यपुर, 18 सितंबर। First List of CCBC : छत्तीसगढ़ में राजनीतिक नियुक्तियों का भाजपा नेताओं का इंतजार अब खत्म होने वाला है। निगम, मंडल, बोर्ड और आयोग में अध्यक्ष पद के लिए पार्टी पदाधिकारियों में सहमति बन गई है। बीजेपी सूत्रों के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में लिस्ट जारी होगी।
पहली लिस्ट में प्रवक्ता, पूर्व मंत्री, वरिष्ठ पदाधिकारी सहित कई नाम लगभग तय हैं। इनके अलावा संजय श्रीवास्तव और केदार गुप्ता में से किसी एक को निगम या मंडल का अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा जारी है।
निगम-मंडलों, बोर्ड और आयोग में नियुक्तियां दो चरणों में होगी। पहली लिस्ट में 16 नामों पर सहमति बनी है। ये लिस्ट जल्द जारी हो सकती है। वहीं दूसरी लिस्ट नगरीय निकाय चुनाव के बाद आने की संभावना बीजेपी नेताओं ने जताई है।
केदार गुप्ता भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हैं। रायपुर दक्षिण उप चुनाव में भी बड़े दावेदार हैं। वहीं संजय श्रीवास्तव भाजपा प्रदेश महामंत्री हैं। आरडीए के पूर्व अध्यक्ष और रायपुर नगर निगम के सभापति रह चुके हैं।
इन निगम-मंडलों में होगी पहले नियुक्ति
खनिज
आबकारी
श्रम सन्निर्माण
खाद्य
बीज विकास
हाउसिंग बोर्ड
नान
लघु वन उपज बोर्ड
पाठ्य पुस्तक निगम
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल
इन्हें मिल सकता है निगम मंडल आयोग में जगह
देवजी भाई पटेल,अध्यक्ष पाठ्यपुस्तक निगम
विजयशंकर मिश्रा,अध्यक्ष बेवरेज कापोरेशन
मधुसूदनयादव,अध्यक्ष मार्कफ़ेड
संदीप शर्मा,अध्यक्ष कृषक कल्याण परिषद
प्रबल प्रताप जूदेव,अध्यक्ष पर्यटन बोर्ड
पूनम चंद्राकर, अध्यक्ष बीज विकास निगम
रजनीश सिंह,अध्यक्ष भवन निर्माण कर्मकर मंडल
नीलू शर्मा,अध्यक्ष श्रम कल्याण मंडल
केदार गुप्ता,आयुक्त निशक्तजन
भूपेंद्र सवन्नी,अध्यक्ष हाउसिंग बोर्ड
विधानसभा-लोकसभा चुनाव की परफॉर्मेंस बनेगी आधार
भाजपा नेताओं के अनुसार, निगम-मंडल और आयोग के अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए फॉर्मेट तैयार किया गया है। इसमें दावेदार की परफॉर्मेंस को प्राथमिकता दी गई है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान परफॉर्मेंस कैसा रहा? पार्टी ने जो काम और टारगेट दिया, उसमें कितना पूरा किया।
कांग्रेस की राह पर बीजेपी
छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में निगम-मंडल की लिस्ट सरकार के कार्यकाल के एक साल बाद जारी हुई थी। इस सूची में कांग्रेस के 91 नेताओं के नाम थे। इसमें से 10 अध्यक्ष पद की नियुक्ति हुई थी। कांग्रेस की राह पर बीजेपी सरकार भी चलती दिख रही है। साय सरकार बने करीब 10 महीने हो गए हैं। लेकिन निगम-मंडल के अध्यक्ष पद और राजनैतिक नियुक्तियों पर लगातार लेट-लतीफी हो रही है।