बिलासपुर, 24 जुलाई। Liquor Scam : कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार कारोबारी अनवर ढेबर को जमानत मिल गयी है। जस्टिस दीपक तिवारी की सिंगल बेंच में कारोबारी अनबर ढेबर की जमानत मंजूर की। कोर्ट नें स्वास्थ्यगत कारणों के हवाले से जमानत मंजूर की है। इससे पहले आज कारोबारी अनवर ढेबर के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने अंतरिम जमानत मंजूर कर लिया है। मेडिकल ग्राउंड पर ये जमानत दी गयी है। जस्टिस दीपक तिवारी के सिंगल बेंच में हुई सुनवाई। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच पर लगायी रोक
इससेे पहले शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ सरकार को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने शराब घोटाले में ईडी की जांच पर रोक लगा दी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने ईडी के अफसरों पर जांच के नाम पर लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया था। इस मामले मं अब छत्तीसगढ़ सरकार को बड़ी राहत मिली है। आपको बता दें कि ईडी ने इस मामले में अब तक पूर्व आबकारी अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह ढिल्लन और नितेश पुरोहित को गिरफ्तार कर चुकी है। बतादें कि ईडी ने दावा किया था कि विशेष सचिव ने आबकारी नीति में बदलाव किया था, जिसकी वजह से दो हजार करोड़ का घोटाला हुआ।
जस्टिस संजय किशन कौल एवं जस्टिस सुधांशु धुलिया की डिवीज़न बेंच ने इस मामले में आज सुनवाई करते हुए ED की कार्यवाही पर रोक लगायी है। दरअसल “प्रेडिकेट ओफ्फेंस” के आभाव के कारण कोई भी प्रकार की विवेचना एवं आगे की कार्यवाही पर रोक लगायी गई है।
याचिका कर्ता की ओर से सीनियर अधिवक्ता डॉ अभिषेक मनु सिंघवी, सीनियर अधिवक्ता पुनीत बाली, गोपाल शंकर नारायण, अर्शदीप सिंह खुराना, छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से सीनियर अधिवक्ता कपिल सिब्बल, भारत सरकार की ओर से ASG एस वी राजू ने अपना पक्ष रखा। याचिका कर्ता IAS अनिल टुटेजा, यश टुटेजा, अनवर ढेबर, करिश्मा ढेबर एवं सिद्धार्थ सिंघानिया की ओर से याचिका दायर की गई थी।
गौरतलब है कि ईडी ने छापेमारी कार्रवाई कर छग आबकारी विभाग में हुए दो हजार करोड़ रुपए घोटाले का भड़ाफोड़ किया था। इस मामले में ईडी ने अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह उर्फ पप्पू ढिल्लन, अरविंद सिंह और अरुण पति त्रिपाठी को आरोपी बनाया है।वहीं कुछ महीने पहले छत्तीसगढ़ में ईडी ने ताबड़तोड़ छापेमार कार्रवाई कर दावा किया है कि साल 2019 से 2022 के बीच प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ है, जिसमें दो हजार करोड़ की मनी लांड्रिग के सबूत मिले हैं।