Harda Blast: 3 accused arrested in Harda blast case...they were trying to escape to DelhiHarda Blast
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हरदा, 07 फरवरी। Harda Blast : मध्य प्रदेश स्थित हरदा पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक खान शामिल है। बताया रहा है कि राजेश अग्रवाल को राजगढ़ जिले के सारंगपुर से अरेस्ट किया गया है। वह कार में सवार होकर दिल्ली फरार होने की फिराक में था। हरदा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में 11 लोग मारे गए हैं और कमोबेश 175 लोग घायल हुए हैं।

हरदा में अवैध फटाखा फैक्ट्री का संचालक राजीव अग्रवाल। और उसके बेटे को वेन्यु कार से सारंगपुर में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी हादसे के बाद फरार हो गए थे। राजेश अग्रवाल उज्जनै से दिल्ली के लिए निकले थे। साथ ही सोमेश अग्रवाल भी था, जो वाहन में सवार था और मध्य प्रदेश छोड़ दिल्ली भागने की कोशिश कर रहा था।

गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को भेजा गया हरदा

सारंगपुर एसडीओपी अरविंद सिंह ने बताया की मध्यप्रदेश-उत्तर प्रदेश और दिल्ली को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे पर सारंगपुर पुलिस ने रात 9 बजे राजीव अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक को गिरफ्तार किया है। कागजी कार्रवाई के लिए भोपाल आईजी के निर्देश पर आरोपियों को हरदा भेजा गया है। हरदा हादसे में मध्य प्रदेश पुलिस ने आईपीसी की धारा 304, 308, 34 एवं धारा 3 विस्फोटक अधिनियम के तहत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

हरदा फैक्ट्री ब्लास्ट में 11 लोगों की मौत

मध्य प्रदेश के हरदा जिले के बैरागढ़ स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को एक के बाद एक कई धमाके हुए थे। इस धमाके में अब तक 11 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और कमोबेश 175 लोग घायल हैं। विस्फोट इतना भयानक था कि फैक्ट्री का मलबा दूर तक जा पहुंचा। पास में बनी कॉलोनी में भयानक तबाही मची। हादसे के बाद घटनास्थल की आई तस्वीरों में देखा गया कि इलाका पूरा साफ हो चुका है। दमकल गाड़ियां मौके पर मौजूद है और भारी पुलिस बलों की मौके पर तैनाती है।

हरदा फैक्ट्री में पहले भी हुए ब्लास्ट

हरदा स्थित पटाखा फैक्ट्री में पहले भी हादसे हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि तीन साल पहले यहां शाम के समय विस्फोट हो गया था। इस हादसे (Harda Blast) में एक ही परिवार के तीन लोग मारे गए थे। इसी हादसे के बाद फैक्ट्री के मालिकों पर शिकंजा कसना शुरू हुआ था। फैक्ट्री के संचालन पर रोक भी लगाई गई लेकिन बाद में हाई कोर्ट ने उसपर स्टे लगा दिया। नियमों के उल्लंघन के लिए दोबारा फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त किया गया लेकिन मामला कोर्ट में होने के चलते इसके मालिक फैक्ट्री का संचालन कर रहे थे। आरोपी राजेश अग्रवाल पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। ताजा विस्फोट के बाद भी मध्य प्रदेश सरकार ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।