नई दिल्ली, 11 मई| Terrorist Son Killed : 7 मई से भारत ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की। पहलमाग हमले का बदला लेने के लिए किए गए इस हमले में पाकिस्तान 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया, जिसमें बाद ये दावे किए जाने लगे कि इसमें कम से कम 100 आतंकी मारे गए। धीरे-धीरे इस पर खुलासा होने लगा और ये दावे सच में बदलने लगे।
जैश-ए-मोहम्मद का मोहम्मद के करता-धरता मसूद अजहर ने खुद एक संदेश जारी कर बताया कि उसके 10 करीबी रिश्तेदार और 4 जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य इस हमले में मारे गए (Terrorist Son Killed)हैं। इसमें उसके जीजा, भाई, भाभी, बहन, भतीजे, भतीजी और भांजे-भांजी के मारे जाने का जिक्र था।
इसके ठीक बाद एक तस्वीर सामने आई जिसमें वो एक जनाजे में देखा गया। अब बड़ी खबर सामने आई है कि इस जनाजे में कई आतंकियों की लाशें बिछी हुई थीं। इनमें से एक जैश-ए-मोहम्मद का नामी आतंकी मोहम्मद हसन खान भी था।
कौन है जैश का आतंकी मोहम्मद हसन खान
मोहम्मद हसन खान जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था। वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के में अहम भूमिका निभाई थी।
वो इन हमलों के लिए न सिर्फ हथियार स्पलाई करता था, बल्कि खुद कई वारदातों को अंजाम भी दे चुका था। मोहम्मद हसन खान के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई (Terrorist Son Killed)है, लेकिन कहा जा रहा है कि ये भी वॉन्टेड की लिस्ट में शामिल था।
आतंकियों को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
दरअसल आतंकियों के जनाजे का एक वीडियो काफी चर्चा में आ गया है। इस वीडियो में मसूद अजहर तमाम पाकिस्तानी आर्मी के जवानों और अफसरों के बीच नजर आ रहा है। इन आतंकियों को गार्ड ऑफ ऑनर भी देते देखा जा सकता है। बता दें, गार्ड ऑफ ऑनर शहीद हुए जवानों को दिया जाता है।
ऐसे में इस वीडियो से ये संदेश जा रहा है कि पाकिस्तान इन आतंकियों को वीरगति प्राप्त सैनियों के रूप में देख रहा है, जो निंदनीय है। इस वीडियो में मसूद अजहर को उसके भाई रऊफ अजहर को आखिरी अलविदा कहते देखा जा सकता है। वो दुआ पढ़ते नजर आ रहा है। ठीक रऊफ के जनाजे के बगल में कई और लाशें लकड़ी के ताबूत के साथ रखी हुई हैं।
मारे गए ये 5 आतंकी भी
आज सामने आए पांच आतंकवादियों की पहचान हो गई (Terrorist Son Killed)है। मोहम्मद हसन खान के अलावा इस लिस्ट में मुदस्सर खदियान खास, हाफिज मुहम्मद जमील, मोहम्मद युसूफ अजहर और खालिद उर्फ अबू अकाशा शामिल