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National Media Conference : राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का माउंट आबू में शुभारंभ…! देशभर से जुटे वरिष्ठ पत्रकार

माउंट आबू/राजस्थान, 01 मई। National Media Conference : ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के ज्ञान सरोवर परिसर में ‘वैश्विक शांति और सद्भाव के अग्रदूत के रूप में मीडिया की भूमिका’ विषय पर चार दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन एवं रिट्रीट का शुभारंभ हुआ। इस विशेष आयोजन में देशभर से प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, रेडियो और वेब मीडिया से जुड़े संपादक, पत्रकार और संचारकर्मी भाग ले रहे हैं। सम्मेलन के पहले दिन मोटिवेशनल स्पीकर बीके मंजू और बीके प्रीति ने दैनिक जीवन में आध्यात्मिकता और ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि तनावपूर्ण जीवनशैली में ध्यान और सकारात्मक सोच कैसे मीडिया कर्मियों की कार्यक्षमता और संतुलन को बेहतर बना सकती है। सम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों में मीडिया की बदलती भूमिका, सामाजिक जिम्मेदारियां और शांति की दिशा में इसकी प्रभावशीलता पर चर्चा की जाएगी। आयोजकों के अनुसार यह आयोजन न केवल पेशेवर विकास का मंच है, बल्कि आत्मिक उन्नयन और आंतरिक शांति की अनुभूति का अवसर भी प्रदान करेगा।

Corruption in Bore Basi: 'Tadka' of corruption in 'Bore Basi'...! Congress accused of 'distribution' of Rs 8.32 crore...BJP raises questions
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Corruption in Bore Basi : ‘बोरे बासी’ में भ्रष्टाचार का ‘तड़का’…! कांग्रेस पर 8.32 करोड़ रुपए के ‘बंदरबांट’ का आरोप…भाजपा ने उठाए सवाल

रायपुर, 23 अप्रैल। Corruption in Bore Basi : छत्तीसगढ़ राज्य की पारंपरिक संस्कृति और व्यंजनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जाने वाला बोरे बासी तिहार अब राजनीतिक उथल-पुथल का केंद्र बन गया है। इस आयोजन को लेकर भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर 8.32 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है, वहीं कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर खर्च को औचित्यपूर्ण ठहराया है। भाजपा के आरोप- बंदरबांट और दिखावटी आयोजन भाजपा नेताओं ने इस आयोजन पर 8 करोड़ 32 लाख रुपये खर्च किए जाने को “वित्तीय अनियमितता” और “घोटाला” करार दिया है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि यह आयोजन महज एक राजनीतिक स्टंट था, जिसका उद्देश्य केवल सरकारी धन की बर्बादी और कमीशनखोरी को बढ़ावा देना था। बीजेपी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि, एक साधारण भोज को सांस्कृतिक उत्सव बताकर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए। इसमें न तो आम जनता की सहभागिता थी और न ही पारदर्शिता। भ्रष्टाचार की कड़ी में एक और कड़ी जुड़ गई है। बोरे बासी के नाम पर 8 करोड़ 32 लाख रुपए खर्च किए गए, और हमें लगता है कि यह रकम कांग्रेस नेताओं की जेब में गई होगी। यह भी अन्य योजनाओं की तरह कांग्रेस के लिए ‘कमाई का जरिया’ बना। कांग्रेस की सफाई- परंपरा को सम्मान और लोगों की भागीदारी इस आयोजन की अगुवाई कर चुके पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने भाजपा के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम जनभागीदारी आधारित था और इसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करना था। अमरजीत भगत का कहना है कि, बोरे बासी (Corruption in Bore Basi) हमारी संस्कृति है, हमारी पहचान है। इस आयोजन के जरिए हमने गांव-गांव में एकता और परंपरा को पुनर्जीवित किया। खर्च पूरी प्रक्रिया के तहत हुआ है, इसमें कोई भ्रष्टाचार नहीं है। खर्च के मद प्रचार-प्रसार: बैनर, पोस्टर, विज्ञापन आयोजन स्थल और व्यवस्थाएं स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रम भोजन सामग्री की खरीद और वितरण सांस्कृतिक व शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन

Pahalgam Terrorists Skatch: Big Breaking... Big action on Pahalgam attack...! 4 terrorists identified... Security forces released pictures and sketches... See here
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Pahalgam Terrorists Scatch : बिग ब्रेकिंग…पहलगाम हमले पर बड़ी कार्रवाई…! 4 आतंकियों की पहचान…सुरक्षाबलों ने जारी की तस्वीरें और स्केच…यहां देखें

नई दिल्ली/श्रीनगर, 24 अप्रैल। Pahalgam Terrorists Scatch : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश भर में सुरक्षा एजेंसियों ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इस हमले में निर्दोष नागरिकों की मौत और घायलों की बढ़ती संख्या के बीच अब सुरक्षाबल हर संभावित सुराग पर काम कर रहे हैं। हमले के 24 घंटे के भीतर, सुरक्षा बलों ने चार संदिग्ध आतंकियों की तस्वीरें सार्वजनिक की हैं। जिन आतंकियों की पहचान की गई है, उनमें आसिफ फौजी, सुलेमान साह, और अबू तल्हा के नाम सामने आए हैं। इनके अलावा एक और आतंकी की तस्वीर तो सामने आई है लेकिन उसकी पहचान अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। जंगल में छिपे है आतंकी जारी की गई तस्वीरों में कम से कम एक आतंकी को एके-47 राइफल लिए देखा जा सकता है, जिससे हमले की तैयारी और उनकी मंशा दोनों ही साफ झलकते हैं। पर्यटकों पर चुन-चुनकर गोलियां बरसाने के बाद आतंकी जंगल में छिप गए हैं। सुरक्षाबल आतंकियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चल रहा है। स्केच को वास्तविक तस्वीरों से मिलान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस केस में सक्रिय भूमिका निभा रही है और जारी स्केच को वास्तविक तस्वीरों से मिलाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। साथ ही, विभिन्न राज्यों की पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है, जिससे संदिग्धों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। सुरक्षा एजेंसियों ने आम जनता से भी सहयोग की अपील की है। अगर किसी को इन स्केच या तस्वीरों से मिलते-जुलते व्यक्ति की जानकारी हो, तो वह तुरंत स्थानीय पुलिस या NIA को सूचना दे सकता है। हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा सख्त है, और सभी संवेदनशील स्थानों पर गश्त बढ़ा दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने पहलगाम और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अतिरिक्त बलों की तैनाती के निर्देश भी जारी किए हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक की जांच के अनुसार, इस हमले की साजिश लंबे समय से रची जा रही थी और आतंकियों का भारतीय सीमा में दाखिल होना पहले से सुनियोजित था। सूत्रों के मुताबिक, 5 से 6 विदेशी आतंकवादियों का एक समूह लगभग 14 दिन पहले भारत में दाखिल हुआ था। इस ग्रुप ने सीमा पार करने के बाद राजौरी सेक्टर से होते हुए वधावन के रास्ते पहलगाम तक का सफर तय किया। इस दौरान आतंकी किसी के शक में न आएं, इसके लिए उन्होंने बेहद सावधानी से यात्रा की। आतंकी पीठ पर टांगे हुए थे बैग बताया जा रहा है कि आतंकी पीठ पर बैग टांगे हुए थे, जिनमें सूखे मेवे, दवाइयां, और संचार उपकरण मौजूद थे—जिनसे अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि वे लंबे समय तक जंगलों में छिपे रहने और ऑपरेशन को अंजाम देने की तैयारी के साथ आए थे। जैसे ही हमला करने की पूरी योजना और परिस्थिति तैयार हुई, आतंकियों ने मौका देखकर हमला किया, जिसमें अब तक 28 निर्दोष नागरिकों की मौत और कई के घायल होने की खबर है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस पूरे रूट की पुष्टि के लिए CCTV फुटेज, खुफिया इनपुट और मोबाइल लोकेशनों की जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा बलों ने राजौरी से लेकर वधावन और पहलगाम तक कई जगहों पर कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाना शुरू कर दिया है। इस हमले के बाद भारत की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है, और पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी है।

Politics on National Herald: Bag vs Bag...! In response to Priyanka's 'Palestine', Bansuri's 'Herald's loot' bag... JPC heated up
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Politics on National Herald : बैग vs बैग…! प्रियंका के ‘फिलिस्तीन’ के जवाब में बांसुरी का ‘हेराल्ड की लूट’ बैग…JPC में गरमाया माहौल…यहां बांसुरी को सुनें VIDEO

नई दिल्ली, 22 अप्रैल। Politics on National Herald : नेशनल हेराल्ड केस को लेकर देश की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। मंगलवार को बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और साथ ही कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को भी करारा जवाब दिया। बांसुरी स्वराज ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर हो रही संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचीं। इस दौरान वह एक खास बैग लेकर आईं, जिस पर साफ-साफ लिखा था – “नेशनल हेराल्ड की लूट”। प्रियंका गांधी के ‘फिलिस्तीन बैग’ का जवाब? बांसुरी स्वराज का यह कदम कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के उस बैग के जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने ‘फ्री फिलिस्तीन’ लिखा संदेश लेकर बैठक में शिरकत की थी। उस घटना ने पहले ही राजनीतिक हलकों में बहस को जन्म दे दिया था, और अब बांसुरी के इस बैग ने इस बहस को नया मोड़ दे दिया है। बांसुरी स्वराज का बयान “यह पहली बार है जब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ, मीडिया, में भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र कांग्रेस की वर्षों पुरानी कार्यशैली और विचारधारा को बेनकाब करता है। सेवा की आड़ में वे सार्वजनिक संस्थानों का दुरुपयोग कर निजी संपत्ति बनाते रहे हैं।” क्या है ‘नेशनल हेराल्ड मामला’ ‘नेशनल हेराल्ड केस’ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गांधी परिवार और कांग्रेस से जुड़े नेताओं पर आरोप लगाया है कि उन्होंने यंग इंडिया नामक कंपनी के जरिए नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़ी करोड़ों की संपत्तियों का गलत तरीके से अधिग्रहण किया। इस मामले में ईडी ने हाल ही में ₹752 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। राजनीतिक निहितार्थ बीजेपी का कहना है कि बांसुरी स्वराज का प्रतीकात्मक विरोध कांग्रेस की “भ्रष्ट परंपरा” पर करारा प्रहार है। कांग्रेस की ओर से अभी इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अंदरूनी हलकों में इसे “राजनीतिक नाटक” करार दिया जा रहा है। बैठकों में बैगों पर लिखे संदेश अब सिर्फ सामान ले जाने का ज़रिया नहीं, बल्कि राजनीतिक विचारधारा और बयानबाज़ी का नया मंच बन चुके हैं। बांसुरी स्वराज और प्रियंका गांधी के बैग राजनीतिक लड़ाई का नया रूप हैं – प्रतीकों की लड़ाई।

New National President: BJP's new national president...? A surprising name joined the race...see the list here
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New National President : बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष…? रेस में शामिल हुआ चौंकाने वाला नाम…यहां देखें List

नई दिल्ली, 18 अप्रैल। New National President : बीजेपी जल्द ही बड़े बदलाव के लिए तैयार है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 20 अप्रैल के बाद शुरू हो सकती है। इसको लेकर पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में भाजपा के शीर्ष स्तर पर काफी गहमागहमी देखी गई है। बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर एक बड़ी बैठक हुई, जिसमें अमित शाह, राजनाथ सिंह और बी एल संतोष जैसे पार्टी और आरएसएस के बड़े नेता शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में पार्टी के संगठन में बदलाव और नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर भी मंथन हुआ। पार्टी के भरोसेमंद सूत्र की माने तो पार्टी अभी मुख्य रूप से पांच नामों पर चर्चा कर रही है। RSS से होकर बड़े पद तक पहुंचे प्रह्लाद जोशी बीजेपी सूत्र का कहना है कि प्रह्लाद जोशी को पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। कर्नाटक की धारवाड़ लोकसभा सीट से सांसद जोशी अभी मोदी सरकार में कंज्यूमर अफेयर्स, फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन और रिन्यूएबल एनर्जी मंत्री हैं। प्रह्लाद जोशी आरएसएस से होते हुए भाजपा सरकार में इतने बड़े पद तक पहुंचे हैं। संगठन और संघ के सेतु बीएल संतोष बीएल संतोष भी कर्नाटक से आते हैं और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक हैं। भारतीय जनता पार्टी में यह पद पार्टी संगठन और संघ के बीच कड़ी का काम करता है। बीएल संतोष 1993 से आरएसएस के प्रचारक हैं और पूरी तरह से संघ के कार्यों से जुड़े रहे हैं। जब हमने बीजेपी सूत्र से सवाल किया कि क्या पार्टी इस तरह से एक प्रचारक को सीधे अपने संगठन का जिम्मा सौंप सकती है? तो उन्होंने बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशाभाऊ ठाकरे के नाम का जिक्र किया, जिन्होंने आरएसएस से सीधे पार्टी संगठन का उत्तरदायित्व संभाला था। बीजेपी सूत्र ने यह भी दावा किया है कि अगर संतोष के नाम पर मुहर लगती है तो सुनील बंसल उनकी जगह महासचिव (संगठन) का जिम्मा संभाल सकते हैं। 4 बार MLA सीटी रवि सीटी रवि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता हैं। वे चिकमगलूर विधानसभा क्षेत्र से चार बार MLA रह चुके हैं। रवि अपनी आक्रामक राजनीति के लिए जाने जाते हैं। वे कर्नाटक में भाजपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। वह शुरुआत से ही आरएसएस से जुड़े रहे हैं और अभी कर्नाटक विधान परिषद के सदस्य हैं। उनकी आक्रामक राजनीति की वजह से उनका भी नाम जेपी नड्डा की जगह भाजपा के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में लिया जा रहा है। धाकड़ बैकग्राउंड रणनीतिकार धर्मेंद्र प्रधान धर्मेंद्र प्रधान का नाम भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर काफी पहले से लिया जा रहा है। इसकी वजह है उनका आरएसएस वाला बैकग्राउंड और उनकी जबरदस्त संगठन क्षमता। वह पार्टी के बैकग्राउंड रणनीतिकारों में अहम भूमिका निभाते रहे हैं और चुनावी समीकरण बिठाने में भी इनके कौशल की पार्टी में खूब सराहना होती है। अभी प्रधान ओडिशा के संबलपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। धुरंधर रणनीतिकार भूपेंद्र यादव राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से संसद भूपेंद्र यादव अभी केंद्र में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय संभाल रहे हैं। भूपेंद्र यादव की तरह ही ये भी बीजेपी के धुरंधर रणनीतिकारों में शामिल रहे हैं और पार्टी के लिए चुनाव जितवाने वाली मशीन की तरह काम आते रहे हैं। संघ का बैकग्राउंड और बेहतरीन संगठन क्षमता की वजह से बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर इनका नाम भी काफी चर्चा में रहा है। चौंकाने वाले नाम मनोज सिन्हा भाजपा सूत्र ने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर जो सबसे चौंकाने वाला संभावित नाम बताया है, वह है जम्मू और कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा का। सूत्र ने दलील दी है कि प्रधानमंत्री मोदी की वजह से पार्टी चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए जानी जाती है, ऐसे में मनोज सिन्हा भी नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर सामने आ जाएं तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। पार्टी सूत्र का यह भी कहना है कि जो भी अध्यक्ष होंगे, वे अपेक्षाकृत युवा चेहरा होंगे। 2020 से ही राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान संभाला नड्डा जेपी नड्डा जनवरी 2020 से ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनका कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ाया गया था, ताकि वे लोकसभा चुनाव तक काम कर सकें। बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव फरवरी 2025 तक ही हो जाना था, लेकिन हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली के चुनावों के कारण यह टल गया। फिर देशभर में संगठन चुनाव शुरू हो गए। बीजेपी में दो कार्यकाल से ज्यादा अध्यक्ष बनने की परंपरा नहीं है। लेकिन, नड्डा का एक ही कार्यकाल पूरा हुआ है, बाकि वह अतिरिक्त या कार्यकारी प्रभार संभालते रहे हैं।

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International Women’s Day : CM हाउस में महिला पत्रकारों का ‘महतारी वंदन अभिनंदन’ का भव्य आयोजन… यहां देखें VIDEO

रायपुर, 09 मार्च। International Women’s Day : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास, रायपुर में ‘महतारी वंदन अभिनंदन’ कार्यक्रम का भव्य और गरिमामय आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिला पत्रकारों को सम्मानित किया और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। मुख्यमंत्री साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाएँ समाज का सशक्त आधार हैं, और छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर और समर्थ बनाने के लिए सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाएँ हर क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छू रही हैं, और सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि उन्हें हर अवसर पर समान अधिकार और सुरक्षा मिले। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ‘महतारी वंदन’ की संकल्पना को साकार करने के लिए समर्पित है। वर्तमान युग में महिलाएँ केवल परिवार और समाज का ही नहीं, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। महिला पत्रकारों के योगदान की सराहना मुख्यमंत्री साय ने पत्रकारिता में महिलाओं की भूमिका को विशेष रूप से सराहा। उन्होंने कहा कि महिला पत्रकारों ने समाज में जागरूकता फैलाने और लोगों की आवाज बनने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि महिला पत्रकारों की मेहनत, निडरता और निष्पक्षता समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद कर रही है। महिला पत्रकारों ने अपनी साहसिक पत्रकारिता से न केवल जनता के अधिकारों की रक्षा की है, बल्कि उन मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया है, जो आमतौर पर अनसुने रह जाते हैं। उन्होंने महिला पत्रकारों को सम्मानित करते हुए उनके योगदान को प्रेरणादायक बताया और उन्हें आगे भी सच और न्याय की आवाज बुलंद करने के लिए प्रेरित किया। महिला सुरक्षा और सुविधाओं पर सरकार का विशेष ध्यान कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महिला सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य में विशेष महिला थानों, हेल्पलाइन सेवाओं और कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में महिला थानों और कामकाजी महिलाओं के लिए सुविधाओं का विशेष प्रावधान किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ‘महतारी वंदन’ योजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी।उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की दिशा में सरकार ठोस कदम उठा रही है। सम्मानित हुईं महिला पत्रकार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने करीब 60 से अधिक महिला पत्रकारों को सम्मानित किया। CM ने कहा कि महिला पत्रकारों की सक्रिय भागीदारी और निष्पक्ष पत्रकारिता लोकतंत्र को सशक्त बनाने में सहायक है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने महिला पत्रकारों को छत्तीसगढ़ सरकार की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए संचालित योजनाएँ उनके आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार चाहती है कि महिलाएँ केवल आत्मनिर्भर ही नहीं, बल्कि समाज में अपनी पहचान को और अधिक मजबूत करें। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार महिलाओं के लिए कौशल विकास, स्वरोजगार और वित्तीय सहायता जैसी योजनाओं को और अधिक विस्तारित करने पर कार्य कर रही है। सम्मान में दी गईं स्मृति चिन्ह और उपहार कार्यक्रम के दौरान महिला पत्रकारों और गणमान्य महिलाओं को सम्मानस्वरूप शॉल, स्मृति चिन्ह और आकर्षक बैग भेंट किए गए। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह सम्मान केवल उनके कार्यों की सराहना नहीं, बल्कि उनके योगदान को आगे बढ़ाने की प्रेरणा भी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार चाहती है कि महिलाएँ आत्मनिर्भर बनें, और वे अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति पूरी तरह से जागरूक हों। नई योजनाओं को लागू करेगी मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में सरकार नई योजनाओं को लागू करेगी, जिनमें महिलाओं को आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन का उद्देश्य है कि प्रत्येक महिला को शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा मिले, ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर समाज में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा सकें। मुख्यमंत्री ने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएँ। मुख्यमंत्री साय ने महिला पत्रकारों और उपस्थित गणमान्य महिलाओं के साथ संवाद किया और उनके विचारों और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार महिलाओं की भागीदारी और उनकी आवाज को और अधिक सशक्त करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में महिला पत्रकारों ने मुख्यमंत्री साय के प्रति आभार प्रकट किया और समाज में सकारात्मक (International Women’s Day) बदलाव लाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

International Women's Day: 13th installment of Mahtari Vandan Yojana will be released... see here when
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International Women’s Day : महतारी वंदन योजना की 13वीं किश्त जारी होगा…यहां देखें कब तक

रायपुर, 08 मार्च। International Women’s Day : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च को रायपुर स्थित साइंस कॉलेज मैदान में वृहद महतारी वंदन सम्मेलन और राज्य स्तरीय महिला मड़ई का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि होंगे तथा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित सभी कैबिनेट मंत्री, सांसद, विधायक, रायपुर महापौर एवं अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। महतारी वंदन योजना की 13वीं किश्त का होगा वितरण छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा प्रदेश की लगभग 70 लाख महिलाओं को योजना की 13वीं किश्त का भुगतान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 10 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की वर्चुअल उपस्थिति में महतारी वंदन योजना की प्रथम किश्त विवाहित महिलाओं के बैंक खातों में अंतरित की गई थी। अब तक 12 किश्तों में 7,838 करोड़ रुपये की राशि प्रदेश की माताओं-बहनों को वितरित की जा चुकी है। ‘सम्मान सुविधा प्रणाली’ का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री साय इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय भुगतान के लिए “सम्मान सुविधा प्रणाली” का शुभारंभ करेंगे। यह पहली बार होगा जब मुख्यमंत्री स्वयं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को डिजिटल और केंद्रीकृत प्रणाली के माध्यम से सीधे मानदेय का भुगतान करेंगे। इस प्रणाली में फेशियल रिकग्निशन सिस्टम के माध्यम से कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की नियमित उपस्थिति दर्ज होगी, जिसके आधार पर उन्हें सीधे राज्य सरकार से मानदेय का भुगतान किया जाएगा। यह प्रणाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय भुगतान में सटीकता, पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करेगी। मानक संचालन प्रक्रिया निर्धारित करने वाला पहला राज्य मुख्यमंत्री श्री साय इस अवसर पर उत्पीड़ित एवं संकटग्रस्त महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण डिजिटल सुविधा की शुरुआत करेंगे, जिसके तहत वे ऑनलाइन एवं मोबाइल एप के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकेंगी। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री श्री साय बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के पोर्टल, इंफ्रा पोर्टल तथा स्थापना पोर्टल का भी शुभारंभ करेंगे। साथ ही, बिलासपुर स्थित क्षेत्रीय महिला प्रशिक्षण संस्थान के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी किया जाएगा। महिला सुरक्षा को और प्रभावी बनाने के लिए “सखी वन स्टॉप सेंटर” की मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का विमोचन भी किया जाएगा। इसके साथ ही, छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बन जाएगा जो सखी वन स्टॉप सेंटर के सुचारू संचालन हेतु एक निर्धारित SOP लागू करेगा। कार्यक्रम में राज्य की 32 उत्कृष्ट आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, 3 सर्वश्रेष्ठ सखी वन स्टॉप सेंटर, 2 नवा बिहान योजना के महिला संरक्षण अधिकारी सहित अन्य महिला सशक्तिकरण में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। राज्य स्तरीय महिला मड़ई महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 4 से 8 मार्च 2025 तक राज्य स्तरीय महिला मड़ई का आयोजन किया जा रहा है। इस मड़ई में महिला स्व-सहायता समूहों और महिला उद्यमियों द्वारा निर्मित उत्पादों के प्रदर्शन और विक्रय के लिए 100 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। राज्य के विभिन्न जिलों से आईं महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं अपनी उत्पादित सामग्रियों का प्रदर्शन और विक्रय कर रही हैं। इसके साथ ही, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु विशेष स्टॉल भी लगाए गए हैं। इस आयोजन के अंतर्गत प्रदेशभर से नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों और महिला समूहों के प्रतिनिधियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है, ताकि वे महिला उद्यमिता और स्वावलंबन से जुड़े विभिन्न प्रयासों को नजदीक से देख और समझ सकें। महिला सशक्तिकरण का महाकुंभ वृहद महतारी वंदन सम्मेलन और राज्य स्तरीय महिला मड़ई में पूरे प्रदेश से 50,000 से अधिक माताएं, बहनें और बेटियां शामिल होंगी। इस भव्य आयोजन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण, सामाजिक उत्थान और आर्थिक स्वावलंबन को एक नई दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है।

National Parks of Bijapur: Big achievement...! Soldiers entered the Naxalite resting place and killed 31 Naxalites... Listen to the video here
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National Parks of Bijapur : बड़ी उपलब्धि…! जवानों ने नक्सलियों के आरामगाह में घुसकर 31 नक्सलियों को किया ढेर…यहां सुने VIDEO

बीजापुर, 09 फरवरी। National Parks of Bijapur : बीजापुर के नेशनल पार्क इलाके में सुरक्षाबलों ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए मुठभेड़ में 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। इसकी पुष्टि डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने की है। हालांकि, इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए हैं, जबकि दो जख्मी भी हुए हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर में जवानों के शहीद होने की सूचना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक हमारा राज्य नक्सलवाद मुक्त होकर रहेगा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट में लिखा, ”बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। मुठभेड़ में 2 जवान शहीद एवं 2 जवान के घायल होने की भी दुःखद खबर प्राप्त हुई है। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।” 2026 तक प्रदेश नक्सलवाद मुक्त सीएम विष्णुदेव साय ने आगे लिखा,”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक हमारा प्रदेश नक्सलवाद मुक्त होकर रहेगा। इस दिशा में सुरक्षाबल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। देश-प्रदेश में कैंसर रूपी नक्सलवाद का अंत तय है। ईश्वर से शहीद जवानों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने व घायल जवानों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” विजय शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बीजापुर के उस क्षेत्र में जिसमें नेशनल पार्क है, उसको नक्सलियों का आरामगाह कहा जाता था। वहां उसकी मांद में घुसकर 650 से अधिक सुरक्षाबलों के जवानों ने विभिन्न दिशाओं से घेरकर अनेक दिनों के ऑपरेशन के बाद 31 नक्सलियों को ढेर किया है। उन्होंने कहा कि सभी नक्सली वर्दी (National Parks of Bijapur) धारी थे। हमे बड़े हथियार बरामद हुए है। साथ ही इसमें हमारे 2 जवान शहीद हुए है। मैं ह्रदय से उन्हें नमन करता हूं। ईश्वर उनके परिवार को भी संबल प्रदान करें। साथ ही विष्णुदेव साय सरकार उनके साथ खड़ी है। इसमें 2 जवान भी घायल हुए है जिन्हें एयरलिफ्ट किया गया है।

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38th National Games UK : अच्छी खबर…! उत्तराखंड में कलरीपयट्टू खेल में भाग लेंगे रायपुर के 3 होनहार खिलाड़ी…यहां देखें किन खिलाड़ियों का हुआ चयन

रायपुर, 27 जनवरी। 38th National Games UK : भारत के लिए ओलंपिक कहे जाने वाले राष्ट्रीय खेल का 38वें संस्करण का आयोजन 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों में सम्पन्न होगा जिसमें 36 खेलों में 10 हजार से अधिक खिलाड़ी विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे। इसी तारतम्य में रायपुर के तीन खिलाड़ियों सहित छत्तीसगढ़ से कलरिपयतु (मार्शल आर्ट) की 19 सदस्यों की टीम छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से रवाना हुई जो 28 से 30 जनवरी 2025 तक पुलिस लाइन स्टेडियम, हरिद्वार में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करेगी। रायपुर से छत्तीसगढ़ दल में तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है। दिव्या अग्रवाल, हँसा साहू और आर्यन पटेल। उपरोक्त तीनो खिलाड़ी अमन यादव द्वारा संचालित देवेन्द्र नगर स्थित विवेकानंद मार्शल आर्ट्स एकेडमी के नियमित खिलाड़ी हैं। इन तीनों खिलाड़ियों एवँ कोरबा के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देने रेल्वे स्टेशन रायपुर में अनीस मेमन, अमन यादव, जागेश्वर डडसेना, सामाजिक कार्यकर्ता अजय अग्रवाल, खिलाड़ियों के परिजन आदि उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ की टीम 01) मीशा (फाइट 40 से 60 किलोग्राम) – कोरबा 02) रिशा नैन (फाइट 60 से 80 किलोग्राम) – कोरबा 03) डिम्पल वैष्णव (उरुमी विशल – फ्लेक्सिबल तलवार) – कोरबा 04) अनिता (हाई किक – 5.6 फ़ीट से ऊपर) – कोरबा 05) नोवेल कुमार साहू (उरुमी विशल – फ्लेक्सिबल तलवार) – कोरबा 06) प्रणव राज सिंह (फाइट 50 से 65 किलोग्राम) – कोरबा 07) पीयूष विश्वकर्मा (डंडा फाइट ) – कोरबा 08) हर्ष वैष्णव (डंडा फाइट ) – कोरबा 09) विवेक सिंह (हाई किक – 5.6 फ़ीट से नीचे) – कोरबा 10) रितिक कुमार सिंह (हाई किक – 5.6 फ़ीट से ऊपर) – कोरबा 11) हंसा साहू (तलवार और तलवार) – रायपुर 12) दिव्या अग्रवाल (तलवार और तलवार) – रायपुर 13) आर्यन पटेल (मैपयट्टू – शरीर लचीलापन फुट स्टेप) – रायपुर 14) मिलन सिंह मरई (लचीला तलवार एवं ढाल) – बालोद 15) गगन सोनी (लचीला तलवार एवं ढाल) – बालोद 16) त्रिवेणी (तलवार एवं ढाल) – बालोद 17) डेमेश्वरी साहू (तलवार एवं ढाल) – बालोद छत्तीसगढ़ दल में कोरबा के कमलेश देवांगन कोच एवं दल्लीराजहरा जिला बालोद की सुश्री हरबंश कौर महिला कोच के रूप में प्रतियोगिता में भाग लेंगे। जिला कलारिपयात्तु संघ, रायपुर के अध्यक्ष अनीस मेमन एवँ सचिव अमन यादव ने छत्तीसगढ़ कलरिपयतु एसोसिएशन के सचिव कमलेश देवांगन के हवाले से आगे बताया कि कलरिपयतु खेल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार से मान्यता है तथा खेल को राष्ट्रीय खेल, खेलो इंडिया, यूथ गेम्स एवं SGFI स्कूल खेल में शामिल किया गया है। ऐसा माना जाता है कि कलरिपयतु 9 वीं से 11 वीं शताब्दी के मध्य प्रचलित हुआ जिसे दुनिया का प्राचीनतम सर्वाधिक वैज्ञानिक युद्ध कला (मार्शल आर्ट) होने का गौरव है तथा कलरिपयतु को सभी मार्शल आर्ट्स की जननी भी कहा जाता है। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने 37वें राष्ट्रीय खेल गोवा 2023 में छत्तीसगढ़ राज्य मैडल टैली का 50 प्रतिशत हिस्सा अकेले कलरिपायतु खेल ने हासिल किया था जिसमे 1 स्वर्ण 1 रजत एवं 8 काँस्य पदक प्राप्त कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया था और इस बार भी हमारे खिलाड़ी अधिक से अधिक मैडल जितने का प्रयास करेंगे।

National Tribal Sports Competition: Chief Minister Vishnu Dev Sai released the poster of the National Tribal Sports Competition, 24th National Tribal Sports Competition will be organized from 27 to 31 December in the capital Raipur
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National Tribal Sports Competition : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के पोस्टर का किया विमोचन, राजधानी रायपुर में 27 से 31 दिसंबर तक आयोजित होगी 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीडा प्रतियोगिता

रायपुर, 24 दिसंबर। National Tribal Sports Competition : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास रायपुर में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित होने वाले 24वें राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन किया। उन्होंने आयोजकों को इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी और वनवासी समाज के उत्थान और खेल संस्कृति के विकास की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह प्रतियोगिता जनजातीय खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का बड़ा अवसर देगा। इससे विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों के बीच एकता की भावना भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि एक पुनीत उद्देश्य के साथ यह प्रतियोगिता आयोजित हो रही है और इससे वनवासी युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहन मिलेगा। राष्ट्रीय वनवासी क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन 27 से 31 दिसंबर 2024 तक राजधानी रायपुर में किया जा रहा है। प्रतियोगिता का शुभारंभ 28 दिसंबर को साइंस कॉलेज मैदान में होगा, जिसमें अण्डमान, मणिपुर, पंजाब सहित देश भर के विभिन्न प्रांतों और पड़ोसी देश नेपाल से लगभग 800 खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग लेने राजधानी पहुंच रहे हैं। प्रतियोगिता में खिलाड़ी फुटबॉल और तीरंदाजी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर वन मंत्री और प्रतियोगिता के स्वागत समिति के अध्यक्ष केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, प्रांताध्यक्ष उमेश कच्छप, सचिव डॉ. अनुराग जैन, रामनाथ कश्यप सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।