नई दिल्ली, 12 मई। PM Modi Speech : जब सरहद के उस पार से गोलियां चलेंगी…तब इस पार से गुलाब नहीं भेजे जाएंगे। जब खून बहेगा तो पानी का बहाव भी रोक दिया जाएगा। भारत के प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में साफ कर दिया है- अब जब तक आतंक की भाषा बंद नहीं होगी, तब तक न बातचीत होगी, न व्यापार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पाकिस्तान के लिए भविष्य में भारत के साथ किसी भी तरह के संपर्क-संबंध के लिए पहली बार इतने साफ तौर पर तीन शर्तें निर्धारित कर दीं।
प्रधानमंत्री मोदी के पहले भाषण के 10 बिंदु
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता : पीएम मोदी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक खूंखार आतंकियों को मार गिराया गया, जिन्होंने भारत की महिलाओं और नागरिकों पर हमले किए थे।
‘जिन्होंने सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें मिटा दिया’ : प्रधानमंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि जिन आतंकियों ने मां-बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें खत्म कर दिया।
सीजफायर पाकिस्तान की गुहार पर : भारत ने संघर्षविराम की सहमति पाकिस्तान की अपील पर दी, यह भारत की कमजोरी नहीं, नीति और धैर्य की रणनीति है।
मिलिट्री एक्शन सिर्फ ‘स्थगित’ हुआ है, रद्द नहीं : प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई रोकी नहीं गई, सिर्फ फिलहाल स्थगित की गई है।
भारत का अगला कदम पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर : उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति इस बात पर तय होगी कि पाकिस्तान भविष्य में कैसे व्यवहार करता है।
न्युक्लियर धमकी का करारा जवाब : पाकिस्तान की ओर से बार-बार दी जा रही परमाणु धमकियों पर पीएम ने सख्त लहजे में कहा – भारत ऐसी धमकियों से डरने वाला नहीं है।
तीनों सेनाएं हर स्थिति के लिए तैयार : प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया कि थल, जल और वायु सेना सभी संभावित खतरों से निपटने के लिए पूर्णतः तैयार हैं।
पाकिस्तान से बातचीत सिर्फ दो मुद्दों पर : भारत अब पाकिस्तान से केवल दो विषयों पर बात करेगा- आतंकवाद का खात्मा और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK)।
देशवासियों से एकजुट रहने की अपील : पीएम मोदी ने देशवासियों से आह्वान किया कि वे सेना के साथ खड़े रहें और अफवाहों से बचें।
भारत अब नई रणनीतिक सोच के साथ आगे बढ़ रहा है : प्रधानमंत्री ने संकेत दिए कि भारत अब “मजबूत जवाब, स्पष्ट नीति और निर्णायक एक्शन” की नीति पर आगे बढ़ेगा।