मध्यपद्रेश में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं, लेकिन सियासी पारा अभी से चरम पर है। मध्यप्रदेश में पोस्टर वॉर के जरिए तेजी से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। पोस्टर वॉर पर हो रही बयानबाजी पर वायरल हुए चार वीडियो ने और ज्यादा तड़का लगा दिया है। आपको बता दें की शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करप्शन नाथ वाले चार वीडियो वायरल हुए हैं, चारों वीडियो के जरिए कमलनाथ को ‘करप्शन नाथ’ बताया गया है।
इससे पहले शुक्रवार (23 जून) की शुरुआत कमलनाथ के ‘वांटेड’ और ‘करप्शन नाथ’ वाले पोस्टर से हुई। भोपाल के बाद कमलनाथ के चुनावी क्षेत्र छिंदवाड़ा और कई जिलों में इस तरह के पोस्टर चस्पा हो गए, वहीं शाम होते होते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भी पोस्टर भोपाल शहर में देखे गए। CM शिवराज के पोस्टर लगते ही भाजपा अटैकिंग मोड में आ गई है। भाजपा ने प्रेस कॉफ्रेंस में कमलनाथ और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए।
पोस्टर से मध्य प्रदेश का विकास नहीं रोक सकती कांग्रेस- विष्णुदत्त शर्मा
कमलनाथ के पोस्टर पर तंज कसते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने सवाल किया कि कमलनाथ के पोस्टर पर दिग्विजय सिंह और गोविन्द सिंह चुप क्यों हैं? क्यों दोनों नेताओं ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी? वहीं वी डी शर्मा ने साफ कर दिया की शिवराज चौहान के खिलाफ पोस्टर से कांग्रेस मध्यप्रदेश का विकास नहीं रोक सकती। वीडी ने दावा किया की शिवराज और विकास एक दूसरे के पर्याय हैं।
वीडी शर्मा ने दावा किया कि, “कमलनाथ और कांग्रेस ने खींझ कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ पोस्टर लगाने की हरकत की है। वो दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के इशारे पर की गई। शिवराज के राज में आज मध्यप्रदेश विकास का मॉडल बन गया है।
वीडी शर्मा ने पोस्टर वॉर के बाद कमलनाथ सरकार के 15 महीनों में हुए भ्रष्टाचार भी गिनाए।
जो 15 महीनों का अवसर कमलनाथ आपको मिला। मैं ये कहना चाहता हूं कि उन 15 महीनों में भी आपने गरीब के हक और अधिकार को छीना, भ्रष्टाचार में आप आकंट डूब गए थे।
प्रवीण कक्कड और मिगलानी के यहां छापों के दौरान 281 करोड़ रु. नगद पकड़े गए थे। कौन थे ये लोग, कहां से आया था ये पैसा?
‘करप्टनाथ’ शब्द का प्रयोग जिसने भी किया,आपके मित्रों ने किया जिसने भी किया, आम समाज के किसी व्यक्ति ने किया तो वो गलत नहीं किया,कमलनाथ जी मध्यप्रदेश इसका जवाब पूछ रहा है।
आपके नेता चाहें गोविंद सिंह रहे हों, आपके नेता जो उस समय के कैबिनेट के मंत्री थे, उन सभी ने ये आरोप लगाया था कि सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूब गई है।
आपकी सरकार के दौरान 7 बांध और नहर परियोजना के काम शुरू होने से पहले 877 करोड़ रु. का भुगतान कर दिया गया।