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इंदौर, 17 मई। General Manager Suicide : इंदौर में हितेश पाल सुसाइड मामले में हाईकोर्ट ने मृतक की पत्नी और भाजपा नेता को दोषमुक्त कर दिया है। दरअसल पूरा मामला 12 फरवरी 2023 का है। जहां लसूडिया थाना क्षेत्र के महालक्ष्मी नगर में रहने वाले निजी कंपनी के जनरल मैनेजर की आत्महत्या का मामला सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया था। जिसमें मृतक हितेश पाल ने पत्नी के संबंध भाजपा नेता कृष्णा राठौर के साथ बताए थे। जिसके चलते आत्महत्या करने की बात सुसाइड नोट में लिखी थी।

दरअसल, इंदौर में निजी कंपनी के जनरल मैनेजर ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। उसके पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उन्होंने पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने सुसाइड नोट में पत्‍नी के रसूखदार से संबंध रखने और खत्म करने के लिए धीमा जहर देने का जिक्र किया था। जिसके बाद स्वजन ने बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। हालांकि मृतक खुद ने भी सुसाइड नोट में जांच करने के बारे में लिखा और कहा कि केस की निष्पक्ष जांच होना चाहिए। पिस्टल भी बेडरूम में मिल जाएगी। मंदिर में तांत्रिक क्रिया की सामग्री भी मिल जाएगी।

घटना एमआर-6 महालक्ष्मी नगर की है। जहां हितेश पाल ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। हितेश निजी कंपनी में जनरल मैनेजर था। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने पत्नी नीलू पाल को दोषी बताया है। हितेश ने नीलू की कृष्णा राठौर से दोस्ती बताई और कहा कि उसके कारण उसे धीमा जहर दिया जाने लगा था। इस कारण वह काला पड़ गया था।

तांत्रिक करने का आरोप

उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसके ऊपर तांत्रिक क्रिया भी की जाती थी। हितेश ने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि कृष्णा ने नीलू से लाखों रुपये की कार (कम्पास) भी ले ली थी। नीलू को एक पिस्टल भी दी थी। दो दिन पूर्व ही हितेश को कपड़ों के बीच मिली।

पत्नी और उसके दोस्त को साथ में पकड़ चुका
स्वजन के मुताबिक, मामले की जांच होना चाहिए। हितेश ने परेशान होकर आत्महत्या की है। उसने यह भी कहा कि वह दोनों को वाट्सएप पर चेटिंग और मिलते हुए भी पकड़ चुका था। सुसाइड नोट में रिश्तेदार रानी उदासी का भी नाम लिखा है। उसने माता-पिता, भाई-बहन, सोनू सर, बुआ के बेटे राधेश्याम आदि का धन्यवाद भी किया है, जिन्होंने उसकी मदद की है।

हितेश ने सुसाइड नोट में लिखा

मैं हितेश पाल आत्महत्या कर रहा हूं। व्‍हाट्सएप चैटिंग के माध्यम से पता चला कि नीलू और कृष्णा मिलते हैं।नीलू तो कृष्णा राठौर को महंगे उपहार भी देती है। पूछने पर वह कृष्णा को भाई बता देती थी।कुछ दिनों पहले कृष्णा को कार(कम्पास) भी दी थी।इन दोनों ने मुझे पर रानी उदासी(मनासा) से तंत्र क्रिया भी करवाई है। एक साल से धीमा जहर दे रहे थे।मैं सुस्त रहने लगा। मेरा शरीर काला पड़ने लगा।पुलिस प्रशासन चैटिंग खंगाले और पूरा पता कर ले। नीलू मुझे नशीला पदार्थ खिला कर प्रापर्टी नाम करवा रही। इन्वेस्टिगेशन करते वक्त मंदिर से तांत्रिक क्रियाओं की चीजें मिल जाएंगी। कृष्णा राठौर ने मुझे डराने के लिए नीलू को एक पिस्टल दी थी जो मुझे कल (शुक्रवार) कपड़ै जमाते वक्त मिली।

मैंने उसे बेडरुम में फर्नीचर के उपर सुरक्षित रख दिया है। जिन्होंने मेरा साथ दिया उनका (सोनू,माता-पिता,भाई-बहन,राधेश्याम) सबको धन्यवाद देना चाहता हूं। बेटा युवराज तू अभी छोटा है। तू अपने दादा-दादी के पास ही रहना।
यह शरीफों की दुनिया नहीं है।

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