय, एनसीसी के विकास एवं सुदृढीकरण, जनजातीय कार्य विभाग टंट्या भील मंदिर के जीणोद्धार, उच्च शिक्षा विभाग की योजना, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के नए आईटी पार्क की स्थापना, विमानन विभाग की भू- अर्जन के लिए मुआवजा, ग्रामीण विकास विभाग की पीएम सड़क योजना में निर्मित सड़कों का नवीनीकरण और महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भवन निर्माण सहित अन्य योजनाओं में व्यय बिना वित्त विभाग की अनुमति के नहीं किया जा सकेगा। मध्य प्रदेश के अपंजीकृत निर्माण मजदूरों को अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि नहीं दी जाएगी। अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि योजना बंद नई राज्य सरकार (Financial Challenge) ने 9 साल पहले शिवराज सरकार के समय बनाई योजना, जिसमें अपंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए उनकी दुर्घटना में मृत्यु पर तीन हजार रुपये अंत्येष्टि सहायता एवं एक लाख रुपये अनुग्रह राशि देने का प्रविधान था, इसे भी बंद कर दिया है। 13 जनवरी 2017 में इस योजना में बदलाव कर प्रविधान किया गया था कि दुर्घटना में मृत्यु होने पर चार लाख रुपये एवं दुर्घटना में स्थाई अपंगता आने पर दो लाख रुपये अनुग्रह राशि दी जाएगी। अब यह योजना पूरी तरह बंद कर दी गई है।

CG Assembly: Notification of budget session released...read notification of Assembly Secretariat
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4th Assembly : छत्तीसगढ़ के चौथे विधानसभा सत्र में अब नहीं दिखेंगे ‘कांग्रेस के ये धुरंधर’…उनकी जगह लेंगे ये फ्रेश चेहरे

रायपुर, 18 दिसंबर। 4th Assembly : छत्तीसगढ़ की चौथी विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार यानी 19 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। 22 दिसंबर तक चलने वाले इस चार दिवसीय सत्र में नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलवाई जायेगी। सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम 90 विधायक गणों को शपथ दिलवाएंगे। इसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इसके बाद नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को शपथ दिलवाई जायेगी। इस बार का सत्र पहले से विशेष है, क्योंकि पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, रविंद्र चौबे, मो. अकबर सहित कई चर्चित चेहरे इस बार चुनाव हारने के चलते यहां नहीं दिखाई देंगे। इसके साथ ही इस बार बिलकुल फ्रेश चेहरा ईश्वर साहू जैसे कुछ नाम ऐसे हैं जो पहली बार विधायक के तौर पर यहां एंट्री लेंगे। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 35 विधायक जीते हैं, जिनमें से 14 विधायक पहली बार विधायक बने हैं, बाकी 21 में आधे से ज्‍यादा दूसरी बार विधायक बने हैं। जिनमें कुछ ही विधायक सीनियर हैं। ऐसे में पार्टी को ऐसे चेहरे की जरुरत होगी जो शुरुआत से ही एग्रेसिव हो क्योंकि आने वाले कुछ समय में 2024 के लोकसभा चुनाव होने हैं, जिसमें कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। इसका पता तो तब चलेगा जब विधानसभा सत्र शुरू होगा। सियासी पिच पर कांग्रेस के ये दिग्गज ‘क्लीन बोल्ड’ प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने पाटन की अपनी सीट जीत ली है। उन्होंने अपने प्रतिद्विंदी बीजेपी के विजय बघेल को 19,700 से अधिक मतों के अंतर से मात दी। वहीं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के टीएस सिंहदेव ने अंबिकापुर सीट से बीजेपी के राजेश अग्रवाल से लगभग 7 हज़ार वोटों से हार गए हैं। बीजेपी के मुख्यमंत्री रह चुके डॉक्टर रमन सिंह राजनंदगांव सीट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने 45 हज़ार से अधिक वोटों से कांग्रेस के गिरीश देवांगन को हराया। दंतेवाड़ा सीट पर कांग्रेस के छवीन्द्र कर्मा को बीजेपी के चैतराम अटामी ने 16,800 से अधिक वोटों से हरा दिया है। चैतराम पहली बार विधायकी के चुनाव में उतरे हैं। चित्रकूट सीट पर कांग्रेस के दीपक कुमार बैज क़रीब 8 हज़ार वोटों से अंतर से बीजेपी प्रत्याशी विनायक गोयल से हार गए हैं। कांकेर सीट पर मतों का अंतर बेहद कम रहा। केवल 16 मतों के अंतर से बीजेपी के आशा राम नेताम ने कांग्रेस के शंकर ध्रुवा को हराया है। प्रदेश की कवर्धा सीट से बीजेपी के विजय शर्मा ने जीत हासिल की है। उन्होंने 39 हज़ार वोटों के अंतर से कांग्रेस के अकबर भाई को हरा दिया है। BJP के ये नए चेहरे पहली बार जाएंगे विधानसभा बीजेपी से ये नए चेहरे पहली बार विधानसभा जाएंगे, जिसमें लोरमी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई है। लोरमी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई है। BJP प्रत्याशी अरुण साव ने 39 हजार से ज्यादा बहुमत दर्ज कर जीत हासिल की है। रायपुर ग्रामीण विधानसभा से जीतने वाले मोतीलाल साहू ने 35 हजार से ज्यादा मतों के बड़े अंतर से विजय हासिल कर एक तरह से चौंकाया है। भाजपा उम्मीदवार इंद्र कुमार ने कांग्रेस के पांच बार के विधायक धनेंद्र साहू को 15 हजार से ज्यादा मतों से मात दी है। हालांकि इस हार के बाद धनेंद्र साहू ने ईवीएम पर संदेह जताया है। राजिम सीट से कांग्रेस के विधायक अमितेश शुक्ल मैदान में थे। इस सीट से उनके पिता और दादा जीतकर सीएम बन चुके हैं। लेकिन आज उनके बेटे और पोते अमितेश शुक्ल यहां से हार गए। युवा बीजेपी प्रत्याशी रोहित साहू ने कांग्रेस के इस दिग्गज नेता को 11911 वोटो से करारी शिकस्त दी। बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी दीपेश साहू ने जीत दर्ज किया है। दीपेश ने कांग्रेस के आशीष छाबड़ा को 9 हजार से अधिक वोट से हराया। सबसे ज्यादा हैरान करने वाले नतीजे साजा में देखने को मिले हैं। यहां से बीजेपी प्रत्याशी ईश्वर साहू का सामना 7 बार विधायक रह चुके रविंद्र चौबे से था। बीजेपी की तरफ से ईश्वर साहू ने 5 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की। ईश्वर को यहां 1,01,789 वोट मिले, जबकि रविंद्र चौबे 96,593 वोटों पर ही सिमट गए। दोनों के बीच 5196 वोटों का अंतर रहा। डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को बड़ी जीत हासिल हुई है। प्रत्याशी दलेश्वर साहू ने 2000 बहुमत दर्ज कर जीत हासिल की है। खुज्जी विधानसभा सीट से कांग्रेस के भोलाराम साहू ने 26242 वोटों से बीजेपी से गीता घासी साहू को हराया है। खुज्जी विधानसभा क्षेत्र वनांचल क्षेत्र है। यहां के अधिकतर आबादी वनांचल क्षेत्रों में निवास करती है। ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र होने के कारण यहां विधानसभा क्षेत्र और खास हो जाता है। लगातार कांग्रेस का कब्जा इस विधानसभा सीट में रहा है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 46 भाटापारा के लगभग ढाई लाख मतदाता में से 190929 मतदाताओं ने अपना मत का उपयोग करते हुए भाटापारा के लिए इंद्र साव के रूप में नया विधायक चुन लिया गया है। भाटापारा हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रहा है और जब भी कांग्रेस से बागी उम्मीदवार रहा तब तब भाजपा को फायदा होता रहा है लेकिन इस बार कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर रही जिसका फायदा कांग्रेस को हुआ। कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी इंद्र साव ने 11,316 मतों से जीत हासिल की। कसडोल से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार संदीप साहू का मुकाबला बीजेपी के धनीराम धीवर से था। जिसमें कांग्रेस ने 33765 वोटों से जीत हासिल की। धमतरी से कांग्रेस के ओंकार साहू को 87900 वोट मिले जबकि भाजपा की रंजना साहू को 85256 वोट मिले। इस तरह 2644 वोटों से कांग्रेस ने की जीत हासिल की है। सक्ती जिले में जैजैपुर विधानसभा सीट पड़ती है। जैजैपुर सीट से बीजेपी की तरफ से कृष्ण कांत चंद्रा और कांग्रेस की तरफ से बालेश्वर साहू उम्मीदवार थे। कांग्रेस उम्मीदवार बालेश्वर साहू ने 76747 वोटों से जीत दर्ज की वहीं, बीजेपी उम्मीदवार कृष्णकांत चंद्रा केवल 50825 वोट ही हासिल (4th Assembly) कर पाए।

Big Decision: The state government has taken a big decision...! Appointments of corporation boards cancelled...see order
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Youth Congress : गांधी मैदान क्षेत्र से ‘कांग्रेस नेता’ की काटी जेब…ब्लेड से जेब काटकर ले गए 40 हजार

पटना, 17 दिसंबर। Youth Congress : गांधी मैदान थाना क्षेत्र में रविवार की सुबह ऑटो सवार कांग्रेस नेता करण कुमार उर्फ पप्पू की जेब काट कर उचक्कों ने 40 हजार रुपये निकाल लिए। इसके बाद उन्हें जमाल रोड पर छोड़कर भाग गए। कुछ देर बाद पप्पू को पता चला कि उनकी जेब ब्लेड से काट दी गई है। इसके बाद वे आवेदन लेकर थाने पहुंचे। हालांकि, काफी मिन्नत करने के बाद भी ओडी अफसर कुर्सी से टस से मस नहीं हुआ। उसने आवेदन तो दे दिया, मगर पावती नहीं दी। मामला वरीय अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद पुलिस हरकत में आई।थानेदार अरुण कुमार ने कहा कि प्राथमिकी कर ली गई है। ऑटो की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव हैं पीड़ित अररिया जिले के फारबिसगंज निवासी करण कुमार उर्फ पप्पू यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव हैं। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए वे बस से रविवार की सुबह पांच बजे बांकीपुर सरकारी स्टैंड पहुंचे थे। इसके बाद वे कॉफी पीने लगे। तभी ऑटो सवार एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कहां जाना है? जवाब में उन्होंने होटल गली जाने की बात कही। इस पर ऑटो चालक तैयार हो गया। चेकिंग का हवाला देकर ऑटो से उतारा वाहन पर चालक के अलावा दो और सवारी बैठे थे। उन्हें बीच में बिठाया और जमाल रोड पहुंचने पर एक सवारी ने ओवरलोड वाहनों की चेकिंग का हवाला देकर ऑटो रुकवा दिया। इसके बाद उन्होंने जिद करके पप्पू को वहीं उतार दिया और ऑटो लेकर भाग गए। पप्पू ने जब पैंट की दाहिनी जेब में हाथ डाला तो आर-पार हो गया। तब उन्हें चोरी का पता चला।

CG Supplementary Budget: The first supplementary budget of Vishnudev Sai government is worth Rs 3 thousand crores. See the provision of spending where and how much amount.
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Modi ki Guarantee : CM के निर्देश…! विभाग ने 100 दिनों में पूरा होने वाली घोषणाओं की मांगी लिस्ट देखें

रायपुर, 17 दिसंबर। Modi ki Guarantee : मोदी की गारंटी को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब विभाग भी हरकत में आ गया है। चीफ सिकरेट्री के निर्देश के बाद अब विभागों ने उन घोषणाओं को प्राथमिकताओं की सूची में रखना शुरू कर दिया है, जो काम 100 के भीतर पूरे हो सकें। दरअसल चीफ सेकरेट्री कार्यालय से नोटशीट जारी हुई थी, जिसके बाद अब विभागों से भी घोषणा पत्र के बिंदुओं के क्रियान्वयन के संदर्भ में निर्देश जारी होने लगा है। विभाग की तैयारी शुरू जानकारी के मुताबिक घोषणा पत्र के बिंदुओं पर अमल के लिए राज्य सरकार ने समयबद्ध क्रियान्वय की योजना तैयार की है। जिसके तहत उन घोषणाओं को सबसे ऊपर रखा गया है, जिस पर वित्तीय बोझ कम आये और 100 दिनों में उसका क्रियान्वयन किया जा सके। विभागों को मोदी की गारंटी वाली घोषणाओं की प्रति भी उपलब्ध करायी गयी है, ताकि उन घोषणाओं के आधार पर विभागों से सूची आ सके। आपको बता दें कि पहली कैबिनेट के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरूण साव और विजय शर्मा ने चीफ सिकरेट्री अमिताभ जैन को मोदी की गारंटी की कॉपी सौंपी थी और घोषणा पत्र के क्रियान्वयन को लेकर निर्देश दिया था। जिसके बाद उसी दिन 14 दिसंबर को चीफ सिकरेट्री ने नोटशीट साइन कर सभी विभागों को निर्देश दिया कि वो 100 दिनों के भीतर पूर्ण होने वाले घोषणाओं की सूची उन्हें उपलब्ध करायें। दरअसल मार्च में प्रदेश में लोकसभा चुनाव को मद्देनजर आचार संहिता लग सकती है, लिहाजा राज्य सरकार की मंशा ये है कि लोकसभा चुनाव के पूर्व जितनी घोषणाएं पूर्ण हो सकती है, उसका क्रियान्वयन तत्काल (Modi ki Guarantee) करा लिया जाये। घोषणा पत्र में खास पॉइंट एक लाख सरकारी नौकरीधान का 3100 रुपये समर्थन मूल्‍यप्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदीभूमिहीन मजदूरों को 10 हजार रुपये हर साल।महतारी वंदन योजना के तहत हर वर्ष 12 हजार रुपये दिया जाएगा।गरीब महिलाओं को 500 रुपये में मिलेगा सिलेंडर18 लाख घर गरीबों के लिए मकान बनाए जाएंगेतेंदूपत्‍ता संग्रहण 5100 रुपये प्रति मानक बोराधान की राशि एकमुश्‍त दी जाएगी।आयुष्‍मान भारत योजना के तहत 10 लाख इलाज मुफ्त इलाजपीएम जन औषधी केंद्र 500 नए केंद्र खोले जाएंगेबीपीएल परिवार में बेटी के जन्‍म पर 1.50 लाख रुपयेभर्ती घोटलों का जांच करेंगेयुवाओं नया उद्योग स्‍थापित करेंगे उन्‍हें 50 प्रतिशत सब्सिडी के साथ ब्‍याज मुक्‍त राशि दी जाएगीतेंदूपत्‍ता संग्रहकों के लिए चरण पादुका फिर से दिया जाएगा।पीएससी की परीक्षाओं में परदर्शिता लाया जाएगा।हर घर निर्मल जल योजना के तहत जल पहुंचाया जाएगा।एम्‍स के तर्ज पर सिम्‍स की स्‍थापना हर संभाग में की जाएगी।इंजीनियरिंग कॉलेज भी खोले जाएंगेकॉलेज आनेजान के लिए नगद (BJP Manifesto) मासिक भत्‍ताराम लला दर्शन योजना के तहत राज्‍य के लोगों को अयोध्‍या दर्शन कराया जाएगा।इन्‍वेस्‍ट छत्‍तीसगढ़ योजना शुरू की जाएगी। इससे निवेश को प्रोत्‍साहित किया जाएगा।

Assembly Election Breaking: There was a stir in Congress...! Kamal Nath removed...Jitu Patwari became the new president...this leader of opposition
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Assembly Election Breaking : कांग्रेस में मची हलचल…! कमलनाथ को हटाया…जीतू पटवारी बने नए अध्यक्ष…ये नेता प्रतिपक्ष

नई दिल्ली, 16 दिसंबर। Assembly Election Breaking : विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस में हलचल मची है। कांग्रेस ने बड़ा फैसला लेते हुए कमल नाथ को मध्य प्रदेश के अध्यक्ष पद से हटा दिया है। कमल नाथ पर हार की गाज गिरी है। वहीं, कमलनाथ को हटाकर जीतू पटवारी को मध्य प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस ने हालिया विधानसभा चुनाव में हार के बाद अपनी मध्य प्रदेश इकाई में बड़ा बदलाव किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के स्थान पर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को राज्य इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पूर्व मंत्री उमंग सिंघार को मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल का नेता और हेमंत कटारे को उपनेता नियुक्त किया गया है। माना जा रहा है कि ये कमल नाथ के लिए बड़ा झटका भी है। कमल नाथ मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने सबसे वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में चरणदास महंत को विधायक दल का नियुक्त किया है। वह पिछली विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष थे। वेणुगोपाल के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को पद पर बनाए रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। हाल ही में हुए इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly Election Breaking) में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।

Congress Problems Increased: Big news...! Former MLA Mohit Kerketta resigned...said- Deepak Baij's job of contesting elections...? See Letter
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Congress Problems Increased : बड़ी खबर…! पूर्व MLA मोहित केरकेट्टा ने दिया इस्तीफा…बोले- दीपक बैज को चुनाव लड़ाने का काम…? देखें Letter

रायपुर, 16 दिसंबर। Congress Problems Increased : कांग्रेस नेताओं में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले पूर्व विधायक महंत राम सुंदर दास ने इस्तीफा दिया था। बता दें कि, पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा है कि उपरोक्त विषयांतर्गत लेख है कि मैं मोहित राम, पाली तानाखार विधानसभा, क्षेत्र क्रमांक 23 से पूर्व विधायक एवं पूर्व उपाध्यक्ष, मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन एवं विकास प्राधिकरण (राज्यमंत्री दर्जा) हूं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं समस्त पदों से अपना इस्तीफा दे रहा हूं। पाली तानाखार से पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि, आदिवासी विधायकों को हारने का षडयंत्र किया गया है। पार्टी के अंदर के कुछ नेताओं ने मिलकर षड्यंत्र रचा है। केरकेट्टा ने कहा था कि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को भी गुमराह किया गया। बैज को चुनाव लड़ाने का काम षड्यंत्रकारियों ने किया है। केरकेट्टा ने अपने विधानसभा क्षेत्र पालीतानाखार में पीसीसी महामंत्री प्रशांत मिश्रा द्वारा पार्टी विरोधी काम करने का आरोप भी लगाया। वहीं बड़ी संख्या में सिटिंग विधायकों की टिकट काटने को भी नुकसान बताया है। पूर्व विधायक ने कहा था कि, पीसीसी में संगठनात्मक बदलाव की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा था कि, इससे पहले भी कई विधायकों ने अपने ही पार्टी के नेताओं को टारगेट किया है। इन पूर्व विधायकों ने इशारों-इशारों में छत्तीसगढ़ के आला नेताओं को ही हार का जिम्मेदार (Congress Problems Increased) बताया था।  

Congress Defeat: Why were we reduced to 35 while talking about 75...? Chhattisgarh is the center of fun for Delhi leaders…! Congress Committee's General Secretary sent a 3-page letter 'in anger of defeat'... see who sent it...?
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Congress Defeat : 75 पार की बातें करते-करते हम 35 में क्यों सिमट गए…? दिल्ली नेताओं के लिए छत्तीसगढ़ मौज-मस्ती का केन्द्र…! कांग्रेस कमेटी के महामंत्री ने ‘हार का क्षोभ’ वाला 3 पेज का पत्र…देखें किसे भेजा…?

रायपुर, 16 दिसंबर। Congress Defeat : कांग्रेस कमेटी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर अपनी बातों को रखा है। उन्होंने पत्र के जरिए लिखा सभी कांग्रेस जन दुखी एवं विचलित हैं, इस हार के लिये जो प्रत्यक्ष तौर पर जवाबदार थे, उनकी बैठक (लीपा-पोती) आप लोगों ने दिल्ली में कर ली। नेता प्रतिपक्ष के चयन की औपचारिकता भी आप लोगों ने कर लिया। 75 पार की बातें करते-करते हम 35 में क्यों सिमट गए। इसकी समीक्षा आज 15 दिनों बाद भी करने की आवश्यकता महसूस नहीं की जा रही है। आगे उन्होंने पत्र के जरिए सवाल उठाते हुए कहा, हमारी योजनाएं और प्लानिंग क्यों धराशायी हुई ? हमारे सर्वे जो 7-7 बार हुआ, वह क्यों असफल हुआ? नेताओं को क्षेत्र बदलकर, (महंत राम सुन्दर दास जी एवं छाया वर्मा जी) क्यों चुनाव लड़वाया गया? ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी से आए नामों पर, क्यों नहीं टिकिट बांटा गया? आगे उन्होंने कहा, दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि दिल्ली के नेताओं का छत्तीसगढ़ राजनीतिक पर्यटन हब, मौज-मस्ती का केन्द्र बन गया है। एक-एक प्रकोष्ठ में 4-4 प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए। L.D.M. रूपी के तमाशा किया गया। पैसे लेकर नियुक्तियां की गईं। जिस जोगी कांग्रेस को बामुश्किल हमनें संघर्ष कर बाहर किया था, उन्हें बुला-बुलाकर उपकृत कर, राजनीतिक और शासकीय पदों से सम्मानित किया गया। पार्टी में अनुशासन के नाम पर आंतरिक लोकतंत्र (Congress Defeat) को दबाया जा रहा है, जिसके कारण लोग दिल्ली से चौराहे तक आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। देखें पत्र-

EX CM BAGHEL's car with 'lucky' number came to CM Vishnu Dev...! Now just change the number later...? see
Raipur

EX CM BAGHEL का ‘लकी’ नंबर वाली गाड़ी आई CM विष्णु देव के पास…! अभी तो सिर्फ नंबर बदला बाद में…? देखें

रायपुर, 13 दिसंबर। EX CM BAGHEL : छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनते ही लोग सोच‌ रहे थे कि मुख्यमंत्री के गाड़ियों के काफिले बदल जाएंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय‌‌ की गाड़ियां नहीं बदलीं लेकिन गाड़ियों का नंबर जरूर बदल गया है। जब भूपेश सीएम थे तो इन गाड़ियों का नंबर CG02BB-0023 था।‌ यह भी कहा जाता है कि 0023 नंबर साल 2023 के चुनावी विजय के लिए था, लेकिन हुआ इसका उल्टा। अब सत्ता बदली तो गाड़ियां विष्णदेव साय के पास आ गईं हैं। सीएम के पास जैसे ही गाड़ी आई तो उन्होंने सबसे पहले उसका नंबर ही बदल दिया। अब हट गया पूर्व सीएम बघेल का लकी नंबर बताया‌ जा रहा है कि सीएम प्रोटोकॉल की यह पजेरों गाड़ियों में नए सीएम ने कुछ बदलाव नहीं किया है लेकिन नंबरों को बदल दिया गया है। सीएम के काफिले की गाड़ियों से पूर्व सीएम बघेल का लकी नंबर अब हट गया है। नंबर बदलने की खबर छत्तीसगढ़ में खूब चर्चा हो रही है‌। बता दें कि जब यह गाड़ी विधायक दल के नेता के पास भाजपा कार्यालय पहुंची‌ तब यह नंबर पुराना नंबर 0023 था। उसके‌ बाद शपथ ग्रहण के बाद नंबर जब कैबिनेट की बैठक में पहुंचे‌ थे तब नंबर बदला हुआ था। द्वितीय वित्तीय वर्ष में बदले जाएंगे गाड़ियां SUV गाड़ियां हाइटैक तरीके से खासतौर पर तैयार किया जाता है।‌ इन गाडियों को पंजाब में कस्टमाइज किया गया है। यह पूरी गाड़ी बुलेट प्रूफ होती है। काफिले की यह गाड़ियां हाई स्पीड रेस के हिसाब से भी तैयार की जाती है। जिनका समय‌-समय पर मेंटिंनेस होता रहता है‌‌। बता दें कि 1 लाख किलोमीटर चलने के बाद‌ गाड़ियों को बदलने का प्रपोजल भेजा जा सकता है। इसके साथ ही यह माना जा रहा है कि नए सीएम द्वितीय वित्तीय वर्ष में इन गाड़ियों को बदल (EX CM BAGHEL) लेंगे। गौरतलब है कि, काफिले में नई गाड़ियों के शामिल होने से पहले 2018 से 2023 तक मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल पजेरो स्पोर्ट्स मॉडल कार में सफर कर रहे थे। साल 2018 के चुनाव से ठीक पहले पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने पजेरो स्पोर्ट्स मॉडल की गाड़ियों को अपने काफिले में शामिल किया था। उस समय इन गाड़ियों का नंबर 004 था। उस समय भी इसके चुनावी मायने निकाले गए थे, तब डॉक्टर रमन सिंह अपनी चौथी पारी के लिए चुनावी मैदान में उतरने जा रहे थे, लेकिन जब चुनावी रिजल्ट आया तो मायने बदल गए।