प्रयागराज, 12 जनवरी। Prayagraj Mahakumbh 2025 : महाकुंभ 2025 की विशालता ना सिर्फ प्रयागराज या उत्तर प्रदेश तक सीमित है, बल्कि यह पूरे विश्व की आस्था का संगम बनकर उभरा है। महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए 7 प्रमुख मार्गों का रूट मैप तैयार किया है। जौनपुर मार्ग से महाकुंभ पहुचने के लिए पहला मार्ग जौनपुर मार्ग है, जो श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र तक सुगमता से पहुंचाने में मदद करेगा। इस मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को सहसों से गारापुर होते हुए मेला क्षेत्र तक विकसित सात पार्किंग स्थलों पर पार्क कराया जाएगा। इसके साथ ही छोटे और बड़े वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा वन-वे ट्राफिक व्यवस्था लागू की गई है। जौनपुर मार्ग में जो 7 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं वे मेला क्षेत्र से 500 मीटर से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
महाकुंभ को लेकर यूपी सरकार का अनुमान है कि 40 करोड़ लोग संगम स्नान के लिए प्रयागराज आएंगे। ये श्रद्धालु 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच आएंगे। 2019 में जब अर्द्धकुंभ हुआ था, तब करीब 24 करोड़ लोग आए थे। मेला प्रशासन का अनुमान है कि सर्वाधिक 21% लोगों के जौनपुर रूट से महाकुंभ पहुंचने की संभावना है, जबकि रीवा और बांदा मार्ग से 18% श्रद्धालु आएंगे। इसी तरह, वाराणसी मार्ग से 16%, कानपुर मार्ग से 14% , मिर्जापुर मार्ग से 12% श्रद्धालु आ सकते हैं। लखनऊ मार्ग से 10% और प्रतापगढ़ मार्ग से 9% लोगों के आने की संभावना है।
इन 25 शहरों के लिए फ्लाइट
प्रयागराज से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, लखनऊ, इंदौर, अहमदाबाद, कोलकाता, जयपुर, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, हैदराबाद, भोपाल, चेन्नई, पुणे, गोवा, नागपुर, जम्मू, पटना, गोवा, अयोध्या, रायपुर, देहरादून, जबलपुर, चंडीगढ़, बिलासपुर के लिए फ्लाइट रहेगी।
जौनपुर मार्ग के ये 7 पार्किंग स्थल
- चीनी मिल खाली मैदान पार्किंग- मेला क्षेत्र से इस पार्किंग स्थल की दूरी 0.5 किलोमीटर है।
- पूरे सूरदास पार्किंग (गारापुर रोड)- यह पार्किंग स्थल मेला क्षेत्र से 0.5 किलोमीटर की दूरी पर है।
- बरदा सोनौटी रहिमापुर मार्ग, उत्तरी- यह पार्किंग स्थल मेला क्षेत्र से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- बरदा सोनौटी रहिमापुर मार्ग, दक्षिणी- यह पार्किंग स्थल मेला क्षेत्र से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- समयामाई मंदिर कछार पार्किंग (गारापुर रोड)- यह पार्किंग स्थल भी मेला क्षेत्र से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- लेखराजपुर पार्किंग- यह पार्किंग स्थल मेला क्षेत्र से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- रोडवेज वर्कशॉप पार्किंग (झूसी)- यह पार्किंग स्थल मेला क्षेत्र से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
वहीं, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की वापसी सुनिश्चित करने के लिए ऐसा मार्ग तैयार किया गया है जिससे किसी भी प्रकार का डबल मूवमेंट या क्रॉस मूवमेंट ना हो। ये योजना ना केवल यात्रा को सुगम बनाएगी बल्कि ट्राफिक जाम को भी रोकेगी।
हवाई मार्ग से महाकुंभ मेला कैसे पहुंचे
प्रयागराज घरेलू हवाई अड्डा शहर के केंद्र से करीबन 12 किमी की दूरी पर स्थित है। यह दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, भुवनेश्वर और रायपुर सहित प्रमुख घरेलू डेस्टिनेशन के लिए उड़ानों की सुविधा प्रदान कराता है। कुंभ मेले के लिए, अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, कोलकाता, भुवनेश्वर और गुवाहाटी से कुछ नई डिरेक्ट फ्लाइट शुरू की गई हैं। हवाई अड्डे से कुंभ मेले के पार्किंग क्षेत्र तक यात्रियों को पहुंचाने के लिए टैक्सी और सिटी बस सेवाएं आसानी से उपलब्ध हैं।
रेल मार्ग से कैसे पहुंच सकते हैं महाकुंभ
कुंभ मेले के दौरान पर्यटकों की भारी भीड़ को संभालने के लिए, 13,000 ट्रेनें प्रयागराज को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और जयपुर जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ेंगी, जिनमें से 3,000 विशेष ट्रेनें होंगी। प्रयागराज एक प्रमुख रेलवे हब है और उत्तर मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय है। इसमें आठ रेलवे स्टेशन शामिल हैं: प्रयागराज जंक्शन, छिवकी जंक्शन, नैनी स्टेशन, रामबाग सिटी स्टेशन, प्रयागराज संगम, प्रयाग स्टेशन, झूंसी, फाफामऊ स्टेशन और सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन। इनमें कई विशेष ट्रेनों की घोषणा की गई है, जिनमें गुंटूर, मोलअली और नांदेड़ से प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के लिए मार्ग शामिल हैं, जिससे तीर्थयात्रियों की यात्रा में आसानी हो। दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने इस अवसर के लिए 16 विशेष ट्रेनों को भी जोड़ा है।
कुंभ मेले के लिए वंदे भारत ट्रेन
नई दिल्ली – प्रयागराज (22416) वंदे भारत एक्सप्रेस
मार्ग: ये यात्रा 636 किमी की रहेगी और दूरी 6 घंटे और 8 मिनट में तय कर दी जाएगी। ट्रेन कानपुर सेंट्रल और प्रयागराज पर रुकते हुए वाराणसी जंक्शन तक जाती है।
शेड्यूल और समय: यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलती है, गुरुवार को छोड़कर। ट्रेन सुबह 6:00 बजे दिल्ली से प्रस्थान करती है, कानपुर सेंट्रल पर रुकती है, और दोपहर 12:08 बजे प्रयागराज पहुंचती है।
टिकट की कीमत: ₹1,278 से ₹2,585 तक।
दिल्ली-वाराणसी (22436) वंदे भारत एक्सप्रेस
मार्ग: यात्रा 636 किलोमीटर की दूरी में 6 घंटे 11 मिनट में तय हो जाती है। ट्रेन कानपुर सेंट्रल और प्रयागराज पर रुकने के बाद वाराणसी जंक्शन पहुंचती है।
समय सारिणी और शेड्यूल: यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलती है, मंगलवार को छोड़कर। यह दिल्ली से दोपहर 3 बजे चलती है, कानपुर सेंट्रल पर रुकती है और रात 9:11 बजे प्रयागराज पहुंचती है।
टिकट की कीमत: ₹1,277* से ₹3,106* तक।
गोरखपुर – प्रयागराज (22549) वंदे भारत एक्सप्रेस
मार्ग: 500 किलोमीटर की दूरी को 7 घंटे 30 मिनट में तय करती है। यह ट्रेन बस्ती, अयोध्या, लखनऊ, रायबरेली जंक्शन और प्रयागराज पर रुकती है।
समय सारिणी और शेड्यूल: यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलती है, शनिवार को छोड़कर। यह गोरखपुर से सुबह 6:05 बजे चलती है और दोपहर 1:35 बजे प्रयागराज पहुंचती है।
टिकट की कीमत: ₹890* से ₹1,467* तक।
महाकुंभ में बंटे सेक्टर
महाकुंभ को कुल 25 सेक्टर में डिवाइड कया गया है। हर सेक्टर का एरिया निर्धारित है।
सेक्टर 1,2: महाकुंभ में एक और दो नंबर सेक्टर परेड ग्राउंड में बनाए गए हैं।
सेक्टर 3,4: तीन और चार नंबर सेक्टर संगम से दशा स्वमेध घाट तक हैं।
सेक्टर 5,6: पांच और छह सेक्टर नागवासुकी से भारद्वाज मार्ग तक।
सेक्टर 7: सात सेक्टर का एरिया भारद्वाज से पद्ममाधव मार्ग तक है।
सेक्टर 8,9: सेक्टर आठ और नौ गोविंदा मार्ग से मेला के अंत तक है।
सेक्टर 10: दस सेक्टर हेतापट्टी कुटी रोड से शंकराचार्य तक बताया है।
सेक्टर 11: 11 नंबर सेक्टर हेतापट्टी कुटी रोड से गदा माधव मार्ग तक रहेगा।
सेक्टर 12: 12 नंबर सेक्टर का क्षेत्र गदा माधव मार्ग से गंगेश्वर मार्ग तक।
सेक्टर 13,14: सेक्टर 13 गंगेश्वर से वेणी माधव और 14 सेक्टर वेणी माधव से अनन्त माधव तक रहेगा।
सेक्टर 15: 15 सेक्टर अनन्त माधव से शंकराचार्य संगम लोवर मार्ग तक।
सेक्टर 16: सेक्टर 16 संगम लोवर पूर्व भारद्वाज मार्ग नागवासुकी मंदिर तक।
सेक्टर 17,18: नागवासुकी से हरिश्चंद्र मार्ग तक और 18 सेक्टर हरिश्चंद्र मार्ग से जीटी मार्ग।
सेक्टर 19: महाकुंभ सेक्टर 19 क्षेत्र शिवाला मार्ग से शास्त्री ब्रिज तक फैला है।
सेक्टर 20,21: सेक्टर 20 शास्त्री ब्रिज से महाबीर मार्ग तक और 21 नंबर सेक्टर मंसैता मार्ग से ऊपर छतनाग के आगे तक।
सेक्टर 22: सेक्टर 22 का एरिया महाबीर मार्ग से छतनाग साइड मेला अंत तक।