नई दिल्ली, 21 मार्च। BJP ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है।चेन्नई साउथ तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं कोयंबटूर से बीजेपी के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने इस लिस्ट में 9 नामों को जगह दी है।
पार्टी ने सभी 9 नाम तमिलनाडु के लिए जारी किए हैं जो इस प्रकार हैं-
1- चेन्नई साउथ- तमिलिसाई सुंदरराजन
2- चेन्नई सेंट्रल- विनोज पी सेल्वम
3- वेल्लोर- ए. सी शणमुगम
4- कृष्णागिरी- सी नरसिम्हन
5- नीलगिरी- एल मुरुगन
6- कोयंबटूर- के. अन्नामलाई
7- पेरमबलुर- टी आर. पारिवेनधर
8- थोथुक्कुड़ी- नैनर नागेंद्रन
9- कन्याकुमारी- पॉन. राधाकृष्णन
बीजेपी ने अभी तक 276 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है। हालांकि इनमें से दो चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं, लिहाजा अभी तक 274 उम्मीदवार हैं। पहली सूची में 195, दूसरी में 72 और तीसरी में नौ उम्मीदवार शामिल है।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई थीं। तमिलनाडु के बीजेपी दफ्तर में तमिलिसाई के पहुंचने के बाद पटाखे फोड़े गए। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बीजेपी के विकास को देखकर मैं खुश हूं। राज्य में हमने जो गठबंधन बनाया है, यह विकास को दर्शाता है।
गौर करने वाली बात ये है कि बीजेपी ने तमिलनाडु में कई क्षेत्रीय दलों से गठबंधन किया हुआ है जिसमें से कुछ को सीटें भी आवंटित कर दी गई हैं।
-पीएमके: 10
-टीटीवी दिनाकरण की एएमएमके: 2
-पुथिया नीधि काची (एसी शनमुगम): 1 सीट
-टीएमएमके (जॉन पांडियन): 1 सीट
-इंधिया जननायगा काची (डॉ. परिवेन्धर पार्टी): अभी घोषणा होनी बाकी है
-तमिल मनीला कांग्रेस (जीके वासन पार्टी): अभी घोषणा होनी बाकी है
-ओ पनीरसेल्वम गुट: अभी फैसला होना बाकी है.
एक चरण में होंगे तमिलनाडु में चुनाव
तमिलनाडु में पहले फेज यानी 19 अप्रैल को चुनाव है. यहां 39 सीटों पर एक साथ एक ही दिन वोटिंग होगी। तमिलनाडु में 39 सीट में से 7 आरक्षित सीट हैं। तमिलनाडु में 20 मार्च को अधिसूचना जारी हो गई है। 27 मार्च को यहां नामांकन की आखिरी तारीख है। तमिलनाडु में 6.18 करोड़ कुल मतदाता हैं। इसमें से 3.14 करोड़ महिला और 3.03 करोड़ पुरुष मतदाता शामिल हैं।
DMK को 2019 मिली थी सबसे ज्यादा सीट
यहां 2019 के चुनाव में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की गठबंधन ने 39 में से 38 सीट हासिल की थी। केरल में डीएमके कांग्रेस नेतृत्व के UPA की प्रमुख पार्टी है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए की अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था। बीजेपी व अन्य घटक दलों का खाता तक नहीं खुल पाया था। 2019 में डीएमके 24 सीटों से चुनाव लड़ी थी, जिसमें उसे 23 सीटों पर सफलता मिली थी। वहीं कांग्रेस ने 9 सीटों में से 8 सीट पर जीत दर्ज की थी। जबकि भाकपा और CPI(M) को दो-दो सीट मिली थी। वहीं वीसीके और आईयूएमएल भी 1-1 सीट बचाने में सफल रही थी। इस तरह डीएमके और कांग्रेस के गठबंधन वाले मोर्चे को सबसे ज्यादा 39 में से 38 सीट हासिल हुआ था।