3 July 2024

Hathras Accident: After 121 lives were lost, 'Satsang Baba's' first statement came out... see the letter here
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Hathras Accident : 121 जिंदगियां खत्म होने के बाद ‘सत्संग बाबा’ का पहला बयान आया सामने…यहां देखें Letter

नई दिल्ली, 03 जुलाई। Hathras Accident : हाथरस में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग अब भी घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती हैं। इस बीच पहली बार घटना को लेकर भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि का बयान सामने आया है। भोले बाबा ने बयान जारी करते हुए घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है और दावा किया कि असामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाई गई और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा ने अपने वकील के जरिए बयान जारी करते हुए कहा कि हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और परमात्मा से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील डॉ एपी सिंह को भगदड़ मचाने वाले असमाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए अधिकृत किया गया है। मैं 2 जुलाई को गांव फुलारी, सिकंदराराऊ, हाथरस आयोजित सत्संग से काफी समय पहले ही निकल चुका था। सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज बता दें कि हाथरस भगदड़ मामले में यूपी पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। आरोप है कि इस कार्यक्रम में 80 हजार लोगों के जुटने की अनुमति थी, लेकिन ढाई लाख लोगों को जुटाया गया। हालांकि, FIR में भोले बाबा का नाम दर्ज नहीं है। FIR में आरोप लगाया गया है कि आयोजकों ने अनुमति मांगते समय सत्संग में आने वाले भक्तों की असल संख्या छिपाई, ट्रैफिक मैनेजमेंट में मदद नहीं की और भगदड़ के बाद सबूत छिपाए।  FIR के मुताबिक, भगदड़ तब मची जब दोपहर दो बजे भोले बाबा अपनी गाड़ी से वहां से निकल रहे थे। जहां-जहां से गाड़ी गुजर रही थी, वहां-वहां से उनके अनुयायी धूल-मिट्टी उठाने लगे। देखते ही देखते लाखों की बेकाबू भीड़ नीचे बैठे या झुके भक्तों को कुचलने लगी और चीख-पुकार मच गई। FIR में कहा गया है कि दूसरी तरफ लगभग तीन फीट गहरे खेतों में भरे पानी और कीचड़ में भागती भीड़ को आयोजन समिति और सेवादारों ने लाठी-डंडों से रोक दिया, जिसके कारण भीड़ बढ़ती गई और महिलाएं-बच्चे कुचलते गए। मामले में सिंकदराराउ पुलिस थाने (Hathras Accident) में बाबा के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। FIR में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या), 110 (गैर-इरादतन हत्या की कोशिश), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (सरकारी आदेश की अवज्ञा), 238 (सबूतों को छिपाना) के तहत आरोप लगाए गए हैं।

Stampede in Hathras: 'Cremation ground' turned into a place of worship...! Slippers, sandals, purses, mobiles found scattered far and wide... Watch the painful scene with back to back pictures in the video
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Stampede in Hathras : ‘श्मशान’ बना सत्संग स्थल…! बिखरे मिले चप्पल-सैंडल-पर्स-मोबाइल…बैक टू बैक तस्वीरों के साथ देखें सत्संग में उमड़ी भीड़ का मंजर Video

हाथरस, 03 जुलाई। Stampede in Hathras : यूपी के हाथरस में सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। सत्संग का आयोजन ‘भोले बाबा’ उर्फ बाबा नारायण हरि के संगठन ने किया था। मरने वालों में सात बच्चे और 100 से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। दर्दनाक हादसे के बाद सत्संग स्थल श्मशान घाट जैसा बन गया। यहां लाशों का ढेर लगा था।  लापरवाही लील गई 121 जिंदगियां सड़क किनारे खेत में पानी भरा था। कीचड़ हो रही थी भागने के चक्कर में श्रद्धालु पानी और कीचड़ में फंसकर गिर गए। इसके भीड़ में दबते चले गए। महिलाओं-बच्चों के मुंह-नाक में कीचड़ भर गया था। भीड़ में कुचलने और दम घुटने से अधिक लोगों की मौतें हुईं हैं। खेतों में लोगों के पैरों के निशान भयावह मंजर बयां कर रहे हैं। महिलाओं और बच्चों के चप्पल-सैंडल, पर्स और मोबाइल बिखरे पड़े थे। सड़क किनारे लगे चप्पल-सैंडल के ढेर को लोग देखते हुए दिखाई दिए।  हाथरस में सत्संग के बाद मची भगदड़, 121 की मौतहाथरस के सिकंदराराऊ के नेशनल हाईवे स्थित गांव फुलरई मुगलगढ़ी के सहारे खेतों में आयोजित नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के समापन के बाद मची भगदड़ में करीब 121 लोगों की मौत हो गई। मंगलवार दोपहर यह हादसा उस समय हआ, जब भोले बाबा के काफिले के निकलते समय उनकी चरण धूल लेने के लिए अनुयायियों में अफरा-तफरी मच गई।  भगदड़ के बीच हाईवे के सहारे के कीचड़युक्त खेत में तमाम लोग गिर गए और उनके ऊपर से भीड़ गुजर गई। हादसे के बाद मची चीख पुकार के बीच अफरा-तफरी भरे माहौल में शवों व घायलों को सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर और एटा के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। मरने वालों में महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है। मंडलायुक्त अलीगढ़ चैत्रा वी की अगुवाई में जांच समिति गठित की गई है। 24 घंटे के भीतर इसे अपनी रिपोर्ट देनी है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि 20 हजार लोगों के कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी, इसमें 50 हजार से अधिक लोग शामिल हुए।  कार्यक्रम स्थल पर जगह भी समतल नहीं थी, भोले के बाबा के पैर छूने की होड़ में भगदड़ मची है। हादसा मंगलवार दोपहर करीब दो बजे हुआ। उस समय सत्संग समाप्त हो गया था और भीड़ अपने वाहनों की ओर जा रही थी।  इसी दौरान सत्संग में स्वयंसेवकों भोले बाबा के वाहनों के काफिले को निकालने भीड़ रोक दिया। स्वयंसेवकों ने लाठी डंडों से भीड़ को धकियाकर रोकने और बाबा के काफिले की चरण धूल लेने की होड़ के बीच कुछ महिलाएं गिर पड़ी। इसी बीच स्वयं सेवकों ने उन्हें धकेला तो वहां भगदड़ मच गई और गिरे लोगों को पीछे से आ रहे लोग कुचलते गए। इस भगदड़ के दौरान काफी संख्या में लोग एनएच के सहारे कीचड़युक्त खेत में गिर गए और उनके ऊपर से भी भीड़ गुजरती चली गई। मौत का मंजर देखकर दहल गए दिल आनन-फानन आसपास के ग्रामीणों ने राहत व बचाव कार्य शुरू किए और प्रशासन को सूचना दी। तब जाकर घायलों और शवों को जो भी वाहन मिला, उससे सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर और एटा के मेडिकल कॉलेज भिजवाया गया। एटा रोड स्थित गांव फुलरई मुगलगढ़ी में मंगलवार की दोपहर को नारायण साकार हरि के सत्संग के बाद हुए मौत का मंजर देखकर हर किसी का दिल दहल गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में दोपहर ढाई बजे से शुरू हुआ शवों के आने का सिलसिला शाम साढ़े चार बजे थमा। भीड़ को जीटी रोड पर बाबा के सेवादारों ने रोक दिया। उनका कहना था कि बाबा की कारों का काफिला निकलने के बाद भीड़ को आगे बढ़ने दिया जाएगा। लगभग 30 मिनट में बाबा का काफिला निकला। तब जाकर भीड़ को आगे बढ़ने का मौका मिला। इस 30 मिनट के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं गर्मी के चलते बेहोश होकर गिरने लगीं। काफी भीड़ जीटी रोड पर आ गई, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पैदल चलना तक दूभर हो गया। बाबा के सेवादार निरंतर बेहोश हुई महिलाओं के मुंह पर पानी के छींटे मारकर उन्हें होश में लाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं के बेहोश होने से सेवादारों के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर तैनात दो एंबुलेंस तेजी के साथ घायलों को लेकर सीएचसी सिकंदराराऊ पहुंचीं। वहां मौजूद चिकित्सक जिसकी जांच कर रहे थे, वह मृत ही निकल रहा था। कराहते रहे लोग, निकलती रही जान उधर, हादसे के लिए सिकंदराराऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर तैयार नहीं था। यहां न बिजली थी और चिकित्सक व स्टॉफ। ऑक्सीजन तक नहीं थी। कराहते हुए घायल पहुंचते रहे और उपचार न मिलने से दम तोड़ते रहे। ट्रॉमा सेंटर पर करीब 2.45 बजे शवों और घायलों का पहुंचना शुरू हुआ। हालात ऐसे थे कि न मौके पर चिकित्सक थे और न ही पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद था। बिजली तक नहीं थी। बदहवास हालत में पहुंचे घायलों को ऑक्सीजन की जरूरत थी, लेकिन वह भी नहीं मिली। बिजली न होने के कारण कमरों में पंखे बंद पड़े हुए थे। कमरों में अंधेरा छाया हुआ था। एंबुलेंस से आए घायलों को ऑक्सीजन के लिए सत्संग स्थल से साथ में आए परिजन व अन्य लोग अंदर कक्षों तक लेकर पहुंचे, लेकिन यहां तत्काल उपचार नहीं मिलने के कारण कई घायलों ने दम तोड़ दिया। जेनरेटर में नहीं था तेल टॉमा सेंटर और सीएचसी पर जेनरेटर है लेकिन जब उसे चलाने की बात आई तो पता चला कि उसमें तेल ही नहीं है। देर शाम तक स्वास्थ्य विभाग व प्रशसनिक अमला जेनरेटर के लिए तेल तक इंतजाम नहीं कर सका और पूरे परिसर में अंधेरा छाया रहा।

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Bodies in PM House : भगदड़ के बाद पोस्‍टमार्टम हाउस में लाशों का ढेर देख सिपाही को आया हार्ट अटैक…चंद मिनटों में मौत

अलीगढ़, 03 जुलाई। Bodies in PM House : हाथरस में आयोजित स्वयंभू संत भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एक साथ इतनी लाशों को देख कर उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही की भी तबियत खराब हो गई। पोस्टमार्टम हाउस में तैनात सिपाही रवि कुमार कुछ देर शवों को देखते रहे। धीरे-धीरे इनकी संख्या दो दर्जन से अधिक हुई, पीड़ित परिवारों की चीत्कार गूंजने लगी। इस गमगीन माहौल के बीच सिपाही रवि का कलेजा बैठने लगा। उन्हें बेसुध होता देख साथी सिपाही ललित कुमार ने तुरंत इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया मगर, जान नहीं बचा सके। 20 मिनट बाद रवि कुमार की मौत हो गई। खून, शव, पोस्टमार्टम… पुलिसकर्मियों के लिए दैनिक कार्य का हिस्सा होता है। विपरीत परिस्थितियों में वे खुद को ढाल चुके होते हैं। 10 वर्ष की नौकरी में रवि कुमार के सामने भी ऐसी विषम परिस्थितियां आईं होंगी फिर भी कभी कदम पीछे नहीं हटे। मगर, हाथरस हादसे के हृदय विदारक दृश्यों ने उन्हें ऐसा झकझोरा कि संभल न सके। शव देखकर बेसुध हो गए रव‍ि कुमारदोपहर दो बजे के बाद मेडिकल कालेज के पोस्टमार्टम हाउस पर शवों का आने का सिलसिला शुरू हुआ था, इसलिए रवि को शांति व्यवस्था के लिए भेजा गया। उनके साथ क्यूआरटी के अन्य सदस्य, कोतवाली नगर और कोतवाली देहात की फोर्स भी थी। सभी पुलिसकर्मी व्यवस्था संभालने में लगे थे, उसी दौरान कई शव देखकर रवि कुमार बेसुध हो गए। 2014 में हुए थे न‍ियुक्‍त पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, रवि बन्ना देवी थाना क्षेत्र के मुहल्ला सिद्धार्थ नगर के रहने वाले थे। एटा से उनके स्वजन भी पहुंच गए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रवि कुमार वर्ष 2014 में मृतकाश्रित में नियुक्त हुए थे। वह 17 जुलाई 2022 से अवागढ़ थाने में तैनात थे। 16 जून 2024 को एक माह की क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) में ड्यूटी करने पुलिस लाइंस आए हुए थे। हाथरस हादसे की सूचना पर क्यूआरटी को भी सतर्क किया गया था।

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Maut ka Satsang : हाथरस का भयावह मंजर…! लाशों के ढेर में अपनों की खोज…देखें Video

हाथरस, 03 जुलाई। Maut ka Satsang : हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में सत्संग के बाद मची भगदड़ में जिला मुख्यालय पर एक के बाद एक 27 लाशें पहुंची। बुधवार सुबह तक भगदड़ में मरने वाले 124 लोगों में से अधिकांश की पहचान कर ली गई है। सत्संग में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु आए थे। हादसे की जानकारी मिलने के बाद आए परिजन इन लाशों के ढेर में अपनों की खोज करते रहे। वीभत्स नजारा और परिजन की चीत्कार से हर किसी की आंखें नम हो गईं। पुलिस व प्रशासन शवों की पहचान कराने में देर शाम तक जुटा रहा। चारों ओर कफन में लिपटी लाशें मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस पर मंगलवार दोपहर बाद 3 बजे के करीब जैसे-जैसे शवों की संख्या बढ़ती गई, भीड़ भी जुटती गई। एंबुलेंस सायरन बजाते आती गई और लाशों के ढेर लगते चलते गए। कुछ घायलों को निजी वाहनों से भी मेडिकल कॉलेज लाया गया। जिनमें से अधिकांश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इनके साथ सत्संग में गए परिजन भीड़ में गुम हो गए और अपनों की तलाश करते रहे। शाम 5 बजे के बाद घायलों और शवों का आना बंद हुआ। तब तक पोस्टमार्टम हाउस पर भारी भीड़ जुट चुकी थी। भीड़ को देखकर जिले भर की पुलिस मोर्चरी पर बुला ली गई। अधिकारी लाउडस्पीकर के माध्यम से परिजन को बुलाकर शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराने में जुट गए। एएसपी धनंजय सिंह कुशवाहा ने माइक को संभाला। शवों के पास मिले नाम-पतों से घोषणा कर बुलाया जाता रहा। जो परिजन पहुंचे, उनके शवों को पोस्टमार्टम शुरू कराया गया। PM हाउस के बाहर खुले में बना वैकल्पिक दफ्तर मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम हाउस और आसपास भारी भीड़ का जमावड़ा हो गया। इसके चलते पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को भी कार्य करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ गया। इसके बाद टेंट से मेजें मंगाई गई और कई इंस्पेक्टर रेंक के कर्मियों को लगाकर पोस्टमार्टम के लिए दस्तावेज तैयार कराए गए। पुलिस अधिकारियों को लाउडस्पीकर पर कमान संभालनी पड़ी और व्यवस्थाओं को बनाए रखने की बार-बार अपील की जाती रही। इसके बाद एक-एक मृतक के परिजन को बुलाकर दस्तावेजों को तैयार कराने में सहयोग लिया गया और प्रक्रिया चलती रहीं।

Illegal Transportation of Cows: Big announcement...! Now there is no mercy for those who transport cows illegally...7 years imprisonment and 50 thousand... Listen here what the Deputy CM said
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Rapist Father : जांजगीर-चांपा जिले से शर्मनाक की हदें पार…! सौतेला नहीं…सगा पिता अपनी 12 साल की बेटी से करता रहा दुष्कर्म…दो बेटों को बिस्किट खरीदने भेज देता था बाहर

जांजगीर-चांपा, 03 जुलाई। Rapist Father : जांजगीर-चांपा जिले में 12 साल की लड़की से उसके ही 36 साल के बाप ने दुष्कर्म किया। बताया जा रहा है कि वारदात के दौरान बच्ची की मां काम करने बाहर गई थी। जबकि आरोपी ने अपने दोनों बेटों को पैसे देकर बिस्किट खरीदने के लिए भेज दिया था। जानकारी के मुताबिक, बच्ची की मां की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसमें बताया है कि वह 30 जून की सुबह काम करने के लिए गई हुई थी। घर में उसकी 12 साल की बेटी, 10 और 5 साल के दो बेटे थे। जब वह शाम करीब 6.30 बजे घर लौटी तो बेटी को रो रही थी। शराब के नशे में घर पहुंचा था आरोपी मां ने पुलिस को बताया कि काफी पूछने पर बेटी ने पिता के गलत काम की जानकारी दी। बच्ची ने बताया कि, दोपहर करीब 3 से 4 बजे के बीच पिता शराब के नशे में घर पहुंचा। इसके बाद उसे जबरदस्ती करते हुए कमरे में ले गया और वहां दुष्कर्म किया। ​ रेलवे स्टेशन के पास से पकड़ा गया आरोपी मां को उसके बड़े बेटे ने बताया की पापा ने हम दोनों भाई को पैसे देकर बिस्किट लाने के लिए भेजा था और दीदी के साथ गलत काम किया। पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन इतनी देर में आरोपी भाग निकला। काफी तलाश के बाद पुलिस ने उसे रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बच्ची से रेप (Rapist Father) करने की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस ने उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां पॉक्सो और रेप की धारा में उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

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Ashram Children Death : सनसनी…! युगपुरुष धाम आश्रम में 5 बच्चों की मौत…जांच करने पहुंचे SDM लगा रहे थे ठहाके…यहां देखें VIDEO

इंदौर, 03 जुलाई। Ashram Children Death : इंदौर के एक आश्रम में तबीयत बिगड़ने से 5 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं, मंगलवार को 20 बच्चों को इलाज के लिए चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर एसडीएम ओम नारायण बड़कुल खुद मौके पर पहुंचे, लेकिन वे मासूमों की मौत पर कार्रवाई करने के बजाय आश्रम संचालिका अनिता शर्मा के साथ हंसी-मजाक करते नजर आए। इसका एक वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने एसडीएम ओम नारायण बड़कुल को हटाकर निर्वाचन कार्यालय भेजा है। आश्रम द्वारा बाल कल्याण समिति को लिखे गए पत्र में खून में इंफेक्शन होने के बात लिखी गई है। पत्र में लिखा है कि 10 बालकों को ब्लड में इन्फेक्शन होने से उल्टी दस्त हो रहे थे, इसलिए तत्काल एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने हेतु भेजा गया है। पत्र में यह भी लिखा है कि बच्चों की स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर नहीं है। युगपुरूष धाम पहुंचे कलेक्टर इंदौर के पंचकुइयां स्थित युगपुरूष धाम में हुई घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर आशीष सिंह तुरंत संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ युगपुरूष धाम और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय पहुंचे। यहां उन्होंने बीमार बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। वहीं कलेक्टर सिंह ने अपर कलेक्टर राजेन्द्र रघुवंशी के नेतृत्व में फूड सेफ्टी, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों का दल भी प्रारंभिक जाँच के लिए युगपुरूष धाम भेजा। दल ने निरीक्षण कर खाद्य सामग्री के सेम्पल भी जाँच हेतु लिये है साथ ही ‍चिकित्सकों को निर्देशित किया है कि बीमार बच्चों का बेहतर से बेहतर इलाज सुनिश्चित करें। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया है कि युगपुरूष धाम के कुल 20 बच्चों को चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। वहीं विगत दो दिनों में पांच बच्चों की मृत्यु हुई है। कलेक्टर ने SDM को हटाया कलेक्टर के निर्देश पर जांच के लिए पहुंचे एसडीएम ओम नारायण बड़कुल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वे आश्रम संचालिका अनिता शर्मा के साथ हंसी-मजाक करते नजर आ रहे है। वही विडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने एसडीएम ओम नारायण बड़कुल को एसडीएम पद से हटाते हुए उन्हें जिला निर्वाचन कार्यालय में अटैच किया है। मानसिक रूप से कमजोर बच्चों का है आश्रम इंदौर के पंचकुइया रोड स्थित श्री युगपुरुष धाम आश्रम में मानसिक दिव्यांग बच्चों को रखा जाता है। यहां अलग-अलग जिलों से बच्चों को चाइल्ड लाइन या अन्य संस्थाओं के माध्यम से सौंपा जाता है। यहां फिलहाल 200 से अधिक मानसिक दिव्यांग बच्चे हैं। कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक विगत दो दिनों में चार बच्चों की मृत्यु हुई है।

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Lover Private Part Cut : ‘मैंने उसका गुप्तांग चाकू से काट दिया और बाथरुम में फ्लैश कर दिया’…! लेडी डॉक्टर अपने प्रेमी से है बेहद खफा…विस्तार यहां जानें

छपरा, 03 जुलाई। Lover Private Part Cut : बिहार के सारण में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक तरफ जहां देश मे नए कानून लागू किये जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सोमवार 1 जुलाई को सारण में एक बड़ी घटना हुई है। जानकारी के मुताबिक मढ़ौरा में एक निजी अस्पताल की कथित डाक्टर अभिलाषा कुमारी ने अपने प्रेमी वार्ड पार्षद वेद प्रकाश का गुप्तांग काट दिया। मामले की जानकारी मिलने के बाद मढ़ौरा थाना पुलिस ने वार्ड पार्षद को रेफरल अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस ने युवक के छपरा सदर अस्पताल भेजवा दिया, जहां से गंभीर अस्थिति में डॉक्टरों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया। शादी का झांसा देकर लगातार बनाया शारीरिक संबंध इस घटना के बाद महिला चिकित्सक ने पुलिस के सामने बताया कि उसका प्रेम प्रसंग साल भर से था और वेद प्रकाश से उसका शारिरिक संबंध हमेशा बनता था‌, लेकिन विवाह के नाम पर बहाना बनाता‌ था‌। सोमवार की सुबह 11 बजे के लगभग में विवाह की बात को लेकर विवाद हुआ तो मैंने उसका गुप्तांग चाकू से काट दिया और बाथरुम में फ्लैश कर दिया। सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने बताया कि आज सुबह 11 बजे की लगभग की घटना बताई जा रही है। एक महिला हैं जिनका प्रेम संबंध वर्षो से उनके प्रेमी के साथ चल रहा था। 7 से 8 बार वो बता रही है कि शादी के लिए भी बात हुई, लेकिन शादी के लिए वो इनकार कर गया। तीन बार करा चुकी है अबॉर्शन प्रेमिका ने बताया कि तीन बार अबॉर्शन भी करवाया है। शादी के नाम पर हमेशा कुछ न कुछ बहाना बनाकर इनकार कर देता था। इस बार कोर्ट मैरिज को लेकर तैयार हुआ, लेकिन फिर इनकार कर दिया। प्रेमिका ने ही पुलिस को बुलाया घटना के बाद खुद प्रेमिका ने पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रेमी को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा। हालांकि, डॉक्टर ने उसे पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया है। पीड़ित प्रेमी का अधिक खून बहने के कारण स्थिति नाजुक बनी हुई है। घटना के बारे में मढ़ौरा थानाध्यक्ष ने बताया कि थाना क्षेत्र के गढ़देवी चौक के पास से प्रेमिका ने प्रेमी का प्राइवेट पार्ट काट दिया है। इसमें महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। महिला गढ़ देवी चौक के पास नर्सिंग होम का संचालन करती है। बेहोशी की हालत में काटा प्राइवेट पार्ट : SP इसी घटना से नाराज होकर आज दोनों एक जगह पर मिले थे। चुकि ये महिला खुद एक नर्सिंग होम चलाती है। उस युवक को बेहोश किया और बेहोशी की हालत में उसके प्राइवेट पार्ट को काट दिया है। घटना की सूचना मिलने पर तुरंत वहां पर पुलिस पहुंची। मौके से जो चाकू था वो बरामद किया है और उसके साथ उस महिला को भी हिरासत में ले लिया गया है। जख़्मी का इलाज करवाया जा रहा है, इसकी स्थिति अभी ठीक है। इसमें हम लोग आगे कार्रवाई कर रहे हैं।