कर्नाटक, 15 फरवरी। No Celebration : कर्नाटक सरकार ने राज्य के सभी सरकारी आवासीय स्कूल और कॉलेजों में धार्मिक त्योहारों के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया है। कर्नाटक एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस ने सरकारी आवासीय शैक्षणिक संस्थानों में धार्मिक त्योहारों के आयोजन पर रोक लगाने के लिए एक सर्कुलर जारी किया है। जारी सर्कुलर में स्कूल-कॉलेजों में केवल 10 राष्ट्रीय त्योहार को सेलिब्रेट करने की परमिशन दी है।
निर्देशों का पालन नहीं हुआ तो हो सकती है कार्रवाई
समाज कल्याण मंत्री एचसी महादेवप्पा के निर्देश के अनुसार, उगादि, रमज़ान, क्रिसमस, ईद मिलाद और संक्रांति त्योहारों पर विशिष्ट प्रतिबंध लगाए गए हैं। धार्मिक त्योहार मनाए जाने पर प्राचार्यों और कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की कड़ी चेतावनी भी दी गई है। यह परिपत्र राज्य के सभी सरकारी आवासीय विद्यालय और आवासीय महाविद्यालयों पर लागू है।
केवल मनाए जाएंगे ये 10 राष्ट्रीय त्योहार
1. गणतंत्र दिवस, 2. स्वतंत्रता दिवस, 3. महात्मा गांधी जयंती, 4. कन्नड़ राज्योत्सव, 5. डॉ बीआर अंबेडकर जयंती, 6.वाल्मीकि जयंती, 7. कनकदास जयंती, 8. बसव जयंती, 9. संविधान दिवस और 10. योग दिवस।
प्रतिबंध के पीछे क्या हो सकती है वजह?
दरअसल, इस फैसले के पीछे कर्नाटक में स्कूल-कॉलेजों में मनाए जाने वाले त्योहारों पर विवाद हो रहे विवाद हो सकता है।जुलाई 2023 में हासन जिले में बकरीद समारोह के दौरान स्कूली छात्रों के कथित तौर पर नमाज पढ़ने की वीडियो के बाद विवाद शुरू हो गया था।
हिंदूवादी संगठन और कई लोगों ने हिंदू व ईसाई छात्रों को कुरान की आयते सुनाने के प्रबंधन के फैसले पर आपत्ति जताई थी। इससे पहले अगस्त 2022 में भी स्कूल कैंपस में धार्मिक उत्सव को ऐसी ही खबर सामने आई थी। जहां स्कूल कैंपस में गणेश चतुर्थी मनाने पर कर्नाटक वक्फ बोर्ड ने सरकार से स्कूलों में मुस्लिम छात्रों को ईद मनाने (No Celebration) की भी छूट देने की मांग की थी।