पटना, 30 अप्रैल। Job Opportunity : बिहार में सरकारी नौकरी करने का मन है तो ये खबर आपके काम की है। बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन ने असिस्टेंट इंजीनियर की भर्ती के लिए एक नोटिफिकेशन जारी किया है,
नोटिफिकेशन के मुताबिक, आयोग ने एक हजार से अधिक पदों पर असिस्टेंट इंजीनियरों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। इच्छुक उम्मीदवार आवेदन शुरू होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती के लिए 30 अप्रैल को रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे जो 28 मई तक चलेंगी।
जो उम्मीदवार इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं वे आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.nic.in. पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती से जुड़ी अन्य जानकारी आप नीचे देख सकते हैं।
वैकेंसी डिटेल
असिस्टेंट इंजीनियर (सिविल)- 984 पद
असिस्टेंट इंजीनियर- 36 पद
असिस्टेंट इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल)- 4 पद
क्या है योग्यता?
जो उम्मीदवार इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं उनके पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से सिविल/मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री होनी चाहिए या यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त डीम्ड यूनिवर्सिटीज से नियमित रूप से संचालित टेक्निकल कोर्सों में प्राप्त डिग्री ही मान्य होगी, डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से संचालित टेक्निकल कोर्सों में प्राप्त डिग्री मान्य नहीं (Job Opportunity)होगी।
अभ्यर्थियों को इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग का एसोसिएट मेंबर होना चाहिए या इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियर्स, भारत से शाखा- “ए” और “बी” उत्तीर्ण होना चाहिए या इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियर्स, भारत द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से शाखा- “ए” और “बी” की समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करके अन्य डिग्री प्राप्त करनी चाहिए।
आयु सीमा
इन पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थी की आयु सीमा 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
सेलेक्शन प्रोसेस
इन पदों पर उम्मीदवारों को सेलेक्शन लिखित परीक्षा के आधार पर और संविदा में काम किए गए कार्य की वरीयता पर होगा।
लिखित परीक्षा में 6 पेपर होंगे, जिनमें से 4 पेपर अनिवार्य और 2 पेपर वैकल्पिक होंगे। प्रथम 4 पेपर यानी अंग्रेजी, सामान्य हिंदी, सामान्य अध्ययन और सामान्य इंजीनियरिंग साइंस ऑब्जेक्टिव (Job Opportunity)होंगे। 2 ऑप्शनल पेपर ऑब्जेक्टिव रूप में होंगे, जो सिविल, मैकेनिकल एवं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए अलग-अलग होंगे।
सामान्य अंग्रेजी एवं सामान्य हिंदी के पेपर केवल अर्हक होंगे, जिनमें हर एक में न्यूनतम 30 अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा, अर्थात दोनों पेपरों में अलग-अलग न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त करने के बाद ही अन्य पेपरों का मूल्यांकन किया जाएगा।