13 February 2025

BJP Parliamentary Board: Ravi Shankar Prasad and OP Dhankar became central observers...! See the preparations for the new leadership in Delhi here
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President Rule : बिग ब्रेकिंग…! मणिपुर में लगा राष्ट्रपति शासन…मैतेई और कुकी के बीच हिंसा…कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर

मणिपुर, 13 फरवरी। President Rule : मणिपुर में बीरेन सिंह के सीएम पद से इस्तीफे के बाद अब सूबे में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा के चलते कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बीते रविवार को बीरेन सिंह ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से ही नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाने के लिए बीजेपी नेताओं की बैठकों का दौर शुरू हो गया था। मणिपुर प्रभारी संबित पात्रा बीजेपी के दिग्गज नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे थे। हालांकि अब सूबे में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। संविधान के अनुच्छेद 174(1) के अनुसार राज्य विधानसभाओं को अपनी अंतिम बैठक के छह महीने के भीतर बुलाना अनिवार्य है। मणिपुर में पिछला विधानसभा सत्र 12 अगस्त 2024 को बुलाया किया गया था, लेकिन बीते दिन यानी बुधवार को विधानसभा सत्र बुलाने की समय सीमा खत्म हो गई। हिंसा के बीच बीरेन सिंह ने दिया था इस्तीफा हालांकि, राज्यपाल अजय भल्ला ने रविवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र को सस्पेंड कर दिया। बीरेन सिंह ने अपनी सरकार के अविश्वास प्रस्ताव और महत्वपूर्ण फ्लोर टेस्ट का सामना करने से ठीक एक दिन पहले पद छोड़ दिया, जिससे राजनीतिक टकराव की संभावना टल गई। मई 2023 में मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के लगभग 2 साल बाद और विपक्ष के बढ़ते दबाव के बीच उनका इस्तीफा आया, जो लगातार उन्हें हटाने की मांग कर रहा था। कांग्रेस ने लगाया ये आरोप कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि विधानसभा में कांग्रेस के नियोजित अविश्वास प्रस्ताव से पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का इस्तीफा मणिपुर के लोगों को नहीं, बल्कि भाजपा को बचाने के लिए था, क्योंकि लगभग दो साल से जातीय हिंसा जारी है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने जहां इस फैसले को बहुत देर से लिया गया बताया, वहीं लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि भाजपा के पास पूर्वोत्तर राज्य में शांति बहाल करने का कोई रोडमैप नहीं है।  ऑडियो क्लिप हुई थी लीक मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस्तीफे का फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा मणिपुर हिंसा में उनकी कथित भूमिका से जुड़े लीक हुए ऑडियो क्लिप की जांच के आदेश के कुछ दिनों बाद लिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑडियो क्लिप में बीरेन सिंह कथित तौर पर यह सुझाव देते सुने गए थे कि मणिपुर में जातीय हिंसा के दौरान मैतेई समूहों को राज्य सरकार से हथियार और गोला-बारूद लूटने की अनुमति दी गई थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक सीलबंद फोरेंसिक रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद राजनीतिक दबाव और कांग्रेस की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव ने हालात और गंभीर बना दिए। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का इस्तीफा ये दिखाता है कि बढ़ते जन दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव ने सरकार को जवाबदेह बनने के लिए मजबूर किया।

MPPSC: Deadly dance video of a woman who became an Excise Officer through Divyang quota goes viral...! She gave the interview walking with the help of crutches... Everyone was surprised to see her defiant dance after hip replacement surgery... Watch here
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MPPSC : दिव्यांग कोटे से Excise Officer बनी महिला का जानलेवा डांस VIDEO वायरल…! बैसाखी के सहारे चलकर दिया था इंटरव्यू…हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद उद्दंड डांस देख सभी अचंभित…यहां देखें

पूर्णिया, 13 फरवरी। MPPSC : मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्ती में धांधली के आरोप लगे हैं। दिव्यांग कोटे से चयनित प्रियंका कदम का डांस वीडियो वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया है। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने आरोप लगाया है कि दिव्यांग कोटे का दुरुपयोग किया गया है। इस मामले में लोक सेवा आयोग से जांच की मांग की जा रही है। आरोप है कि दिव्यांग कोटे से भर्ती में खेल हुआ है जिनका चयन हड्डी से जुड़े रोग में दिव्यांग कोटे से हुआ है उनके डांस के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन का आरोप है कि MPPSC की साल 2022 की भर्ती में प्रियंका कदम का चयन धांधली से हुआ है। दरअसल, एमपीपीएसी भर्ती 2022 में प्रियंका कदम का चयन दिव्यांग कोटे से हुआ था और वे फिलहाल जिला आबकारी अधिकारी हैं, लेकिन हाल ही में उनके डांस के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। प्रियंका कदम की कहानी बड़ी मार्मिक है। प्रियंका के पिता चाय नाश्ते की दुकान चलाते हैं। प्रियंका की मां सिलाई का काम करती है। किराए के घर में बड़ी मुश्किल से गुजर बसर होती थी। कोचिंग की फीस और पढ़ाई का खर्चा तो संभव ही नहीं था क्योंकि परिवार के पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे। मुख्यमंत्री से ₹100000 की सहायता मिली। दोनों पैरों की टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के लिए ₹100000 भी काफी नहीं थे लेकिन प्रियंका के दोस्त बड़े अच्छे हैं। उन्होंने प्रियंका की मदद की। दोनों पैरों की टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के कारण प्रियंका कदम अस्थि बाधित दिव्यांग कैटेगरी में आ गई है। इस विशेष आरक्षण के कारण ही प्रियंका का सिलेक्शन डिप्टी कलेक्टर पद के लिए हो गया है। पेनकिलर खाकर डांस करती   एक तरफ प्रियंका की दर्द भरी कहानी और दूसरी तरफ ऐसी जानलेवा उद्दंडता। प्रियंका के डांस का वीडियो वायरल होने के बाद जब भोपाल के प्रतिष्ठित पत्रकार देवेंद्र मीणा ने प्रियंका से सवाल किया, तो प्रियंका ने बताया कि, डॉक्टर ने बहुत सारे रिस्ट्रिक्शन बताए। दस-पंद्रह मिनट तो अच्छे से चल लेती हूं उसके बाद पैरों में सूजन आ जाती है। पैर दर्द होने लगता है। पेनकिलर खानी पड़ती है। दस-पंद्रह मिनट से ज्यादा बैठ नहीं सकती हूं। रिस्ट्रिक्टेड लाइफ है। लोगों को दिखती हूं कि नॉर्मल हूं। दर्द सहने की आदत पड़ गई है। ज्यादा दर्द होता है तो पेनकिलर खा लेती हूं। डॉक्टर ने डांस करने के लिए मना किया है। पेनकिलर खाकर डांस कर सकती हूं। एंजॉयमेंट के लिए थोड़ा बहुत 5-10 मिनट डांस कर लेती हूं।  हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद भी ऐसा जानलेवा डांस डाक्यूमेंट्स एकदम क्लियर है परंतु प्रियंका की कई चीजे मैच नहीं कर रही है। प्रियंका का कहना है कि 10 मिनट भी ठीक से नहीं चल पाती। राज्य सेवा मुख्य परीक्षा क्लियर करने के बाद जब 12 नवंबर 2024 को इंटरव्यू के लिए MPPSC INDORE गई थी तो बैसाखी के सहारे चलकर इंटरव्यू दिया था। डांस का जो वीडियो सामने आ रहा है, उसमें प्रियंका जो डांस स्टेप कर रही है, इसके कारण कूल्हे पर सबसे ज्यादा प्रेशर पड़ता है। सवाल सिर्फ इतना सा है कि, जब टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हो गई है तो फिर ऐसा जानलेवा डांस करने की क्या जरूरत है। डांस के दूसरे कई ऐसे स्टेप होते हैं जिनसे कूल्हे पर प्रेशर नहीं पड़ता। हालांकि प्रियंका, किसी भी प्रकार की जांच और कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार है। उसे पहले से पता था कि यह सब कुछ होने वाला है।

Cruelty MLA: Cruel face of MLA...! Block vice president was held hostage in his house and beaten with bike's soccer... when he was not satisfied, he was made to drink urine when he asked for water
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Cruelty MLA : विधायक का क्रूर चेहरा…! ब्लॉक उपाध्यक्ष को घर में बंधक बनाकर बाइक के सॉकर से पीटा…मन नही भरा तो पानी मांगने पर पेशाब पिलाया

पूर्णिया, 13 फरवरी। Cruelty MLA : जिले के बायसी विधानसभा क्षेत्र के राजद विधायक सैयद रुकनुद्दीन अहमद का क्रूर चेहरा सामने आया है। विधायक ने अपने कुछ समर्थकों के साथ जदयू के प्रखंड उपाध्यक्ष रेहान फैजल को बाजार से अगवा किया और आवास पर ले गए, फिर बंधक बनाकर न केवल जमकर पिटाई की, बल्कि पानी मांगने पर पेशाब पिला दिया। यह घटना बायसी थाना क्षेत्र के बैरिया गांव स्थित विधायक के निज आवास पर घटी है। इस संबंध में पीड़ित के आवेदन पर बायसी थाना में विधायक व उनके भाई समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस मामले के अनुसंधान में जुट गई है। अस्पताल में चल रहा इलाज इधर, पीड़ित का उपचार पूर्णिया राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। पीड़ित जदयू नेता का घर भी बैरिया गांव में ही है। इस मामले में जब विधायक से संपर्क का प्रयास किया गया तो उनका एक मोबाइल स्वीच ऑफ था और दूसरे पर कॉल रिसीव नहीं हुई। क्या है पूरा मामला? जख्मी जदयू प्रखंड उपाध्यक्ष रेहान फैजल ने बताया कि विधायक ने बैरिया में चंपादेवी नामक महिला की जमीन पर गलत तरीके से कब्जा कर लिया है। वे इस मामले में महिला की मदद कर रहे हैं। इसी तरह विधायक ने अपने परिवार के सभी सदस्यों के नाम से मनरेगा का जॉब कार्ड बनवा रखा है। इस संबंध में भी उन्होंने वरीय अधिकारियों को आवेदन दिया था। साथ ही क्षेत्र में घूम-घूमकर जॉब कार्ड को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे थे। इससे विधायक नाराज चल रहे थे। वे बुधवार की शाम पीड़ित महिला के बुलाने पर बैरिया मार्केट गए थे। इसकी जानकारी मिलते ही विधायक कुछ गुंडे भिजवाकर उन्हें अगवा कर लिया और बैरिया स्थित अपने आवास पर लेकर चले गए। पैर और हाथ में आई चोट कमरे में बंधक बनाकर बेंत और बाइक के सॉकर से बुरी तरह पीटा। इसमें उनके दाएं पैर और बाईं हाथ की हड्डी टूट गई। साथ ही शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी गंभीर चोटें आई है। इसके बाद पानी मांगने पर उन्हें पेशाब पिला दिया गया। वे चाकू से उन्हें मारना चाहते थे। तब तक पत्नी, घरवालों के अलावा काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। किसी तरह घरवालों और ग्रामीणों ने उनकी जान बचाया। ‘इलाके में गुंडाराज चला रहे’ अस्पताल में मौजूद पीरपैंती विधानसभा प्रभारी मु. शाहिद रजा ने कहा कि जदयू नेता की बर्बरतापूर्ण पिटाई की गई और उसकी तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए। वे इलाके में गुंडाराज चला रहे हैं। प्राथमिकी में विधायक सैयद रुकनुद्दीन अहमद के साथ-साथ सैकुउद्दीन, सैयद गुलाम गौस, सैयद हसनैन, सैयद गुलाम रसूल व मु.दस्तगार का नाम शामिल है।

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Woman Named Contractor AS Sarpanch : महिला ने ठेकेदार के नाम कर दी सरपंची…500 रुपये के स्टांप पर लिखा- ‘जहां कहेंगे वहां साइन करूंगी’…जाने पूरा मामला…

नीमच, 13 फरवरी। Woman Named Contractor AS Sarpanch : मध्यप्रदेश के नीमच में दाता ग्राम पंचायत की सरपंच कैलाशीबाई कछावा ने अपनी सरपंची ठेकेदार के नाम कर दी है। वसीयत की तरह 500 रुपये के स्टांप में सरपंच ने अपने सारे अधिकार ठेकेदार को देने की बात कही है। स्टांप में यह भी लिखा है कि महिला अपने काम पूरे नहीं कर पा रही है। इसी वजह से वह सरपंच के अधिकार ठेकेदार को दे रही (Woman Named Contractor AS Sarpanch)है। देश में पहली बार ऐसा हुआ है, जब जमीन जायदाद की तरह सरपंची ट्रांसफर की गई है। सरपंच कैलाशीबाई ने गांव के ही सुरेश गरासिया के साथ 24 जनवरी को अनुबंध किया था और अपनी सरपंची उसे सौंप दी थी। हालांकि, महिला के पति का कहना है कि यह अनुबंध धोखा देकर किया गया है। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी कैलाशीबाई पढ़ी-लिखी नहीं है। ठेकेदार ने सरपंच के पति के नशीला पदार्थ पिलाया था। इसके बाद उसकी पत्नी को हस्ताक्षर करने के लिए कहा। स्टांप में गवाहों की साइन 500 रुपये के स्टांप में जो अनुबंध किया गया है, उसमें गवाह के बतौर गांव के सदाराम, मन्नालाल और सुरेश के हस्ताक्षर के साथ सरपंच की सील और हस्ताक्षर हैं। अनुबंध में लिखा है कि मनरेगा, पीएम आवास, वाटरशेड सहित शासन के सभी काम सुरेश ही देखेंगे। अगर अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन होता है तो सरपंच चार गुना हर्जाना भी भरेंगी। हालांकि, अब कोई भी पक्ष इस अनुबंध को स्वीकार नहीं कर रहा है। सरपंच के पति ने नशे में हस्ताक्षर कराने की बात कही तो जिला पंचायत, सीईओ अमन वैष्णव ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। ऐसा हुआ है तो सरपंच को पद से हटा (Woman Named Contractor AS Sarpanch) देंगे। वहीं, ठेकेदार सुरेश गरासिया का कहना है कि उसने कोई अनुबंध नहीं किया है। वह ठेकेदार है और सात पंचायतों में ठेकेदारी करता है। अनुबंध में स्वीकृति का भी जिक्र अनुबंध में यह भी कहा गया है कि ठेकेदार के सरपंच वाला काम करने से किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी। ऐसा होने पर पूरी जिम्मेदारी सरपंच की (Woman Named Contractor AS Sarpanch)होगी। सरपंच ने यह भी वादा किया है कि वह जब तक सरपंच हैं तब तक के लिए अनुबंध मान्य है। वह इसे स्वीकार करने में कोई आनाकानी नहीं करेंगी। हमेशा ठेकेदार के कहने पर हस्ताक्षर करेंगी। अनुबंध में यह भी लिखा है कि इसे दोनों पक्ष राजी खुशी के साथ पूरे होशो हवास में अपनी सहमती एवं स्वीकृती से पढ़कर, सुनकर हस्ताक्षर कर रहे हैं।

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Entered Breaking Glass AC Coach : दरवाजे से नहीं चढ़ पाए तो AC कोच के शीशे तोड़कर अंदर घुसे…खुली खिड़की के साथ रवाना हुई ट्रेन…देखें Video…

मधुबनी, 13 फररवरी। Entered Breaking Glass AC Coach : बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कई लोग ट्रेन के एसी कोच की खिड़कियों में लगे शीशे तोड़ते नजर आ रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन प्लेटफॉर्म पर खड़ी है। दरवाजे पर भारी भीड़ लगी हुई है, लेकिन किसी के भी अंदर घुसने की जगह नहीं है। ऐसे में कई लोग खिड़कियों के शीशे तोड़ने में लगे हैं। किसी के हाथ में पत्थर है तो कोई लात मारकर पूरी खिड़की तोड़ने की कोशिश कर रहा है। थोड़ी देर तक प्रयास करने के बाद लोग खिड़की तोड़ने में सफल हो जाते हैं और टूटी हुई खिड़की से ही कई लोग ट्रेन के अंदर दाखिल हो जाते (Entered Breaking Glass AC Coach) हैं। बताया जा रहा है कि इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं। स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस का वीडियो बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो दो दिन पुराना है। यह मधुबनी रेलवे स्टेशन का है। जिस ट्रेन के एसी कोच के शीशे तोड़े जा रहे हैं। उसका नाम स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस है। घटना के संबंध में ट्रेन में सवार यात्रियों ने बताया कि जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में कुंभ स्नान को लेकर यात्रियों की काफी भीड़ (Entered Breaking Glass AC Coach)थी। जनरल कंपार्टमेंट से लेकर एसी कोच में पैर रखने की जगह नहीं थी। मधुबनी में हुई घटना यात्री ने बताया कि कुछ लोग मधुबनी स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। ट्रेन में पहले से ही भीड़ होने की वजह से डब्बे को बंद कर दिया गया था। इसके कारण मधुबनी स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने के लिए यात्रियों ने ट्रेन के सभी एसी कोच के शीशे फोड़ (Entered Breaking Glass AC Coach) डाले। इसमें कई यात्री चोटिल हो गए हैं। इस घटना के बाद से ट्रेन में सवार यात्रियों में रेल प्रशासन को लेकर खासी नाराजगी देखने को मिली। यात्रियों का कहना था कि घटना के दौरान वहां न तो टीटीई मौजूद था और न ही कोई सुरक्षाकर्मी। घटना के बाद भरी ठंड में टूटी हुई खिड़की के साथ ही ट्रेन को दिल्ली रवाना कर दिया गया। वीडियो में साफ दिख रहे चेहरे ट्रेन के शीशे तोड़ने का जो वीडियो सामने आया है, उसमें सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के चेहरे साफ नजर आ रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई की सूचना नहीं दी है। वीडियो में एक युवक ऐसा भी नजर आ रहा है, जो लात मारकर हर शीशे को तोड़ने की कोशिश कर रहा है। एक शीशा टूटने पर दूसरा शीशा तोड़ने में जुट जाता है। शीशा टूटते ही पीछे खड़े यात्री ट्रेन के अंदर घुसने लगते हैं, लेकिन यह युवक दूसरा शीशा तोड़ने में लग जाता है।

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People Sat in Luggage Area : बस में नहीं मिली सीट तो लगेज एरिया में बैठ गए लोग…Video देख आप भी हो जाएंगे हैरान…

नई दिल्ली, 13 फरवरी। People Sat in Luggage Area : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कब क्या नजर आ जाए, कोई इसका अंदाजा नहीं लगा सकता है। हर दिन अलग-अलग वीडियो को लोग अपने-अपने अकाउंट से पोस्ट करते हैं और जो वीडियो सबसे अलग और ध्यान खींचने वाला होता है, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है। अब वो प्लेटफॉर्म चाहे एक्स हो, इंस्टाग्राम हो या फिर फेसबुक हो, वीडियो हर जगह वायरल होता है। अलग-अलग समय पर ही सही लेकिन अधिकतर लोगों की फीड पर वीडियो पहुंच भी जाता है। आप अगर सोशल मीडिया यूजर (People Sat in Luggage Area)हैं तो फिर आपने भी ऐसे तमाम वायरल वीडियो और कंटेंट देखे होंगे। अभी भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आइए आपको उस वीडियो के बारे में बताते हैं। वायरल वीडियो में क्या दिखा? एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचने के कई साधन हैं। लोग अपनी कार या बाइक से भी जाते हैं, कई लोग बस और ट्रेन का भी सहारा लेते हैं। मगर जब लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट से कहीं जाना हो और उन्हें सीट नहीं मिलती तो वो अपना प्लान कैंसल कर देते हैं। लेकिन वायरल वीडियो में कुछ अलग ही देखने को मिला। वायरल हो रहे वीडियो में नजर आ रहा है कि कई लोग बस के लगेज एरिया में बैठे हुए हैं। अब यह वीडियो कब और कहां का है इसकी जानकारी नहीं है मगर ऐसा दावा किया जा रहे है कि ये लोग महाकुंभ जा रहे (People Sat in Luggage Area)हैं। अभी महाकुंभ जाने के लिए ऐसे ही मारा-मारी चल रही हो तो हो भी सकता है कि वीडियो वहीं जाने वाले लोगों का हो। खैर हम इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। यहां देखें वायरल वीडियो आपने अभी जो वीडियो देखा उसे इंस्टाग्राम पर ramcharn4942 नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है। खबर लिखे जाने तक वीडियो का काफी लोगों ने देख लिया (People Sat in Luggage Area)है। वीडियो देखने के बाद एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- ये मरने का जुगाड़ है। दूसरे यूजर ने लिखा- इस बस के ऊपर कार्यवाही किया जाए। तीसरे यूजर ने लिखा- इसकी गाड़ी को सीज करना चाहिए। एक अन्य यूजर ने लिखा- लाइफ को ऐसे जोखिम में डालकर यात्रा नहीं करना चाहिए। View this post on Instagram A post shared by R.C.Shiganiya (@ramcharn4942)

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Car Hits Girl Students : सड़क किनारे खड़ी छात्राओं को तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर…हवा में उछलकर गिरीं…सामने आया दिल दहला देने वाला CCTV फुटेज…

मुरादाबाद, 13 फरवरी। Car Hits Girl Students : शहर में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे का मामला सामने आया। यहां रोड किनारे खड़ी छात्राओं को तेज रफ्तार से आ रही एक बलेनो कार ने टक्कर मार दी। कार ने स्कूल की 5 छात्राओं को जबरदस्त टक्कर मारी, जिससे छात्राएं कार के साथ घसीटते हुए बहुत दूर तक चली गईं और उछलकर दूर जा गिरीं। सभी छात्राओं को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक छात्रा की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं पुलिस ने आरोपी कार चालक को हिरासत में ले लिया है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। तेज रफ्तार में थी कार दरअसल, मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस की टीडीआई सिटी कॉलोनी में रोड किनारे कुछ छात्राएं खड़ी थीं। उन्हें दूसरे स्कूल में कार्यक्रम में जाना (Car Hits Girl Students)था। इसी बीच एक तेज रफ्तार से आती कार ने सभी को जोरदार टक्कर मार दी। कार सभी छात्राओं को घसीटते हुए दूर तक ले गई। इस हादसे में छात्राएं उछलकर रोड पर गिर गईं। वहीं हादसे के बाद पास ही खड़े अन्य छात्र और स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए। उन्होंने आनन-फानन में सभी घायल छात्राओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। हवा में उछलकर दूर गिरी छात्राएं बताया जा रहा है कि सभी छात्राएं 12वीं में पढ़ने वाली शिरडी साईं स्कूल की हैं। ये सभी गोल्डन गेट स्कूल में एक कार्यक्रम में आईं थीं और वापस जाने के लिए सड़क के किनारे खड़ी थीं। तभी एक बलेनो कार सवार ने उन्हें रौंद दिया। सभी को एशियन विवेकानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पर सभी छात्राओं के परिजन व स्कूल प्रशासन के लोग अस्पताल पहुंच गए। वहीं एक घायल छात्रा ने बताया कि पांच-छह छात्राएं खड़ी (Car Hits Girl Students)थीं। तभी एक तेज रफ्तार से आ रही बलेनो कार ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे सभी घायल हो गईं। चालक के पास नहीं था ड्राइविंग लाइसेंस वहीं पुलिस ने बताया कि घटना थाना सिविल लाइन के रामगंगा विहार की है। पांच-छह छात्राओं को एक तेज गति से आ रही बलेनो कार ने टक्कर मार दी है। इसमें से एक छात्रा की हालत थोड़ी खराब है, बाकी सब नॉर्मल हैं। कार चालक को पकड़ लिया गया है। पुलिस का कहना है कि शायद वह कार चलाना सीख रहा था, क्योंकि उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है, इसके बाद कार्रवाई की जायेगी।

Raipur

Raipur Theft Exposed : पुलिस ने सुलझा लिया 60 लाख की लूट का मामला…पड़ोसी निकला मास्टरमाइंड

रायपुर, 13 फरवरी। Raipur Theft Exposed : रायपुर के अनुपम नगर में 60 लाख की डकैती के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिन बुजुर्ग भाई-बहनों के घर डकैती डाली गई उनके पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने ही इस डकैती की साजिश रची थी। मिली जानकारी के मुताबिक, रायपुर पुलिस ने डकैती में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि, वेलु परिवार के पड़ोसी ने ही साजिश रची थी। इस साजिश में नागपुर का एक युवक भी शामिल था। पुलिस पूरे मामले का खुलासा शाम तक करेगी। उल्लेखनीय है कि, अनुपम नगर डी-14 में रहने वाले मनोहरा वेल्लू, उनकी बहन प्रेमा वेल्लू तथा रजनी वेल्लू के घर डकैती की घटना हुई है। मनोहर सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं। उनकी एक बहन सालेम स्कूल में अंग्रेजी की शिक्षिका है। एक अन्य बहन पूर्व में शिक्षिका थी। मनोहरा तथा उनकी बहनों ने पुलिस को बताया कि दोपहर 2.35 बजे पांच लोगों ने उनके घर के दरवाजे की कॉलबेल बजाई। सेना की वर्दी में होने की वजह से मनोहरा ने सभी को अंदर आने दिया और उन्हें एक सोफा पर बैठाया। इसके बाद मनोहरा तथा उनकी बहनों ने महिला सहित पांचों को चाय के लिए ऑफर किया, जिस पर पांचों ने चाय पीने से इनकार कर दिया। इस दौरान एक बदमाश ने मनोहरा से कहा कि आप लोगों ने पुलिस में शिकायत की थी, इस वजह से वे वहां पहुंचे हैं। गोली मारने की दी धमकी बातचीत के दौरान एक बदमाश ने जेब से पिस्टल निकालते हुए कहा कि वो लाल सलाम से हैं, हल्ला करने पर गोली मारने की धमकी दी। साथ ही बुजुर्ग भाई बहनों से घर में रखी नकदी उनके हवाले करने कहा। इस दौरान बदमाशों ने तीनों भाई बहनों को डराने के लिए निडिल से बेहोशी का इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाने की वजह से एक बहन बेहोश हो गई। इसके बाद बदमाशों ने तीनों के मुंह को टेप से बांध दिया। दीवान में रखे नोटों से भरे बैग ले उड़े बुजुर्ग भाई बहनों ने दीवान के अंदर दो थैलों में नकदी 60 लाख रुपए रखे थे, जिसे बदमाशों ने खुद निकाल लिया। इसके अलावा एक छोटा बैग रखा हुआ था, जिसमें घर खर्च के लिए 15 से 20 हजार रुपए रखे हुए थे। बदमाशों ने उसे भी लूट लिया। बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के बाद भागते हुए बुजुर्ग भाई बहनों को घर से नहीं निकलने तथा शोर नहीं मचाने की धमकी दी। शोर मचाने पर बदमाशों ने गोली मारने की धमकी दी। महिला ने खुद उतार दी गले से चेन डकैती के दौरान महिला बदमाश जो पीली साड़ी पहनी हुई थी, उसकी नजर मनोहारा की एक बहन जिनके गले में सोने की चेन थी, उसे खींचकर निकालने की कोशिश की। इस पर महिला ने अपने गले की हड्डी में प्रॉब्लम होने की बात कहते हुए स्वयं गले से चेन उतारकर महिला बदमाश के सुपुर्द कर दिया। स्नीफर डॉग पांच सौ मीटर के बाद लौटा घटना के बाद मौके पर पुलिस के डॉग स्कवॉयड के साथ फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम पहुंची थी। स्नीफर डॉग घर से पांच सौ मीटर दूर एक गार्डन तक गया, उसके बाद डॉग लौट आया। डकैतों ने अपनी कार को बुजुर्ग भाई बहनों के घर के पास ही पार्क की थी। पुश्तैनी जमीन बेचकर जुटाई थी रकम मनोहर वेणु ने कुछ दिन पहले ही अपनी पुरखौती जमीन का सौदा किया था, जिससे उन्हें 60 लाख रुपए मिले थे। पैसा को उन्होंने घर में अलमारी में रखा था। इससे यह अंदाज लगाया जा रहा है कि डकैतों में से कोई न कोई इससे वाकिफ था कि मनोहर के घर में कैश रखा हुआ था। पुलिस उस एंगल से भी जांच कर रही है। चुनाव की वजह से अलर्ट थे जवान डकैत कितने बेखौफ थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भरी दोपहरी में घटना को अंजाम दिया। रायपुर की गली-गली में पुलिस तैनात थी। लोगों की भीड़ थी। हर वार्ड में वोट डाले जा रहे थे। पुलिस अफसर और जवान बड़ी संख्या में तैनात थे। लेकिन डकैतों ने खुलेआम वारदात को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस का दावा है कि डकैतों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।

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Fish Gallbladder : शख्स ने अनजाने में खाया मछली का गॉलब्लैडर तो बिगड़ी तबीयत…हॉस्पिटल में कराना पड़ा एडमिट…

इंदौर, 13 फरवरी। Fish Gallbladder : मध्य प्रदेश के इंदौर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने अनजाने में मछली का गॉलब्लैडर खा लिया, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराना पड़ा। शख्स की उम्र 42 साल थी और मछली का गॉलब्लैडर खाने के बाद उसे उल्टी-दस्त शुरू हो गए। डॉक्टर ने क्या बताया? शहर के एक निजी अस्पताल के किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. जय सिंह अरोरा ने बताया कि 42 वर्षीय व्यक्ति ने अनजाने में मछली का पित्ताशय खा लिया था जिसके कुछ घंटों बाद उसे उल्टी-दस्त शुरू हो (Fish Gallbladder)गए। उन्होंने बताया कि शुरुआत में मरीज और उसके परिजन इसे फूड प्वाइजनिंग का मामला समझते रहे लेकिन जांच में पता चला कि उसके क्रिएटिनिन के साथ ही यकृत (लिवर) के दो एंजाइम-एसजीओटी और एसजीपीटी का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया था। अरोरा ने बताया, ‘गंभीर हालत में हमारे पास पहुंचा मरीज अस्पताल में हफ्ते भर तक भर्ती रहा। इसके बाद भी उसका इलाज जारी रहा। फिलहाल वह स्वस्थ है।’ उन्होंने बताया कि मछली के पित्ताशय में ‘सोडियम साइप्रिनोल सल्फेट’ नाम का जहरीला तत्व होता है जो मनुष्य के शरीर में पहुंचने पर यकृत (लिवर) और गुर्दे (किडनी) को तेजी से नुकसान पहुंचा सकता है। ये पहली बार नहीं हुआ है कि मछली खाकर किसी की तबीयत बिगड़ी हो, इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। ऐसे में मछली खाने वालों को ये ध्यान रखना चाहिए कि वह जो खा रहे हैं, उसके प्रति वह पूरी तरह जानकारी (Fish Gallbladder)रखें। जरा सी लापरवाही की वजह से जान जाने की नौबत आ सकती है। इस घटना के सामने आने के बाद लोगों का कहना है कि भूल से भी मछली का गॉलब्लैडर ना खाएं, ये जानलेवा हो सकता है और स्वाद के चक्कर में जान नहीं दी जा सकती है।

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Viral News Of Anokhi Shadi : ना फेरे…ना पंडित और ना ही लगा सिंदूर…मंत्र की जगह पढ़ा गया ये…भगवान की प्रतिमा नहीं बल्कि इस प्रतिमा के सामने हुई शादी…देखें इस अनोखी शादी का Video…

खरगोन, 13 फरवरी। Viral News Of Anokhi Shadi : मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई एक शादी इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है| इस शादी में दूल्हा दुल्हन ने फेरे लिए न ही कोई मंत्रोच्चार किया| इतना ही नहीं इस शादी में तो दुल्हन की मांग में सिंदूर भी नहीं भरा गया| बल्कि ये विवाह संविधान और बाबा साहब को साक्षी मानकर संपन्न किया गया है| ये अनूठा विवाह फिलहार चर्चा का विषय बना हुआ (Viral News Of Anokhi Shadi)है| ये विवाह खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर एक गांव में संपन्न हुआ है| अग्नि, फेरे और सिंदूर नहीं है कोई नाताइस गांव में अनुसूचित जाति के वर-वधु ने बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा को माला पहनाकर ये विवाह रचाया| 28 साल के दूल्हे जितेंद्र वर्मा और 26 साल की वेदिका ने संविधान को साक्षी मानकर एक दूसरे को पति और पत्नी के रूप में स्वीकार किया| ये विवाह सहायक शिक्षक राधेश्याम वर्मा के परिवार में संपन्न (Viral News Of Anokhi Shadi)हुआ| बता दें कि इस विवाह में मंडप और पैहरावनी का आयोजन तो था बस अग्नि, फेरे और सिंदूर से इस विवाह का कोई नाता नहीं था| समानता का भाव लाने का किया संकल्प अंत में दूल्हा-दुल्हन ने संविधान की उद्देशिका की शपथ ली और विवाह बंधन में बंधे। उनके साथ वहां पहुंचे मेहमानों ने भी समाज में समानता का भाव लाने का संकल्प लिया। जितेंद्र ने बीए, एलएलबी किया है और बीमा अभिकर्ता भी (Viral News Of Anokhi Shadi)हैं। वहीं दुल्हन वेदिका एमए, बीएड हैं। वेदिका का पिता नहीं है, वेदिका का लालन-पालन उनकी मां ने किया है। इस विवाह के निमंत्रण पत्र भी नीले कागज पर छपवाएं गए और भगवान बुद्ध सहित संत रविदास, कबीरदास, बाबा साहेब और ज्योतिबा फुले की तस्वीर भी छपवाई गई|