One State One Election: Chhattisgarh became the first state to implement the 'One State-One Election' model... What is its benefit now...? See hereOne State One Election
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रायपुर, 20 जनवरी। One State One Election : आज राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान के साथ ही छत्तीसगढ़ ‘वन स्टेट-वन इलेक्शन’ लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है। जिसमें एक ही आचार संहिता में छत्तीसगढ़ में पहली बार शहर और गांव दोनाें का चुनाव कराने की घोषणा की गई।

बता दें कि निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने साय सरकार ने कमेटी गठित की थी। उसके सुझाव के बाद एक ही आचार संहिता में चुनाव कराने की घोषणा की गई है।

इस मॉडल को लागू करने की दिशा में पहला कदम तब बढ़ा, जब 26 जुलाई 2024 को विधानसभा में बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने इस विषय पर अशासकीय संकल्प पेश किया। डिप्टी सीएम और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने इस पर सहमति व्यक्त की, जिसके बाद राज्य सरकार ने कमेटी का गठन किया।

आईएएस ऋचा शर्मा की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय कमेटी ने अक्टूबर 2024 में अपनी रिपोर्ट सौंपी। कमेटी ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने की सिफारिश करते हुए इसे समय और संसाधन की बचत का बेहतरीन उपाय बताया।

वन स्टेट-वन इलेक्शन के फायदे

संसाधनों की बचत: चुनावी प्रक्रिया में मैनपावर और धनराशि की खपत कम होगी।
प्रशासनिक कुशलता: चुनाव प्रक्रिया के दौरान प्रशासनिक जिम्मेदारियां सरल होंगी।
जनता पर प्रभाव: एक ही समय पर आचार संहिता लागू होने से शासन और विकास कार्यों में बाधा कम होगी।

ऐतिहासिक कदम की शुरुआत

यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ ने एक ही आचार संहिता में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव कराने का फैसला किया है। यह न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुगम बनाएगा बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।