Guru Purnia Remedies: हिंदू धर्म में पड़ने वाली हर तिथि का विशेष महत्व होता है. हर माह का आखिरी दिन पूर्णिमा होती है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा के साथ दान-पुण्य का भी विशेष महत्व बताया जाता है. आषाढ़ माह की पूर्णिमा इस बार 3 जुलाई के दिन पड़ रही है. बता दें कि इसे गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है.
शास्त्रों के मुताबिक गुरु पूर्णिमा के दिन गुरुओं का सम्मान किया जाता है. माना जाता है कि आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था. इसलिए इसे वेद व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. बता दें कि इस दिन गुरु ग्रह की शुभता बढ़ाने के लिए भगवान विष्णु की उपासना की जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ गुरु की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है.
गुरु पूर्णिमा के दिन करें ये उपाय (Guru Purnima Upay)
- कहते हैं कि गुरु पूर्णिमा के दिन कुछ खास उपायों को करने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है. इतना ही नहीं, इस दिन किए गए उपाय व्यक्ति को नौकरी, व्यापार आदि में आ रही बाधाओं से मुक्ति दिलाते हैं. गुरु पूर्णिमा का दिन इसके लिए बेहद खास होता है. इस दिन नौकरी में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए कई उपायों पर विशेष जोर दिया गया है. जानें.
- शास्त्रों के अनुसार करियर में उन्नति पाने के लिए, या फिर अगर आपके करियर में रुकावट आ रही है, व्यक्ति को मनचाही नौकरी नहीं मिल रही है, तो गुरु पूर्णिमा के दिन अपनी किताब के पहले पन्ने पर रोली से स्वास्तिक बनाएं और इस पर अपनी इच्छा लिख दें. इस किताब को मां सरस्वती के पास रख दें. ऐसा करने से आपको जल्द ही लाभ होगा.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति के लिए और जीवन में सौभाग्य की कमी को दूर करने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु यंत्र की स्थापना करें. इस उपाय को करने से व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होती है. इतना ही नहीं, व्यक्ति के सभी कार्य पूर्ण होते हैं और कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल करते हैं.
- मान्यता है कि अगर कोई विद्यार्थी पढ़ाई में उच्च शिक्षा की प्राप्ति चाता है और उसे उसमें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, तो ऐसे लोग गुरु पूर्णिमा के दिन गीता का पाठ कर सकते हैं. इससे आपको विशेष लाभ होगा.
- कहते हैं कि गुरु अपने शिष्यों को शिक्षा के साथ-साथ सही मार्गदर्शन भी प्रदान करते हैं. इस लिए गुरु पूर्णिमा के दिन गुरुजनों का आशीर्वाद लेना बहुत आवश्यक है. इस दिन अपने गुरुओं और बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें.