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रायपुर, 06 दिसम्बर| Raipur Central GST Raid : केंद्रीय जीएसटी (Goods and Services Tax) विभाग ने शंकर नगर स्थित ए एस मिनरल एंड माइनिंग पर बड़ी कार्रवाई की है। यह छापा अचानक मारा गया, जहां विभाग ने टैक्स चोरी की संभावना के तहत कंपनी के कार्यालय और अन्य संबंधित स्थानों पर तलाशी ली। इस कार्रवाई में अधिकारियों ने कई दस्तावेज और अन्य सामान जब्त किए हैं, जो टैक्स चोरी से जुड़े हो सकते हैं।

छापे के दौरान क्या हुआ?

सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने इस कार्रवाई के दौरान ए एस मिनरल एंड माइनिंग कंपनी के कार्यालय, गोदाम और अन्य स्थानों पर जांच की। अधिकारियों को संदेह था कि कंपनी ने अपने कारोबार के दौरान जीएसटी का भुगतान नहीं किया या इसके भुगतान में अनियमितताएँ की हैं। अधिकारियों ने दस्तावेजों, चालान, और अन्य संबंधित रिकॉर्ड की जांच की और कई महत्वपूर्ण सबूत जब्त किए।

टैक्स चोरी के आरोप

ए एस मिनरल एंड माइनिंग कंपनी पर आरोप है कि इसने जीएसटी के तहत निर्धारित करों का सही तरीके से भुगतान नहीं किया और कुछ लेन-देन में हेरफेर की। टैक्स चोरी की यह घटना तब सामने आई जब विभाग को कंपनी द्वारा की गई कुछ संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना मिली। छापे के दौरान जब्त किए गए सबूतों के आधार पर विभाग आगे की जांच करेगा और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

क्या कहते हैं अधिकारी?

केंद्रीय जीएसटी विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई “इंटेलिजेंस” और “विवेकपूर्ण जांच” के आधार पर की गई है। विभाग ने कहा है कि छापे के दौरान जिन दस्तावेजों और रिकॉर्ड्स को जब्त किया गया है, उन्हें ध्यानपूर्वक जांचा जाएगा और इसके बाद ही कार्रवाई की दिशा तय की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि अगर यह आरोप सही साबित होते हैं तो कंपनी पर बड़ी वित्तीय जुर्माना लगाया जा सकता है और इसके साथ-साथ कानूनी कदम भी उठाए जाएंगे।

ए एस मिनरल एंड माइनिंग की भूमिका

ए एस मिनरल एंड माइनिंग एक प्रमुख खनन और खनिज कंपनी है जो विभिन्न खनिज संसाधनों का उत्खनन और बिक्री करती है। कंपनी पर टैक्स चोरी के आरोप लगने से क्षेत्रीय व्यापार समुदाय में हलचल मच गई है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, हालांकि यह उम्मीद जताई जा रही है कि वे जल्द ही अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे।

आगे की कार्रवाई

इस छापे के बाद, जीएसटी विभाग ने कहा है कि वे सभी जब्त किए गए दस्तावेजों की गहनता से जांच करेंगे। यदि टैक्स चोरी के आरोप सही पाए जाते हैं तो कंपनी के खिलाफ संबंधित कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जीएसटी चोरी करने वाली किसी भी कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि सिस्टम में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखी जा सके।